शुक्रवार, 8 सितंबर 2023

जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत पहुंचे सुनक

जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत पहुंचे सुनक 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक शनिवार से शुरू हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन के लिए शुक्रवार को यहां पहुंचे। पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ सुनक का हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस और वरिष्ठ राजनयिकों ने स्वागत किया।
अतिथियों ने यहां हवाई अड्डे पर उनके सम्मान में आयोजित पारंपरिक नृत्य की सराहना की। अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान सुनक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस सप्ताह की शुरुआत में पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री सुनक ने कहा था कि ब्रिटेन और भारत के बीच संबंध दोनों देशों के भविष्य को परिभाषित करेंगे।

ऊर्जा प्रदर्शन को 6 स्टार से बढ़ाकर 7 स्टार किया

ऊर्जा प्रदर्शन को 6 स्टार से बढ़ाकर 7 स्टार किया 

अखिलेश पांडेय 
मेलबर्न। जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा लागत का मतलब है कि हमें इस बात पर पुनर्विचार करने की जरूरत है कि हम अपने घरों को कैसे डिजाइन करते और बनाते हैं ? अद्यतन नेशनल कंस्ट्रक्शन कोड ने नए आवास के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदर्शन को 6 स्टार से बढ़ाकर 7 स्टार (10 स्टार सर्वश्रेष्ठ) कर दिया है। ऑस्ट्रेलियाई घरों की ऊर्जा क्षमता में सुधार के लिए खिड़कियां स्पष्ट तौर पर प्रमुख बिंदु हैं। गर्म दिनों में, हमारे घरों में आने वाली अधिकतर गर्मी खिड़कियों के माध्यम से आती है। ठंड के दिनों में, खिड़कियों से गर्मी लगभग आधी कम हो जाती है। 
न्यूजीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन की दरों के एक अंश पर ऑस्ट्रेलियाई घरों में उच्च प्रदर्शन वाली इंसुलेटिंग खिड़कियां स्थापित की गई हैं। हमारी नयी प्रकाशित रिपोर्ट में, हमने पाया कि स्थानीय खिड़की उद्योग उच्च प्रदर्शन वाली खिड़कियां तैयार कर सकता है, जिनकी हमें तापीय रूप से कुशल घरों के लिए आवश्यकता होती है। इससे इन घरों को गर्म करने और ठंडा करने की लागत कम होगी, साथ ही ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन भी कम होगा। लेकिन उद्योग जटिल है, इन खिड़कियों के अधिकाधिक उपयोग में कई बाधाएँ हैं। हमने कई सरकारी नीतियों और उद्योग कार्यों की पहचान की है जो बदलाव लाने में मदद कर सकते हैं। 
खिड़कियों से कितना फर्क पड़ता है?
