बुधवार, 1 मई 2024

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला 

इकबाल अंसारी 
चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पंजाब किंग्स (PBKS) के बीच मुकाबला खेला जा रहा है। यह मैच चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में हो रहा है, जिसमें पंजाब किंग्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। रेग्युलर कप्तान शिखर धवन अब तक फिट नहीं हुए हैं। ऐसे में उनकी जगह पंजाब टीम की कप्तानी सैम करन ही संभाल रहे हैं। उन्होंने प्लेइंग-11 में कोई बदलाव नहीं किया। 

चेन्नई टीम के दो खिलाड़ी बीमार, शार्दुल को मौका 

जबकि, चेन्नई टीम के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने अपनी प्लेइंग-11 में दो बदलाव किए हैं। मथीशा पथिराना और तुषार देशपांडे की थोड़ी तबीयत खराब है। ऐसे में उन्हें आराम दिया गया। जबकि शार्दुल ठाकुर की प्लेइंग-11 में वापसी हुई है‌। महेंद्र सिंह धोनी की टीम चेन्नई ने अब तक 9 में से 5 मुकाबले जीते हैं। इसी के साथ गायकवाड़ की कप्तानी वाली यह सीएसके टीम पॉइंट्स टेबल में चौथे नंबर पर है। दूसरी ओर पंजाब किंग्स ने 9 में से 3 मैच जीते हैं और वो 9वें नंबर पर है। 
पंजाब-चेन्नई के बीच बराबरी की टक्कर चेन्नई और पंजाब के बीच हमेशा ही तगड़ा मुकाबला रहा है। दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 28 मैच खेले गए, जिसमें से चेन्नई ने 15 जीते, जबकि 13 में पंजाब को सफलता मिली है‌।यदि चेन्नई के मैदान पर रिकॉर्ड देखें तो यहां भी बराबर की टक्कर नजर आती है। यहां 7 मैच हुए, जिसमें से चेन्नई ने 4 और पंजाब ने 3 मुकाबले जीते। 

चेन्नई Vs पंजाब हेड-टु-हेड कुल मैच: 28 
चेन्नई जीता: 15 
पंजाब जीता: 13 

चेन्नई में पंजाब के खिलाफ हेड-टु-हेड कुल मैच: 7 
चेन्नई जीता: 4 
पंजाब जीता: 3 

ये हो सकती है पंजाब-चेन्नई की प्लेइंग-11 चेन्नई सुपर किंग्स: ऋतुराज गायकवाड़ (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, डेरेल मिचेल, मोईन अली, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), दीपक चाहर, तुषार देशपांडे, मुस्ताफिजुर रहमान और मथीशा पथिराना।

पंजाब किंग्स: जॉनी बेयरस्टो, सैम करन (कप्तान), रिले रोसो, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), शशांक सिंह, आशुतोष शर्मा, हरप्रीत बरार, हर्षल पटेल, कगिसो रबाडा, राहुल चाहर, अर्शदीप सिंह।

हेल्थ के लिए फायदेमंद है 'हिमालयन लहसुन'

हेल्थ के लिए फायदेमंद है 'हिमालयन लहसुन' 

सरस्वती उपाध्याय 
जमीन के अंदर उगने वाले लहसुन की कली को खाने के फायदे से शायद ही कोई अनजान होगा। आयुर्वेद के बाद अब एलोपैथिक ट्रीटमेंट में भी लहसुन को अपने डाइट प्लान में शामिल करने की सलाह दी जाती है। इसलिए लहसुन को लेकर किसी के भी मन में कोई शक नहीं होता। आजकल एक नए किस्म के हिमालयन लहसुन की जमकर चर्चा हो रही है। हेल्थ और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट अब डाइट में हिमालयन लहसुन को शामिल करने की सलाह देते हैं। आइए, जानते हैं कि हिमालयन लहसुन क्या है, इसको खाने से हेल्थ को क्या फायदे मिलते हैं और हिमालयन लहसुन खाने का तरीका क्या है ?

