बुधवार, 6 मार्च 2024

रैपिड रेल के सेकंड फेज को हरी झंडी दिखाई

रैपिड रेल के सेकंड फेज को हरी झंडी दिखाई

अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की पहली रीजनल रैपिड रेल के सेकंड फेज को हरी झंडी दिखाई। कोलकाता में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल हरी झंडी दिखाए जाने के बाद अब नमो भारत ट्रेन मोदी नगर तक फर्राटा भरेगी। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुरादनगर स्टेशन पर आयोजित किए गए कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह एवं मेरठ सांसद राजेंद्र अग्रवाल की मौजूदगी में मोदीनगर इलाके तक रहने वाले लोगों को देश की पहली रीजनल रैपिड ट्रेन के सेकंड फेज की सौगात दी है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता से हरी झंडी दिखाकर रैपिड ट्रेन को रवाना किया। इस मौके पर एनसीआरटीसी के प्रवक्ता सुनील वत्स ने बताया है कि प्रधानमंत्री द्वारा रैपिड ट्रेन के जी दूसरे फेज का आज बुधवार को उद्घाटन किया गया है। इसका क्षेत्र दुहाई से लेकर मोदीनगर नॉर्थ स्टेशन तक करीब 17 किलोमीटर लंबा होगा। इस क्षेत्र में मुरादनगर मोदीनगर साउथ और मोदीनगर नॉर्थ स्टेशन बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री द्वारा किए गए दूसरे फेज के उद्घाटन के बाद नमो भारत ट्रेन दिल्ली मेरठ रैपिड रेल कॉरपोरेशन डोर पर अब साहिबाबाद से मोदीनगर नॉर्थ स्टेशन तक 34 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेगी।

सीएम धामी ने फ्लाइट का शुभारंभ किया

सीएम धामी ने फ्लाइट का शुभारंभ किया 

पंकज कपूर 
देहरादून। बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जौलीग्रांट से देहरादून-अयोध्या और देहरादून-अमृतसर फ्लाइट का शुभारंभ किया। फ्लाइट का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इन फ्लाइट के शुभारंभ होने से तीर्थ यात्रियों व अन्य लोगों को अयोध्या, अमृतसर की आसानी से आवाजाही में मदद मिलेगी। उन्होंनें कहा कि इसके अलावा पंतनगर से वाराणसी के लिए भी फ्लाइट शुरू की जा रही है। जिससे गढ़वाल और कुमाऊं  तीन और शहरों से सीधे हवाई मार्ग से जुड़ जाएगा। इन तीनों फ्लाइट को एलाइंस एयर द्वारा संचालित किया जा रहा है।सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग ने बुधवार से शुरू होने जा रही उड़ानों का शेड्यूल और किराया तय कर लिया है। कहा, सरकार ने अयोध्या धाम जाने वाली फ्लाइट का किराया 7006 रुपये में बड़ी छूट देते हुए 20 मार्च तक 1999 रुपये तय किया है।
इससे अयोध्या धाम और श्रीराम मंदिर के दर्शन करने वालों को समय के साथ प्रति टिकट पर 5,000 रुपये का आर्थिक लाभ मिलेगा, जबकि दून से अमृतसर, वाराणसी और पंतनगर की फ्लाइट का किराया उद्घाटन के दिन 6 और 7 मार्च को 1999 रुपये रहेगा। तिवारी ने बताया, अयोध्या के लिए प्रत्येक सप्ताह सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को फ्लाइट उड़ान भरेगी।कहा, छूट सिर्फ 20 मार्च तक के शेड्यूल के किराये पर रहेगी। इसके बाद पूरा किराया लिया जाएगा, जबकि दून से पंतनगर का किराया 4,500 रुपये, पंतनगर से वाराणसी का किराया 6,400 रुपये तय किया गया है। दोनों जगह उद्घाटन उड़ान के बाद 23 मार्च से नियमित उड़ानें मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार से उड़ेंगी। इसके अलावा दून से अमृतसर के लिए हेमकुंड साहिब यात्रा के दौरान नियमित उड़ानें प्रत्येक सप्ताह सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को उड़ेंगी। यहां नियमित उड़ान का किराया 4,850 रुपये तय किया गया है।