ऑस्ट्रेलियाई आवासों में एकल-चमकदार खिड़कियाँ आम हैं। इन खिड़कियों से गर्मी आसानी से गुजरती है, इसलिए ये तापीय रूप से कमजोर स्थान हैं। ऑस्ट्रेलियाई घरों में, 87 प्रतिशत तक गर्मी खिड़कियों के माध्यम से आती है और सर्दियों में 40 प्रतिशत तक गर्मी खिड़कियों के माध्यम से कम होती है। इससे अंदर सुगम तापमान बनाए रखना कठिन हो जाता है। औसत ऑस्ट्रेलियाई घरों में घरेलू ऊर्जा का लगभग 40 प्रतिशत उपयोग ‘हीटिंग’ और ‘कूलिंग’ के लिए होता है। परिणाम उच्च बिजली बिल के रूप में निकलता है। उच्च-प्रदर्शन वाली खिड़कियां इस समस्या का समाधान कर सकती हैं बेहतर खिड़कियाँ उपलब्ध हैं। डबल-ग्लाज़्ड और ट्रिपल-ग्लाज़्ड खिड़कियां बेहतर समाधान प्रदान करती हैं, जिससे ‘हीटिंग’ और ‘कूलिंग’ के लिए ऊर्जा का उपयोग करने की आवश्यकता कम हो जाती है। कुछ जलवायु क्षेत्रों में, वे ऊर्जा क्षमता में आपके द्वारा किए जा सकने वाले सबसे अधिक लागत प्रभावी निवेशों में से एक हैं। इन खिड़कियों में कांच के शीशों के बीच हवा की इन्सुलेशन परत होती है।
 अन्य तत्व भी प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं। इनमें थर्मल ब्रेक (एक इंसुलेटिंग बैरियर जो खिड़की के फ्रेम के माध्यम से गर्मी के प्रवाह को कम करता है) और फिल्म शामिल हैं जिन्हें शीशे पर लगाया जा सकता है। इन तरीकों का उपयोग नयी खिड़की इकाइयों में या ‘सेकंडरी ग्लेज़िंग’ जैसे रेट्रोफिट विकल्पों के साथ किया जा सकता है जो पूरी खिड़की इकाई को बदलने से सस्ता हो सकता है। इसमें मौजूदा खिड़की के अंदर एक फ्रेम में ग्लाज्ड पैनल स्थापित करना शामिल है। यह अपार्टमेंट के लिए एक अच्छा समाधान हो सकता है क्योंकि इसके लिए मालिकों को निगम की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी। 
उच्च-प्रदर्शन वाली खिड़कियाँ अधिक तापीय विराम के अलावा कई लाभ प्रदान करती हैं। इनमें बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य शामिल है, जिसके परिणामस्वरूप घर अब बहुत गर्म या बहुत ठंडे नहीं रह गए हैं, वेंटिलेशन और प्राकृतिक रोशनी का बेहतर नियंत्रण और बाहर से शोर कम हो गया है। उच्च-समाधान वाली खिड़की स्थापित करने में ऑस्ट्रेलिया अन्य देशों से बहुत पीछे है। ऑस्ट्रेलिया में नए आवासों में केवल 10 प्रतिशत से अधिक खिड़कियाँ उच्च-समाधान वाली हैं - जबकि ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका और न्यूजीलैंड में लगभग 80 प्रतिशत खिड़कियां हैं। उच्च-समाधान वाली खिड़कियों का उपयोग बढ़ाना हमने ‘सस्टेनेबिलिटी विक्टोरिया’ की ओर से विक्टोरिया में खिड़की और आवासीय भवन उद्योग का पता लगाया। हमारा उद्देश्य उच्च समाधान वाली खिड़कियों के निर्माण, बिक्री और स्थापना को बढ़ाने के लिए उद्योग और इसकी तैयारी को समझना था। 
हम यह भी समझना चाहते थे कि इस परिवर्तन को प्राप्त करने के लिए किस समर्थन की आवश्यकता हो सकती है। हमने पूरे क्षेत्र से आए लोगों से बात की। उन्होंने कहा कि मांग आने पर वे इसे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ऐसा करने में कोई तकनीकी बाधा नहीं है। जिन बिल्डरों से हमने बात की, उन्होंने विभिन्न खिड़की उत्पादों को समझने से संबंधित कुछ मुद्दों की पहचान की, जैसे कि विभिन्न फ्रेम सामग्रियों के सापेक्ष लाभ। उदाहरण के लिए, यूपीवीसी और लकड़ी के फ्रेम आमतौर पर एल्युमिनियम की तुलना में कम गर्मी का प्रचालन करते हैं। हालाँकि, एक थर्मल ब्रेक एल्युमिनियम फ्रेम के प्रदर्शन में काफी सुधार कर सकता है।

