रविवार, 16 मार्च 2025

बीजेपी ने कई जिलाध्यक्षों के नाम का ऐलान किया

बीजेपी ने कई जिलाध्यक्षों के नाम का ऐलान किया 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में करीब दो महीने के माथापच्ची के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने प्रदेश में अपने कई जिलाध्यक्षों के नाम का ऐलान कर दिया है। हालांकि पार्टी की तरफ से कई जिलों में अभी अध्यक्ष पद के नाम का ऐलान नहीं हो पाया है। जिला चुनाव अधिकारियों द्वारा बीजेपी जिलाध्यक्षों के नाम की घोषणा की गई है। आगरा में भाजपा महानगर अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष की घोषणा हुई है। आगरा भाजपा महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी राजकुमार गुप्ता को दी गई है। आगरा भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत पोनिया को बनाया गया। इस ऐलान के बाद ब्रज क्षेत्र कार्यालय पर जश्न जैसा माहौल हो गया है। भाजपा ब्रज क्षेत्र कार्यालय पर आतिशबाजी की गई। 
वहीं, मुरादाबाद में पुनः एक बार आकाश पाल जिलाध्यक्ष बने। मुरादाबाद के नये महानगर अध्यक्ष बने कपड़ा व्यापारी एवं भाजपा नेता गिरीश मंडुला हैं। वहीं, फिरोजाबाद में भाजपा महानगर अध्यक्ष पद पर सतीश दिवाकर की नियुक्ति हुई है। फिरोजाबाद जिलाध्यक्ष पद पर फिलहाल नियुक्ति नहीं की गई है। वर्तमान जिला अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह है। भारतीय जनता पार्टी ने 98 संगठनात्मक जिलों में से 68 जिलों में भाजपा ने जिलाअध्यक्षों का घोषणा की है। बाकी जिलों की घोषणा जल्द ही किए जाने की सूचना है। 