नीति लागू करने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत, निर्देश

नीति लागू करने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत, निर्देश 

पंकज कपूर 
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में सेवा क्षेत्र नीति लागू करने के लिए प्रस्ताव आगामी कैबिनेट में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कार्यों में शीघ्रता एवं तेजी लाये जाने के लिये नीतिगत मामलों को छोडकर शेष विषयों पर विभागीय स्तर पर निर्णय लेकर कार्यों का त्वरित निस्तारण किये जाने के भी निर्देश दिये हैं।
बुधवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड (यू.आई.आई.डी.बी.) की दूसरी बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री ने यू.आई.आई.डी.बी. के अधीन संचालित होने वाली योजनाओं में तेजी लाये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि बोर्ड के कार्य संचालन हेतु स्वीकृत पदों पर शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया प्रारम्भ की जाए। उन्होंने कहा कि पहले लोक महत्व एवं तात्कालिक योजनाओं पर ध्यान दिया जाए तथा उनके क्रियान्वयन पर फोकस किया जाए ताकि इसके अपेक्षित परिणाम सामने आ सके।
मुख्यमंत्री ने सचिव पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन को जॉलीग्रांट-पंतनगर तथा नैनीसैनी में विमानों की नाइट लैंड़िग की संभावनाओं की कार्ययोजना तैयार करने तथा चारधाम की भांति मानसखण्ड मंदिर श्रृंखलाओं के सौन्दर्यीकरण की योजनाओं पर भी तेजी से कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन पूर्ण होने पर प्रदेश में वर्षभर पर्यटकों का बड़ी संख्या में आवागमन होगा।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश को वेडिं़ग डेस्टिनेशन के रूप में पहचान दिलाने के लिये भी समेकित प्रयासों की जरूरत बताई इसके लिये विभिन्न स्थलों का चयन कर वहां अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर ध्यान देने को कहा। इसके लिए वेडिंग प्लानरों, होटल समूहों से सहयोग लेकर इसके प्रचार प्रसार पर भी ध्यान देने पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने वर्तमान आवासीय अवस्थापनाओं के दृष्टिगत चिन्ह्ति पुनर्विकास योजनाओं के प्रस्तावों, हरिद्वार ऋषिकेश गंगा कोरीडोर, शारदा कॉरीडोर, दो नयी टाउनशिप विकसित करने तथा कैंची धाम परियोजना के कार्यों में भी तेजी लाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि राज्य हित में जिन उद्देश्यों की पूर्ति के लिये यू.आई.आई.डी.बी. का गठन किया गया उसके परिणाम शीघ्र धरातल पर दिखाई दे इसके लिये प्रभावी कार्ययोजना के साथ कार्य किया जाएं।
बैठक में सचिव नियोजन आर. मीनाक्षी सुन्दरम ने यू.आई.आई.डी.बी. की कार्ययोजना से संबंधित प्रस्तुतिकरण दिया। जबकि सचिव पर्यटन श्री सचिव कुर्वे ने पर्यटन विकास से जुडी योजनाओं की जानकारी दी।
बैठक में वित्त मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल, उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव विनय शंकर पाण्डे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

पुलिस-प्रशासन का सहयोग करने की अपील

पुलिस-प्रशासन का सहयोग करने की अपील 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। आगामी त्यौहारों को सकुशल सम्पन्न कराने, सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ रखने तथा शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने हेतु जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस लाईन में धर्मगुरुओं के साथ मीटिंग कर सभी से पुलिस-प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई। आगामी त्यौहारों (महाशिवरात्रि, होली, रमजान आदि) को जनपद में सकुशल सम्पन्न कराने, सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ रखने तथा शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाये रखने के उद्देश्य से आज जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह द्वारा पुलिस लाईन में जनपद के सम्भ्रान्त व्यक्तियों व धर्मगुरुओं के साथ पीस कमेटी मीटिंग का आयोजन किया गया।
मीटिंग में उपस्थित सभी गणमान्य लोगों से अपील की गयी कि सभी लोग एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें, जनपद में शांति व्यवस्था बनाये रखें, साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाडने की कोशिश करने वालों/असामाजिक तत्वों/किसी भी प्रकार की आपराधिक अवांछित गतिविधियों दिखाई देने पर इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें, किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें बल्कि अफवाह की पुष्टि उच्चाधिकारियों से करे तथा जनपद में सौहार्दपूर्ण वातावरण का माहौल बनाये रखने में पुलिस व प्रशासन का सहयोग करें।
सोशल मीडिया पर ऐसी कोई भी पोस्ट शेयर न करें, जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों तथा किसी भी प्रकार की भडकाऊ/गलत/अशोभनीय पोस्ट शेयर न करें, जिससे आपसी सौहार्द खराब हो साथ ही किसी भी हिंसात्मक अथवा कानून विरोधी गतिविधि का हिस्सा ना बनें। मीटिंग के दौरान अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), पुलिस अधीक्षक नगर, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, पुलिस अधीक्षक अपराध सहित अन्य प्रशासन एवं पुलिस अधिकारीगण उपस्थित रहे।

