गुरुवार, 13 मार्च 2025

शरीर के लिए फायदेमंद हैं 'चुकंदर का छाछ'

शरीर के लिए फायदेमंद हैं 'चुकंदर का छाछ' 

सरस्वती उपाध्याय 
छाछ एक लोकप्रिय और स्वास्थ्यवर्धक पेय है, जो विशेष रूप से गर्मियों में पसंद किया जाता है। लेकिन, क्या आपने कभी चुकंदर का छाछ पिया है ? यह न केवल स्वादिष्ट होता है। बल्कि, इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। चुकंदर और छाछ का मिश्रण एक शक्तिशाली मिश्रण बनाता है, जो आपके शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। 

चुकंदर के छाछ के फायदे 

पाचन शक्ति मजबूत करता है: चुकंदर का छाछ पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होता है। दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स और चुकंदर में मौजूद फाइबर पाचन में सुधार करते हैं। यह मिश्रण गैस, सूजन और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देता है। 
शरीर को हाइड्रेटेड रखें: गर्मियों में शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। चुकंदर का छाछ एक बेहतरीन हाइड्रेटिंग पेय है जो आपके शरीर को ठंडा रखता है और इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रखता है। 
रक्त परिसंचरण में सुधार: चुकंदर में नाइट्रेट्स होते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को फैलाने में मदद करते हैं। इससे रक्त परिसंचरण में सुधार होता है और हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है। 
खून की कमी दूर करता है: चुकंदर आयरन का एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। चुकंदर का छाछ नियमित रूप से पीने से एनीमिया ठीक होता है। 
शरीर को डिटॉक्स करें: चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करते हैं। चुकंदर का छाछ पीने से शरीर साफ होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। 
वजन घटाने में उपयोगी: चुकंदर के छाछ में कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, जो वजन घटाने में मदद करता है। यह पेय आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है और अनावश्यक खाने से रोकता है।
रक्तचाप को नियंत्रित करें: चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट्स रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं। चुकंदर का छाछ नियमित रूप से पीने से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। 
त्वचा के लिए फायदेमंद: चुकंदर में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं। चुकंदर का छाछ पीने से त्वचा की समस्याओं से राहत मिलती है।
हड्डियों को मजबूत करता है: छाछ कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है। चुकंदर का छाछ पीने से हड्डियों का घनत्व बढ़ता है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए: चुकंदर और छाछ दोनों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। चुकंदर का छाछ नियमित रूप से पीने से संक्रमण और बीमारियों से बचने में मदद मिलती है। 

चुकंदर का छाछ बनाने की विधि 

मध्यम आकार का चुकंदर लें और उसे उबाल लें।
उबले हुए चुकंदर को छीलकर छोटे टुकड़ों में काट लें।
ब्लेंडर में चुकंदर के टुकड़े, एक कप दही, थोड़ा पानी, काला नमक और भुना जीरा डालें। सभी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं। तैयार छाछ को एक गिलास में डालें और परोसें। 
चुकंदर का छाछ एक स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक पेय है, जो आपके शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। इसे अपने आहार में नियमित रूप से शामिल करें और स्वस्थ रहें। 

एप्पल ने 'आईओएस' 18.3.2 अपडेट जारी किया

एप्पल ने 'आईओएस' 18.3.2 अपडेट जारी किया 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। एप्पल ने आईफोन यूजर्स के लिए नया आईओएस 18.3.2 अपडेट जारी किया है, जो सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। इस अपडेट के जरिए कंपनी ने कई बड़े सिक्योरिटी इश्यू को ठीक किया है। 

iPhone यूजर्स के लिए Apple ने जारी किया अहम अपडेट 

iOS 18.3.2 अपडेट क्यों है जरूरी ? 

