शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024

झोपड़ी में आग लगी, 3 बच्चों की जलकर मौत हुई

झोपड़ी में आग लगी, 3 बच्चों की जलकर मौत हुई

संदीप मिश्र 
बरेली। बरेली के फरीदपुर क्षेत्र में दर्दनाक घटना हुई है। गांव नवादा बिलसंडी में शुक्रवार दोपहर को एक झोपड़ी में आग लग गई जिससे तीन बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। एक अन्य बच्ची भी झुलसी है। उसकी हालत गंभीर बताई गई है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलने के बाद थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक गांव नवादा बिलसंडी में रामदास का मकान है। उसकी छत पर पुआल रखा था। दोपहर के वक्त किसी तरह उसमें आग लग गई। जलता हुआ पुआल नीचे झोपड़ी पर जाकर गिरा। झोपड़ी के पास कुछ बच्चे लुकाछिपी खेल रहे थे। चार बच्चे झोपड़ी में छिपे हुए थे। कुछ ही देर में पूरी झोपड़ी ने आग पकड़ ली। मासूम बच्चे लपटों के बीच में फंस गए।
बच्चों की चीख-पुकार सुनकर परिजन और पड़ोस के लोग मौके पर दौड़े। उन्होंने बॉल्टियां में पानी भरकर किसी तरह आग बुझाई, लेकिन तब तक चारों बच्चे बुरी तरह जल चुके थे। इनमें तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। चौथी बच्ची को आननफानन अस्पताल ले जाया गया है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद परिवार की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है।
इन बच्चों की हुई मौत
1.प्रियांशी पुत्री भीम
2.मानवी पुत्री अमिताभ
3.नैना पुत्री सुखवीर (5) नीतू पुत्री अमिताभ की हालत गंभीर है।

पत्नी 5 हजार रुपए महीना गुजारा भत्ता देगी

पत्नी 5 हजार रुपए महीना गुजारा भत्ता देगी

अखिलेश पांडेय 
इंदौर। अक्सर आपने तलाक या किसी अन्य मामलों में पति द्वारा पत्ती को गुजारा भत्ता देने के फैसले खूब सुने होंगे, लेकिन इंदौर की फैमिली कोर्ट ने एक ऐसा आदेश सुनाया जो चर्चा का विषय बन हुआ है। जी हां, इसमें कोर्ट ने पति के हक में फैसला सुनाते हुए आदेशित किया है कि ब्यूटी पार्लर चलाने वाली पत्नी अपने 12वीं पास पति को प्रत्येक माह पांच हजार रुपए बतौर गुजारा भत्ता देगी। संभवत: एमपी में अब तक का यह पहला मामला है, जिसमें कोर्ट ने पत्नी पर पति को गुजारा भत्ता देने का फैसला सुनाया है।
दरअसल, इंदौर फैमिली कोर्ट में 23 वर्षीय पति और 22 वर्षीय पत्ती का केस चल रहा था। जानकारी के मुताबिक, कॉमन फ्रैंड के जरिए हुई पहचान के बाद उक्त युवक और युवती के बीच प्रेम प्रसंग बन गया। हालांकि, युवक युवती की कुछ हरकतों की वजह से शादी नहीं करना चाहता था, लेकिन लड़की ने धमकी दी कि अगर शादी नहीं की तो वह जान दे देगी। लिहाजा, दबाव में आकर दोनों ने साल 2021 में आर्य मंदिर में शादी कर ली।
इस शादी से लड़के के परिवार वाले खुश नहीं थे और युवक भी पत्नी के साथ घुट-घुटकर रह रहा था। वहीं, पत्नी की कुछ हरकतों से आजिज आकर एक दिन पति उसे छोड़कर भाग गया। उसने अपने परिजनों को पूरी बात बताई। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और कोर्ट में भरण पोषण के लिए केस भी दायर किया।
पति के केस दर्ज करवाने के बाद पत्नी ने भी उल्टा ससुराल वालों पर घरेलू हिंसा का केस दर्ज करा दिया। कोर्ट में पत्नी ने बताया कि उसका पति कामकाजी नहीं है। लिहाजा, उसने पति से भरण पोषण की भी मांग की। वहीं, पति ने कोर्ट में दलील देते हुए कहा कि पत्नी की वजह से उसकी पढ़ाई छूट गई और वह बेरोजगार रह गया। उसने बताया कि उसकी पत्नी ब्यूटी पार्लर का संचालन करती और उसे बेरोजगार होने का ताना देकर प्रताड़ित करती है। तमाम बिंदुओं पर जांच करते हुए कोर्ट ने महिला के झूठ को पकड़ लिया। कोर्ट ने मामले में पत्नी को आदेश देते हुए बेरोजगार पति को 5 हजार रुपए प्रति माह गुजारा भत्ता देने का फैसला सुनाया।

