शनिवार, 24 फ़रवरी 2024

कांग्रेस-आप के बीच सीटों को लेकर सहमति बनी

कांग्रेस-आप के बीच सीटों को लेकर सहमति बनी 

अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली। कांग्रेस और आप के बीच सीटों को लेकर सहमति बन गई है। दिल्ली में आप चार और कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसका औपचारिक एलान प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया गया। इसके साथ ही अन्य कई राज्यों में दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सीट बंटवारे की घोषणा कर दी गई है। कांग्रेस महासचिव और सांसद मुकुल वासनिक ने कहा कि दिल्ली लोकसभा में सात सीटें हैं। इनमें से आम आदमी पार्टी चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनमें नई दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली शामिल हैं। कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनमें चांदनी चौक, उत्तर पूर्व और उत्तर पश्चिम पर चुनाव लड़ेगी। इसके साथ कांग्रेस और आप के बीच गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़ और गोवा में सीट बंटवारे की घोषणा हुई।
हालांकि पंजाब और चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हुआ है। दोनों पार्टियों अलग-अलग चुनाव मैदान में उतरेंगी। चंडीगढ़ सीट कांग्रेस के खाते में आई है। हरियाणा में नौ सीट पर कांग्रेस और एक सीट पर आप लड़ेगी।
ऐसे हुआ सीटों का बंटवारा
दिल्ली (सात सीट): कांग्रेस- 3 और आप 4 पर चुनाव लड़ेगी।
गुजरात (26 सीट): कांग्रेस 24 और आप 2 (भरूच और भावनगर में) पर चुनाव लड़ेगी।
हरियाणा (10 सीटें): कांग्रेस 9 और आप 1 (कुरुक्षेत्र) पर चुनाव लड़ेगी।
चंडीगढ़ में कांग्रेस अकेली सीट पर चुनाव लड़ेगी।
गोवा में कांग्रेस दोनों सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस महासचिव और सांसद मुकुल वासनिक ने कहा कि हरियाणा में 10 लोकसभा सीटें हैं. कांग्रेस 9 पर चुनाव लड़ेगी। एक सीट-कुरुक्षेत्र पर आप के उम्मीदवार होंगे। आगे कहा कि चंडीगढ़ पर लंबी चर्चा के बाद अंत में यह निर्णय लिया गया कि कांग्रेस का उम्मीदवार वहां से चुनाव लड़ेगा।
कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने कहा कि दिल्ली लोकसभा में सात सीटें हैं। आप 4 पर चुनाव लड़ेगी। जिसमें नई दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली शामिल है। कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसमें चांदनी चौक, उत्तर पूर्व और उत्तर पश्चिम पर चुनाव लड़ेगी। इससे पहले, आप ने एक बार फिर शुक्रवार को भाजपा पर हमला बोला है। आरोप है कि आप नेताओं को कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने की धमकियां मिल रही हैं। ऐसा न करने की सूरत में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की धमकी मिल रही है। आप का कहना है कि कांग्रेस से समझौता होकर रहेगा, बेशक केजरीवाल की गिरफ्तारी हो जाए। साथ ही चुनौती दी है कि जिस दिन केजरीवाल गिरफ्तार होंगे, पूरे देश में आप के हक में सुनामी चलेगी और भाजपा का पूरा राजनीतिक गुना-गणित बिगड़ जाएगा।
दिल्ली में कांग्रेस और आप के बीच हुए सीट बंटवारे को लेकर दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि इस बार कांग्रेस और आप लोकसभा चुनाव 2024 एक साथ लड़ेंगे। कांग्रेस उत्तर पूर्व, चांदनी चौक और उत्तर पश्चिम सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं दूसरी तर आप नई दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और पूर्व दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे। इंडिया गठबंधन के एक हिस्से के रूप में हमने पहले भी कहा था कि हम आलाकमान के आदेश का पालन करेंगे। आने वाले समय में हमें सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।

