बुधवार, 14 अगस्त 2024

स्वतंत्रता दिवस: राष्ट्रपति ने देश को संबोधित किया

स्वतंत्रता दिवस: राष्ट्रपति ने देश को संबोधित किया 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित किया। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने देश को एकजुट करने का काम किया। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन के दौरान, राष्ट्रपति ने भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और सुखदेव जैसे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा दिए गए बलिदानों की चर्चा की। 
राष्ट्रपति ने कहा कि देश संपूर्ण गौरव प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा, "सभी देशवासी 78वें स्वतन्त्रता दिवस का उत्सव मनाने की तैयारी कर रहे हैं, यह देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लहराते हुए तिरंगे को देखना - चाहे वह लाल किले पर हो, राज्यों की राजधानियों में हो या हमारे आस-पास हो - हमारे हृदय को उत्साह से भर देता है।" 
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, "आज, 14 अगस्त को हमारा देश विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है। यह विभाजन की भयावहता को याद करने का दिन है। जब हमारा महान राष्ट्र विभाजित हुआ, तो लाखों लोगों को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा और अनगिनत लोगों की जान चली गई। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर, हम इस अभूतपूर्व मानवीय त्रासदी को याद करते हैं और उन परिवारों के साथ एकजुट होते हैं, जो बिखर गए थे।"

80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने का किया जिक्र

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जिस तरह हम अपने परिवार के साथ विभिन्न त्योहार मनाते हैं, उसी तरह हम अपने स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को भी अपने उस परिवार के साथ मनाते हैं, जिसके सदस्य हमारे सभी देशवासी हैं। हम उस परंपरा का हिस्सा हैं, जो स्वाधीनता सेनानियों के सपनों और उन भावी पीढ़ियों की आकांक्षाओं को एक कड़ी में पिरोती है, जो आने वाले वर्षों में हमारे राष्ट्र को अपना सम्पूर्ण गौरव पुनः प्राप्त करते हुए देखेंगी।"
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "वर्ष 2021 से वर्ष 2024 के बीच 8 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर हासिल करके, भारत सबसे तेज गति से बढ़ने वाली बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में शामिल है। इससे न केवल देशवासियों के हाथों में अधिक पैसा आया है, बल्कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या में भी भारी कमी आई है। जो लोग अभी भी गरीबी से पीड़ित हैं, उनकी सहायता करने के साथ-साथ उन्हें गरीबी से बाहर निकालने के लिए भी सभी प्रयास किए जा रहे हैं।" 
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि कई सरकारी योजनाओं ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों का उत्थान किया है और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन और सुविधाएं दी हैं।  राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं और देश भर में ‘नारी शक्ति’ के विस्तार की दिशा में काम कर रही है।