8 चरणों में होगा चुनाव, 13 मार्च को होगी घोषणा

8 चरणों में होगा चुनाव, 13 मार्च को होगी घोषणा

सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को अब महज कुछ ही महीने बचे हैं। चुनाव आयोग 13 मार्च के बाद कभी भी लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर सकता है। इंडिया टुडे के अनुसार, चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि आम चुनाव की तैयारियों को लेकर चुनाव आयोग के अधिकारी विभिन्न राज्यों का अभी दौरा कर रहे हैं और जब ये पूरा हो जाएगा, तब लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा।
लोकसभा चुनाव में राज्य चुनाव आयोग की क्या तैयारियां हैं, इसके लिए चुनाव आयोग के अधिकारी तमिलनाडु का दौरा कर रहा है। जबकि पिछले दिनों बिहार में भी आयोग के अधिकारियों ने जायजा लिया था। अब आने वाले समय में उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों का चुनाव अधिकारी दौरा करेंगे। ये दौरे 13 मार्च से पहले खत्म हो जाएंगे। ऐसे में चुनाव आयोग 13 मार्च के बाद कभी भी लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।
आम चुनाव को लेकर विभिन्न दलों की तैयारियां भी पूरी हैं। बीजेपी को जहां पीएम मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर से सरकार बनाने की उम्मीद है, तो वहीं, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने साथ मिलकर इंडिया गठबंधन तैयार किया है। विपक्षी अलायंस ने भी लोकसभा चुनाव में अपनी जीत का दावा किया है। बीजेपीनीत एनडीए का सामना इंडिया गठबंधन से होगा। इसके अलावा, कई क्षेत्रीय दल भी अपने-अपने राज्यों में अहम भूमिका निभाएंगे।
बता दें कि पिछला लोकसभा चुनाव 2019 में हुआ था, जिसमें बीजेपी को बड़ी जीत हासिल हुई थी। 11 अप्रैल से 19 मई 2019 तक कुल सात चरणों में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान करवाए गए थे। वहीं, नतीजों का ऐलान 23 मई, 2019 को हुआ था। इन चुनावों में बीजेपी ने 303 सीटों के साथ बड़ी जीत दर्ज की थी। पार्टी को कुल 37.36 फीसदी वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस सिर्फ 52 सीटों पर ही सिमट कर रह गई थी। लगभग 91 करोड़ वोटर्स पिछले आम चुनाव में मतदान करने के लिए पात्र थे और वोटर टर्नआउट 67 फीसदी रहा था।

बसपा की सेंधमारी गठबंधन को नुकसान करेगी

बसपा की सेंधमारी गठबंधन को नुकसान करेगी

अकांशु उपाध्याय 
लखनऊ। यूपी के लोकसभा के चुनावी रण में सपा-कांग्रेस का एक साथ रहना तय हो चुका है। सीटों के बंटवारे में कांग्रेस के खाते में वही सीटें गई हैं जिन पर उसका अपना प्रभाव कभी रहा करता था। यूपी की 80 लोकसभा सीटों के इतिहास पर नजर डाला जाए तो सपा-कांग्रेस गठबंधन का सीधा असर 25 सीटों पर सीधा दिखाई दे रहा है। इसमें सबसे अधिक 13 सीटें मुस्लिम बाहुल्य वाली हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात तो यह है कि वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा इनमें से पांच सीटें जीतने में कामयाब रही थी। इन सीटों पर मुस्लिमों की आबादी 35 से लेकर 45 प्रतिशत तक बताई जा रही है।
एक समय था कि यूपी में कांग्रेस, सपा व बसपा का दबदबा हुआ करता था, लेकिन पिछले दो लोकसभा चुनावों में भाजपा ने इन सभी को पीछे छोड़ दिया। बात सिर्फ तीन लोकसभा चुनावों की करें तो भाजपा ने सभी पार्टियों को पीछे धकेला है। वर्ष 2009 के चुनाव में सपा ने 23 तो कांग्रेस ने 21 सीटें यूपी में जीती थीं। इन दोनों पार्टियों का वोट प्रतिशत भी भाजपा से कहीं अधिक था, लेकिन वर्ष 2014 और 2019 के चुनावों में इनका वोटिंग प्रतिशत काफी नीचे चला गया।
यह माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्र्रेस के एक साथ आने से मुस्लिम वोटों का बंटवारा काफी हद तक रुकेगा। अब देखने वाला यह होगा कि बसपा कितने सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारती है, क्योंकि वह इनके साथ नहीं है और अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा है। बसपा के मुस्लिम दांव पर वोटों का बंटवारा रोकने के लिए सपा और कांग्रेस की रणनीति कितनी कारगर होती है यह तो समय बताएगा। बसपा मुस्लिम वोट बंटवारा कराने में सफल रही तो इसका सीधा नुकसान सपा-कांग्रेस गठबंधन पर पड़ेगा। जिसकी संभावना बहुत कम प्रतीत होती है।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा के साथ गठब्ंधन पर चुनाव लड़ी थी। इस चुनाव में मुस्लिम बाहुल्य 13 सीटों पर मुस्लिमों का वोट एकतरफा गठबंधन को गया था। इसका सीधा फायदा यह हुआ की मुस्लिम प्रभाव वाली 13 सीटों में आठ इस गठबंधन के पास गई। इसमें से पांच बसपा तो तीन सपा जीती थी।
सपा मैनपुरी, एटा, बदायूं, कन्नौज, रामपुर, मुरादाबाद व आजमगढ़। कांग्रेस रायबरेली, अमेठी, कानपुर, झांसी, बासगांव। इसके अलावा मुस्लिम बाहुल्य बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, कैराना, सहारनपुर, संभल, नगीना, बहराइच, बरेली व श्रावस्ती हैं।

