गुरुवार, 5 सितंबर 2024

'सनातन' ही दुनिया का एकमात्र धर्म है: सीएम

'सनातन' ही दुनिया का एकमात्र धर्म है: सीएम 

संदीप मिश्र 
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन ही दुनिया का एकमात्र धर्म है। सनातन धर्म सुरक्षित एवं समृद्धि के पथ पर अग्रसर रहेगा, तो विश्व मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा। अगर सनातन धर्म खतरे में पड़ेगा, तो विश्व मानवता का जीवन खतरे में पड़ जाएगा। 
गुरुवार को अयोध्या में सिंघल फाउंडेशन के बैनर तले आयोजित भारतात्मा अशोक सिंघल वेद पुरस्कार- 2024 के पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हम सबके सामने विकसित भारत का मानचित्र रखा है। इसमें नागरिक कर्तव्य सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। देश और सनातन धर्म के लिए अब हमें अपने अधिकारों की चिंता कम और नागरिक कर्तव्यों के विषय में ज्यादा चिंतन करना होगा। 
उन्होंने कहा कि श्रद्धेय अशोक सिंघल ने काशी हिंदू विश्विद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी, लेकिन उनका जीवन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक प्रचारक के रुप में सनातन धर्म के लिए समर्पित था। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन और अशोक सिंघल एक-दूसरे के पूरक थे। ” योगी ने कहा “ श्रद्धेय सिंघल के पास सोते, जागते, उठते, बैठते सिर्फ एक ही कार्य था, श्रीराम जन्मभूमि की प्राप्ति। उसके लिए वो शांति और क्रांति दोनों मार्गों को अपनाने को आतुर रहते थे। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में उनके योगदान का प्रतिफल है कि 22 जनवरी 2024 के दिन इस सदी की सबसे उत्कृष्ट घटना घटी। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से भव्य मंदिर में प्रभु श्रीरामलला विराजमान हुए। साधना जब सच्ची होती है तो परिणाम प्राप्त होता ही है। अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला का विराजमान होना गुलामी के अंशों की समाप्ति है, जो अब थमने वाला नहीं है।” 
उन्होने कहा कि अछूतोद्धार के लिए सिंघल के प्रयास अतुलनीय है। उनके द्वारा स्थापित वेद विद्यालय और एकल विद्यालय भी श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि वेदो अखिलो धर्म मूलम् यानी अखिल विश्व के धर्म का अगर कोई मूल है तो वेद हैं। श्रद्धेय अशोक सिंघल ने वेदों के इस महत्व को अपने जीवन में अक्षरशः उतारने का कार्य किया था। योगी ने कहा कि गोरक्षक सुंदर यादव की आजमगढ़ में गोतस्करों ने हत्या कर दी थी। उस हत्या के खिलाफ आंदोलन हुआ था, जिसका अशोक सिंघल नेतृत्व कर रहे थे। इसी का परिणाम रहा कि गोरक्षक सुंदर यादव के हत्यारे जेल गए। उन्होने कहा कि भारतस्य प्रतिष्ठे द्वे संस्कृतं संस्कृतिस्तथा यानी भारत की प्रतिष्ठा संस्कृत और संस्कृति में हो सकती है। यही भारत की आत्मा है और यही विश्व की आत्मा हो सकती है। उन्होंने कहा कि दुनिया आज शांति, सुरक्षा और सौहार्द्र के लिए भारत की तरफ आशा भरी निगाहों से देखती है। पूरी दुनिया में आज कोई भी घटना घटित होती है, तो दुनिया की निगाह भारत के नेतृत्व की तरफ होती है। सीएम योगी ने कहा कि दुनिया में जब भी शांति, सौहार्द्र, सुख और समृद्धि की बात होगी तो दुनिया का ध्यान भारत के गुरुकुलों की तरफ जाएगा। भारत ही उसका नेतृत्व करेगा। वेद मूर्ति वयोवृद्ध ब्रह्मर्षि विष्णु पटल सुब्रमण्यम को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड ,आचार्य गोपाल चंद्र मिश्र वैदिक उन्नयन संस्थान, काशी, उत्तर प्रदेश को उत्तम वेद विद्यालय के लिए सात लाख का पुरस्कार, मेडल व प्रमाण-पत्र, आदर्श वेदाध्यापक कुलपति आर. चंद्रमौलि श्रौती, तमिलनाडु को पांच लाख का पुरस्कार , मेडल व प्रमाण पत्र, उत्कृष्ट वेद विद्यार्थी नारायण लाल शर्मा राजस्थान को तीन लाख का पुरस्कार, मेडल व प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। 
कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ भइया जोशी, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, आध्यात्मिक संत आइया, सिंघल फाउंडेशन के अध्यक्ष सलिल सिंघल, न्यासी संजय सिंघल, निर्णायक समिति के सदस्य एवं अयोध्या के कई संत मौजूद थे।