6 महीने के भीतर दोबारा होगी पुलिस भर्ती परीक्षा

6 महीने के भीतर दोबारा होगी पुलिस भर्ती परीक्षा

इकबाल अंसारी 
लखनऊ। यूपी सरकार ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए सिपाही भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया है। पेपर लीक होने के बाद सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। वो परीक्षा को निरस्त कर दोबारा कराए जाने की मांग उठा रहे थे।
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर योगी सरकार ने शनिवार को बड़ा फैसला लिया है। बीते 17 और 18 फरवरी को आयोजित पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा-2023 को रद्द कर दिया गया है। पेपर लीक होने के बाद परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया था। वो सिपाही भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दोबारा कराए जाने की मांग उठा रहे थे। इसे लेकर बरेली मंडल के चारों जिलों में भी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर अफसरों को ज्ञापन सौंपे थे।
हाल में आयोजित हुए यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा को पेपर लीक होने की खबरों के बाद रद्द कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी के अनुसार, छह माह के अंदर ही पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाले एसटीएफ की रडार पर हैं। अब तक कई बड़ी गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने और आगामी छह माह के अंदर ही फिर परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग ने परीक्षा निरस्त करने का आदेश भी जारी कर दिया है। जारी आदेश के मुताबिक, 17 और 18 फरवरी 2024 को सम्पन्न हुई पुलिस भर्ती परीक्षा के संबंध में प्राप्त तथ्यों एवं सूचनाओं के परीक्षण के आधार पर शासन द्वारा परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है।शासन ने भर्ती बोर्ड को यह निर्देश दिए हैं कि जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। शासन ने प्रकरण की जांच एसटीएफ से कराए जाने का फैसला लिया है, दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों अथवा संस्थाओं के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई किए जाने के भी निर्देश दिए हैं। शासन ने छह महीने के अंदर पूर्ण शुचिता के साथ फिर से परीक्षा आयोजित करने और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सेवा से अभ्यर्थियों को निशुल्क सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं।

डब्ल्यूपीएल में संजना ने जड़ा छक्का, रचा इतिहास

डब्ल्यूपीएल में संजना ने जड़ा छक्का, रचा इतिहास

सरस्वती उपाध्याय 
बैंगलुरू। वुमेंस प्रीमियर लीग यानी डब्ल्यूपीएल का रंगारंग कार्यक्रम के साथ आगाज हो चुका है। वुमेंस प्रीमियर लीग का यह दूसरा सीजन है। बालीवुड कलाकारों शाहरुख खान, टाइगर श्राफ और अन्य दूसरे कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दी। डब्ल्यूपीएल का दूसरा सीजन का आगाज बेहद ही रोमांचक मुकाबले के साथ हुआ। मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच सीजन का पहला मैच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया। इस मुकाबले का नतीजा आखिरी गेंद पर निकला। मुंबई इंडियंस की सजीवन संजना ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर ना सिर्फ अपनी टीम को जीत दिलाई बल्कि वुमेंस क्रिकेट में भी इतिहास रचा। वह टी20 क्रिकेट में अपनी पारी की पहली गेंद पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनी गई है। बता दें, दिल्ली कैपिटल्स ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 171 रन बोर्ड पर लगाए थे, इस स्कोर का पीछा मुंबई इंडियंस ने 4 विकेट रहते सफलतापूर्वक किया। सजीवन संजना को बैटिंग करने का मौका मैच की आखिरी गेंद पर मिला जब 19वें ओवर की पांचवी गेंद पर मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर आउट हुईं। हैरी जब आउट हुईं तो मुंबई को जीत के लिए 5 रनों की दरकार थी। सजीवन संजना पर दबाव अधिक था क्योंकि वह अपने डब्ल्यूपीएल करियर की भी पहली गेंद खेल रही थी। हालांकि उन्होंने इस दबाव को बखूबी संभाला और अपने डब्ल्यूपीएल करियर की पहली ही गेंद पर छक्का जड़ टीम को जीत दिलाई। बात मुकाबले की करें तो, टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने ऐलिस कैप्सी (75) के अर्धशतक के दम पर निर्धारित 20 ओवर में 171 रन बोर्ड पर लगाए। कैप्सी के अलावा जैमिमा रोड्रिग्स ने 24 गेंदों पर 42 रनों की शानदार पारी खेली। यह डब्ल्यूपीएल में मुंबई इंडियंस के खिलाफ किसी भी टीम का अब तक का सर्वाधिक स्कोर है। 172 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई इंडियंस की शुरुआत तो अच्छी नहीं रही। पारी की दूसरी ही गेंद पर हेले मैथ्यूज बिना खाता खोले पवेलियन लौटी। हालांकि इसके बाद यस्तिका भाटिया (57) ने अर्धशतक जड़ टीम को संभाला। यस्तिका डब्ल्यूपीएल में अर्धशतक लगाने वाली पहली बाएं हाथ की बैटर बनीं है। उनका साथ इस दौरान कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 55 रनों की शानदार पारी खेलकर दिया।

नारियल पानी का सेवन करना बेहद लाभदायक

नारियल पानी का सेवन करना बेहद लाभदायक 

सरस्वती उपाध्याय 
गर्मियों के मौसम में नारियल पानी का सेवन करना बहुत ही लाभदायक होता है। क्योंकि गर्मियों में खुद को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी होता है, इसलिए रोजाना नारियल पानी का सेवन करने से हम खुद को हाइड्रेट रख पाते हैं। साथ ही, गर्मियों में नारियल पानी पीने के कई फायदे होते हैं।
गर्मियों में रोजाना नारियल पानी पिने से मिलते है अनेको फायदे , जाने कैसे ?

