रविवार, 13 अगस्त 2023

करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष को गोली मारी, अरेस्ट

करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष को गोली मारी, अरेस्ट

नरेश राघानी   
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह को गोली मारी गई है। भंवर सिंह को गंभीर घायल अवस्था में इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। वहीं पुलिस ने भंवर सिंह पर जानलेवा हमला करने वाले हमलावर को पकड़ लिया है। हमलावर की पहचान दिग्विजय सिंह के रूप में बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि, भंवर सिंह पर गोली चलाने के बाद हमलावर की मौके पर काफी पिटाई हुई है। उसे भी अस्पताल ले जाया गया है।
बैठक के दौरान गोली मारी, अफरा-तफरा मची
मिली जानकारी के अनुसार, राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह पर उदयपुर में उस वक्त हमला हुआ। जब वह यहां बीएन संस्थान परिसर में आयोजित एक बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे। बैठक के बीच हमलावर ने भंवर सिंह को अचानक गोली मार दी। गोली चलते ही बैठक में अफरा-तफरी मच गई। वहीं दूसरी तरफ गोली लगने से घायल भंवर सिंह को संभाला गया।
हालांकि, साथ ही मौके पर मौजूद लोगों ने हमलावर को भी पकड़ लिया। गुस्से में आए लोगों ने हमलावर की पिटाई भी की। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने हमलावर को अपने कब्जे में ले लिया। हालांकि, अभी यह मालूम नहीं चल सका है कि हमलावर ने भंवर सिंह पर जानलेवा हमला क्यों किया? फिलहाल वारदात के पीछे प्रथम दृष्टया पुरानी दुश्मनी मानी जा रही है। पुलिस की वारदात को लेकर जांच जारी है।

कलयुग में बजरंग बली विराजमान है और पक्का है

कलयुग में बजरंग बली विराजमान है और पक्का है 

भानु प्रताप उपाध्याय 
शामली। सन 2008, दिन13 अगस्त! यानी आज से 15 साल पूर्व 13 अगस्त को मेरा सलेक्शन यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ इंडिया(यूएनआई/UNI) में हुआ, तो मुझे विश्वास नही हुआ क्योंकि जिन वरिष्ठ पत्रकार के स्थान पर मेरा चयन हुआ था। वो मेरे आदर्श और पत्रकारों के पितामह श्री उत्तम चंद शर्मा जी थे। इत्तफाक कहे या गुरु का मिलने वाला आशीर्वाद जो आज 13 अगस्त को 14 सालों के वनवास के बाद बृहद यूनीवार्ता परिवार में मुझे शामिल कराने में सहयोगी रहे uni स्टाफर श्री जितेंद्र तोमर व मेरे सलेक्शन लेटर पर साइन करने वाले श्री अरुण केसरी (हैड ऑफ हिंदी डिपार्टमेंट) के एक साथ दर्शन दिल्ली में प्रेस क्लब हुए है। सब एक लाईन में पूरा वाक्या लिख देता हूँ कि.. "कलयुग में बजरंग बली विराजमान है और पक्का है।"

किसानों के कर्ज माफी का वादा निभाया: भूपेश

किसानों के कर्ज माफी का वादा निभाया: भूपेश   

दुष्यंत टीकम   
जांजगीर। भरोसे के सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा 5 साल पूर्व किसानों की हालत खराब थी भ्रष्टाचार एवं कमीशन खोरी का बोलबाला था। हमने किसानों की स्थिति को मजबूत बनाया। बिना किसी बिचौलियों के किसानों के खाते में पैसा सीधे अंतरित किया जा रहा है। हमने 107 लाख मैट्रिक टन धान किसानो से खरीदा है। हमने किसानों से कर्जा माफी का वादा किया था और उस वादे को निभाया। पूर्व सरकार में बेरोजगारी भत्ता केवल 300 रूपये मिलता था हमने 1 लाख 22 हजार बेरोजगारो को 112 करोड रुपए दिए।
42 लाख परिवारों को बिजली बिल हाफ योजना का लाभ मिल रहा है। 
हमारी सरकार ने आम जनता को अधिकार संपन्न बनाने का कार्य किया। सांस्कृतिक क्षेत्र में भी हमारी सरकार ने देवगुड़ी योजना, राम वन गमन पर्यटन परिपथ आदि योजनाओं के माध्यम से सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का कार्य कर रही है. अब हम हर ब्लॉक में जैतखाम बनाएंगे। ग्राम पंचायत के माध्यम से सरपंच इसका निर्माण करवाएंगे। हम सभी को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। ऐसा कोई समाज नहीं है जो यह कह सके कि सरकार ने हमें जमीन नहीं दी है, या जमीन में भवन निर्माण के लिए पैसे नहीं दिए है। हमने छत्तीसगढ़ के सभी वर्गों और समाज के संरक्षण और उन्हें आगे बढ़ाने का काम किया है। छत्तीसगढ़ की परंपरा और संस्कृति को आज एक नई पहचान मिली है। रामायण महोत्सव, राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव, युवा महोत्सव जैसे आयोजन हम कर रहे हैं।