Apple ने स्पष्ट किया है कि यह अपडेट किसी नए फैंसी फीचर या AI टूल के साथ नहीं आया है, बल्कि यह पूरी तरह यूजर्स की सुरक्षा पर केंद्रित है। इस अपडेट को iPhone XS और उसके बाद के सभी iPhone मॉडल्स के लिए रोल आउट किया गया है। कंपनी के मुताबिक, यह अपडेट जरूरी बग फिक्स, सुरक्षा अपग्रेड और अन्य सुधारों के साथ जारी किया गया है, जिससे यूजर्स का अनुभव और अधिक सुरक्षित हो सकें। iPhone यूजर्स को सलाह दी गई है कि वे इस अपडेट को जल्द से जल्द इंस्टॉल करें। ताकि, उनके डिवाइस को किसी भी संभावित साइबर हमले या सिक्योरिटी ब्रीच से बचाया जा सकें। 

दो उपग्रहों को अनडॉक करने का काम पूरा किया

दो उपग्रहों को अनडॉक करने का काम पूरा किया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (स्पेडेक्स) मिशन के तहत दो उपग्रहों को सफलतापूर्वक अनडॉक करने का काम पूरा कर लिया है, जो भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। अनडॉकिंग प्रक्रिया में घटनाओं का एक सटीक क्रम शामिल था, जिसका समापन SDX-01 और SDX-02 उपग्रहों के पृथक्करण के साथ हुआ। अनडॉकिंग प्रक्रिया के प्रमुख चरणों में SDX-2 का सफल विस्तार, कैप्चर लीवर 3 की योजनाबद्ध रिलीज़ और SDX-2 में कैप्चर लीवर का विघटन शामिल था। 
इन युद्धाभ्यासों के बाद, SDX-1 और SDX-2 दोनों में डिकैप्चर कमांड जारी किया गया, जिससे उपग्रहों का सफल पृथक्करण हुआ।इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने इसरो टीम को बधाई दी, तथा इस उपलब्धि से प्रत्येक भारतीय को मिलने वाले गौरव को उजागर किया। SpaDeX उपग्रहों की सफल अनडॉकिंग भारत के महत्वाकांक्षी भविष्य के मिशनों के लिए मार्ग प्रशस्त करती है, जिसमें भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन, चंद्रयान-4 और गगनयान कार्यक्रम की स्थापना शामिल है। 30 दिसंबर, 2024 को लॉन्च किए गए SpaDeX मिशन का उद्देश्य भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण रेंडेज़वस, डॉकिंग और अनडॉकिंग तकनीकों का प्रदर्शन करना था। जनवरी की शुरुआत में हुई डॉकिंग प्रक्रिया में सटीक युद्धाभ्यास शामिल था, जिसमें उपग्रहों को सुरक्षित डॉकिंग से पहले 15 मीटर की दूरी से एक-दूसरे के पास लाया गया और फिर वे सिर्फ़ तीन मीटर की दूरी पर आ गए। 
इस सफलता के साथ, भारत ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेताओं के बीच अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, और इस तरह के जटिल युद्धाभ्यासों को हासिल करने में अमेरिका, रूस और चीन के बाद दूसरे स्थान पर है। 