सेनानियों को नमन व माल्यार्पण कर, तिरंगा लहराया

सेनानियों को नमन व माल्यार्पण कर, तिरंगा लहराया 

स्वतंत्रता सेनानियों को नमन एवं माल्यार्पण कर लहराया गया तिरंगा झण्डा

जय हिंद, वन्दे मातरम् से गूंजा सम्पूर्ण ब्लॉक परिसर मेजा

प्रयागराज। बुधवार को विकास खण्ड मेजा में ब्लॉक प्रमुख गायत्री मिश्रा एवं ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि गंगा प्रसाद मिश्रा तथा खण्ड विकास अधिकारी मेजा अमित मिश्रा के अध्यक्षता में ब्लॉक परिसर मेजा में स्वतंत्रता सेनानियों को नमन एवं माल्यार्पण कर तिरंगा झंडा पूरे ब्लॉक परिसर में लहराया गया। 
ब्लॉक प्रमुख श्रीमती मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को यूं नही भूला सकतें, जिन्होंने अपने प्राणों की आहूति देकर अपने इस भारत देश को आजाद कराया। आज उन्हीं की देन है, जो हम आजाद भारत के वासी हैं। जिन्होंने अपने खून के एक-एक बूँद से अपने देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति दिलाई। 
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि गंगा प्रसाद मिश्रा देश के वीर शहीदों को याद कर अपने उद्बोधन में कहा, कि आज सम्पन्न भारत देश की नींव इन्हीं स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से निकली रक्त-बूँदों पर टिकी हुई है, जो इन्कलाब जिन्दावाद का नारा लगाते हुए क्रूर अंग्रेजों की गोलियाँ अपने सीने पर खाईं और हँसते-हँसते फाँसी के फन्दे पर झूल गए। तब जाकर हमें यह आजादी मिली है। इन स्वतंत्रता सेनानियों को शत शत नमन है। 
इस अवसर पर खण्ड विकास अधिकारी मेजा अमित मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि तिरंगा झण्डा हमारे देश के आजादी का प्रतीक है, जो स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को सदैव याद दिलाता रहता है। हमें इस तिरंगे  झण्डे के आन-बान सम्मान में डटे रहना चाहिए और देश पर कोई खतरा आएं तो अपने प्राणों कि आहूति देकर भी अपने तिरंगे झण्डे का गौरव बनाएं रखना चाहिए।इस अवसर पर एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने विकास खण्ड के अधिकारियों/कर्मचारियों को कतारबद्ध कराते हुए तिरंगा झण्डे को ऊपर लहराने को कहा और सेक्रेटरी रवि कान्त शुक्ला ने राष्ट्रगान गवाकर स्वतंत्रता सेनानियों का नाम ले-लेकर जोर-जोर से अमर रहे के नारे लगवाए और समूचा ब्लॉक परिसर मेजा जय हिंद,वंदेमातरम् के नारे से गूँज पड़ा। 
इस अवसर पर एडीओ पंचायत अखिलेश तिवारी,जेई एम.आई.प्रदीप अवस्थी,जेई आर.एस.अनिल ध्रुवे,स्थापना बाबू बृजेश द्विवेदी, लेखाकार बाबू प्रमोद श्रीवास्तव,बोरिंग टेक्नीशियन अशोक कुमार सिंह,समस्त सेक्रेटरी एवं पूरे ब्लॉक के अधिकारी/कर्मचारी तथा ग्राम प्रधान गड़ेवरा अनिल शुक्ला,मयंक शुक्ला,आषुतोष मिश्रा, संजय तिवारी सहित बहुत से लोग मौजूद रहे।

हर घर तिरंगा: छात्र-छात्राओं ने विशाल रैली निकाली

हर घर तिरंगा: छात्र-छात्राओं ने विशाल रैली निकाली 

महेश्वरी प्रसाद इंटरमीडिएट कॉलेज में छात्र-छात्राओं ने हर घर तिरंगा अभियान के तहत निकाली विशाल रैली 

कौशाम्बी। मूरतगंज ब्लॉक के अंतर्गत महेश्वरी प्रसाद इंटरमीडिएट कॉलेज आलमचंद में छात्र-छात्राओं ने हर घर तिरंगा अभियान के तहत विशाल रैली निकाली है। हाथ में तिरंगा झंडा लेकर स्कूल के विद्यार्थी भारत माता की जयकारा लगाते हुए क्षेत्र में भ्रमण करते हुए काकोरी कांड में शहीद हुए आजादी के दीवानों को नमन करते हुए क्षेत्र में भारत की आजादी का जश्न मना रहे थे। इस मौके पर प्रधानाचार्य जितेंद्र नाथ श्रीवास्तव प्रवक्ता बृजेंद्र श्रीवास्तव ,सुष्मिता तिवारी, व अध्यापक राजेंद्र कुमार यादव, गोपाल कृष्ण मिश्रा, नृपेंद्र कुमार सिंह, प्रेमचंद, उदय शंकर साहू, नूतन, विपिन कुमार, दिनेश सिंह, दिनेश कुमार, अशोक कुमार पाल, शारदा देवी, रश्मि त्रिपाठी, सुभाष चंद्र प्रजापति, धीरेंद्र कुमार उपाध्याय, नीरज कुमार, महेंद्र कुमार, कंचन मौर्या राम मूरत सिंह पाल, विपुल प्रताप सिंह, उर्वशी गुप्ता, दुर्गेश कुमार पटेल, सुधीर सिंह, राजेंद्र प्रताप सिंह, मनोज कुमार व परिचालक धर्मवीर, ज्योत्री सिंह व संदीपन घाट थाना पुलिस हमराहियों के साथ मौजूद रहें।

कौशाम्बी: भव्य 'तिरंगा' यात्रा का आयोजन किया

कौशाम्बी: भव्य 'तिरंगा' यात्रा का आयोजन किया 

नगर पंचायत चरवा में निकली भव्य तिरंगा यात्रा

एक तरफ देश को गुलामी की जंजीर से मुक्ति मिल रही थी तो दूसरी तरफ इसकी कीमत देश के विभाजन के रूप में मिली