प्रियंका के ट्वीट पर 41 जिलों में प्राथमिकी दर्ज

प्रियंका के ट्वीट पर 41 जिलों में प्राथमिकी दर्ज    

ओमप्रकाश चौबे   
भोपाल। मध्य प्रदेश में ठेकेदारों से कमीशन वाले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के एक ट्वीट के बाद भाजपा ने 41 जिलों में प्राथमिकी दर्ज कराई है। बीजेपी की विधि प्रकोष्ठ ने न सिर्फ प्रियंका बल्कि कांग्रेस की एमपी इकाई के चीफ कमलनाथ के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई है।
प्रियंका ने क्या कहा था?
मध्य प्रदेश में ठेकेदारों के संघ ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शिकायत की है कि प्रदेश में 50% कमीशन देने पर ही भुगतान मिलता है। कर्नाटक में भ्रष्ट भाजपा सरकार 40% कमीशन की वसूली करती थी। मध्य प्रदेश में BJP भ्रष्टाचार का अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर आगे निकल गई है। कर्नाटक की जनता ने 40% कमीशन वाली सरकार को बाहर किया, अब मध्य प्रदेश की जनता 50% कमीशन वाली भाजपा सरकार को सत्ता से हटाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रियंका और कमलनाथ के खिलाफ भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत 41 जिलों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इंदौर में एडीसीपी राम सनेही मिश्रा ने कहा कि जांच चल रही है और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। ज्ञापन में प्रियंका गांधी और कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं के नाम का उल्लेख किया गया है।
सीएम भूपेश ने किया पलटवार
मध्य प्रदेश में प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, जब ठेकेदार खुद लिख रहे हैं कि 50 फीसदी कमीशन लिया जाता है तो इससे ज्यादा क्या सबूत चाहिए? एफआईआर दर्ज करने से सच नहीं छुपेगा।

वाहनों की बिक्री 10 लाख का आंकड़ा पार करेगी

वाहनों की बिक्री 10 लाख का आंकड़ा पार करेगी   

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। त्योहारों के दौरान इस साल घरेलू यात्री वाहन की बिक्री के 10 लाख इकाई का आंकड़ा पार करने की उम्मीद है। इस वर्ष 68 दिन के त्योहारों का मौसम 17 अगस्त से शुरू होकर 14 नवंबर तक चलेगा।
हालांकि, इस अवधि में कुछ दिन खरीदारी के लिए शुभ नहीं माने जाते। मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन व बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि आमतौर पर त्योहारों के दौरान बिक्री बढ़ जाती है, जो पूरे वर्ष होने वाली बिक्री का करीब 22-26 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा,  इस वित्तीय वर्ष में यात्री वाहन की कुल बिक्री 40 लाख इकाई के दायरे में रहने की उम्मीद है, त्योहारों के दौरान करीब 10 लाख इकाइयों की बिक्री होने की उम्मीद है।  श्रीवास्तव ने कहा कि इस साल उद्योग में मजबूत बिक्री देखी गई और आने वाले महीनों में भी इसके जारी रहने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, हमने इस वित्तीय वर्ष में बिक्री के मामले में अप्रैल, मई, जून और जुलाई में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन देखा है। जुलाई में करीब 3.52 लाख इकाइयों की एक महीने में अब तक की दूसरी सबसे अधिक बिक्री देखी गई।
अगस्त में भी इसके 3.5 लाख इकाइयों के आसपास रहने की उम्मीद है। वाहन ऋण की उच्च दर भी चिंता का विषय है क्योंकि करीब 83 प्रतिशत उपभोक्ता कार खरीदने के लिए कर्ज लेते हैं।

