मंगलवार, 19 दिसंबर 2023

स्वादिष्ट गाजर की खीर बनाने की विधि, जानिए

स्वादिष्ट गाजर की खीर बनाने की विधि, जानिए 
सरस्वती उपाध्याय 
खीर का नाम सुनते ही मुंह में पानी आने लगता है। आम तौर पर चावल की खीर बनती है, लेकिन कुछ और चीजें भी हैं जिससे यह तैयार की जा सकती है और वह बेहद स्वादिष्ट होती है। आज हम बात कर रहे हैं गाजर की खीर की, जो सर्दियों में भरपूर पोषण भी देती है। आम तौर पर गाजर का मीठे के रूप में हलवा बनाकर ही मजा लिया जाता है, लेकिन आप एक बार इसकी खीर चख लेंगे तो बार-बार इसकी डिमांड करेंगे। यह घर में छोटे-बड़ों सबको पसंद आएगी। इस बनाने में दूध, इलायची के साथ ही ड्राई फ्रूट्स काम लिए जाते हैं। इसे लंच या डिनर के बाद सर्व कर सकते हैं।
सामग्री
गाजर – 250 ग्राम
दूध – 1 लीटर
बादाम – 8-10
इलायची – 2 पिंच
चीनी – 1 कप
विधि
1- सबसे पहले गाजर को धोकर साफ कर लें। इसके बाद उन्हें सूखे सूती कपड़े से पोछ लें। अब गाजर को कद्दूकस कर एक बर्तन में अलग रख दें।
2- इसके बाद बादाम को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।अब एक गहरे तले वाले बर्तन में दूध डालकर उसे मीडियम आंच पर गरम करने के लिए रख दें।
3- अब दूध को 2-3 मिनट तक पकाने के बाद उसमें उबाल आना शुरू हो जाएगा। इसके बाद दूध में कद्दूकस गाजर डालकर मिक्स कर दें।
4- अब खीर को 4-5 मिनट तक पकने दें। जब खीर गाढ़ी होने लग जाए तो इसमें दो चुटकी इलायची पाउडर और चीनी डालकर मिक्स करें। अब खीर को ढककर लगभग 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।
5- खीर तब तक पकाना है। जब तक कि गाजर अच्छी तरह से नरम होकर पूरी पक न जाए। गाजर की खीर तैयार है। इसे सर्विग बाउल में डालें और ऊपर से बादाम के टुकड़ों से गार्निश कर परोसें।

पीएम पद के लिए खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा

पीएम पद के लिए खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा 
अकाशुं उपाध्याय 
नई दिल्ली।इंडिया गठबंधन की बैठक खत्म हो चुकी है। बताया जा रहा है कि बैठक में ममता बनर्जी ने पीएम पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा है। विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक मंगलवार को यहां खत्म हो गई, जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा। सूत्रों के मुताबिक, कुछ और नेताओं ने भी ममता का समर्थन किया, लेकिन खड़गे ने कहा की अभी चुनाव सामने हैं और वो अभी चुनाव जीतने के लिए काम करना है, पीएम उम्मीदवार बाद में देख लेंगे।
बैठक में अगले लोकसभा चुनाव के लिए सीट के बंटवारे, साझा जनसभाओं और नए सिरे से रणनीति बनाने समेत कई मुद्दों पर भी चर्चा हुई। अशोक होटल में आयोजित इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, जनता दल (यू) से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजीव रंजन सिंह, शिवसेना (यूबीटी) से उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती, अपना दल (के) से कृष्णा पटेल एवं पल्लवी पटेल और कई अन्य नेता शामिल हैं। यह बैठक हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में हो रही है।
राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में सकारात्मक एजेंडा तय करने, सीट के बंटवारे, नए सिरे से रणनीति बनाने, और साझा जनसभाओं को लेकर मुख्य रूप से चर्चा हुई।
इंडिया गठबंधन की बैठक में संसद से विपक्षी सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर चर्चा हुई और इसकी निंदा की गई। इंडिया गठबंधन की बैठक में शरद पवार, सुप्रिया सुले, सोनिया गांधी, अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान पहुंचे।

सुरक्षा को फुलप्रूफ बनाने के निर्देश दिए: पंजाब

सुरक्षा को फुलप्रूफ बनाने के निर्देश दिए: पंजाब 
अमित शर्मा 
चंडीगढ़। लोकसभा की सुरक्षा में हुई सेंधमारी के बाद पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार संधवां भी गंभीर हो गए हैं। उन्होंने पंजाब पुलिस और स्टाफ को विधानसभा की सुरक्षा को फुलप्रूफ बनाने के निर्देश दिए हैं। पंजाब विधानसभा अब विजिटर का रिकॉर्ड डिजिटल रूप से रखने और पास पर उनका फोटो लगाने के बारे में विचार कर रहा है।
जानकारी के अनुसार अभी तक विधानसभा सत्र होने पर एक विधायक को एक दिन में अपने दो व्यक्तियों का पास बनवाने की अनुमति थी। इसके लिए विधायक एक आवेदन देता था कि जो व्यक्ति विधानसभा की कार्यवाही देखने के लिए आ रहा है, वह उसे जानते हैं। इसके उपरांत पास बन जाता था और उक्त व्यक्ति की किसी भी पहचानपत्र पर विधानसभा में एंट्री हो जाती थी।
पास पर लगाया जाएगा फोटो
विधानसभा अब इस पास पर फोटो लगाने पर भी विचार कर रहा है ताकि जिस व्यक्ति का पास बनाया जाए, वही व्यक्ति विधानसभा में प्रवेश कर सके। बता दें कि पंजाब विधानसभा के दर्शक दीर्घा में 100 व्यक्ति बैठ सकते हैं। वहीं, लोकसभा की घटना के बाद एक बार फिर विधानसभा के पीछे लगते गांव की तरफ कंटीली तार की दीवार का मुद्दा फिर से गरमाने लगा है क्योंकि यह कंटीली तार कई जगह से टूट गई हैं।
संसद की सुरक्षा में कैसे हुई थी चूक?
संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर बुधवार को संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई थी। संसद की चल रही कार्यवाही के बीच दर्शक दीर्घा में मौजूद दो लोग लोकसभा के अंदर कूद गए और उन्होंने जमकर हंगामा किया। साथ ही कलर बॉम्ब से पूरे संसद को धुआं-धुआं कर दिया। युवक सदन की बेंच पर कूदते हुए आगे बढ़ने लगे। इसी बीच उन्होंने जूते से निकालकर कुछ स्प्रे किया, जिससे सदन में पीला धुआं फैलने लगा। पूरे सदन में भगदड़ मच गई।

25 वर्षाें के विजन को ध्यान में रखकर कार्य करें

25 वर्षाें के विजन को ध्यान में रखकर कार्य करें
नरेश राघानी 
जयपुर। सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव मंगलवार को सहकार भवन में विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि 25 वर्षाें के विजन को ध्यान में रखकर कार्य करें। सहकारिता में केपिसिटी बिल्डिंग पर ध्यान देने के साथ ही इस पर आधारित कार्ययोजना को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि सहकारिता में कार्ययोजना तैयार करते समय क्रेडिट सेक्टर, दलहन एवं तिलहन खरीद, रिटेल एवं आधारभूत ढांचे को ध्यान में रखकर मूर्त रूप दिया जाए। उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी का आने वाले समय में व्यापक स्तर पर उपयोग होगा। इसके लिए किसानों को ड्रोन उपलब्ध हो, इस पर कार्य किया जाए।
सहकारिता के क्षेत्र में केन्द्र सरकार द्वारा किए जा रहे नवाचारों को राज्य की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अपनाएं जिससे कि इसका फायदा पात्र लोगों को मिल सके। उन्होंने उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने के संबंध में दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्पेन में कॉपरेटिव सेक्टर द्वारा ऑलिव ऑयल के प्रोडक्शन का उदाहरण दिया। प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि अन्य राज्यों एवं अन्य देशों में सहकारिता के ढांचे का अध्ययन करें ताकि प्रदेश में भी सहकारिता के क्षेत्र को मजबूत किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को भी नए नवाचारों पर अपडेट रहने को कहा।

भारत में लोकतंत्र की हत्या: जयराम

भारत में लोकतंत्र की हत्या: जयराम 
अकाशुं उपाध्याय 
नई दिल्ली। पिछले 13 दिसम्बर को भारतीय संसद में सुरक्षा चूक मामले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बयान देने की मांग लेकर दोनों सदनों में हंगामा जारी है।
हंगामे के बाद कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, डीएमके के टीआर बालू और दयानिधि मारन और तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय सहित कुल 33 विपक्षी सदस्यों को सोमवार को सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के लिए लोकसभा से निलंबित कर दिया गया। वहीं, राज्यसभा से भी कुल 45 सांसदों को शीतकालीन सत्र के शेष समय के लिए ध्वनि मत से निलंबित कर दिया गया। इस तरह सोमवार को दोनों सदनों से कुल 78 सांसदों को निलंबित किया गया और गुरुवार 14 दिसम्बर से अब तक दोनों सदनों से निलंबित किए गए कुल विपक्षी सांसदों की संख्या 92 हो गई है जिसमें 46 लोकसभा और 46 राज्यसभा के सांसद हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 1982 के बाद से यह निलंबन की सबसे अधिक संख्या है जब राजीव गांधी शासन के तहत 63 सांसदों को निलंबित किया गया था। ज्ञात रहे कि संसद की सुरक्षा में सामने आई चूक के मामले में गृहमंत्री अमित शाह से बयान की मांग करने पर विपक्ष के 13 लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद को बीते 14 दिसम्बर को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया था, विपक्षी सांसद इस मामले पर चर्चा करना चाहते थे, लेकिन राज्यसभा के सभापति और लोकसभा अध्यक्ष सहमत नहीं हुए थे।
राज्यसभा सांसद और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने निलंबन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि तानाशाह मोदी सरकार द्वारा अभी तक 92 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर सभी लोकतांत्रिक प्रणालियों को कूड़ेदान में फेंक दिया गया है।
राज्यसभा में सांसदों के निलंबन को ‘खूनखराबा’ करार देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि ‘यह भारत में लोकतंत्र की हत्या है। कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर ने कहा कि संसदीय प्रणाली में सरकार से जवाबदेही की मांग करने पर सांसदों को निलंबित किया जाना’ चौंकाने वाला है।
राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि लोकतंत्र के आज के काले दौर में निलंबन सम्मान का प्रतीक है, निलंबन किस लिए? क्योंकि हम गृह मंत्री से एक आधिकारिक बयान मांग रहे हैं? पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ‘लोकतंत्र का मज़ाक’ बना रही है।
दूसरी ओर भाजपा ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति का ‘अपमान’ करने और अपने आचरण से देश को ‘शर्मिंदा’ करने का आरोप लगाया है।

1,281 मदरसों के नाम बदलकर एमई स्कूल किया

1,281 मदरसों के नाम बदलकर एमई स्कूल किया 
इकबाल अंसारी 
दिसपुर। असम प्रारंभिक शिक्षा निदेशक कार्यालय ने मंगलवार को एक आदेश जारी कर इन सभी सरकार संचालित और सरकारी सहायता प्राप्त 'एमई मदरसों' (मिडिल स्कूल मदरसा) को तत्काल प्रभाव से सामान्य स्कूलों में बदलने का निर्देश दिया था। असम के शिक्षा मंत्री रनोज पेगु ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर बताया, “सभी सरकारी और प्रांतीय मदरसों को असम माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तहत सामान्य स्कूलों में परिवर्तित करने के परिणामस्वरूप आज एक अधिसूचना के ज़रिए 1,281 एमई मदरसों के नाम बदलकर एमई स्कूल कर दिए गए हैं।”
दरअसल असम में कई दशकों से चल रहे इन मदरसों को बंद करने को लेकर न केवल विवाद पैदा हो गया है बल्कि एक बड़ा तबका बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार पर ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप भी लगा रहा है। ऑल असम मदरसा स्टूडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके वहिदुज़्ज़मान के अनुसार, इन मदरसों को बंद करने का मतलब वहां पढ़ने वाले छात्रों के साथ नाइंसाफ़ी करना है।
वहिदुज़्ज़मान कहते हैं, "मदरसों को लेकर एक ग़लत धारणा फैलाई गई है। जिन मदरसों को सरकार ने स्कूल में तब्दील किया है इसमें धार्मिक शिक्षा के साथ विज्ञान, गणित, अंग्रेज़ी, सामाजिक विज्ञान जैसे सामान्य विषय भी पढ़ाए जा रहे थे।" उनका कहना है कि मदरसों में पढ़ाई करने वाले काफी छात्र डॉक्टर, वकील से लेकर कई बड़े पेशे में गए हैं।

केरल में कोरोना का नया वेरिएंट, यूके हुआ सतर्क

केरल में कोरोना का नया वेरिएंट, यूके हुआ सतर्क
श्रीराम मौर्य 
देहरादून। केरल में कोरोना का नया वैरिएंट जेएन.1 मिलने के बाद उत्तराखंड भी सतर्क हो गया है। संदिग्ध लक्षणों वाले व्यक्ति की जांच और निगरानी को लेकर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को एसओपी जारी कर एहतियात के तौर पर सभी अस्पतालों को अलर्ट किया हैं। सोमवार को केंद्र सरकार ने केरल में कोरोना का नया मामला सामने आने के बाद सभी राज्यों को जांच और निगरानी बढ़ाने के दिशानिर्देश जारी किए हैं।
केंद्र की गाइडलाइन पर प्रदेश सरकार भी सभी जिलों को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए दिशानिर्देश जारी कर सकती है। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य अधिकारी डॉ. पंकज सिंह ने बताया कि केरल में कोरोना का नया वैरिएंट मिला है। इसे लेकर केंद्र सरकार ने दिशानिर्देश जारी किए हैं। हालांकि प्रदेश में अभी तक कोरोना के नए वैरिएंट से संबंधित कोई मामला नहीं है। एहतियात के तौर पर जिलों को निगरानी और जांच के संबंध में पूर्व की भांति दिशानिर्देश दिए जाएंगे।

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...