यहां देखें जिलावार लिस्ट 

1-बुलंदशहर - विकास चौहान (रिपीट) 
2 - इटावा - अन्नू गुप्ता 
3- ग़ाज़ीपुर - ओमप्रकाश राय 
4- ललितपुर - हरिश्चंद्र रावत 
5- अमेठी – सुधांशु शुक्ला 
6- आगरा - महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता 
7- आगरा जिला - प्रशांत पोनिया 
8- मुरादाबाद- आकाश पाल (रिपीट) 
9- मुरादाबाद महानगर - गिरीश मंडुला 
10- कासगंज - नीरज शर्मा 
11 - गाजियाबाद महानगर- मयंक गोयल 
12- लखनऊ जिला - विजय मौर्या 
13-महाराजगंज - संजय पाण्डेय 
14- उन्नाव- अनुराग 
15-रायबरेली - बुद्धि लाल 
16- भाजपा के नोएडा व गौतम बुद्ध नगर के जिला अध्यक्ष - अभिषेक शर्मा 
17- नोएडा के महानगर अध्यक्ष -महेश चौहान 
18-लखनऊ महानगर - आनंद द्विवेदी 
19- सोनभद्र- नन्दलाल गुप्ता 
20-मेरठ - बीजेपी महानगर अध्यक्ष - विवेक रस्तोगी 
20 - नोएडा महानगर - महेश चौहान 
21 - गोरखपुर जिला अध्यक्ष- जनार्दन तिवारी 
22- गोरखपुर महानगर अध्यक्ष - देवेश श्रीवास्तव 
23 - आजमगढ़- ध्रुव सिंह 
24 - लालगंज- विनोद राजभर 
25- बस्ती - विवेकानंद मिश्रा 
26- भदोही - दीपक मिश्रा 
27-कानपुर दक्षिण - शिवराम सिंह 
28- प्रतापगढ़ - आशीष श्रीवास्तव (रिपीट ) 
29- रामपुर - हरीश गंगवार 
30- मैनपुरी - ममता राजपूत 
31- फर्रुखाबाद - फतेह चंद्र वर्मा 
32- मथुरा- निर्भय पांडे 
33- इटावा- अन्नू गुप्ता 
34- मथुरा महानगर अध्यक्ष- राजू यादव 
35- ललितपुर- हरिश्चंद्र रावत 
36- बहराइच- ब्रजेश पांडेय (रिपीट) 
37- सुल्तानपुर सुशील त्रिपाठी 
38- और्रैया- सर्वेश कठेरिया 
39- कासगंज- नीरज शर्मा 
40- बलरामपुर रवि मिश्रा 
41- गोंडा- अमर किशोर कश्यप 
42- श्रावस्ती- मिश्री लाल वर्मा 
43-कानपुर महानगर उत्तर- अनिल दीक्षित 
44- कानपुर देहात- रेणुका सचान 
45- कानपुर ग्रामीण- उपेंद्र नाथ पासवान 
46- कन्नौज - वीर कुमार सिंह भदौरिया 
47- संतकबीनगर- नीतू सिंह 
48- महाराजगंज- अशोक उर्फ संजय रपांडेय 
49- मऊ- रामाश्रय मौर्य 
50- बलिया- संजय मिश्रा 
51- प्रयागराज गंगापार- निर्मला पासवान 
52- प्रयागराज यमुनापार- राजेश शुक्ला 
53- प्रयागराज महानगर- संजय गुप्ता 
54- मछलीशहर- अजय कुमार सिंह 
55- महोबा- मोहनलाल कुशवाह 
56- चित्रकूट- महेंद्र कोटार्य 
57- बिजनौर-भूपेंद्र सिंह चौहाना बाॉबी 
58- सहारनपुर महानगर- शीतल विष्णोई 
59- मुजफ्फरनगर- सुधीर सैनी 
60- गाजियाबाद जिला चैनपाल सिंह 
61- संभल- हरेंद्र चौधरी 
62- झांसी - प्रदीप पटेल 
63-वाराणसी महानगर- प्रदीप अग्रहरि 
64- कुशीनगर- दुर्गेश राय 
65- संतकबीरनगर- नीतू सिंह 
66- हरदोई- अजीत सिंह बब्बन 
67- बांदा- कल्लू राजपूत। 

भारत ने ₹48,614 करोड़ का भारी निवेश किया

भारत ने ₹48,614 करोड़ का भारी निवेश किया 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारत ने अपने रक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए (AMCA) और स्वदेशी कावेरी जेट इंजन के विकास के लिए 48,614 करोड़ रुपये का भारी निवेश किया है। यह कदम देश के आत्मनिर्भर रक्षा उद्देश्यों को और मजबूत करेगा, जिससे भारत की वायु सेना को अत्याधुनिक तकनीक से लैस युद्धक विमान मिलेंगे। 

AMCA और इंजन विकास 

भारत सरकार ने अपने रक्षा बजट में यह विशाल राशि एडवांस्ड एयरक्राफ्ट और एरो इंजन के विकास के लिए आवंटित की है। यह निवेश AMCA, एक स्टील्थ फाइटर जेट, और स्वदेशी कावेरी इंजन के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है। स्वदेशी तकनीक से विकसित होने वाले ये विमान भारत को वायु शक्ति में आत्मनिर्भर बना सकते हैं, जो भारतीय रक्षा रणनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। 
AMCA परियोजना का उद्देश्य भारत को विश्व स्तरीय तकनीकी क्षमताओं से लैस फाइटर जेट प्रदान करना है, जो आधुनिक युद्ध की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हों। AMCA के विकास से भारत की वायु सेना की ताकत में इजाफा होगा और यह देश को वायु रक्षा के क्षेत्र में स्वायत्त बनाएगा। 