हाईड्रेशन 
शरीर को हाइड्रेट रखने में नारियल पानी का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद है। नारियल पानी में 90% पानी नहीं होता है। शरीर में पानी की कमी होने पर नारियल का पानी पीना फायदेमंद होता है, जो पानी की कमी को पूरा करने में सहायक होता है। साथ ही आपको डिहाइड्रेशन की समस्या भी बचाता है।

पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद 
कई बार आपने सुना होगा कि तरल पदार्थों के अधिक सेवन से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है क्योंकि इसे पचाने में आसानी होती है और पोषक तत्व भी रक्त द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाते हैं। नारियल पानी में उच्च मात्रा में फाइबर और मैग्नीशियम पाए जाते हैं, जो पेट के लिए काफी फायदेमंद होता है। इससे कब्ज और अपच की दिक्कत कम हो सकती है।

कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार 
कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए नारियल पानी अच्छा होता है। इसका एक और कारण यह है कि यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है।

वजन कम करने में सहायक
कई लोग अपने बढ़े हुए वजन को लेकर परेशान रहते हैं। साथ ही उनके लिए गर्मियों में खुद को फिट रखना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आप रोज सुबह नारियल पानी के सेवन कर सकते हैं। इसमें फैट की मात्रा कम होती है और यह पूरे दिन आपको भरा हुआ महसूस करता है। इससे आपकी बॉडी ग्लो कर सकती है। साथ ही शरीर भी सुडौल रहता है।

कॉलोनाइजर ने सरकार को करोड़ों का चूना लगाया

कॉलोनाइजर ने सरकार को करोड़ों का चूना लगाया

अमित शर्मा 
चंडीगढ़। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा बाजवा डिवैलपरज़ लिमटिड, सन्नी इनकलेव खरड़ के डायरैक्टर जरनैल सिंह बाजवा निवासी सैक्टर- 71 एस. ए. एस. नगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि उक्त कालोनाइजर ने सरकार को करोड़ों का चूना लगाया है।
इसके साथ ही चीफ़ टाऊन प्लानर पंजाब (CTP) पंकज बावा निवासी मकान नं. 253, सैक्टर- 22 ए, चंडीगढ़ और राजस्व पटवारी लेख राज (अब सेवामुक्त) निवासी मकान नंबर 55, सैक्टर- 118 के विरुद्ध ग़ैर- कानूनी तौर पर हाउसिंग प्रोजैक्ट पास करने और अपेक्षित फीस जमा न कराने के दोष अधीन मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में सी. टी. पी. पंजाब पंकज बावा को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
मैसर्ज बाजवा डिवैलपरज़ लिमटिड ने स्कैम किया
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये आज यहाँ राज्य विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि एक शिकायत की जांच के दौरान पाया गया कि मैसर्ज बाजवा डिवैलपरज़ लिमटिड ने ज़िला मोहाली के गाँव सिंहपुर, हसनपुर और जंडपुर की 179 एकड़ ज़मीन में राज्य सरकार से रिहायशी/ व्यापारिक प्रोजैक्ट पास करवाया था।
1 करोड़ रुपए सरकार के पास जमा नहीं करवाए
अधिकारित कमेटी की तरफ से 22- 03- 2013 को लिए गए फ़ैसले अनुसार, उक्त प्रमोटर ने कैंसर राहत फंड के तौर पर प्रोजैक्ट की लागत का एक फ़ीसद या अधिकतम 1 करोड़ रुपए सरकार के पास जमा नहीं करवाए और इस सम्बन्धी पुड्डा के अधिकारियों/ कर्मचारियों ने नियमों अनुसार उक्त डिवैलपर के विरुद्ध कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई।
रिहायशी योजना भी मंज़ूर करवा ली थी
इसके इलावा, बाजवा डिवैलपरज़ लिमटिड ने सैक्टर 120, 123, 124 और 125 में सन्नी एन्क्लेव, गाँव जंडपुर, सिंहपुर, हसनपुर में रिहायशी मेगा प्रोजैक्ट का लेआउट प्लान भी मंज़ूर करवा लिया था जिसमें 9.09 एकड़ में आर्थिक तौर पर पिछड़े वर्गों ( ई. डब्ल्यू. एस.) के लिए रिहायशी योजना भी मंज़ूर करवा ली थी।
गमाडा के नाम पर नहीं करवाई गई थी
इस क्षेत्रफल में से गाँव हसनपुर का 4 कनाल 17. 1/ 10 मरले और गाँव सिंहपुर का 57 कनाल 0. 1/ 2 मरले क्षेत्रफल गमाडा के नाम पर रजिस्टर्ड करवा दिया परन्तु बाजवा डिवैलपरज़ लिमटिड की तरफ से 1.32 एकड़ क्षेत्रफल की रजिस्टरी अभी भी गमाडा के नाम पर नहीं करवाई गई थी।