गणेश साहू 
कौशाम्बी। नगर पंचायत चरवा में आजादी के पूर्व 14 अगस्त को भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया।  काकोरी कांड की 100वीं वर्षगांठ पर शहीदों को याद करते हुए उन्हें नमन किया गया और वीर शहीदों के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया गया। स्वतंत्रता दिवस के पूर्व नगर पंचायत चरवा के अध्यक्ष के नेतृत्व में भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन चरवा नगर क्षेत्र में किया गया, जिसमें भारी संख्या में नगर के लोग मौजूद रहे संगोष्ठी एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस दौरान नगर के लोगो को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने 1947 में हुए विभाजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उस विभाजन की विभीषिका का दर्द आज भी हमारा देश झेल रहा है। अंग्रेजों की ही नीति थी, कि भारत को दो टुकड़े में बांटना और देश को कमजोर करना था। 
उन्होंने बताया कि बटवारा चाहे देश का हो या परिवार का हो दोनों ही कष्टकारी होता है। उन सभी महापुरुषों से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए जो देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते फांसी पर चढ़ गए इस आजादी के बदले देशवासियों को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी। 14 अगस्त 1947 की यह वहीं तारीख है, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता है। एक तरफ देश को गुलामी की जंजीर से मुक्ति मिल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ इसकी कीमत देश के विभाजन के रूप में मिल रही थी। तिरंगा यात्रा के दौरान वक्ताओं ने कहा कि जब लोग रात में अपने-अपने घरों में सोते हैं और सुबह लोगों को पता चलता है कि देश का विभाजन कर दिया गया है। उस दौरान लाखों लोग बेघर हो गए और उन्हें रातों-रात पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा इस विभाजन के दौरान कई लाख लोगों ने अपने प्राण गंवाए। उन्होंने बांग्लादेश का उदाहरण देते हुए बताया कि किसी को अगर विभीषिका के बारे में जानना हो तो एक बार बांग्लादेश की तरफ देखें, उससे भी भयावह स्थिति भारत और पाकिस्तान में हिंदुओं की थी। मुस्लिम लीग के गुंडो के द्वारा विभाजन के समय हिंदू बहन ,बेटियों के साथ बलात्कार करना उनका अपहरण करना, ऐसे लाखों हिंदुओं का कत्ल करना एवं हिंदू मंदिरों को तोड़ना तहस-नस करना ही उनका उद्देश्य था। इस दौरान अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत के सभासद क्षेत्र के गणमान्य लोग और नगर पंचायत के कर्मचारियों सहित विभिन्न लोग मौजूद रहे।

भारत: आज मनाया जाएगा 78वां 'स्वतंत्रता दिवस'

भारत: आज मनाया जाएगा 78वां 'स्वतंत्रता दिवस' 

सरस्वती उपाध्याय 
नई दिल्ली। 14 अगस्त 1947 को पंडित जवाहर लाल नहरू ने तब के संसद भवन से भारत के आज़ाद हो जाने की घोषणा की। 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' का भाषण देकर नेहरू ने आज़ादी के बाद के नए भारत का जिक्र किया। हर ओर खुशी की लहर थी। पूरा हिंदुस्तान इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने संसद भवन पहुंचा था। वो पहली बार था, जब भारत की आज़ादी का जश्न मनाया गया। नेहरू ने उस रात जो भाषण दिया, वो आज भी 20वीं सदी का सबसे महान भाषण माना जाता है। 15 अगस्त 2024 को भारत एक बार फिर आजादी का जश्न मनाएगा। लोगों के मन में दुविधा है कि आने वाले 15 अगस्त 2024 को आज़ादी की 77वीं सालगिरह होगी या 78वीं ? आइए जानते हैं ऐसा क्यों?

इस साल कौन-सा स्वतंत्र दिवस बनाएगा भारत ?

देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था और इसके एक साल बाद यानी कि 15 अगस्त 1948 को आजादी की पहली सालगिरह मानई गई। 1948 से 2024 तक देखा जाए तो इस साल भारत आजादी की 77वीं सालगिरह मना रहा है। लेकिन, भारत को आजाद हुए 78 साल हो चुके हैं। इस साल भारत 78वां आजादी का जश्न मना रहा है।

15 अगस्त 2024 की थीम और सेलिब्रेशन

15 अगस्त 2024 को भारत पूरी तरह से आज़ादी के 78 साल का जश्न मनाने की तैयारी में हैं। हर ओर ज़ोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। इस साल 15 अगस्त की थीम है 'विकसित भारत'। इस थीम का मुख्य उद्देश्य है प्रधानमंत्री द्वारा साल 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के सपने को साकार करना। एक ऐसा देश जो सही मायने में हर तरह से आज़ाद हो जाएगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए 'हर घर तिरंगा' अभियान को भी 3 साल पूरे हो जाएंगे। इस साल भी हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत 9 अगस्त से शुरू हो चुका है और 15 अगस्त तक चलेगा। इस अभियान को शुरू करने के पीछे सरकार का एकमात्र उद्देश्य था देशवासियों को देश के मान-सम्मान, देश के प्रति लोगों के मनों में देशभक्ति की भावना को जागृत करना। 
बता दें कि हर साल की तरह इस बार भी 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी लाल किला पर तिरंगा फहराकर पूरे देश को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल का ये पहला स्वतंत्रता दिवस है। इसके साथ ही पीएम मोदी इस साल 15 अगस्त को लाल किला से अपना 11वां संबोधन देंगे। इस संबोधन में पीएम मोदी देश में होने वाले विकास, देश की सभ्यता और संस्कृति पर बात करते हैं। इसके साथ ही देशवासियों के साथ मिलकर उन तमाम शहीदों और क्रांतिकारियों को याद कर उन्हें श्रद्धांजली देंगे।

थाईलैंड: थाविसिन को 'पीएम' पद से हटाया

थाईलैंड: थाविसिन को 'पीएम' पद से हटाया 

अखिलेश पांडेय 
बैंकॉक। बांग्लादेश की आजादी के समय से चली आ रही सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था ने इस देश में आखिरकार सरकार ही बदल दी। शेख हसीना प्रधानमंत्री पद और देश दोनों छोड़ चुकी हैं। साल 1971 में पाकिस्तान से अलग होकर अस्तित्व में आए बांग्लादेश में नई अंतरिम सरकार बन चुकी है। हालांकि, हालात पूरी तरह से अभी भी नियंत्रित नहीं हो पाए हैं। इसी बीच एशिया के एक और देश में राजनीतिक संकट गंभीर हो गया है। हम बात कर रहे हैं थाईलैंड की जहां के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन को पद से हटा दिया गया है। 10 पॉइंट्स में समझिए थाईलैंड में चल रहा पूरा घटनाक्रम और अब वहां हालात कैसे हैं।
थाईलैंड की सांविधानिक अदालत ने बुधवार को प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन को उनके पद से हटाने का फैसला सुना दिया। यह फैसला थाविसिन के खिलाफ नैतिकता से जुड़े एक केस में सुनाया गया है। अदालत ने कहा कि श्रेथा थाविसिन ने संविधान का उल्लंघन किया है। जजों ने कहा कि श्रेथा को यह अच्छी तरह से पता था कि उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति की नियुक्ति की है जिसके अंदर नैतिकता को लेकर निष्ठा है ही नहीं। बता दें कि श्रेथा थाविसिन एक रियल एस्टेट टायकून हैं और उनका राजनीतिक करियर तुलनात्मक रूप से काफी नया है।
राजधानी बैंकॉक में स्थित इस संवैधानिक अदालत ने कहा कि श्रेथा ने जेल की सजा काट चुके वकील को कैबिनेट में नियुक्ति देकर नैतिकता के नियमों का उल्लंघन किया है। 9 जजों की बेंच में से 5 जजों ने श्रेथा और उनकी कैबिनेट को डिसमिस करने के लिए वोट किया। यह फैसला आने के एक सप्ताह पहले ही थाईलैंड की सुप्रीम कोर्ट ने यहां की ‘प्रोग्रेसिव मूव फॉरवर्ड पार्टी’ को भंग कर दिया था और इसके नेताओं पर 10 साल तक पॉलिटिक्स से बैन कर दिया था। इस पार्टी ने पिछले साल हुए चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीती थीं।
श्रेथा के खिलाफ यह केस सेना की ओर से नियुक्त 40 सीनेटरों के ग्रुप की ओर से फाइल किया गया था। उन्होंने कैबिनेट में पिचिट चुएनबेन को नियुक्त करने के लिए श्रेथा को पीएम कार्यालय से हटाने की मांग की थी। पिचिट पूर्व प्रधानमंत्री थकसिन शिनावात्रा के भी करीबी हैं। फैसला आने के बाद श्रेथा ने कि मैंने प्रधानमंत्री के तौर पर अपने कर्तव्य जिता संभव हो सकते थे उतनी निष्ठा के साथ निभाए। मैं अदालत का फैसला स्वीकार करता हूं। वहीं, भविष्य को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि नई सरकार हमारी नीतियां जारी रखेगी या नहीं।
श्रेथा पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री बने थे। इसके साथ ही वहां 3 महीने से चल रहा गतिरोध भी खत्म हो गया था। लेकिन इसका परिणाम यह रहा था कि उनकी फ्यू थाई पार्टी अपने लंबे समय से चले आ रहे सैन्य प्रतिद्वंद्वियों के साथ एक सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा बन गई थी। इस फैसले का मतलब पहले से ही उथल-पुथल का सामना कर रही थाईलैंड की राजनीति में और संकट की आमद हो सकता है। यहां राजनीति में बदलाव की मांग करने वाले अक्सर, सत्ता, सेना, राजशाही के समर्थकों और बड़े कारोबारियों के पावरफुल समूह से टकराते रहते हैं।
सरकार को बर्खास्त किए जाने के बाद अब यहां नई सरकार का गठन किया जाएगा। सत्ताधारी ‘फ्यू थाई’ पार्टी की अगुवाई वाला गठबंधन प्रधानमंत्री पद के लिए नया कैंडिडेट चुनेगा, जिस पर 500 सदस्यों वाली संसद में वोटिंग की जाएगी और नया प्रधानमंत्री चुना जाएगा। पिछले 2 दशक के दौरान थाईलैंड में दर्जनों सांसदों को प्रतिबंध का सामना करना पड़ा है। कई राजनीतिक दल भंग किए गए हैं और प्रधानमंत्री को तख्तापलट या फिर अदालत के आदेशों के जरिए पद से हटाया जाता रहा है। यहां की ज्यूडीशियरी का सत्ता की लड़ाई में अहम रोल है।

'भाजपा' नाटक कर लें, हार को रोक नहीं पाएगी

'भाजपा' नाटक कर लें, हार को रोक नहीं पाएगी 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपचुनाव में धांधली की आशंका जताते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कितना भी शासकीय प्रशासकीय नाटक कर लें, मगर वह अपनी हार को रोक नहीं पाएगी। अखिलेश यादव ने बुधवार को एक्स पर पोस्ट किया “ जब उपचुनावों में भी भाजपा को हराने के लिए जनता फ़ील्ड में उतर चुकी है, तो भाजपा कुछ अधिकारियों को हटाने का कितना भी शासकीय-प्रशासकीय नाटक कर ले, कोई उनको पराजय से रोक नहीं सकता। देखना ये भी है कि इनकी जगह जो अफ़सर आएंगे, उनकी निष्पक्षता पर मोहर कौन लगाएगा। ” 
उन्होने कहा “ भाजपा उपचुनावों में अपनी 10/10 की हार के अपमान से बचने के बहाने ना ढूँढे। अगर भाजपा जन-विरोधी नहीं होती तो आज ये दिन नहीं देखने पड़ते। महँगाई, बेरोज़गारी, बेकारी, पुलिस भर्ती, नीट परीक्षा, महिला-सुरक्षा, संविधान और आरक्षण की रक्षा, नज़ूल भूमि जैसे मुद्दों से लड़ने के लिए भाजपा कब और किसे नियुक्त करेगी।” 
सपा प्रमुख ने कहा “ कुछ विशेष अधिकारियों को चुनावी ज़िम्मेदारी से हटाने की बात कहकर, भाजपाइयों ने ये बात स्वीकार कर ली है कि उनकी सरकार में शायद कुछ चुनावी घपले अधिकारियों के स्तर पर होते हैं। ये भाजपा की अपनी सरकार के साथ-ही-साथ चुनाव आयोग के ऊपर भी… चुनाव आयोग स्वत: संज्ञान ले।” अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का नाम लिये बगैर निशाना साधते हुए कहा “ और आपसी ‘खटपट’ का क्या… अंदरूनी बात दब गयी या दबा दी गई… ख़त्म हुई रार-तकरार या झूठी मुस्कानों से ढकी है दरार… कई हैं सवाल।” 
गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में विधायकों के सांसद निर्वाचित होने के बाद उत्तर प्रदेश में दस सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिसके लिए भाजपा और सपा समेत अन्य दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...