किसान की मौत, दोषियों को कड़ी सजा दिलाएंगे

किसान की मौत, दोषियों को कड़ी सजा दिलाएंगे

इकबाल अंसारी 
चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने घोषणा की है कि राज्य सरकार किसान आंदोलन  शुभकरण के हत्यारों को सलाखों के पीछे डालने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि इस युवक की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दिलाई जाएंगी। सीएम मान ने अफसोस जताया कि जब वह केवल अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग कर रहे थे तो उन्हें ‘घृणित लहजे’ का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार व्यक्ति किसी भी तरह की नरमी के पात्र नहीं हैं और उन्हें उनके अपराध के अनुरूप सजा दी जाएगी।
सीएम मान ने कहा कि जांच के बाद इस युवक की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और अनुकरणीय सजा सुनिश्चित की जाएगी। सीएम मान ने कहा कि इस कठिन समय में भी राज्य सरकार पंजाब के अन्नदाताओं के साथ खड़ी है, जिनकी राह में पंजाब विरोधी ताकतें बाधाएं डाल रही हैं ताकि वे अपनी जायज मांगों के लिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में न जा सकें।
उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने देश की आजादी, देश को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने और देश की सीमाओं की रक्षा करने में अतुलनीय योगदान दिया है, लेकिन इसके बावजूद पंजाबियों को निशाना बनाया जा रहा है, जो सरासर अन्याय और बदमाशी है।

धरनारत किसानों और पुलिस के बीच टकराव हुआ

धरनारत किसानों और पुलिस के बीच टकराव हुआ

राणा ओबरॉय 
हिसार। एमएसपी गारंटी समेत कई मांगों को लेकर किसान 11 दिन से धरने पर हैं। हरियाणा के हिसार में किसानों और पुलिस के बीच शुक्रवार को झड़प हो गई। खनौरी बॉर्डर जाने के लिए किसान खेड़ी चौपटा में इकट्ठा हुए थे। पुलिस ने उन्हें वहां जाने से रोका, जिसे लेकर बवाल हो गया। किसानों का कहना है कि पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले बरसाए।
पुलिस ने किसानों के टैक्टरो की हवा निकाल दी। किसानों ने पुलिस पर पथराव किया है और पुलिस के वाहन को भी तोड़ दिया।
बता दें कि हिसार के खेड़ी चौपटा के पक्के मोर्चे पर किसानों ने शुक्रवार दोपहर बाद खनौरी बॉर्डर जाने का आह्वान किया था। यहां पर 18 फरवरी से किसानों का धरना चल रहा है।

एमएसपी के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे: सिंह

एमएसपी के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे: सिंह

अमित शर्मा 
चंडीगढ़। किसान आंदोलन के बीच पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने ऐलान किया है कि केंद्र और हरियाणा की बीजेपी सरकार द्वारा किसानों पर किए जा रहे अत्याचार को देखते हुए किसानों की मांगों में शामिल एमएसपी की जरूरत क्यों है? इसके प्रति आम लोगों को जागरूक किया जायेगा। इसलिए राज्य के सभी तकनीकी शिक्षा महाविद्यालयों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए एमएसपी पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
पंजाब स्टेट इंटर पॉलिटेक्निक यूथ फेयर के दूसरे दिन वे विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार देने पहुंचे। स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि विजेता विद्यार्थियों को 51 हजार, 31 हजार और 21 हजार के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जो छात्र कृषि कानूनों के संदर्भ में भारत की कृषि अर्थव्यवस्था में एमएसपी की मांग के महत्व और आवश्यकता पर सर्वश्रेष्ठ निबंध लिखेंगे, उन्हें पंजाब विधानसभा में आमंत्रित करके सम्मानित किया जाएगा।
इस मौके पर संधवन ने किसानों के चल रहे आंदोलन के समर्थन में किसान मजदूर एकता का नारा बुलंद किया। उन्होंने कहा कि पंजाब की किसी दूसरे धर्म या व्यक्ति से कोई दुश्मनी नहीं है बल्कि हमारा विरोध गुंडागर्दी के खिलाफ है। उन्होंने युवा छात्रों को देश की राजनीति में सुधार के लिए शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...