हिमालयन लहसुन और उसके फायदे

हिमालयन लहसुन को ‘हिमालयी सिंगल क्लोव लहसुन’ के नाम से भी जाना जाता है। यह हिमालय के इलाके में पाया जाता है। बेहद पौष्टिक हिमालयन लहसुन आपकी कुकिंग को शानदार बनाने के अलावा सेहत को भी ढेर सारा फायदा पहुंचाता है। हिमालयन लहसुन इंसानों के लिए काफी जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें विटामिन सी और बी, मैंगनीज, सेलेनियम और एलिसिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट शामिल हैं।

क्या होता है हिमालयन लहसुन ?

हिमालयन लहसुन को कश्मीरी लहसुन, जम्मू लहसुन, और पोथी लहसुन के नाम से भी जाना जाता है। इसे साल में सिर्फ़ एक बार काटा जाता है। इस लहसुन की खास बात यह है कि इसे ऊंचाई वाले इलाकों में ही उगाया जाता है। यह लहसुन कठोर होता है और रंग में सुनहरे भूरे रंग का होता है।

इम्युनिटी बूस्टर

हिमालयन लहसुन में पाए जाने वाले कंपाउंड्स जैसे एलिसिन में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं। ये इंफेक्शन से बचाते हैं और इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करते हैं।

दिल को सेहतमंद बनाने में मददगार

स्टडीज से पता चलता है कि हिमालयन लहसुन ब्लड प्रेशर को कम करके और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बैलेंस करके दिल को सेहतमंद बनाए रखने में मदद कर सकता है। डाइट में हिमालयन लहसुन को शामिल करना आपके हृदय रोग के खतरे को कम करता है।

एंटी इंफ्लेमेट्री और एंटीऑक्सीडेंट गुण

हिमालयन लहसुन में भरपूर मात्रा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और सल्फर कंपाउंड्स शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही पुरानी बीमारियों के खतरे को भी कम करता है।

डाइजेशन सिस्टम में सुधार

हिमालयन लहसुन डाइजेशन के लिए बेहद जरूरी एंजाइमों को एक्टिव करने और आंत की सेहत को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। यह आंत में सूजन और अपच या बदहजमी जैसी पेट से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने में मदद करता है।

शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालना

माना जाता है कि हिमालयन लहसुन लीवर समेत शरीर के कई अंगों से टॉक्सिक चीजों को खत्म करने में मदद करता है। अपने डाइट में हिमालयन लहसुन को शामिल करने से लिवर हेल्दी रखने में मदद मिलती है। साथ ही ऐसा कहा जाता है कि हिमालयन लहसुन का सेवन आपकी बॉडी में कैंसर सेल्स के बनने और उसको बढ़ने से रोकने में भी मदद कर सकता है।

'अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस' कार्यक्रम का आयोजन

'अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस' कार्यक्रम का आयोजन 

कौशाम्बी। जन शिक्षण संस्थान कौशांबी मुख्यालय मंझनपुर पर अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 1 मई 2024 को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर आए हुए मजदूर विशाल साहू ने सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन करके कार्यक्रम को प्रारंभ किया। संस्थान के निदेशक राजकुमार पांडे ने मजदूर विशाल साहू को माला पहना कर स्वागत किया एवं आए हुए प्रतिभागियों का स्वागत एवं अभिवादन किया। 
कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा मजदूर दिवस मई दिवस के रूप में भी जाना जाता है‌। मई दिवस मजदूर और श्रमिक वर्गों का एक उत्सव है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक आंदोलन द्वारा बढ़ावा दिया जाता है। संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि श्रमिक दिवस पूरे विश्व में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। आए हुए सभी प्रतिभागियों एवं अनुदेशकों का धन्यवाद किया‌। मैं मजदूर हूं, मजबूर नहीं। श्रम करो, शर्म नहीं। इसी क्रम में संस्थान की सहायक कार्यक्रम अधिकारी विजेंद्र मिश्रा राजू शुक्ला सतीश चंद्र अनुदेशिका करिश्मा चौधरी रूपा देवी ममता एवं 30 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
सुबोध केशरवानी