भविष्य के लिए खिड़कियां
आवास की गुणवत्ता, समाधान और उत्सर्जन में खिड़कियों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, उच्च-समाधान वाली खिड़कियां स्थापित करना हमेशा की तरह व्यवसाय बन जाना चाहिए। कई अन्य देशों में, डबल-या-ट्रिपल-ग्लाज़्ड खिड़कियां अब मानक हैं। यदि हम ऐसा नहीं करते हैं, तो हम दशकों तक घरों को निम्न-गुणवत्ता वाले, खराब समाधान वाले आवासों में बंद कर देंगे।

बदमाशों का हमला, 1 की मौत, 50 घायल

बदमाशों का हमला, 1 की मौत, 50 घायल 

इकबाल अंसारी 
इंफाल। मणिपुर के काकचिंग जिले के पाल्लेल में फिर से भड़की हिंसा में शुक्रवार को एक समुदाय विशेष के हथियारबंद बदमाशों ने दूसरे समुदाय पर हमला कर दिया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी और करीब 50 अन्य घायल हो गये। करके एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी और इस हमले 50 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। 
पुलिस ने कहा कि हमलावरों की गोलीबारी में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया जिसकी बाद में मौत हो गयी। उसकी पहचान जितेन के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने भारी गोलीबारी की जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। अधिकांश घायलों को काकचिंग के जीवन अस्पताल में भर्ती किया गया है। हमले से आक्रोशित होकर आस-पास के इलाकों के लोग इकट्ठे हो गए और उन्होंने हमले का विरोध किया तथा उस क्षेत्र की ओर मार्च करने की कोशिश की जहां गोलीबारी शुरू हुई थी। 
असम राइफल्स ने हालांकि समय रहते लोगों को रोक दिया। हमले का विरोध करने वालों में अधिकतर महिलाएं थीं। अपुनबा लूप (टकडाल) जिले के थौबल और काकचिंग में मणिपुर हिंसा को नियंत्रित करने में राज्य सरकार की विफलता के विरोध में शुक्रवार और शनिवार को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है। मणिपुर के मुख्य सचिव विनीत जोशी ने टकडाल से कर्फ्यू हटाने की अपील की है।

सपा प्रत्याशी की लीड से यादव उत्साहित, ट्वीट

सपा प्रत्याशी की लीड से यादव उत्साहित, ट्वीट 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर चल रही मतगणना में सपा प्रत्याशी की बड़ी भारी लीड से सपा मुखिया अखिलेश यादव भी उत्साहित है। उन्होंने कहा कि यहां जीता तो एक विधायक है, लेकिन कई भावी मंत्री हार गए हैं। गौरतलब है कि मऊ जनपद की घोसी विधानसभा सीट पर साल 2012 में भाजपा छोड़कर सपा में आए दारा सिंह चौहान ने चुनाव लड़ा था। 
दारा सिंह चौहान ने सपा गठबंधन के बलबूते जीत हासिल की थी। लगभग एक साल बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव से नाराजगी जताते हुए दारा सिंह चौहान ने सपा छोड़ भाजपा का फिर से दामन थाम लिया था। इस बीच दारा सिंह चौहान ने विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया था जिसके कारण घोसी में विधानसभा के उपचुनाव हुए। इस उप चुनाव में जहां भाजपा ने दारा सिंह चौहान पर दांव लगाया तो वहीं समाजवादी पार्टी ने सुधाकर सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था। आज मतगणना के दौरान सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह बड़ी जीत की तरफ बढ़ रहे हैं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि घोसी की जनता की बहुत बड़ी जीत हुई है। यह एक सकारात्मक राजनीति की जीत है तथा नकारात्मक राजनीति की हार है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि घोसी ने सिर्फ समाजवादी पार्टी के ही नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को जिताया है और अब यही आने वाले कल का भी परिणाम होगा। अखिलेश यादव यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि यह कैसा अनोखा चुनाव है जिसमें जीते तो एक विधायक है पर कई दलों की भावी मंत्री हार गए हैं। 
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने लिखा कि इंडिया टीम है और पीडीए रणनीति। जीत का हमारा यह फार्मूला सफल साबित हुआ है। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि भारत ने इंडिया को जिताने की शुरुआत कर दी है। यह देश के भविष्य की जीत है। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि यह बुलडोजर और बुल से त्रस्त जनता का शासन प्रशासन को करारा जवाब है। यह कुछ स्थानीय नेताओं की इस गलतफहमी की भी हार है कि एक समुदाय के लोग हमारी जेब में है।
अखिलेश यादव अपने ट्विटर पर यही नहीं रुके। उन्होंने लिखा है कि यह गिरगिटी प्रत्याशियों को भी एक संदेश है कि जनता उनके असली रंग को पहचान गई है। यह दल बदल - घर बादल की सियासत करने वालों की हार है। अखिलेश यादव ने लिखा कि यह बीजेपी का अहंकार और घमंड को चकनाचूर करने वाला नतीजा है और अब एक बार फिर से देश से सत्ता के परिवर्तन का अगुवा बनेगा। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने लिखा कि यह भ्रष्टाचार, महंगाई व बेरोजगारी जैसे मुद्दों की भी जीत है। इसी के साथ उन्होंने घोसी की जनता व विजयी प्रत्याशी सुधाकर सिंह को अनंत बधाई एवं घोसी के सुनहरे भविष्य की शुभकामनाएं भी दी।