राज्यसभा चुनाव रालोद का पहला इम्तिहान है

राज्यसभा चुनाव रालोद का पहला इम्तिहान है

हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। प्रदेश की 10वीं राज्यसभा सीट पर मचे सियासी घमासान के बीच रालोद हर कदम पर एहतियात बरत रहा है। रविवार को मथुरा में रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। यहीं से विधायक मतदान के लिए रवाना होंगे। इसके बाद लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से अहम मुलाकात होगी। राज्यसभा चुनाव के लिए 27 फरवरी को मतदान होना है। भाजपा और सपा ने अपने-अपने प्रत्याशी के लिए वोट जुटाने में ताकत झोंक रखी है। एनडीए में शामिल होने की रस्म अदायगी से पहले राज्यसभा चुनाव रालोद का भी पहला इम्तिहान है। रालोद के हिस्से के नौ वोट नतीजों में अहम भूमिका निभाएंगे।
यही वजह है कि रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने 25 फरवरी को मथुरा स्थित आवास पर अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। राज्यसभा चुनाव को लेकर निर्णायक रणनीति तैयार होगी। मथुरा से ही विधायक लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे। सोमवार को रालोद विधायक लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अहम बिंदुओं पर चर्चा करेंगे।
दस सीटों के राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा ने आठवें प्रत्याशी के तौर पर संजय सेठ को मैदान में उतार रखा है। कुल प्रत्याशियों की संख्या 11 हो गई है, जिसके चलते एक सीट पर मतदान होगा। एनडीए के साथ गठबंधन में शामिल होने जा रहे रालोद के पास नौ विधायक हैं। जिसके चलते रालोद की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। बुढ़ाना से राजपाल बालियान, पुरकाजी सुरक्षित सीट से अनिल कुमार, खतौली से मदन भैया, मीरापुर से चंदन चौहान, छपरौली से अजय कुमार, सिवालखास से गुलाम मोहम्मद, शामली से प्रसन्न चौधरी, थानाभवन से अशरफ अली खान और सादाबाद से गुड्डू चौधरी विधायक हैं।
साल 2022 में सपा से रालोद में शामिल होकर विधानसभा चुनाव जीतने वाले विधायकों पर भी सबकी नजर टिकी है। इनमें मीरापुर विधायक चंदन चौहान, सिवालखास विधायक गुलाम मोहम्मद और पुरकाजी सुरक्षित सीट से विधायक अनिल कुमार शामिल हैं। तीनों विधायक चुनाव से पहले सपा में थे, लेकिन गठबंधन में सीट रालोद पर चले जाने के बाद सिंबल बदलकर चुनाव लड़ा था। राज्यसभा के मतदान में रालोद पहले भी मात खा चुका है। वर्ष 2017 में छपरौली से रालोद विधायक चुने गए सहेंद्र सिंह रमाला ने वर्ष 2018 में राज्यसभा चुनाव में पार्टी के निर्देश के विरुद्ध कार्य किया था। जिसके चलते तत्कालीन अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

