रविवार, 28 जुलाई 2024

निशानेबाज मनु ने भारत को पहला मेडल जिताया

निशानेबाज मनु ने भारत को पहला मेडल जिताया 

अखिलेश पांडेय 
पेरिस। पेरिस ओलंपिक 2024 में आज हिंदुस्तान की एक बेटी भारतीय निशानेबाज के तौर पर भाग ले रही थी। भगवान कृष्ण की भक्त यह निशानेबाज जब वह अपना गेम खेल रही थी, तब उसके मन में श्रीमद् भागवत गीता का वह श्लोक दौड़ रहा था, जब भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि अपना लक्ष्य पर ही फोकस करते हुए निशाना लगाओ और भगवान श्री कृष्ण का कहा गया वह वाक्य जेहन में रखते हुए इस निशानेबाज ने निशाना लगाया और भारत के हिस्से में पेरिस ओलंपिक का पहला मेडल डाल दिया। पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत हो चुकी है और आज भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने निशानेबाजी में 221.7 का स्कोर कर 10 मीटर की एयर पिस्टल प्रतियोगिता में ब्रांज जीतकर भारत के हिस्से में पहला मेडल डाल दिया है। यह मेडल जीतने वाली मनु भाकर हिंदुस्तान की पहली भारतीय महिला निशानेबाज है, इससे पहले कोई भी महिला निशानेबाज यह कारनामा नहीं कर सकी है। भगवान कृष्ण की भक्त मनु भाकर रोज श्रीमद् भागवत गीता पढ़ती हैं और उसी से मनु भाकर के मन में यह विश्वास है की कर्म से ही जीत हासिल हो सकती है।  मनु भाकर का कहना है कि जब गेम चल रहा था तब उसके दिमाग में श्रीमद भागवत गीता का भगवान कृष्ण का वाक्य चल रहा था जब वह अर्जुन को निशाने लगाते समय अपने लक्ष्य पर ही फोकस करने को कहते हैं। मनु भाकर कहती हैं कि उन्होंने भगवान कृष्ण के इस वाक्य को अपने जेहन में रखा और उन्होंने निशाना लगाते हुए ब्रांज मैडल जीता। दरअसल मनु भाकर हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव की रहने वाली है। मनु भाकर को बचपन से ही निशानेबाजी का शौक था। अपनी बेटी के इसी हुनर को देखते हुए उनके पिता ने जब मनु भाकर 18 साल की हुई तो नौकरी छोड़ दी और अपनी लाइसेंस की पिस्टल के साथ मनु भाकर को प्रशिक्षण के लिए ले जाने लगे।  दरअसल 18 साल की उम्र में मनु भाकर को देश के जाने-माने शूटर रहे जसपाल सिंह राणा ने कोचिंग दी। मनु भाकर ने वैसे तो कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया लेकिन साल 2023 के एशियन शूंटिंग चैंपियनशिप में महिलाओं की 25 मीटर की पिस्टल प्रतियोगिता में मनु भाकर ने पांचवा स्थान हासिल किया था। इस प्रतियोगिता में मनु भाकर ने भले ही पांचवा स्थान हासिल किया था लेकिन यहां से पेरिस ओलंपिक 2024 में जाने का रास्ता मनु भाकर के लिए खुल चुका था और तब से मनु भाकर लगातार पेरिस ओलंपिक के लिए तैयारी में जुटी हुई थी। अब 10 मीटर के एयर पिस्टल प्रतियोगिता में मनु भाकर ने मैडल जीतकर भारतवासियों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। मनु भाकर के मेडल जीतने के बाद से ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित सभी लोगों ने उसको बधाई दी और कहा कि देश की बेटी ने देश का मान बढ़ाया है। इसके साथ ही हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने तो कहा कि हरियाणा की बेटी ने पेरिस ओलंपिक में मेडल लाकर हरियाणा के लोगों को गर्व से भर दिया है।

रोजाना चावल के पानी का सेवन करना फायदेमंद


रोजाना चावल के पानी का सेवन करना फायदेमंद 

सरस्वती उपाध्याय 
आज हम स्वास्थ्य से संबंधित फायदों के बारे में आपको बताएंगे। चावल बनाने के बाद हम अक्‍सर पानी को फेंक देते हैं, लेक‍िन चावल के पानी से बहुत-सी समस्‍याएं दूर हो सकती है। चावल का पानी रोजाना पीने से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। चावल का पानी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होने के साथ आपकी त्‍वचा और बालों के लिए भी लाभकारी होते हैं।