स्वदेशी कावेरी इंजन का विकास 

स्वदेशी कावेरी इंजन का विकास भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह इंजन पहले ही हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस को शक्ति प्रदान करने में सक्षम है। कावेरी इंजन की शुरुआत 1980 के दशक के अंत में हुई थी, जब इसे भारतीय विमानन को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के तहत गैस टर्बाइन अनुसंधान प्रतिष्ठान (GTRE) द्वारा विकसित किया गया था। कावेरी इंजन की विकास यात्रा में कई चुनौतियाँ आईं। लेकिन, अब यह एक मजबूत और भरोसेमंद इंजन बनकर सामने आया है। AMCA और अन्य स्वदेशी लड़ाकू विमानों के लिए कावेरी इंजन को और अधिक उन्नत बनाया जा रहा है, जिससे विमान की प्रदर्शन क्षमता में सुधार होगा। 

आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम 

भारत का यह कदम आत्मनिर्भरता की दिशा में एक अहम पहल है। स्वदेशी तकनीक पर आधारित लड़ाकू विमान और इंजन भारतीय सेना को विदेशी निर्यातकों पर निर्भरता कम करने में मदद करेंगे। इससे न केवल भारत के रक्षा क्षेत्र की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी, बल्कि इससे रोजगार सृजन, तकनीकी विकास और देश की रक्षा प्रणाली को भी मजबूती मिलेगी। 
भारत का यह दांव AMCA और कावेरी इंजन के विकास के लिए एक ठोस और दूरदर्शी कदम है। इससे देश के रक्षा क्षेत्र को एक नई दिशा मिल सकती है और भारत को वैश्विक रक्षा शक्ति के रूप में स्थापित करने में मदद मिल सकती है। 

'पीएम' ने पॉडकास्टर फ्रीडमैन से बातचीत की

'पीएम' ने पॉडकास्टर फ्रीडमैन से बातचीत की 

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मशहूर अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन से खास बातचीत की। तीन घंटे 17 मिनट के इस पॉडकास्टर में पीएम मोदी ने अपने बचपन से लेकर, आरआसएस से जुड़ाव और पाकिस्तान से भरात के हालिया सबंध समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, पाकिस्तान सरकार आतंकवाद का समर्थन करती है। 
अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन से बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पीएम बनने के बाद शपथ ग्रहण के लिए मैंने पाकिस्तान को भी आमंत्रण दिया था, ताकि शुभ शुरुआत हो। लेकिन, हर अच्छे प्रयासों का परिणाम नकारात्मक निकला। हम आशा करते हैं कि उन्हें सद्बद्धि मिलें। 
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के लोग भी शांति चाहते हैं, लेकिन उनकी सरकार आतंकवाद का समर्थन करती है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत हमेशा शांति के पक्ष में रहा है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को विचारधारा न समझें। किस तरह की विचारधारा खून-खराबे और आतंक के निर्यात पर पनपती है, और हम इस खतरे के अकेले शिकार नहीं हैं। कहा कि दुनिया में जहां भी आतंकी हमला होता है, उसका रास्ता किसी न किसी तरह पाकिस्तान की ओर जाता है। उदाहरण के लिए, 11 सितंबर के हमलों को ही ले लीजिए। इसके पीछे मुख्य मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन, वह आखिरकार कहां से निकला? उसने पाकिस्तान में शरण ली थी। दुनिया ने माना है कि एक तरह से आतंकवाद और आतंकवादी मानसिकता पाकिस्तान में गहराई से जड़ें जमाए हुए है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने उनसे (पाकिस्तान) राज्य प्रायोजित आतंकवाद के रास्ते को हमेशा के लिए छोड़ने का आग्रह किया है। मैं शांति की तलाश में खुद लाहौर भी गया था। 
पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने आगे कहा, द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने का मेरा पहला प्रयास तब हुआ जब मैंने अपने शपथ ग्रहण समारोह में अपने पाकिस्तानी समकक्ष को आमंत्रित किया। यह सद्भावना का संकेत था। 

दूसरा सबसे बड़ा हथियार निर्यातक बना 'फ्रांस'

दूसरा सबसे बड़ा हथियार निर्यातक बना 'फ्रांस' 

सुनील श्रीवास्तव 
पेरिस। फ्रांस ने वैश्विक रक्षा बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बना ली है और अब यह अमेरिका के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हथियार निर्यातक बन गया है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 2014-18 और 2019-23 के बीच फ्रांसीसी हथियारों की बिक्री में 47% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। फ्रांस की इस सफलता का प्रमुख कारण डसॉल्ट राफेल फाइटर जेट्स की बढ़ती मांग और उनके उत्पादन में आई तेजी है। राफेल अब कई देशों की वायु सेनाओं की पहली पसंद बन चुका है। 
फ्रांस ने अपने हथियारों का सबसे बड़ा निर्यात एशिया और ओशिनिया क्षेत्र (42%) और मध्य पूर्व (34%) में किया है। इस दौरान भारत फ्रांस का सबसे बड़ा रक्षा ग्राहक रहा है, जो उसके कुल निर्यात का 30% हिस्सा रखता है। 

राफेल जेट की वैश्विक मांग में उछाल 

फ्रांस ने मिस्र, भारत, कतर और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों को भारी संख्या में राफेल लड़ाकू विमान बेचे हैं। मौजूदा समय में फ्रांसीसी वायुसेना के अलावा मिस्र, भारत, कतर, यूएई, ग्रीस, क्रोएशिया, इंडोनेशिया और सर्बिया की वायु सेनाओं ने भी राफेल को अपनी बेड़े में शामिल किया है। यूएई ने 2021 में 80 राफेल लड़ाकू विमानों का सबसे बड़ा ऑर्डर दिया था। इसके अलावा सऊदी अरब भी 54 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद पर विचार कर रहा है। 

भारत दे सकता है राफेल मरीन का नया ऑर्डर 

भारत अपने एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनाती के लिए राफेल मरीन का एक बड़ा ऑर्डर फ्रांस को दे सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत सरकार 29 राफेल मरीन फाइटर जेट्स का ऑर्डर देने के करीब है, जिसे फ्रांस साल 2029 तक सप्लाई करेगा। कोलंबिया, मोरक्को और इराक भी राफेल फाइटर जेट्स खरीदने की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं। साथ ही, डसॉल्ट एविएशन एडवांस F4 और F5 वेरिएंट्स के लिए भी कई देशों के साथ बातचीत कर रहा है। 

राफेल उत्पादन बढ़ाने की तैयारी में फ्रांस 

राफेल की वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए डसॉल्ट एविएशन ने अपने उत्पादन में तेजी ला दी है। 2024 में कंपनी ने 21 राफेल फाइटर्स की डिलीवरी की, जो 2023 में 13 थी। 31 दिसंबर 2024 तक डसॉल्ट के बैकलॉग में 220 राफेल ऑर्डर थे, जिनमें से 164 निर्यात ऑर्डर थे और 56 फ्रांस के लिए थे। डसॉल्ट एविएशन ने घोषणा की है कि वह कोविड-19 के बाद सप्लाई चेन में आई चुनौतियों से उबर रहा है और राफेल जेट्स के उत्पादन को और तेज करने के लिए नई रणनीतियां अपना रहा है। 

रूस को पीछे छोड़कर फ्रांस की नई पहचान 

SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस ने रूस को पीछे छोड़ते हुए दूसरे सबसे बड़े हथियार निर्यातक के रूप में अपनी जगह बनाई है। रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते रूस के निर्यात में गिरावट आई है, वहीं फ्रांस ने अपनी रक्षा उत्पादन क्षमता को तेजी से बढ़ाया है। राफेल जेट्स की मजबूत मांग और वैश्विक रक्षा साझेदारियों की बदौलत फ्रांस अब एक नई ऊंचाई पर पहुंच चुका है। जहां वह अमेरिका के बाद दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता बन चुका हैं। 

अतिक्रमण बढ़कर हटाने की कार्यवाही पर नाराजगी

अतिक्रमण बढ़कर हटाने की कार्यवाही पर नाराजगी 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के मुखिया मायावती ने ताज नगरी आगरा में अंबेडकर भवन को अतिक्रमण बढ़कर हटाने की कार्यवाही पर नाराजगी जताते हुए सरकार से पूछा है की क्या यही उसका भीमराव अंबेडकर प्रेम है ? रविवार को उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही मायावती ने ताज नगरी आगरा में बाराखंबा रेलवे फाटक के पास स्थित अंबेडकर सामुदायिक भवन को हटाने के लिए रेलवे की ओर से लगाए गए नोटिस पर गहरी नाराजगी जताई है। 
रेलवे की ओर से जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि अंबेडकर सामुदायिक भवन रेलवे की जमीन पर बना हुआ है और अतिक्रमण करते हुए इसका निर्माण किया गया है। इस बात पर नाराज हुई मायावती ने अब सरकार से नाराजगी जताते हुए डिमांड उठाई है कि सरकार जल्द ही इस बाबत सकारात्मक कदम उठाए। मायावती ने सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि क्या यही उसका अंबेडकर प्रेम है ? रविवार को एक्स पर की गई पोस्ट में मायावती ने अंबेडकर भवन को हटाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि आगरा में बाराखंबा रेलवे फाटक के पास दशकों से समाज हित वह जनकल्याण आदि गतिविधियों से जुड़े अंबेडकर भवन को अतिक्रमण बताकर उसे हटाने की कार्यवाही से लोगों में काफी रोष एवं आक्रोश व्याप्त है। 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-76, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. सोमवार, मार्च 17, 2024

3. शक-1945, माघ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-तीज, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 22 डी.सै., अधिकतम- 17 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित) 

शनिवार, 15 मार्च 2025

क्रिकेट से संन्यास, रिटायरमेंट पर यू-टर्न के संकेत

क्रिकेट से संन्यास, रिटायरमेंट पर यू-टर्न के संकेत 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। विश्व क्रिकेट के किंग यानी विराट कोहली ने आईपीएल 2025 से पहले अपने बयान से पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। विराट ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास और टी-20 क्रिकेट से रिटायरमेंट पर यू-टर्न के संकेत दिए हैं। विराट कोहली ने अपने ताजा बयान से पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। 
रिपोर्ट के अनुसार विराट कोहली ने कहा, “मैंने वास्तव में नहीं सोचा है कि मुझे संन्यास लेने के बाद क्या करना है ? मैंने हाल ही में अपनी टीम के एक साथी से यही सवाल पूछा था और सामने से मुझे यही जवाब मिला, जो मैंने कहा है। हां, रिटायरमेंट के बाद मैं शायद बहुत ज्यादा ट्रेवल करना पसंद करूंगा।” टेस्ट क्रिकेट को लेकर विराट कोहली ने कहा कि शायद अब मैं ऑस्ट्रेलिया का दौरा नहीं कर पाऊंगा। उन्होंने कहा, “मैं शायद अपने करियर में अगला ऑस्ट्रेलियाई दौरा नहीं कर पाऊंगा, इसलिए अब तक जो हुआ है, मैं उससे संतुष्ट हूं।” बता दें कि भारत के पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर विराट कोहली का बल्ला उम्मीद के मुताबिक नहीं चला था। हालांकि, पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में उन्होंने शतक जड़ा था। विराट ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांच टेस्ट मैचों में सिर्फ 190 रन बनाए थे। अब विराट दोबारा ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट खेलते नहीं दिखेंगे। 
2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी होने वाली है। वो टूर्नामेंट टी20 फॉर्मेट में खेला जाएगा। विराट के संन्यास लेने के बाद कहा जा रहा था कि वह ओलंपिक में नहीं खेल पाएंगे, पर अब उन्होंने टी20 से संन्यास पर यू-टर्न लेने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा, “अगर भारत 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक के फाइनल में पहुंच जाता है, तो मैं केवल उस मैच के लिए रिटायरमेंट से बाहर आने के बारे में सोच सकता हूं। एक ओलंपिक मेडल जीतना बहुत यादगार लम्हा होगा।” 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-79, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. बृहस्पतिवार, मार्च 20, 2024 3. शक-1945, माघ, शुक्ल-पक्ष, ...