जितने कानून बना लें, मुसलमान शरीयत ही मानेंगे

जितने कानून बना लें, मुसलमान शरीयत ही मानेंगे

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने असम सरकार द्वारा मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम को रद्द करने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि उनकी चाहे जितनी मर्जी हो, उतने कानून बना लेने दो लेकिन मुसलमान सिर्फ शरीयत और कुरान ही मानेंगे। सपा सांसद ने कहा कि सारे टारगेट केवल मुस्लिम हैं।
मीडिया से बात करते हुए हसन ने कहा, “इस बात को इतना हाइलाइट करने की जरूरत नहीं है। मुसलमान शरीयत और कुरान का ही पालन करेंगे। वे (सरकार) जितने चाहें उतने अधिनियमों का मसौदा तैयार कर सकते हैं…हर धर्म के अपने-अपने रीति-रिवाज होते हैं। इनका पालन हजारों वर्षों से किया जा रहा है। उनका अनुसरण जारी रहेगा।” हसन मुरादाबद से सपा के सांसद हैं और पेशे से सर्जन हैं। वह मुरादाबाद के पूर्व मेयर भी रह चुके हैं। वहीं कांग्रेस नेता अब्दुर रशीद मंडल ने असम कैबिनेट के फैसले को “भेदभावपूर्ण निर्णय” बताया है। उन्होंने कहा, “कुल मिलाकर यह असम की कैबिनेट का एक भेदभावपूर्ण निर्णय है क्योंकि सरकार यूसीसी और बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने के बारे में बात कर रही थी, लेकिन वे अज्ञात कारणों से ऐसा करने में विफल रहे।
अब, जब चुनाव सिर पर है तो वे इस अधिनियम को रद्द करने और कुछ इसी तरह के फैसलों से मुसलमानों को वंचित और उनके साथ भेदभाव करके हिंदू मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में गोलबंद करने की कोशिश कर रहे हैं,यह कहते हुए कि यह आजादी से पहले का अधिनियम है और बाल विवाह को बढ़ावा दे रहा है जो तथ्य से परे है।”
उन्होंने कहा, “यह विवाहों को पंजीकृत करने का एकमात्र तंत्र है। मुसलमानों के लिए और कोई संस्था नहीं है और यह भारत के संविधान के अनुसार है। यह मुसलमानों का निजी कानून है जिसे रद्द नहीं किया जा सकता… मैं इस पर अपनी पार्टी के नेताओं और अपने नेताओं से चर्चा करूंगा पार्टी इस बारे में आगे की रणनीति पर बात करेगी।”
इस बीच, एआईयूडीएफ विधायक हाफिज रफीकुल इस्लाम ने कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली असम सरकार में उत्तराखंड की तर्ज पर राज्य में समान नागरिक संहिता लाने की हिम्मत नहीं है। बता दें कि असम मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को बाल विवाह को समाप्त करने के लिए असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम, 1935 को रद्द करने की मंजूरी दे दी है। राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने यह जानकारी दी। कानून को निरस्त किए जाने पर जिला आयुक्तों और जिला रजिस्ट्रार को इस समय 94 मुस्लिम विवाह रजिस्ट्रार के पास मौजूद ‘‘पंजीकरण रिकॉर्ड को अपने संरक्षण’’ में लेने के लिए अधिकृत किया जाएगा। असम पंजीकरण महानिरीक्षक के समग्र पर्यवेक्षण और नियंत्रण के तहत ऐसा किया जाएगा।
अधिनियम निरस्त होने के बाद मुस्लिम विवाह रजिस्ट्रार को उनके पुनर्वास के लिए दो लाख रुपये का एकमुश्त मुआवजा प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिनियम को निरस्त करने का निर्णय शुक्रवार को देर रात कैबिनेट की बैठक में लिया गया। यह असम के तत्कालीन प्रांत के लिए स्वतंत्रता से पहले लागू किया गया एक पुराना अधिनियम था जिसे ब्रिटिश शासनकाल में लागू किया गया था।
उन्होंने कहा कि अधिनियम के अनुसार, विवाह और तलाक का पंजीकरण कराना अनिवार्य नहीं है और पंजीकरण का तंत्र अनौपचारिक है, जिससे मौजूदा मानदंडों का अनुपालन न करने की काफी गुंजाइश रहती है। बैठक में जिक्र किया गया कि अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, पुरुषों के लिए 21 वर्ष से कम और महिलाओं के लिए 18 वर्ष से कम उम्र के इच्छुक व्यक्तियों के विवाह को पंजीकृत करने की गुंजाइश बनी रहती है और अधिनियम के कार्यान्वयन की निगरानी बमुश्किल ही संभव है। मुख्यमंत्री ने पहले कहा था कि राज्य सरकार बहुविवाह को समाप्त करने के लिए एक विधेयक लाने की योजना बना रही है।

सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी

सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी  संदीप मिश्र  लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भी 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी के टैक्स फ्री ...