आइए, जानें चावल के पानी के फायदे

तुरंत दे एनर्जी

यह आपकी बॉडी के लिए एनर्जी का सबसे अच्‍छा स्रोत है। जी हां इसमें भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है जो दिनभर आपको थकान महसूस नहीं होने देता है और एनर्जी को बनाए रखता है। सुबह के समय इस पानी को पीना एनर्जी बूस्ट करने का सबसे अच्‍छा तरीका है। इसके अलावा चावल का पानी विटामिन से भरपूर होता है, इसमें विटामिन बी, सी, ई और मिनरल पाए जाते हैं जो थकान को दूर करने में मददगार होते हैं।

डिहाइड्रेशन से बचने के लिए

चावल का पानी आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने और आपको डिहाइड्रेशन से बचाने में मददगार है। यह एक बेहतरीन समर ड्रिंक का काम करती है, जो शरीर को ठंडा और हाइड्रेट भी रखती है। इसलिए आप गर्मी के दिनों में भी घर से बाहर निकलने से पहले एक गिलास चावल का पानी पी सकते हैं।

दस्‍त में फायदेमंद

एक अध्ययन मे भी पाया गया है कि चावल का पानी दस्त के लिए एक प्रभावी उपाय है क्योंकि यह मल की मात्रा और आवृत्ति को कम करता है। इसके अलावा, चावल का पानी पीने से पाचन तंत्र ठीक रहता है और यह आपको कब्‍ज से राहत दिलाने में भी सहायक है।

त्‍वचा के लिए फायदेमंद

चावल का पानी त्वचा की जलन को दूर करने और  हेल्‍दी स्किन में मदद करता है। आप रोजाना दो बार ठंडे चावल के पानी से अपना चेहरा धो सकते हैं, इससे आपको ग्‍लोइंग स्किन मिलेगी। चावल का पानी एक टोनर और फेसवॉश के रूप में भी काम करता है। यह आपकी त्वचा के रोम छिद्रों को साफ करता है और कसता है। इतना ही नहीं, यह एक ऐंटीएजिंग प्रॉडक्‍ट के रूप में काम करता है।

हेल्‍दी और मजबूत बालों को बढ़ावा

चावल का पानी आपके बालों को पोषण देने का काम करता है और उन्‍हें नुकसान से बचाता है। चावल के पानी में विटामिन ए, सी, डी, और ई होता है जो बालों की खोई चमक वापस लाने और उनके विकास को बढ़ावा देता है। चावल के पानी से बाल धोने से आपके बाल मुलायम, मजबूत और शाईनी होते हैं।

पेट की समस्या

अगर आपको हमेशा पेट की समस्या रहती है तो आपको इसके लिए चावल का पानी पीना चाहिए। लोकिन चावल का मांड खाने से खाना पचाने में आसानी होती है। चावल में दूध मिलाकर 20 मिनट तक ढककर रख दीजिए। इसके बाद इसको खाने से आपको इस समस्या से लाभ मिल जाएगा।

दिमागी विकास के लिए

अगर आप चावल के पानी का रोजाना सेवन करते है तो आपके दिमाग के लिए ये काफी फायदेमंद होता है। इससे आपका दिमागी विकास होता है और आपको अल्झाइमर जैसे रोगों से छुटकारा मिलता है। आपको इसका सेवन रोजाना करना चाहिए।

कैंसर से बचाव

चावल के पानी का सेवन आपके सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। ये आपको कैंसर जैसी समस्याओं से बचाता है। इसलिए आपको इसका सेवन करना चाहिए।

ट्यूमर को दबाता है

आपको बता दें की आपको ट्यूमर की समस्या अगर होने वाली है और आप इसका सेवन करते है, तो ये आपकी ट्यूमर की समस्या को दबाता है। इसके सेवन से आपको ट्यूमर नहीं होता है।