'होली' का रंगारंग और भव्य आयोजन किया गया

'होली' का रंगारंग और भव्य आयोजन किया गया 

गणेश साहू 
कौशाम्बी। भरवारी स्थित एन.डी. कॉन्वेंट स्कूल एंड कॉलेज एवं केपीएस हेलो किड्स में होली का रंगारंग और भव्य आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्टाफ सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों ने विभिन्न रंगों की गतिविधियों में अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया और गुलाल लगाकर इस आनंद और सौहार्द के पर्व को उल्लासपूर्वक मनाया।कार्यक्रम की शुरुआत रंगोली और पेंटिंग प्रतियोगिता से हुई, जिसमें छात्रों ने अपनी कला और सृजनशीलता का परिचय देते हुए होली से संबंधित आकर्षक चित्र बनाए। इसके बाद "कलर एक्टिविटी" का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने प्राकृतिक और सुरक्षित रंगों का उपयोग कर विभिन्न कलाकृतियां तैयार कीं। इस दौरान बच्चों ने अपने हाथों से सुंदर रंग-बिरंगे कार्ड बनाए और उनमें होली के शुभ संदेश लिखें। 
इस शुभ अवसर पर संस्थान के चेयरमैन निवर्तमान विधायक चायल संजय कुमार गुप्ता ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को होली की शुभकामनाएं देते हुए इस पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि होली केवल रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि यह प्रेम, एकता और भाईचारे का प्रतीक है, जो हमें सभी भेदभाव भूलकर समाज में सौहार्द बनाए रखने की प्रेरणा देता है। वहीं, संस्थान की डायरेक्टर श्रीमती सीमा पवार ने सभी को बधाई देते हुए विद्यार्थियों को संस्कारों और नैतिक मूल्यों से जुड़ने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमें रंगों की तरह अपने जीवन में भी खुशियों के रंग भरने चाहिए और दूसरों को भी खुश रखना चाहिए। 
विद्यालय के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. मयंक कुमार मिश्रा ने स्वयं विद्यार्थियों को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं और सभी को प्रेम, सौहार्द और भाईचारे के इस पर्व को मिल-जुलकर मनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि होली हमें सभी मतभेदों को भुलाकर एकजुट रहने की सीख देती है, इसलिए इसे पूरे उत्साह और शांति के साथ मनाना चाहिए इस अवसर पर सभी अध्यापकों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार होलिका दहन कर उसकी विधिवत परिक्रमा की, जिससे पूरे वातावरण में आध्यात्मिकता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ। शिक्षकों और विद्यार्थियों ने होलिका दहन के महत्व को समझते हुए यह संकल्प लिया कि वे अपने जीवन से बुराइयों को समाप्त करेंगे और अच्छे कार्यों की ओर अग्रसर होंगे। 
इसके बाद छात्रों ने पारंपरिक लोकगीतों और होली के गीतों पर नृत्य किया, जिससे पूरे विद्यालय परिसर में उत्साह और उमंग का माहौल बन गया। विद्यार्थियों ने गुलाल लगाकर एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं और मिठाइयां बांटकर त्योहार की खुशियां साझा कीं।विद्यालय प्रबंधन ने इस आयोजन की भव्यता को बनाए रखने में शिक्षकों और छात्रों के सहयोग की सराहना की।इस रंगारंग और उल्लासपूर्ण आयोजन ने सभी के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी और विद्यार्थियों के लिए यह एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया। 
विद्यालय परिसर होली के रंगों और खुशियों से सराबोर हो गया। जहां सभी ने मिलकर इस पावन पर्व को सच्चे हृदय से मनाया। इस अवसर पर कोऑर्डिनेटर नितेश सिंह, शशांक श्रीवास्तव सौरभ सिंह, रणजीत सिंह, विकास पांडे, मधुबन पटेल दीपक खरवार नारायण शैलेंद्र सिंह, सुमन कुशवाहा, गायत्री चावला आदि शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहें। 

ट्रंप प्रशासन के खिलाफ विरोध मार्च निकाला

ट्रंप प्रशासन के खिलाफ विरोध मार्च निकाला 

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी/न्यूयॉर्क। फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने न्यूयॉर्क शहर में ट्रंप प्रशासन के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। ये प्रदर्शन मध्य पूर्व, कॉलेजों में विरोध और आव्रजन से जुड़ी नीतियों के खिलाफ थे। 
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर वाशिंगटन पार्क से लोअर मैनहट्टन स्थित सिटी हॉल तक मार्च किया। इस दौरान पुलिस ने दर्जनों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। 
पिछले शुक्रवार को ट्रंप प्रशासन ने न्यूयॉर्क शहर में कोलंबिया विश्वविद्यालय के लिए 400 मिलियन डॉलर की फेडरल फंडिंग को रद्द कर दिया था। उन्होंने यह फैसला यहूदी-विरोधी गतिविधियों को रोकने के आधार पर लिया था। इसके साथ ही, प्रशासन ने अन्य विश्वविद्यालयों की भी समीक्षा शुरू कर दी है। कोलंबिया विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट छात्र महमूद खलील को शनिवार को विश्वविद्यालय के होस्टल से अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) के कर्मचारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया था। अमेरिका के स्थायी निवासी खलील ने बीते साल अप्रैल में शुरू हुए कोलंबिया विश्वविद्यालय में फिलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। खलील के वकील के अनुसार, खलील की पत्नी एक अमेरिकी नागरिक है और आठ महीने की गर्भवती है, उन्हें भी आईसीई से धमकियां मिली हैं। 

ट्रंप ने सोमवार को सोशल मीडिया पर क्या लिखा था 

ट्रंप प्रशासन के इस फैसले के बाद न्यूयॉर्क शहर में फिलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शनों की एक नई लहर को बढ़ावा दिया है। ट्रंप ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "यह आने वाली कई गिरफ्तारियों में से पहली गिरफ्तारी है। हम जानते हैं कि कोलंबिया और देश भर के अन्य विश्वविद्यालयों में ऐसे कई छात्र हैं, जो आतंकवाद समर्थक, यहूदी विरोधी, अमेरिकी विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं और ट्रंप प्रशासन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।" 