'शिक्षक सम्मान समारोह' का आयोजन: डीएम

'शिक्षक सम्मान समारोह' का आयोजन: डीएम 

शिक्षकों शिक्षिकाओं को अंगवस्त्र पुस्तके देकर डीएम ने किया सम्मानित

जिलाधिकारी ने शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी शिक्षकों को दी हार्दिक शुभकामनाएं 

गणेश साहू 
कौशाम्बी। जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी की उपस्थिति में उदयन सभागार में ’’शिक्षक सम्मान समारोह’’ का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. कमलेन्द्र कुमार कुशवाहा एवं डायट प्राचार्या सुश्री निधि शुक्ला द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। धर्मा देवी इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत के माध्यम से आए हुए अतिथियों का स्वागत किया गया। 
जिलाधिकारी ने समारोह को सम्बोधित करते हुए शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी को शिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज की महत्वपूर्ण कड़ी है। शिक्षकों की मेहनत का ही फल है कि आज हम सब लोग इस स्तर पर पहॅुचे हैं। अपने छात्र-छात्राओं को इसी प्रकार शिक्षा प्रदान करें, जिससे वे अपने जीवन में नई ऊॅचाइयों को प्राप्त कर सकें। उन्होंने शिक्षको से कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे अच्छे कार्यों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएं, जिससे अन्य लोग भी लाभान्वित हों सकें। 
उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने शैक्षिक कार्यों को जॉब के रूप में न मानकर बल्कि एक समाज सेवक के रूप में कार्य करें। उन्होंने कहा कि बच्चों में सोचने, समझने तथा वैज्ञानिक सोंच जागृत करें। बच्चों को अधिक से अधिक सवाल पूंछने के लिए प्रेरित किया जाएं, बच्चों को हतोत्साहित न किया जाएं। बच्चें जब सवाल पूंछते है, तो कोई सवाल ऐसा भी होता है, जिसका जवाब हम सबको भी पता नहीं होता, तो बच्चो को हतोत्साहित न कर सवाल का जवाब पता कर बच्चों को बताया जाएं। इससे बच्चों की जिज्ञासा बढ़ती चली जाती है। बच्चों में व्यवहारिक तरीके से सोचने समझने की भी समझ विकसित किया जाएं। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालयों के अध्ययनरत् विद्यार्थियों का दिन-प्रतिदिन सुधार हो रहा है। 
उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों के अथक प्रयास, पूर्ण तनमयता और सम्पूर्ण लगन से विगत तीन महीनों में जनपद के विद्यालयों में बेहतर सुधार देखने को मिला हैं। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि थोड़ा और प्रयास यदि हो जाएगा, तो शीघ्र ही जनपद निपुण जनपद की श्रेणी में आ जाएगा। 
मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव ने शिक्षकों के सम्मान में गुरू महिमा का वर्णन करते हुए विश्वामित्र, बालमीकि, चाणक्य का उदाहरण देते हुए शिक्षकों का उत्साहवर्धन किया। प्राचीन काल की शिक्षा को आज के आधुनिक युग की शिक्षा पद्धति से तुलना करते हुए बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण करने पर विशेष बल देते हुए शिक्षकों को प्रेरित किया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. कमलेन्द्र कुमार कुशवाहा ने कहा कि शिक्षकों का राष्ट्र निर्माण में सबसे अहम रोल होता है। अबोध बालकों का निर्माण शिक्षक द्वारा ही किया जाता है। बच्चे तो कुम्हार की मिट्टी के समान होते हैं, जिसे शिक्षकों द्वारा ही आकार दिया जाता है। साथ ही यह भी कहा कि शिक्षकों के द्वारा ही इतिहास में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ है। नवाचार हो, विज्ञान हो, संस्कृति का विकास हो, समाजिक प्रशासनिक, राजनैतिक शास्त्र हो सभी में शिक्षकों द्वारा ही परिवर्तन हुआ है। इसलिए शिक्षक व्यक्ति नहीं विचार है, स्वभाव है, विज्ञान है। जो हर समय, हर जगह उपलब्ध होता है। आदिकाल से वर्तमान तक विकास की अवधारणा शिक्षकों द्वारा ही लिखी गई है। शिक्षक समारोह के अवसर पर जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा विभाग के विकास खण्ड चायल से 09, मंझनपुर-13, कड़ा-07, मूरतगंज-10, सरसवॉ-07, सिराथू-12 एवं नेवादा से 10 शिक्षक/शिक्षिकाओं/स्पेशल एजूकेटर, वार्डेन/शिक्षामित्र/अनुदेशकों को अंगवस्त्र, प्रेरणादायक पुस्तकें एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। 
इस अवसर पर समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी, प्रधानाचार्य जी.आई.सी. राजू यादव, समस्त जिला समन्वयक एवं बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।