24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 15 मरीज मिलें

24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 15 मरीज मिलें 

अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। सात महीने बाद जिले में कोरोना संक्रमण के 15 मरीज एक साथ 24 घंटे में मिलें हैं। इसके पहले आठ अगस्त को 16 मरीजों की पुष्टि हुई थी। इस समय जिले में 25 कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा है। अधिकांश मरीजों ने जुकाम, खांसी और बुखार होने पर जांच कराया था। संक्रमण बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग ने इन्फ्लूएंजा जैसे संक्रमण (आईएलआई) और सीवियर एक्यूट रेस्पेरेटरी इंफेक्शन (सारी) के मरीजों की निगरानी बढ़ा दी है। सरकारी और निजी अस्पतालों, क्लीनिकों को भी सर्दी, खांसी, जुकाम,बुखार और सांस लेने में परेशानी के मरीजों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को देने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि प्रताप विहार निवासी 34 वर्षीय युवक ने 25 फरवरी को बुखार, खांसी एवं जुकाम होने पर कोरोना की जांच कराई थी। मरीज यशोदा अस्पताल कौशांबी में भर्ती है। 62 वर्षीय, डूडाहेड़ा निवासी बुजुर्ग की जांच 25 फरवरी को हुई थी। बुजुर्ग को हाइपरटेंशन, मधुमेह की बीमारी है। 14 व 15 वर्षीय अर्थला निवासी दो सगे भाइयों के दादा कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमण के बाद गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं। एहतियात के तौर पर दोनों भाइयों ने तीन मार्च को जांच कराई थी। दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों घर पर ही इलाज करा रहे हें।
75 वर्षीय शास्त्रीनगर निवासी महिला ने खांसी, जुकाम होने पर यशोदा अस्पताल में जांच कराया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं 56 वर्षीय शिवपुरी निवासी महिला ने 28 फरवरी को बुखार, खांसी, जुकाम होने पर जांच कराया था। वह भी यशोदा अस्पताल नेहरूनगर में भर्ती हैं। 50 वर्षीय सराय नजर अली निवासी महिला ने 29 फवरी को बुखार, खांसी, जुकाम होने पर जांच कराई थी। उनके पित्त की थैली में पथरी की शिकायत है। घर में ही इलाज चल रहा है। वहीं 65 वर्षीय खोड़ा कॉलोनी निवासी बुजुर्ग ने 26 फरवरी को बुखार, खांसी, सीने में दर्द होने पर जांच कराया था। मरीज को पहले से ही गठिया की शिकायत है। वह नोएडा के एक अस्पताल में भर्ती हैं।

कोरोना की 200 से अधिक वैक्सीन की डोज लगी

कोरोना की 200 से अधिक वैक्सीन की डोज लगी 

अखिलेश पांडेय 
बर्लिन। जर्मनी के मैगडेबर्ग शहर में रहने वाले एक 62 वर्षीय बुजुर्ग शख्स ने हैरान करने वाला दावा किया है। उसने बताया कि उसे कोरोना वायरस की 200 से अधिक वैक्सीन की डोज लगी हैं। शख्स के इस दावे के बाद वैज्ञानिकों के होश उड़ गए। फ्रेडरिक-अलेक्जेंडर-यूनिवर्सिटीएट एर्लांगेन-नूर्नबर्ग (एफएयू) और यूनिवर्सिटाट्सक्लिनिकम एर्लांगेन के शोधकर्ताओं ने अखबार की रिपोर्टों से उस व्यक्ति के बारे में पता लगाया और उसकी इम्यून रिस्पॉन्स का अध्ययन किया।
इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोबायोलॉजी – क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी, इम्यूनोलॉजी एंड हाइजीन के डॉ. किलियन शॉबर ने कहा, “हमें अखबार के लेखों के माध्यम से उनके मामले के बारे में पता चला। हमने फिर उनसे संपर्क किया और उन्हें एर्लांगेन में विभिन्न परीक्षणों से गुजरने के लिए कहा। वह ऐसा करने में बहुत रुचि रखते थे।” प्रेस रिलीज में यह भी कहा गया है कि जर्मनी के यह व्यक्ति को 29 महीनों के निजी वजहों से 217 टीकाकरण लगाए गए।
शॉबर ने आगे बताया, “हाल के सालों में शख्स के कई ब्लड टेस्ट करवाए गए हैं। उन्होंने हमें इन विश्लेषणों के परिणामों का आकलन करने की अनुमति दी। कुछ मामलों में, नमूने फ्रीज कर दिए गए थे और हम स्वयं इसकी जांच करने में सक्षम थे। इसके अलावा, जब शख्स का एक और वैक्सीनेशन किया गया, तब हम लोगों ने खुद से भी उसका ब्लड सैंपल लिया। हम इन सैंपल्स का इस्तेमाल करके यह पता लगाना चाहते थे कि इतने वैक्सीनेशन के बाद कैसे इम्यून सिस्टम काम करता है।
टेस्टिंग के बाद पता चला है कि टी-इफेक्टर कोशिकाएं अधिक संख्या में थीं जो शरीर को कोविड-19 संक्रमण से बचा सकती हैं। जब तीन टीकाकरण प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के इम्यून सिस्टम की तुलना की गई, तो 62 साल के बुजुर्ग में अधिक टी-प्रभावक कोशिकाएं मिलीं। इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने पाया कि ये प्रभावकारी कोशिकाएं थकी हुई नहीं थीं और उन कोशिकाओं की तरह ही प्रभावी थीं जिन्हें सामान्य संख्या में टीकाकरण प्राप्त हुआ था। लैंसेट इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित अध्ययन की लेखक कैटरीना कोचर बताती हैं कि हमारे परीक्षण मामले में मेमोरी कोशिकाओं की संख्या उतनी ही अधिक थी जितनी नियंत्रण समूह में। कुल मिलाकर, हमें कमजोर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के लिए कोई संकेत नहीं मिला; बल्कि, यह इसके विपरीत था।