बीमा क्लेम की मांग, किसानों का धरना जारी

बीमा क्लेम की मांग, किसानों का धरना जारी

राजेन्द्र कुमार
सिरसा। हरियाणा में सिरसा जिले के गांव नारायण खेड़ा में बीमा क्लेम की मांग को लेकर किसानों का धरना शनिवार को भी जारी रहा। वहीं चार किसान पिछले 11 दिनों से पानी की टंकी पर चढ़े हुए हैं। शनिवार दोपहर को किसानों के बीच इनेलो नेता व ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला व राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा भी पहुंचे। अभय चौटाला ने आंदोलन को यथावत रखने के लिए किसानों को एक लाख रुपये का सहयोग किया।
बीमा क्लेम की मांग को लेकर धरना स्थल पर हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर ट्राली लेकर पहुंचे। गांव चाहरवाला की सरपंच कविता खुद ट्रैक्टर चलाकर धरना स्थल पर पहुंची। किसानों ने नारेबाजी कर रोष जताया। इसी के साथ पानी की टंकी पर चढ़े किसानों का हौंसला बढ़ाया।
इनेलो नेता एवं विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि किसान अपना हक मांग रहे हैं। मगर किसानों को हक नहीं दिया जा रहा है। प्रदेश के सीएम मनोहरलाल से विधानसभा में सवाल करूंगा कि किसानों को बीमा क्लेम क्यों नहीं मिल रहा है। इसके लिए मुझे चाहे विधानसभा में कुछ भी करना पड़े करके रहूंगा।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पानी की टंकी पर चढ़ेे सभी किसानों से प्रतिदिन बातचीत होती है। यह किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। मगर कमजोर कदम मत उठा लेना, मजबूती के साथ लड़ाई लड़े। उन्होंने कहा कि किसानों का इस सरकार ने बूरा हाल कर रखा है। इस सरकार का जल्द ही छुटकारा मिलनेे वाला है। उन्होंने कहा कि किसानों को हर बार फसल खराब होने पर बीमा लेने के लिए आंदोलन करना पड़ता है।
बीमा कंपनियों की तिजोरी भरो योजना: दीपेन्द्र हुड्डा  
राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के खून-पसीने की कमाई लूटकर निजी बीमा कंपनियों की तिजोरी भरो योजना बन गई है। उन्होंने कहा कि उस मुद्दे को वह संसद में भी रखेंगे। उन्होंने कहा कि संसद में खुद केंद्र सरकार ने माना है कि पिछले 7 वर्षों में इन निजी बीमा कंपनियों ने किसानों से ₹1,97,657 करोड़ बीमा प्रीमियम वसूला लेकिन ₹1,40,036 करोड़ मुआवजा देकर कुल ₹57,000 करोड़ का तगड़ा मुनाफ़ा अपनी तिजोरियों में भर लिया।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में निजी बीमा कंपनियों ने पूरे देश के किसानों से 27900.78 करोड़ रुपया प्रीमियम लिया लेकिन किसानों को सिर्फ 5760.80 करोड़ रुपये ही बीमा मुआवजा दिया। वहीं, हरियाणा में वर्ष 2022-23 में AIC कंपनी ने किसानों से 703.84 करोड़ रुपये प्रीमियम लिया लेकिन सिर्फ 7.46 करोड़ रुपये का ही मुआवजा दिया। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जब प्रीमियम देने की तारीख तो निश्चित होती है लेकिन किसानों को क्लेम देने की तारीख निश्चित नहीं होती ये अन्याय है, इसके खिलाफ हम सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेंगे।