पंजाब: पेट्रोल-डीजल की वेट दरों में बढ़ोतरी की

पंजाब: पेट्रोल-डीजल की वेट दरों में बढ़ोतरी की 

अमित शर्मा 
चंडीगढ़। अतिरिक्त आमदनी के लिए भगवंत मान सरकार ने पेट्रोल-डीजल की वेट दरों में बढ़ोतरी कर दी है। बिजली पर दी जा रही सब्सिडी में भी ₹3 प्रति यूनिट की कमी किए जाने का ऐलान किया गया है। बृहस्पतिवार को पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने राज्य में रह रहे लोगों को जोर का झटका धीरे से देते हुए डीजल पेट्रोल की वेट दरों में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है। 
बृहस्पतिवार को हुई मीटिंग के बाद भगवंत मान सरकार के वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने बताया है कि पेट्रोल पर 61 पैसे प्रति लीटर और डीजल की वेट दरों में 92 पैसे प्रति लीटर वेट बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा है कि बिजली पर दी जा रही सब्सिडी में भी ₹3 प्रति यूनिट की कमी की गई है। उन्होंने बताया है कि डीजल एवं पेट्रोल की वेट दरों में की गई बढ़ोतरी से सरकार को पेट्रोल के माध्यम से 150 करोड़ एवं डीजल से 392 करोड रुपए की अतिरिक्त आमदनी होगी।

आज मनाया जाएगा 'हरतालिका तीज' का पर्व

आज मनाया जाएगा 'हरतालिका तीज' का पर्व 

सरस्वती उपाध्याय 
आज हरतालिका तीज का त्योहार है। हिंदू धर्म में हरतालिका तीज के व्रत का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर एक वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान के साथ विवाहित महिलाएं व्रत रखते हुए पूजा-पाठ करती हैं। हरतालिका तीज पर सुहागिन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए पहली बार हरतालिका तीज का व्रत किया था। आइए जानते हैं, हरतालिका व्रत का महत्व, तिथि, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त।
वैदिक पंचांग के अनुसार इस वर्ष हरतालिका तीज की तिथि भाद्रपद माह के शुक्ल-पक्ष की तृतीया तिथि 5 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट से शुरू हो जाएगी और इस तिथि का समापन 06 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 01 मिनट पर होगा। इस तरह से उदयातिथि के आधार पर हरतालिका तीज का व्रत 06 सितंबर को रखा जाएगा। इस वर्ष हरतालिका तीज पर बहुत ही अच्छा शुभ संयोग बन रहा है। पंचांग गणना के मुताबिक 06 सितंबर को हरतालिका पर रवि और शुक्ल योग के साथ चित्रा नक्षत्र का संयोग बन रहा है।
हरतालिका तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा विशेष रूप से होती है। इस पूजा को सुबह ही करनी चाहिए लेकिन शिव-पार्वती के पूजन के लिए प्रदोष काल का समय सबसे सही माना जाता है। प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद का जो समय होता है वह प्रदोष काल कहलाता है। 06 सितंबर को सुबह के लिए पूजा का मुहूर्त 06 बजकर 2 मिनट से लेकर 08 बजकर 33 मिनट तक रहेगा, वहीं प्रदोष काल 06 सितंबर को शाम 06 बजकर 36 मिनट से आरंभ हो जाएगा।