विज्ञान एवं वैदिक गणित योजना बैठक का शुभारंभ

विज्ञान एवं वैदिक गणित योजना बैठक का शुभारंभ 

रानी रेवती देवी में क्षेत्रीय विज्ञान एवं वैदिक गणित योजना बैठक का शुभारंभ

हमें विद्यार्थियों में वैज्ञानिक प्रतिभा विकसित करने का अवसर प्रदान करना है- हेमचंद्र जी

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। विद्या भारती से संबद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज राजापुर प्रयागराज में दो दिवसीय क्षेत्रीय विज्ञान एवं वैदिक गणित योजना बैठक का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं क्षेत्रीय विज्ञान प्रमुख बांके बिहारी पांडे के संयोजन तथा क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद्र जी के मार्गदर्शन से हुआ।
विद्यालय के मीडिया प्रभारी एवं संगीताचार्य मनोज गुप्ता ने बताया कि उक्त बैठक में सत्र 2023 -24 के विज्ञान/ वैदिक गणित के परिणाम की समीक्षा, सत्र 2024- 25 के विज्ञान/ वैदिक गणित के पाठ्यक्रम पर चर्चा, विज्ञान सप्ताह एवं वैदिक गणित में होने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा तथा विज्ञान प्रयोगशाला एवं गणित प्रयोगशाला तथा ए.टी.एल. पर चर्चा के लिए यह बैठक आयोजित की गई है। जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के सभी प्रांतीय समितियां के विज्ञान एवं वैदिक गणित के प्रांत प्रमुख, सह प्रमुख तथा क्षेत्रीय प्रमुख सहित 30 प्रतिभागी उपस्थित रहे। बैठक में आए हुए सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियों का स्वागत प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे ने तिलक लगाकर एवं अंगवस्त्रम प्रदान करके किया। अपने उद्बोधन में क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद्र ने बताया कि हमें विद्यार्थियों में वैज्ञानिक प्रतिभा विकसित करने का अवसर प्रदान करना है, "विज्ञान का समाज के विकास के साथ संबंध" इस विषय को बच्चों के ध्यान में लाने तथा उन्हें यह अनुभव करने के लिए की वे कल के वैज्ञानिक हैं तथा बच्चों में उनके द्वारा तैयार किए जाने वाले प्रदर्शों के माध्यम से रचनात्मक अन्वेषण एवं संश्लेषण की क्षमता को विकसित करना है और बच्चों में चुनौतियों का हल ढूंढने की प्रवृत्ति का विकास करना विशेष रूप से ग्रामीण विकास की दृष्टि से तथा दैनिक जीवन के विकास में विज्ञान एवं तकनीकी के प्रयोग की दृष्टि से सर्वसाधारण समाज में विज्ञान एवं वैज्ञानिक सोच को लोकप्रिय करना तथा बच्चों को भारत के गौरवशाली संस्कृति का ज्ञान करवाने के उद्देश्य से यह बैठक आयोजित की गई है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रांतीय संगठन मंत्री डॉ राम मनोहर, प्रदेश निरीक्षक शेषधर द्विवेदी, विजय उपाध्याय, सुमंत पांडे, क्षेत्रीय वैदिक गणित प्रमुख संतोष कुमार सिंह, सह प्रमुख श्याम मनोहर शुक्ला, नीरज शुक्ला, अवधेश मिश्रा, बलवंत सिंह, हरिकिशुन गिरी, अनुज कुमार सिंह सहित सभी प्रतिभागी उपस्थित रहे।