चोरों ने ताला तोड़कर, लाखों की चोरी की

चोरों ने ताला तोड़कर, लाखों की चोरी की 

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। प्रयागराज के यमुनानगर के करछना थाना क्षेत्र के बसही नटका गांव में चोरों ने घर के दरवाजे का ताला तोड़कर लाखों के माल पर हाथ साफ कर दिया। मंदिर से लौटे परिजनों को घटना को जानकारी हुई तो वह सन्न रह गए। खोजबीन के दौरान घर से 200 मीटर की दूरी पर चोरी गया बक्सा बाजरे के खेत से बरामद हुआ। 
उसमें रखे कीमती सामान और जेवर गायब थे। घटना की तहरीर थाने में दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गृहस्वामी बृजेश कुमार पुत्र गोकुल ने करछना थाने में दिए तहरीर में कहा है कि वह बृहस्पतिवार की रात को वह गांव के मौजा लोहारी स्थित मंदिर में जन्माष्टमी के मौके पर आयोजित कीर्तन में शामिल होने के लिए गया था। 
देर रात घर लौटा तो दरवाजे का ताला टूटा था और दरवाजा खुला था। अंदर जाकर देखा तो घर में रखा बक्सा गायब था। बक्से में सोने के तीन लॉकेट, दो अंगूठी, एक तोले का झुमका, सूई-तागा, एक पुल्ली एक नथिया के अलावा चांदी के तीन जोडी पायल, हाफ पेटी, छोटी बच्ची का करधन, पायल, हाथ का चुल्ला के साथ सात हजार रुपये नकद थे। खोजबीन के बाद चोरी गया बक्सा घर से 200 मीटर की दूरी पर स्थित एक बाजरे के खेत में क्षतिग्रस्त अवस्था में मिला। उसमें रखे जेवरात गायब थे।

गड्ढे भरवाने के लिए 4.13 करोड़ जमा कराएं

गड्ढे भरवाने के लिए 4.13 करोड़ जमा कराएं 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। लंबे समय से शहर में गैस आपूर्ति के लिए बिछाई जा रही पाइप लाइन मुसीबत बन रही है। गड्ढों से लोग परेशान हैं। अब इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने शहर में गड्ढे भरवाने के लिए 4.13 करोड़ रुपये पालिका के खाते में जमा किए हैं। पालिका 11,256 गड्ढों को भरवाने की तैयारी में है।
नगरपालिका परिषद क्षेत्र में आईजीएल की ओर से घरेलू गैस आपूर्ति के लिए पाइपलाइन डालने का काम किया जा रहा है। अधिकांश क्षेत्रों में कंपनी की ओर से आपूर्ति भी सुचारु की जा चुकी है। शहर में कई जगह गड्ढे बन गए हैं। 
अब आईजीएल को शहर में करीब 120 किलोमीटर क्षेत्र में नई पाइपलाइन डालने का काम करना है। ऐसे में पालिका से अनुमति मांगी गई तो चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने यह पत्रावली रोक ली और कंपनी को पूर्व में डाली गई गैस पाइपलाइन के लिए खोदी गई सड़कों और गलियों के गड्ढों को भरने के लिए कहा गया।
इसी के चलते आईजीएल को नए क्षेत्र में काम कराने के लिए पालिका से अनुबंध करना पड़ा। इसी अनुबंध की शर्तों के अनुसार पालिका द्वारा तैयार कराए गए रोड रेस्टोरेशन चार्ज के अंतर्गत आईजीएल ने पालिका के खाते में चार करोड़ 13 लाख 50 हजार 113 रुपये की धनराशि रोड कटिंग के भुगतान के रूप में जमा कर दी। आईजीएल के डिप्टी मैनेजर अक्षय कुमार मिश्रा ने भुगतान किए जाने की पुष्टि की।

ईओ हेमराज सिंह ने आईजीएल के महाप्रबंधक को पैसा जमा होने पर नए क्षेत्र में गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए सशर्त अनुमति प्रदान कर दी है। आईजीएल ने पैसा पालिका में जमा करा दिया है।
आईजीएल ने अब से पहले पालिका को सड़क के खोदने का का कोई पैसा जारी नहीं किया था। पालिका बोर्ड में ये मुद्दा कई बार छाया रहा। कई बार ताजा सीसी सड़कों को भी तोड़कर खुर्दबुर्द कर दिया गया, जिसके लिए पूर्व बोर्ड में पालिका से कई नोटिस आईजीएल को दिए गए, लेकिन इसके बावजूद भी पाइपलाइन डालने के कारण हुए गड्ढों का भरने का पैसा कंपनी जमा नहीं करा पाई।
आईजीएल के चीफ मैनेजर राजकुमार ने बताया कि शहरी क्षेत्र में अभी तक नेचुरल गैस पाइपलाइन योजना में करीब 600 किलोमीटर तक गैस पाइप लाइन डाली जा चुकी है। वर्तमान में मोहल्ला प्रेमपुरी, रामपुरी और जनकपुरी में गैस पाइप लाइन डालने का कार्य चल रहा है। इसके साथ ही 120 किलोमीटर नए क्षेत्र में गैस पाइपलाइन बिछाने का काम करने के लिए पालिका से अनुबंध के आधार पर अनुमति मिल चुकी है। आईजीएल के प्रबंधक राजकुमार ने बताया कि वर्तमान में शहर के करीब 20 हजार से ज्यादा घरों में गैस की आपूर्ति की जा रही है। आईजीएल लगातार कार्य कर रही है। 
प्रतिदिन उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है। आईजीएल ने पालिका से जिन क्षेत्रों में गैस पाइपलाइन डालने की अनुमति मांगी है, उनमें क्षेत्र एक में नई मंडी, इंद्रा कॉलोनी, साकेत काॅलोनी, केवलपुरी, योगेंद्रपुरी, केडिया वाटिका, कच्ची सड़क, मैन लाइन महावीर चौक से मेरठ रोड वाया प्रकाश चौक, मैन लाइन महावीर चौक से मेरठ रोड वाया मालवीय चौक अंसारी रोड, मैन लाइन रेलवे रोड नई मंडी, रामपुरी, अलमासपुर व केवलपुरी शामिल है।
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने बताया कि शहर के आर्यपुरी, बाग केशोदास, रेलवे लाइन, पटेलनगर, संजय मार्ग, नई मंडी, रहमतनगर गोशाला कॉलोनी, मीनाक्षी चौक से खालापार मेन रोड, कल्याणपुरी, प्रेमपुरी, कृष्णापुरी, इंद्रप्रस्थ कॉलोनी, सीसीएस काॅलोनी, रेशू विहार, रघु विहार, दयाल बाग, हर्ष विहार, साकेत, बसंत विहार, धर्मपुरी, ब्रह्मपुरी, रामपुरम, योगेंद्रपुरी, प्रेमपुरी, कृष्णापुरी, रामपुरी, केवलपुरी में अंसारी रोड, मेन लाइन रेलवे रोड, नई मंडी, अलमासपुर, केवलपुरी एवं जसवंतपुरी काॅलोनी शामिल हैं।

यूपी के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया

यूपी के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मानसून के सक्रिय होने के बाद अब लगातार बारिश का दौर जारी है। अगले 3 दिन के लिए मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जन्माष्टमी के कुछ दिनों पूर्व सक्रिय हुए मानसून ने अब पूरे प्रदेश में पैर जमा लिए है। बारिश के चलते मौसम में नर्मी के साथ ही तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विभाग ने 30 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 8 और 9 सितंबर को प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। हालांकि अधिकतर जिलों में तेज बारिश के बाद उमस भरी गर्मी से लोगों को निजात मिली है। शुक्रवार को रायबरेली, अमेठी और सुल्तानपुर समेत 10 से ज्यादा जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना जताई है। इसके अलावा अधिकतर जिलों में मेघ गर्जन वा वज्रपात की भी संभावना जताई है।
मौसम विभाग ने आज फतेहपुर, प्रतापगढ़, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, झांसी एवं आसपास इलाकों में मेघ गर्जन वा वज्रपात होने की संभावना जताई है। वहीं बस्ती, गोंडा, श्रावस्ती, बहराइच, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर एवं आसपास इलाकों में भारी वर्षा होने की आशंका है।

कल मौसम विभाग ने बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, श्रावस्ती, बहराइच, सीतापुर, हरदोई, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, औरैया, जालीन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर एवं आसपास इलाकों में मेघ गर्जन वा वज्रपात होने की संभावना बनी हुई है, जबकि गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर एवं आसपास इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने 10 सितम्बर को बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, सीतापुर, हरदोई, कन्नौज, कानपुर देहात, लखनऊ, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, इटावा, औरैया, जालीन, हमीरपुर, महोबा एवं आसपास के इलाकों में मेघ गर्जन की आशंका है। वहीं फतेहपुर, प्रतापगढ़, कानपुर नगर, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी एवं आसपास इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना है।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...