मार्च के दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीनी झंडे लहराए थें 

मार्च के दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीनी झंडे और बैनर लहराए थे, जिन पर लिखा था "महमूद खलील को रिहा करो." एक प्रदर्शनकारी रूबी मार्टिन ने कहा, "यह पहले संशोधन के खिलाफ है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय अपने छात्रों की गिरफ्तारी में आईसीई की मदद कर रहा है, जो गलत और अस्वीकार्य है।" मार्टिन ने कहा कि वह विशेष रूप से इस बात से चिंतित हैं कि कोलंबिया विश्वविद्यालय ने छात्रों को गिरफ्तार करने के लिए परिसर की संपत्ति पर आईसीई को अनुमति दी। वह मंगलवार रात को खलील की रिहाई की मांग करने वाले एक अन्य मार्च में भी भाग लेंगी। न्यूयॉर्क के दो विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर कैथरीन विल्सन ने कहा, "विश्वविद्यालय लंबे समय से इस गड़बड़ी में शामिल है। इसे रोकने का समय आ गया है।" 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-73, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. शुक्रवार, मार्च 14, 2024

3. शक-1945, माघ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 22 डी.सै., अधिकतम- 17 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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बुधवार, 12 मार्च 2025

'पीएम' मोदी ने राष्ट्रपति गोखुल से मुलाकात की

'पीएम' मोदी ने राष्ट्रपति गोखुल से मुलाकात की 

सुनील श्रीवास्तव 
पोर्ट लुईस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर मॉरीशस पहुंचे और वहां के राष्ट्रपति धरमबीर गोखुल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारतीय संस्कृति से जुड़ी कई उपहार राष्ट्रपति को भेंट की। 
इनमें बिहार का मखाना और महाकुंभ से संगम का जल शामिल था। साथ ही, प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति गोखुल की पत्नी वृंदा गोखुल को बनारसी सिल्क साड़ी भी उपहार में दी। 
मुलाकात की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें प्रधानमंत्री मोदी मखाने का डिब्बा हाथ में लिए दिख रहे हैं। एक अन्य तस्वीर में वे सादेली बॉक्स में रखी बनारसी सिल्क साड़ी राष्ट्रपति और उनकी पत्नी को भेंट कर रहे हैं। इसके अलावा, एक तस्वीर में प्रधानमंत्री कांसे और तांबे के बर्तन में महाकुंभ से संगम का पानी भेंट करते नजर आ रहे हैं। 

मखाना को बढ़ावा दे रही है मोदी सरकार 

प्रधानमंत्री मोदी की सरकार हाल के वर्षों में मखाने के उत्पादन और उपयोग को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने हाल ही में कहा था कि वे खुद नियमित रूप से मखाना खाते हैं। इसके अलावा, भारत सरकार ने हाल के बजट में बिहार में मखाना उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक मखाना बोर्ड गठित करने की घोषणा की थी। 

पारंपरिक सादेली बॉक्स में दिया उपहार 

प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस की फर्स्ट लेडी को यह बनारसी सिल्क साड़ी गुजरात के प्रसिद्ध सादेली बॉक्स में रखकर भेंट की। इस बॉक्स पर जड़ाऊ कारीगरी की गई है और इसे कीमती साड़ियों, गहनों और अन्य स्मृति चिन्हों को सुरक्षित रखने के लिए तैयार किया जाता है। 

मॉरीशस दौरे पर पीएम मोदी 

मॉरीशस दौरे पर पीएम मोदी ने राष्ट्रपति धरमबीर गोखुल और प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ से मुलाकात की। इस दौरान Cultural and Economic Partnership को मजबूत करने पर चर्चा हुआ. बता दें कि मॉरीशस में भारतीय मूल के लोगों की बड़ी संख्या है। 1834 में ब्रिटिश शासन के दौरान भारत से मजदूर मॉरीशस लाए गए थें। भारत मॉरीशस को रक्षा, शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर में सहायता प्रदान करता है। Cultural और Diplomatic संबंधों को मजबूत करने के लिए पीएम मोदी की यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। 

बीजेपी ने कई जिलाध्यक्षों के नाम का ऐलान किया

बीजेपी ने कई जिलाध्यक्षों के नाम का ऐलान किया  संदीप मिश्र  लखनऊ। उत्तर प्रदेश में करीब दो महीने के माथापच्ची के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीज...