आगाज-ए-दोस्ती यात्रा का आयोजन किया गया
नीरज जैन
नई दिल्ली। मिशन जय हो के अंतर्गत बाघा बॉर्डर से संस्था ने दिया विश्व शांति का संदेश विगत 12 अगस्त से 15 अगस्त तक शहीदे आजम सरदार भगत सिंह जी के भांजे एवं बीवी अमर कौर के बड़े सुपुत्र प्रोफेसर जगमोहन सिंह के नेतृत्व में आगाज ऐ दोस्ती यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा दिल्ली से पानीपत, सोनीपत, अंबाला, लुधियाना और जालंधर होते हुए अमृतसर पहुंची। जिसमें भारत भर से करीब 28 सामाजिक संस्थाओं का सहयोग रहा यात्रा के अंतर्गत यात्रा में पड़ने वाले विभिन्न पड़ाव पर लोगों को विश्व शांति एवं हमारे पड़ोसी देशों से संबंध बेहतर बनाने पर विस्तृत चर्चा की गई, विश्व में शांति का संदेश दिया गया। इसी क्रम में प्रोफेसर जगमोहन सिंह द्वारा 1919 में हुए जलियांवाला बाग हत्याकांड का विस्तार से वर्णन किया गया तथा जलियांवाला बाग में मौके पर उपस्थित सभी स्थानों के बारे में विशेष जानकारी प्रदान की। तत्पश्चात अमृतसर के खालसा कॉलेज में एक शांति बैठक का आयोजन किया गया।
जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर जगमोहन सिंह द्वारा की गई तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान नेता राकेश टिकैत विशेष अतिथि रहे। तदुपरांत पंजाब नाटशाला में साका जलियांवाला बाग का मंचन किया गया तथा अंतिम छोर पर यात्रा भारत-पाकिस्तान के अटारी बॉर्डर पहुंची। जहां रात 12:00 बजे सभी संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा कैंडल मार्च तथा राष्ट्रभक्ति गीतों द्वारा हमारे सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देकर विश्व में शांति की अपील की गई। आयोजन में स्वर्गीय लालाराम चंद्र सहाय रूरल डेवलपमेंट फाउंडेशन के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ अंकुर प्रकाश गुप्ता मानव तथा राजेश शर्मा जी ने प्रतिभाग किया तथा मिशन जय हो फॉर यूनिटी एंड नेशन के अंतर्गत संपूर्ण विश्व को और रक्तदान द्वारा एकता एवं शांति का संदेश दिया।