मौनी अमावस्या का विशेष महत्व, जानिए
सरस्वती उपाध्याय
शास्त्रों में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है। माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या और माघ अमावस्या भी कहते हैं। वहीं इस दिन ऋषि मनु का जन्म हुआ था। आपको बता दें कि इस दिन व्रत और दान करने का महत्व है। इस दिन दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। वहीं यह तिथि पितरों को समर्पित भी मानी गई है। इस दिन लोगों को तर्पण और श्राद्ध करना चाहिए, जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष है। साथ ही इस दिन भगवान शिव और भगवान विष्णु का पूजन करना बेहद शुभ होता है। आइए जानते हैं मौनी।
अमावस्या शुभ मुहुर्त और तिथि…
मौनी अमावस्या तिथि 2024
वैदिक पंचांग के अनुसार मौनी अमावस्या तिथि 9 फरवरी को सुबह 8 बजकर 1 मिनट से आरंभ होगी, जो अगले दिन 10 फरवरी सुबह 4 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए मौनी अमावस्या 9 फरवरी को मनाई जाएगी।
मौनी अमावस्या शुभ मुहूर्त 2024
ब्रह्म मुहूर्त- 05:21 AM से 06:13 AM
सर्वार्थ सिद्धि योग- 07:05 AM से 11:29 PM
अभिजित मुहूर्त- 12:13 PM से 12:58 PM
विजय मुहूर्त- 02:26 PM से 03:10 PM
अमृत काल- 02:17 PM से 03:42 PM
इन चीजोंं का करें दान
अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण और श्राद्ध करना चाहिए। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही जीवन में सुख- समृद्धि बनी रहती है। वहीं अमावस्या के दिन तिल, तिल के लड्डू, तिल का तेल, वस्त्र और आंवला दान में करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं अगर आपकी कुंडली में पितृ या सूर्य दोष है तो आप एक लोटे में जल लेकर उसमें लाल पुष्प और काले तिल डालें। फिर पितरों का ध्यान करते हुए इस जल को सूर्यदेव को अर्पित कर दें। ऐसा करने से आपको सूर्य देव और पितरों का आशार्वाद प्राप्त होगा।
मौनी अमावस्या का धार्मिक महत्व
सभी अमावस्या तिथियों में मौनी अमावस्या को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। साथ ही इस दिन स्नान दान करने और मौन व्रत रहने की परंपरा है। ऐसा करने से मन को शांति मिलती है। वहीं इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विधान है। इस दिन पर ओम नमो भगवते वासुदेवाय, ओम खखोल्काय नम:, ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए।