मंगलवार, 19 सितंबर 2023

पीएम ने 'गणेश चतुर्थी' की शुभकामनाएं दी

पीएम ने 'गणेश चतुर्थी' की शुभकामनाएं दी 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को देशवासियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि यह उत्सव लोगों के जीवन में सौभाग्य और संपन्न लेकर आए।

‘गणपति बाप्पा मोरया’

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर गणेश चतुर्थी को लेकर एक पोस्ट किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा- देशभर के मेरे परिवारजनों को गणेश चतुर्थी की मंगलकामनाएं। देशभर के मेरे परिवारजनों को गणेश चतुर्थी की मंगलकामनाएं। विघ्नहर्ता-विनायक की उपासना से जुड़ा यह पावन उत्सव आप सभी के जीवन में सौभाग्य, सफलता और संपन्नता लेकर आए। गणपति बाप्पा मोरया!

‘सभी बाधाओं को दूर करते रहें विघ्नहर्ता गणेश’

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी लोगों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने लिखा- गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर देश-विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों को मेरी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ! इस शुभ दिन भगवान श्री गणेश का जन्मोत्सव बहुत श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। मेरी प्रार्थना है कि विघ्नहर्ता गणेश जी सभी बाधाओं को दूर करते रहें और हम सब मिलकर एक विकसित राष्ट्र के निर्माण हेतु निरंतर कार्यरत रहें। गणपति बप्पा मोरया!

‘सभी के जीवन में खुशियां लाएंगे भगवान विघ्नहर्ता’

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने लोगों को गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी नई शुरुआत और नई आकांक्षाओं के वादे का प्रतीक है। बाधाओं को दूर करने वाले विघ्नहर्ता की उपस्थिति हमें चुनौतियों से निपटने में मदद करेगी और सभी के जीवन में खुशी और समृद्धि लाएगी।

बुजुर्ग ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की

बुजुर्ग ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की 

ट्रेन के आगे कूद कर वृद्ध व्यक्ति ने दी जान
बेटी के ससुराली जनों पर प्रताड़ना का लग रहा आरोप

कौशाम्बी। कोखराज थाना क्षेत्र के हावड़ा दिल्ली रेल लाइन के भरवारी रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार की सुबह भरवारी कस्बे के रहने वाले वृद्ध व्यक्ति ने ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली है।
आत्महत्या की जानकारी मिलते ही मोहल्ले आसपास और परिवार के लोग घटना स्थल पर पहुंचे हैं। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 
बताया जाता है कि मृतक की बेटी के ससुराल वाले बेटी को प्रताड़ित करते थे। मारपीट कर उसे घर से भगा दिया, जिससे बेटी का पिता वृद्ध व्यक्ति तनाव में रहता था। इसी तनाव के चलते उसने आत्महत्या कर लिया है। घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक कोखराज थाना के टीकरडीह गांव के रहने वाले राम आसरे पाल उम्र लगभग 65 वर्ष बीते 13 वर्षो से भरवारी कस्बे के लखन लाल कॉलोनी मेहता रोड में मकान बनाकर परिवार सहित रहते हैं। उनकी एक बेटी प्रयागराज शहर के मुंडेरा में एक स्कूल प्रबंधक के साथ ब्याही थी। लेकिन बीते कुछ दिनों से स्कूल प्रबंधक उनकी बेटी के साथ मारपीट अत्याचार कर रहा था जिससे बेटी की परेशानी से वृद्ध चिंतित रहने लगा एक सप्ताह पूर्व उनकी बेटी को प्रबंधक ने मारपीट कर घर से भगा दिया। जिससे बेटी भरवारी आकर रहने लगी बेटी के ऊपर प्रताड़ना से उसका पिता राम आसरे पाल सदमे में आ गया और मंगलवार की सुबह हावड़ा दिल्ली रेल लाइन के भरवारी स्टेशन के पास ट्रेन के आगे कूदकर उसने आत्महत्या कर ली है। 
मामले की जानकारी जैसे ही मृतक के घर पहुँची परिवार में कोहराम मच गया। मोहल्ले वालों को जानकारी मिली, तो पूरे मोहल्ले में मातम छा गया।  बताया जाता है कि ट्रेन हादसे से मृतक के शरीर के चीथड़े उड़ गए हैं और उसका शरीर काफी दूर तक घसीटता हुआ चला गया है। स्थानीय जीआरपी पुलिस पर आरोप है कि घटना की सूचना दिए जाने के घंटो बाद भी मौके पर जीआरपी पुलिस नहीं पहुँच सकी है। 
पुलिस की इस लापरवाही से लोगों में आक्रोश व्याप्त है।जानकारी मिलने के बाद मृतक के परिजनों से मिलने पूर्व विधायक संजय गुप्ता पहुंचे हैं और मृतक परिजनों को हर संभव मदद कर भरोसा दिलाया है।
राजू सक्सेना

भारत ने कनाडा के राजनयिक को निष्कासित किया

भारत ने कनाडा के राजनयिक को निष्कासित किया 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/ओटावा। कनाडा के सफेद झूठ का भारत ने करारा जवाब देते हुए भारत में तैनात कनाडा के वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया है। दरअसल इससे पहले प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि भारत सरकार का खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से संबंध है। कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने सोमवार को एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। कनाडा की इस बेतुकी हरकत का भारत ने बेबाकी से जवाब दिया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘भारत में कनाडा के उच्चायुक्त को आज तलब किया गया और भारत में स्थित कनाडा के वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित करने के भारत सरकार के फैसले के बारे में सूचित किया गया। संबंधित राजनयिक को अगले पांच दिनों के भीतर भारत छोड़ने को कहा गया है। यह निर्णय हमारे आंतरिक मामलों में कनाडा के राजनयिकों के हस्तक्षेप और भारत विरोधी गतिविधियों में उनकी भागीदारी पर भारत सरकार की बढ़ती चिंता को दर्शाता है।’
भारत ने मंगलवार को कनाडा सरकार के उन दावों को खारिज कर दिया कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में उसकी संलिप्तता थी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में उन्हें ‘बेतुका करार देते हुए कहा, ‘हमने उनकी संसद में कनाडाई प्रधानमंत्री के बयान को देखा है और उनके विदेश मंत्री के बयान को खारिज कर दिया है।’ बयान में कहा गया, ‘इसी तरह के आरोप कनाडाई प्रधान मंत्री ने हमारे प्रधान मंत्री पर लगाए थे और उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था।’ मंत्रालय ने कहा, ‘हम कानून के शासन के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता वाला एक लोकतांत्रिक देश हैं।’ कड़े शब्दों में दिए गए बयान में कहा गया, ‘हम कनाडा सरकार से अपनी धरती से सक्रिय सभी भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ त्वरित और प्रभावी कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।’ इसमें कहा गया, ‘इस मामले पर कनाडाई सरकार की निष्क्रियता लंबे समय से और निरंतर चिंता का विषय रही है।’
भारत की यह प्रतिक्रिया कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के संसद में दिए गए बयान के बाद आई है। उन्‍होंने सोमवार को कहा कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां जून में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और भारत सरकार के एजेंटों के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोपों की जांच कर रही हैं। इस चौंकाने वाले आरोप के बाद कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने बताया कि उन्होंने इस घटना पर एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया है। उन्होंने यहां तक कहा कि इस घटनाक्रम पर विदेश मंत्री एस जयशंकर को अपनी चिंताओं से अवगत करा दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘इस तरह के निराधार आरोप खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं, जिन्हें कनाडा में आश्रय दिया गया है और जो भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा बने हुए हैं।’

मामले की जांच कर रही एसआईटी को भंग किया

मामले की जांच कर रही एसआईटी को भंग किया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के मामले की जांच कर रही एसआईटी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा भंग कर दिया गया है। कोर्ट ने कहा है कि इस मामले की जांच पूरी हो चुकी है और अब आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चल रहा है। इसलिए जांच की निगरानी कर रहे हाईकोर्ट के सेवा निवृत जज को भी निगरानी के काम से मुक्त कर दिया गया है। सोमवार को लखीमपुर खीरी जनपद के तिकुनिया में हुई हिंसा की वारदात की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी को आज सुप्रीम कोर्ट द्वारा भंग कर दिया गया है। इस मामले में केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा टैनी का बेटा आशीष मिश्र मुख्य आरोपी है।  आज हुई सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत एवं जस्टिस दीपंकर दत्ता की पीठ ने एसआईटी को भंग करने का आदेश देते हुए कहा है कि अगर पीठ को फिर से एसआईटी गठित करने की जरूरत पड़ेगी तो इस संबंध में उचित आदेश पारित करते हुए एसआईटी का गठन किया जाएगा। तीन वरिष्ठ आईपीएस अफसर एसबी शिरोडकर, दीपेंद्र सिंह एवं पद्मजा चौहान आज भांग की गई एसआईटी का हिस्सा थे।

संसद में पेश किए गए बिल का समर्थन किया

संसद में पेश किए गए बिल का समर्थन किया 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद में महिला आरक्षण को लेकर पेश किए गए बिल का समर्थन किया है। लेकिन, एक शर्त रख दी है। मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार महिलाओं को लोकसभा व राज्य विधानसभा में 33 प्रतिशत सीटों पर आरक्षण देने के लिए संसद में बिल लाने जा रही है। हम इसका समर्थन करते हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं की संख्या देखते हुए आरक्षण का प्रतिशत अगर 33 की जगह 50 होता तो भी हम इसका समर्थन करते। उम्मीद है कि संसद में इस पर चर्चा होगी।
उन्होंने कहा कि इसके तहत अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिए अलग से कोटा लागू करने की मांग बसपा करती है। संसद से इस बिल के पास होने के बाद लोकसभा व राज्य की विधानसभाओं में महिला सदस्यों के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित हो जाएंगी।
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि महिला आरक्षण में लैंगिक न्याय और सामाजिक न्याय का संतुलन होना चाहिए। इसमें पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक, आदिवासी (PDA) समाज की महिलाओं का आरक्षण निश्चित प्रतिशत रूप में स्पष्ट होना चाहिए।

23 सितंबर को शामली आएंगे उपमुख्यमंत्री

23 सितंबर को शामली आएंगे उपमुख्यमंत्री 

भानु प्रताप उपाध्याय 
शामली। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आगामी 23 सितंबर को शामली आएंगे। उपमुख्यमंत्री के शामली कार्यक्रम की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन भी तैयारियों में जुट गया है। डीएम रविंद्र सिंह ने डिप्टी सीएम के कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर आनन फानन में जिलास्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने को कहा।
एडीएम संतोष कुमार सिंह ने बताया कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आगामी 23 सितंबर को भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। इसके बाद कलक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेंगे।

मछली खाने की वजह से दो हाथ, दो पैर खो दिए

मछली खाने की वजह से दो हाथ, दो पैर खो दिए 

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी/कैलिफोर्निया। मछली खाना बहुत से लोगों को बहुत पसंद होता है। इसे सेहत के लिए काफी फायदेमंद भी बताया जाता है। माना जाता है कि मछली खाने से ओमेगा-3 फैटी एसिड और DHA से लेकर विटामिन 'डी' तक मिलता है, लेकिन मछली हमेशा सेहत के लिए फायदेमंद हो, ये जरूरी तो नहीं। कई बार मछली खाना जानलेवा भी साबित हो सकता है।
हाल ही में एक ऐसा ही चौंका देने वाला मामला सामने आ रहा है, जिसके बारे में जानकर लोग हैरान रह गए हैं। ऐसे में अगर आप भी मछली खाने के शौकीन हैं, तो ये खबर ध्यान से पढ़ें। दरअसल, मछली खाने की वजह से एक महिला ने अपने दोनों हाथ और दोनों पैर खो दिए हैं।
ये मामला अमेरिका के कैलिफोर्निया का बताया जा रहा है, जो इन दिनों लोगों को हैरत में डाल रहा है। आपके दिमाग में भी यही सवाल उठ रहा होगा कि, आखिर ऐसा क्या हुआ, जो मछली खाने की वजह से महिला के चार अंगों को काटकर शरीर से अलग करना पड़ा। बताया जा रहा है कि, ये एक खतरनाक बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से हुआ है, जो कथित तौर पर अधपकी तिलापिया मछली के सेवन से उत्पन्न हुआ था। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, 40 वर्षीय मां लॉरा बाराजस की एक महीने तक अस्पताल में रहने के बाद बीते गुरुवार को लाइफ सेविंग सर्जरी की गई है। 
माना जा रहा है कि, बैक्टीरिया विब्रियो वुल्निफिकस ने उस मछली को दूषित कर दिया था, यही वजह थी कि 6 वर्षीय बच्चे की मां ने जब उस मछली को खाया तो उनकी यह हालत हो गई। महिला के करीबियों ने बताया कि, मछली के एक बैक्टीरिया संक्रमण के कारण मह‍िला की यह हालत हुई है। बताया जा रहा है कि, मछली खाने के बाद समस्या होने के चलते लॉरा बाराजस को इलाज के लिए एक महीने तक अस्पताल में रहना पड़ा। इस बीच बीते गुरुवार को उनकी सर्जरी की गई।  
बाराजस की दोस्त अन्ना मेसिना ने बताया कि, 'यह हम सभी पर बहुत भारी पड़ा। यह भयानक है। यह हममें से किसी के साथ भी हो सकता था।' उन्होंने आगे बताया कि, 'बाराजस वह मछली खाने के बाद बीमार हो गई, जो उन्होंने सैन जोस के एक स्थानीय बाजार से खरीदी थी और घर पर अपने लिए बनाई थी। वह लगभग अपनी जान गंवा चुकी थी। वहीं उन्होंने बताया कि, उनकी मित्र को किडनी फेल होने जैसी अन्य परिस्थितियों का सामना भी करना पड़ा। यहां तक कि उनकी उंगलियां, पैर और होंठ तक काले पड़ गए थे।
वहीं, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने हाल ही में एक खतरनाक बैक्टीरियल इंफेक्शन को लेकर चेतावनी जारी की है। बताया जा रहा है कि, कच्ची या फिर आधी पकी हुई मछली खाने से बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है।

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज।‌ उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं बाल सम्मान कोष अंतर्गत जनपद ...