चर मुहूर्त- सुबह 06 बजकर 02 मिनट से 07 बजकर 36 मिनट तक
लाभ मुहूर्त- सुबह 07 बजकर 36 मिनट से 09 बजकर 10 मिनट तक
अमृत मुहूर्त- सुबह 09 बजकर 10 मिनट से 10 बजकर 45 मिनट तक
शुभ मुहूर्त- दोपहर 12 बजकर 19 मिनट से 01 बजकर 53 मिनट तक
चर मुहूर्त- शाम 05 बजकर 02 मिनट से 06 बजकर 36 मिनट तक।

हरतालिका तीज पूजन सामग्री

भगवान शिव, देवी पार्वती और भगवान गणेश की मिट्टी की प्रतिमा
पीले रंग का कपड़ा
जनेऊ, सुपारी, बेलपत्र, कलश, अक्षत, दूर्वा, घी, दही और गंगाजल
देवी पार्वती के लिए श्रृंगार के लिए सिंदूर, बिंदी, चूड़ी, कंघा, मेंहदी और कुमकुम।

हरतालिका तीज पूजन-विधि
हरतालिका पूजन के लिए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की बालू रेत व काली मिट्टी की प्रतिमा हाथों से बनाएं। पूजा स्थल को फूलों से सजाकर एक चौकी रखें और उस चौकी पर केले के पत्ते रखकर भगवान शंकर, माता पार्वती और भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद देवताओं का आह्वान करते हुए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश का पूजन करें। सुहाग की सारी वस्तु रखकर माता पार्वती को चढ़ाना इस व्रत की मुख्य परंपरा है। इसमें शिवजी को धोती और अंगोछा चढ़ाया जाता है। यह सुहाग की सामग्री को सास के चरण स्पर्श करने के बाद दान कर दें।

'शिक्षक' दिवस के उपलक्ष्य में समारोह का आयोजन

'शिक्षक' दिवस के उपलक्ष्य में समारोह का आयोजन 

शिक्षक दीपक के समान होते हैं, जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश देते हैं- सीमा पवार

रिद्धि-सिद्धि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के केपीएस भरवारी,भीटी, एन डी कान्वेंट, एवं रिद्धि सिद्धि कॉलेज में भव्य शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन

कौशाम्बी। रिद्धि-सिद्धि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सभी शैक्षणिक संस्थानों द्वारा शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में एक भव्य और गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन की शुरुआत मां सरस्वती की आराधना और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। जिसमें सभी उपस्थितों ने श्रद्धा भाव से भाग लिया। शिक्षकों को पुष्पमाला अर्पित कर उनका सम्मान किया गया और उनके महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की गई। कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। जिनमें संगीत, नृत्य और नाटक ने समां बांध दिया। छात्रों ने अपने गुरुओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए प्रेरणादायक भाषण दिए और विभिन्न कला माध्यमों से अपने विचार प्रकट किए। इन प्रस्तुतियों ने न केवल मनोरंजन किया, बल्कि शिक्षा और संस्कारों की महत्ता को भी उजागर किया। 
संस्थान के चेयरमैन निवर्तमान विधायक संजय कुमार गुप्ता ने समारोह में शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए विशेष पुरस्कार वितरण किया। जो उनके अथक परिश्रम और शिक्षा क्षेत्र में अद्वितीय योगदान का प्रतीक था। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षक समाज के निर्माता होते हैं। जो आने वाली पीढ़ियों को न केवल ज्ञान देते हैं, बल्कि उन्हें नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारियों का भी बोध कराते हैं। संस्थान की डायरेक्टर सीमा पवार ने इस अवसर पर कहा शिक्षक दीपक के समान होते हैं, जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश देते हैं। उनका योगदान अमूल्य है और उनके द्वारा किया गया मार्गदर्शन छात्रों के जीवन में हमेशा के लिए प्रभाव छोड़ता है। 
समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। जिसमें सभी ने शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दीं और शिक्षकों के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया। इस अवसर पर संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर मयंक मिश्र, प्रिंसिपल एस पी सिंह, प्रिंसिपल रमेश श्रीवास्तव, प्रिंसिपल राम सुख, सुभाष शुक्ला, विपुल पांडे, को-ऑर्डिनेटर नितेश एवं समस्त संस्थानों के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

'जनपद स्तरीय व्यापार बंधु समिति' की बैठक की

'जनपद स्तरीय व्यापार बंधु समिति' की बैठक की 

जिलाधिकारी ने की व्यापार बंधु समिति की बैठक

कौशाम्बी। जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी द्वारा उदयन सभागार में जनपद स्तरीय व्यापार बंधु समिति की बैठक की गई। जिलाधिकारी ने व्यापारियों की समस्याओं को सुनकर सम्बन्धित अधिकारियों को शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए। 
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि व्यापार बन्धु एवं उद्योग बंधु की बैठक को गंभीरता से लिया जाय तथा व्यापारियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाएं। उन्होंने उपायुक्त राज्यकर को निर्देशित किया कि व्यापारियों की समस्याओं को सम्बन्धित अधिकारियों से समन्वय कर निस्तारित कराया जाएं तथा क्षेत्र भ्रमण कर भी व्यापारियों की समस्याओं का निस्तारण कराया जाएं। 
बैठक में देवीगंज के व्यापारियों ने बताया कि प्राइवेट व सरकारी स्कूल की छुट्टी के समय जाम की समस्या बन जाती है, जिस पर जिलाधिकारी ने टै्रफिक इंस्पेक्टर को स्कूलों की छुट्टी के समय अतिरिक्त पुलिस बल लगाकर यातायात सुगम कराने के निर्देश दिए। बैठक में व्यापारियों ने बताया कि मंझनपुर से वाया शीतलाधाम देवीगंज से अयोध्या के लिए बस सेवा की शुरूआत अभी तक नहीं की गई हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने एआरएम रोडबेज को पुनः पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए। 
बैठक में नगर पंचायत सिराथू के चन्दबहार में सरकारी जमीन पर खेल का मैदान बनाये जाने के प्रकरण पर ईओ ने बताया कि खेल का मैदान के लिए प्रस्ताव बनाकर बोर्ड को भेजा गया था, परन्तु उक्त जमीन पर बोर्ड खेल का मैदान बनाये जाने के लिए सहमत नहीं है।जिसपर जिलाधिकारी ने कहा कि खेल के मैदान के लिए अन्य जगहों पर जमीन चिन्हित कर जल्द प्रस्ताव दिया जाएं। बैठक में व्यापारियों द्वारा सैनी एवं लेहदरी रोड पर बैरीकेटिंग कराएं जाने की माग पर जिलाधिकारी ने ट्रेफिक इंस्पेक्टर को समुचित स्थान पर बैरीकेटिंग कराने के निर्देश दिए। 
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्वत, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह एवं सहित अन्य अधिकारी तथा व्यापारी प्रान्तीय महामंत्री रमेश अग्रहरि, जिलाध्यक्ष प्रवेश केसरवानी सहित अन्य व्यापारीगण उपस्थित रहें।

समस्या का समाधान असली कानून व्यवस्था है

समस्या का समाधान असली कानून व्यवस्था है 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर में सराफा व्यापारी के यहां हुई दिनदहाड़े डकैती के आरोपी बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ पर कहा कि समस्या का समाधान असली कानून व्यवस्था है, नकली एनकाउंटर नहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। 
उन्होंने एक्स पर कहा कि लगता है, सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था। इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गई। 
जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है, तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवजा अलग से देना चाहिए। क्योंकि, ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है। उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है। जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करें। 
नकली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं। समाधान नकली एनकाउंटर नहीं, असली कानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुंच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है, जनता घेर लेगी तो नकली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फंसाया जाता है ? घोर निंदनीय है।

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज।‌ उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं बाल सम्मान कोष अंतर्गत जनपद ...