छात्र संघ चुनावों पर रोक, छात्र-नेताओं में आक्रोश

छात्र संघ चुनावों पर रोक, छात्र-नेताओं में आक्रोश    

नरेश राघानी  
जयपुर। छात्रसंघ चुनावों पर रोक लगने के बाद छात्र नेताओं में आक्रोश व्याप्त है। गहलोत सरकार के फैसले के विरोध में छात्र नेता और समर्थक सुबह से ही राजस्थान यूनिवर्सिटी में विरोध-प्रदर्शन कर रहे है। मामला बढ़ता देख पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। पुलिस ने अब तक पुलिस ने अब तक तीन दर्जन छात्रों और छात्र नेताओं को हिरासत में लिया है। साथ ही आधा दर्जन गाड़ियों को जब्त किया है। इधर, राजस्थान यूनिवर्सिटी के कैंपस में छात्र नेता विरोध-प्रदर्शन के लिए आगे की रणनीति बनाने में जुटे हुए है।
छात्रसंघ चुनावों पर देर रात रोक लगने के बाद छात्र नेताओं ने राजस्थान यूनिवर्सिटी गेट पर विरोध-प्रदर्शन किया था। छात्र नेताओं ने नारेबाजी करते हुए सीएम गहलोत का पुतला फूंका। लेकिन, पुलिस प्रशासन द्वारा मोर्चा संभालने के बाद तड़के करीब 5 बजे बाद सभी स्टूडेंट्स यहां से चले गए। इसके बाद छात्र नेताओं ने सुबह 10 बजे बाद फिर से विरोध-प्रदर्शन शुरू किया। ऐसे में पुलिस ने विरोध कर रहे छात्रों पर एक्शन लेना शुरू कर दिया। पुलिस अब तक तीन दर्जन छात्रों व छात्र नेताओं को हिरासत में ले चुकी है और आधा दर्जन गाड़ियों को जब्त किया है।
यूनिवर्सिटी परिसर छावनी में तब्दील
गहलोत सरकार के फैसले के बाद पुलिस भी अलर्ट मोड़ पर है। किसी भी प्रकार बवाल ना बढें, इसके लिए राजस्थान यूनिवर्सिटी का पूरा परिसर छावनी में तब्दील हो चुका है। जगह-जगह पुलिस के जवान मोर्चा संभाले हुए है। यूनिवर्सिटी के गेट पर पुलिस का सख्त पहरा है। किसी भी बाहरी छात्र को अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
आगे की रणनीति बनाने में जुटे छात्र नेता
छात्रसंघ चुनावों पर रोक और पुलिस के एक्शन के बाद छात्र नेता आगे की रणनीति बनाने में जुटे हुए है। यूनिवर्सिटी कैंपस में सुबह 11 बजे से छात्र नेताओं की मीटिंग चल रही है। जिसमें विरोध-प्रदर्शन की आगे की रणनीति पर चर्चा की जा रही है। छात्र नेताओं का कहना है कि प्रदेश में स्वच्छ व निष्पक्ष छात्रसंघ चुनाव जरूरी है, जो छात्र नेता लिंगदोह कमेटी की धज्जियां उड़ा रहे हैं उनको चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दो। लेकिन, लिंगदोह कमेटी का हवाला देकर छात्रसंघ चुनाव स्थगित करने का निर्णय सही नहीं है। गहलोत सरकार को इस निर्णय पर दोबारा विचार करना चाहिए। अगर सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला तो बड़े स्तर पर विरोध-प्रदर्शन किए जाएंगे।
सरकार ने देर रात लिया छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का फैसला
बता दें कि गहलोत सरकार ने देर रात मौजूदा 2023-24 के शैक्षणिक सत्र में छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का फैसला लिया है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से देर रात सभी कुलपतियों व उच्चाधिकारियों की मीटिंग हुई। इसके बाद सभी विवि को इस फैसले की जानकारी के लिए पत्र भेजा गया। पत्र में कहा गया है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की क्रियान्विति की चुनौती, विश्वविद्यालयों की विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम में देरी, चालू सत्र के लिए प्रवेश में देरी से 180 दिन का अध्यापन कार्य कराना चुनौतीपूर्ण होने सहित विभिन्न कारणों से यह फैसला किया गया है।

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बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 101 रनों से हराया  सुनील श्रीवास्तव  किंग्स्टन। तैजुल इस्लाम (पांच विकेट), नाहिद राणा (पांच विकेट) और जाकेर अली ...