शुगर: ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड खाने चाहिए

शुगर: ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड खाने चाहिए 

सरस्वती उपाध्याय 
आजकल लोग शरीर का पहले से ज्यादा ध्यान रखने लगे हैं। खाने की हर चीज पर उनकी नजर होती है कि कहीं इसमें मीठा ज्यादा ना हो। अत्यधिक मीठा खाने से शुगर की बीमारी हो सकती है। इसके बावजूद डायबिटीज महामारी की तरह फैलती जा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण इंसुलिन हॉर्मोन में गड़बड़ी आना है।
डायबिटीज के साथ मोटापा और फैटी लिवर की समस्या भी आ जाती है। डॉक्टर कहते हैं कि डायबिटिक डाइट में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड खाने चाहिए। मगर एक सब्जी ऐसी भी है जो जादू की छड़ी का काम करती है। यह ना सिर्फ डायबिटीज के लक्षण कम करती है बल्कि लिवर का फैट कम करने में भी मदद करती है।

बार-बार नहीं आएगा पेशाब

डायबिटीज के कुछ लक्षण अधिकतर मरीजों में दिखाए देते हैं। जिनमें बार-बार पेशाब आना सबसे प्रमुख है। इसे कम करने के लिए कमल ककड़ी खानी चाहिए। यह लो जीआई वेजिटेबल है जिसमें फाइबर भी है। कुछ शोध बताते हैं कि फाइबर लेने से अतिरिक्त शुगर को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
लिवर का फैट काटने वाली सब्जी
फैटी लिवर में भी कमल ककड़ी फायदेमंद होती है। NCBI पर मौजदू शोध बताता है कि शराब के बिना बनने वाली फैटी लिवर बीमारी में इसे खाने से फायदा मिलता है। हाई पॉलीफेनोलिक कंपाउंड होने की वजह से यह लिवर की चर्बी घटाने में मदद करती है।

कमजोरी-थकान दूर करने का उपाय

कमल ककड़ी एक प्रोटीन फूड भी है। इसे खाने से मसल्स और ताकत बढ़ाई जा सकती है। जो लोग कमजोरी व थकान से जूझ रहे हैं, वो इसे खाकर शरीर को तगड़ा बना सकते हैं। बच्चों को भी इसका सेवन जरूर करवाना चाहिए।

कमजोर हड्डियों को मिलेगी ताकत

बच्चों के विकास के लिए हड्डियों का मजबूत होना जरूरी है। कमल की जड़ में कैल्शियम की भरमार है। इसमें कॉपर, फॉस्फोरस, जिंक भी होता है, जो हड्डियों को भारी बनाने में कैल्शियम की मदद करते हैं। महिलाओं की डाइट में भी इसे शामिल करना चाहिए।

जल्दी-जल्दी बनेगा खून

महिलाओं को एनीमिया का खतरा ज्यादा रहता है। उन्हें कमल ककड़ी खानी चाहिए, यह आयरन से भरी होती है। इसमें फोलेट भी होता है, जो रेड ब्लड सेल्स बढ़ाते हैं। इसे खाने से इम्यूनिटी भी बढ़ती है और नसें खून से सराबोर हो जाएंगी।