राष्ट्रपति ने कुछ राज्यों में नए गवर्नर की नियुक्ति की

राष्ट्रपति ने कुछ राज्यों में नए गवर्नर की नियुक्ति की

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कई राज्यों के राज्यपाल को बदलते हुए कुछ राज्यों में नए गवर्नर की नियुक्ति कर दी है। इनमें बरेली के पूर्व सांसद संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यपालों की तैनाती कर दी है। राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति के अनुसार राजस्थान में हरिभाऊ बागडे, तेलंगाना में जिष्णु देव शर्मा, सिक्किम में ओमप्रकाश माथुर, झारखंड में संतोष कुमार गंगवार, महाराष्ट्र में सीपी राधाकृष्णन, पंजाब में गुलाबचंद कटारिया, असम में लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम के साथ-साथ मणिपुर का भी अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। इसके साथ ही मेघालय में सी एच विजय शंकर तो छत्तीसगढ़ में रमेन डेका को नए राज्यपाल के तौर पर तैनाती दी गई है। पंजाब के वर्तमान राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसको राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया है। उनकी जगह गुलाबचंद कटारिया को पंजाब का नया राज्यपाल बनाया गया।

1200 मेगावाट की परियोजना को मंजूरी दी

1200 मेगावाट की परियोजना को मंजूरी दी

बृजेश केसरवानी 
सोनभद्र। प्रदेश सरकार ने सोनभद्र जिले की रॉबर्ट्सगंज तहसील में टीएचडीसी इंडिया की 1200 मेगावाट की पंप स्टोरेज पावर प्लांट परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दी है। परियोजना की अनुमानित लागत 6600 करोड़ रुपये है। इस परियोजना से प्रतिदिन 6 घंटे 36 मिनट बिजली उत्पादन होने की उम्मीद है।
परियोजना के लिए 300.55 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है। जलाशय के प्रारंभिक भरने में सालाना 15.031 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी एवं वाष्पीकरण से होने वाली हानि के कारण 1.7112 एमसीएम पानी की आवश्यकता होगी। जलापूर्ति का स्रोत सोन नदी होगी। मुख्य सचिव तथा अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पंप स्टोरेज पावर (पीएसपी) परियोजनाओं को सैद्धांतिक मंजूरी देने के लिए इन्वेस्ट यूपी को नोडल एजेंसी बनाया गया है। 
आईआईडीसी की अध्यक्षता में इन्वेस्ट यूपी के सीईओ को मेंबर सेक्रेटरी बनाकर एक समिति बनाई गई है। इस समिति में ऊर्जा विभाग, उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी, सिंचाई विभाग, वन विभाग, राजस्व विभाग एवं केंद्रीय जल आयोग के प्रतिनिधि शामिल हैं। राज्य सरकार सोन नदी से आवश्यक जल के आवंटन और पुनः भरने के प्रावधानों को सुव्यवस्थित करने के लिए जिम्मेदार होगी। जल निकासी की अनुमति केवल बाढ़ अवधि के दौरान दी जाएगी और इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार दोनों के सिंचाई विभागों से अनुमोदन की आवश्यकता होगी।
प्रदेश सरकार ने 10 पीएसपी संयंत्रों के लिए सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की है। इनमें से 8 परियोजनाएँ सोनभद्र में होंगी ,जबकि चंदौली एवं मिर्जापुर जिलों में एक-एक संयंत्र स्थापित होगा। सोनभद्र में स्थापित परियोजनाओं से सामूहिक रूप से 14,450 मेगावाट बिजली उत्पादन होने की उम्मीद है, जबकि मिर्जापुर तथा चंदौली में स्थापित परियोजनाएँ क्रमशः 900 मेगावाट तथा 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेंगी। इन्वेस्ट यूपी ने परामर्श अध्ययन के लिए टेंडर के ज़रिये निविदा आमंत्रित करेगी। कंसल्टेंसी फर्म द्वारा किए गए अध्ययन से पीएसपी परियोजनाओं की भविष्य की संभावनाओं का आंकलन किया जाएगा, विशेष रूप से चित्रकूट, झांसी, वाराणसी एवं विंध्याचल जैसे प्राकृतिक ढाल वाले क्षेत्रों में।

चंद्रचूड़ ने जजों के 'सेफ प्ले' को जिम्मेदार ठहराया

चंद्रचूड़ ने जजों के 'सेफ प्ले' को जिम्मेदार ठहराया

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने महत्वपूर्ण मामलों में जमानत में देरी पर ट्रॉयल जजों के सेफ प्ले को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण केसों में जमानत न देकर ट्रायल जज सुरक्षित खेलना पसंद करते हैं। ट्रायल कोर्ट से जिनको जमानत मिलनी चाहिए थी उनको राहत नहीं मिलने पर हाईकोर्ट और फिर वहां निराशा हाथ लगने पर सुप्रीम कोर्ट में मामले पहुंच रहे हैं। यह देरी उन लोगों की परेशानी बढ़ा रही जिनको मनमाने ढंग से अरेस्ट किया गया होता। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, रविवार को'बर्कले सेंटर ऑन कम्पेरेटिव इक्वालिटी एंड एंटी-डिस्क्रिमिनेशन के 11वें वार्षिक सम्मेलन' में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। 
की-नोट स्पीच के बाद मनमाने ढंग से हो रही गिरफ्तारियों के सवाल पर जवाब के दौरान सीजेआई ने कहा कि ट्रायल जज जमानत न देकर सुरक्षित खेलना पसंद करते हैं। जिन लोगों को ट्रायल कोर्ट से जमानत मिलनी चाहिए, उन्हें वहां नहीं मिल रही है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें हमेशा हाईकोर्ट्स का रुख करना पड़ता है। जिन लोगों को हाईकोर्ट्स से जमानत मिलनी चाहिए, उन्हें जरूरी नहीं कि वह मिले, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें सर्वोच्च न्यायालय का रुख करना पड़ता है। यह देरी उन लोगों की समस्या को और बढ़ा देती है, जिन्हें मनमाने ढंग से गिरफ्तार किया जाता है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-282, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. सोमवार, जुलाई 29, 2024

3. शक-1945, श्रावण, कृष्ण-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 36 डी.सै., अधिकतम- 41 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय  (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

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शनिवार, 27 जुलाई 2024

रामलला की प्रतिमा दर्शाने वाला 'डाक टिकट' जारी

रामलला की प्रतिमा दर्शाने वाला 'डाक टिकट' जारी 

सुनील श्रीवास्तव 
वियांग चान। दक्षिण पूर्वी एशिया के देश लाओस ने भारत के साथ अपने सभ्यतागत जुड़ाव को प्रदर्शित करते हुए विश्व का पहला ऐसा डाक टिकट जारी किया है, जिसमें अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में विराजित रामलला की प्रतिमा दर्शाई गई है।
लाओ पीडीआर की राजधानी वियनतिएन में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और लाओ पीडीआर के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री सेलुमक्से कोमासिथ ने ये विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किये। डॉ. जयशंकर आसियान-भारत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के विदेश मंत्रियों की बैठक और आसियान क्षेत्रीय मंच की बैठक के लिए वियनतिएन की यात्रा पर हैं।
लाओ पीडीआर और भारत के बीच गहरे सभ्यतागत जुड़ाव को दर्शाने वाले दो टिकटों के इस स्टांप सेट में लाओस की प्राचीन राजधानी लुआंग प्रबांग शहर के भगवान बुद्ध और भगवान राम की पवित्र राजधानी अयोध्या के भगवान श्री राम को दर्शाया गया है। बौद्ध धर्म के संबंधों ने सहस्राब्दियों से भारत और लाओ पीडीआर को एक साथ बांध रखा है। रामायण के लाओ संस्करण को रामकियेन या फ्रा लाक फ्रा राम की कहानी कहा जाता है। यह भारत की तरह लाओस में भी पूज्यनीय है, और शुभ अवसरों पर इसका प्रदर्शन किया जाता है। इसलिए स्टाम्प सेट का शीर्षक ‘लाओ पीडीआर और भारत की साझा सांस्कृतिक विरासत का महोत्सव’ दिया गया है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक टिकट सेट की एक अनूठी विशेषता यह है कि भगवान श्री राम पर लाओ पीडीआर द्वारा बनाया गया डाक टिकट दुनिया का पहला टिकट है जिसमें अयोध्या के श्री रामलला को दर्शाया गया है।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...