किसानों को टीम द्वारा प्रशिक्षित किया गया

किसानों को टीम द्वारा प्रशिक्षित किया गया 

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के लखनऊ स्थित क्षेत्रीय केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र के प्रभारी डा. ज्ञान प्रकाश सिंह, संयुक्त निदेशक के निर्देशन एवं डा. मुकेश कुमार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी के सहयोग से विकास भवन स्थित जिला कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय के सभागार में जिले के विभिन्न विकास खण्ड से आए हुए किसानों को नेशनल पेस्ट सर्विलांस सिस्टम (एन पी एस एस) ऐप के बारे में भारत सरकार की टीम द्वारा प्रशिक्षित किया गया। केंद्रीय टीम के प्रभारी के पी पाठक, वनस्पति संरक्षण अधिकारी ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार के एन पी एस एस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जनपद के किसान लाभान्वित होंगे और ऐप के माध्यम से फसलों में कीड़े-बीमारी का आई पी एम तकनीक से प्रबंधन कर कम लागत में दोगुनी आय प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने एन.पी. एस. एस. ऐप की वर्तमान उपादेयता एवं प्रासंगिकता के बारे में बताया। जिला कृषि रक्षा आधिकारी डा मुकेश कुमार ने बताया कि इस ऐप के माध्यम से कीट - व्याधियों के प्रबंधन में प्रयुक्त होने वाले भारत सरकार के केंद्रीय कीटनाशी बोर्ड एवं पंजीकरण समिति द्वारा संस्तुत रासायानिक कीटनाशकों का भी सुझाव प्राप्त होगा । उन्होने कहा कि फसलों में लगने वाले नुकसानदायक कीड़े एवं बीमारियों की पहचान एवं उनके प्रबंधन में यह ऐप अत्यन्त प्रभावी साबित होगा। सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि इस ऐप के माध्यम से प्रशिक्षित किसान फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़े -बीमारियों की पहचान आसानी से कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा तैयार किए गए एन पी एस एस ऐप के माध्यम से फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़े - बीमारियों की पहचान के साथ -साथ किसान अपने खेत से उन कीड़े - बीमारियों की फोटो के साथ आवश्यक डाटा फीडिंग करके सीधे कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार को अपने गांव से ही कीड़े - बीमारियों की सूचना भेज सकते हैं तथा उनके अत्यधिक प्रकोप की स्थिति में ऐप के माध्यम से ही उनके प्रबंधन से सम्बन्धित ऐडवाइजरी मोबाइल पर ही प्राप्त कर सकते हैं। सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी डा. केशवमूर्ति ने एन पी एस एस ऐप के उपयोग की विधि तथा पेस्ट सर्विलांस के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया। उन्होंने एन पी एस एस ऐप में किसानों को कीड़े बीमारियों के फोटो अपलोड करने एवं पेस्ट डेटा एंट्री की तकनीक के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान किया। राकेश मिश्रा, सहायक विकास अधिकारी कृषि रक्षा ने किसानों को कीड़े - बीमारियों की पहचान के बारे में बताया। कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न विकास खण्ड के प्रगतिशील कृषकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...