एससी ने 'हिंदू विवाह' को लेकर फैसला सुनाया

एससी ने 'हिंदू विवाह' को लेकर फैसला सुनाया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने शादी को लेकर अहम फैसला सुनाया है। अपने इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हिंदू विवाह एक संस्कार है और यह सॉन्ग-डांस, वाइनिंग-डायनिंग का आयोजन नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि अपेक्षित सेरेमनी नहीं की गई है तो हिंदू विवाह अमान्य है और पंजीकरण इस तरह के विवाह को वैध नहीं बताता है। सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में हिंदू विवाह अधिनियम 1955 के तहत हिंदू विवाह की कानूनी आवश्यकताओं और पवित्रता को स्पष्ट किया है।
अदालत ने इस बात पर जोर दिया कि हिंदू विवाह को वैध होने के लिए, इसे सप्तपदी जैसे उचित संस्कार और समारोहों के साथ किया जाना चाहिए और विवादों के मामले में इन समारोह का प्रमाण भी मिलता है। जस्टिस बी. नागरत्ना ने अपने फैसले में कहा, हिंदू विवाह एक संस्कार है, जिसे भारतीय समाज में एक महान मूल्य की संस्था के रूप में दर्जा दिया जाना चाहिए। इस वजह से हम युवा पुरुषों और महिलाओं से आग्रह करते हैं कि वो विवाह की संस्था में प्रवेश करने से पहले इसके बारे में गहराई से सोचें और भारतीय समाज में उक्त संस्था कितनी पवित्र है, इस पर विचार करें।
उन्होंने कहा, विवाह ‘गीत और नृत्य’ और ‘शराब पीने और खाने’ का आयोजन नहीं है या अनुचित दबाव द्वारा दहेज और उपहारों की मांग करने और आदान-प्रदान करने का अवसर नहीं है। जिसके बाद किसी मामले में आपराधिक कार्यवाही की शुरुआत हो सकती है। विवाह कोई व्यावसायिक लेन-देन नहीं है। यह भारतीय समाज का ऐसा महत्वपूर्ण आयोजन है, जो एक पुरुष और एक महिला के बीच संबंध स्थापित करने के लिए मनाया जाता है, जो भविष्य में एक विकसित होते परिवार के लिए पति और पत्नी का दर्जा प्राप्त करते हैं।

'गूगल' ने पूरी पाइथन टीम को नौकरी से निकाला

'गूगल' ने पूरी पाइथन टीम को नौकरी से निकाला

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी। दुनिया की दिग्गज कंपनी गूगल में कॉस्ट कटिंग के बहाने पूरी टीम को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बीते कुछ महीनों से लगातार जॉब कट की खबरें आ रही हैं। कॉस्ट कटिंग के नाम पर अब गूगल ने एक और बड़ा फैसला लिया है। गूगल ने इस मामले पर बात करते हुए टेक क्रंच को बताया कि छंटनी का नया दौर कंपनी की ऑर्गनाइजेशनल रिस्ट्रक्चरिंग का हिस्सा है।
गूगल ने आगे कहा कि कंपनी ने पाइथन से निकाले गए कर्मचारियों को दूसरी टीमों में शामिल होने का ऑफर भी दिया है। गूगल ने यह भी कहा है कि वह निकाली गई टीम को मुआवजा देने के बारे में सोच रहा है। गूगल ने आगे कहा कि उसे उम्मीद है कि गूगल और निकाली गई टीम के बीच कोई समस्या नहीं होगी। गूगल के अनुसार अगर आंतरिक रूप से चीजें काम नहीं करती हैं, तो हो सकता है कि नौकरी की संभावनाओं पर भी ध्यान दिया जाएगा। इस साल गूगल में छंटनी के बारे में हमें कई बार सुनने को मिल है। उम्मीद की जा रही है कि कंपनी अगले लेऑफ से पहले एम्प्लॉयीज को झटका देने की बजाय चीजों प्लान करेगी।
रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ने अपनी पूरी पाइथन टीम को नौकरी से निकाल दिया है। बताया जा रहा है कि कंपनी यूनाइटेड स्टेट्स के बाहर सस्ते एम्प्लॉयीज को काम पर रख कर पाइथन के बिजनेस को रन के बारे में सोच रही है।इस हफ्ते की शुरुआत में आई एक रिपोर्ट के अनुसार गूगल जर्मनी के म्यूनिख में एक नई टीम को सेट करने जा रहा है।
इसकी कॉस्ट गूगल के लोकल टैलेंट्स की सैलेरी से काफी कम होगी। पायथन टीम इंजीनियरों का एक ग्रुप है, जो अलग-अलग प्रोडक्टस में यूज की जाने वाली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की डिमांड और इशूज को संभालते हुए उन्हें स्टेबल रखता है। रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि इन बदलावों से गूगल की कितनी बचत होगी। हालांकि, ऐसा लग रहा है कि कंपनी अपने इस फैसले से खुश है।

बार-बार विदेश जाने वाले 'पीएम' कुवैत रवाना हुए

बार-बार विदेश जाने वाले 'पीएम' कुवैत रवाना हुए  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। कांग्रेस ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष ...