गुरुवार, 29 जून 2023

7 जुलाई को छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे 'पीएम'

7 जुलाई को छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे 'पीएम'

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे। बताया जा रहा है कि मोदी रायपुर आ सकते हैं। सात जुलाई को छत्तीसगढ़ दौरा प्रस्तावित है। विस्तृत कार्यक्रम अभी जारी नहीं हुआ है। बता दें कि इससे पहले अगस्त में पीएम मोदी के आने की खबर सामने आई थी।

चर्चा है कि प्रधानमंत्री मोदी केंद्र सरकार की पिछले 9 साल की उपलब्धियों को गिनाएंगे। कुछ वर्गों के साथ संवाद कार्यक्रम करेंगे।

साथ ही भिलाई में बनकर तैयार हुए आईआईटी के उद्घाटन समारोह में भी पीएम मोदी शामिल हो सकते हैं, जिसके लिए आईआईटी ने प्रस्ताव भेजा था।

वृद्धाश्रम में होने वाली परेशानियां बयां की

वृद्धाश्रम में होने वाली परेशानियां बयां की

बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। अपनों से सताए और भगाए वृद्धजनों के लिए बनाए गए वृद्धाश्रम में भी वृद्धों को अपनत्व नहीं मिल पा रहा। प्रयागराज के आधारशिला वृद्धाश्रम में कई वृद्धों ने गुरुवार को भावुक होते हुए वृद्धाश्रम में होने वाली परेशानियां बयां की।

वृद्धों ने जिम्मेदारों पर परेशान करने के आरोप लगाए हैं। प्रयागराज के नैनी स्थित आधारशिला वृद्धाश्रम के शंकररचित वृद्ध निवासी झारखंड ने बताया कि वृद्धाश्रम में न तो समय से खाना मिलता है न चाय-पानी मिलती है। बुजुर्ग लोग नित्य-क्रिया के लिए भी काफी परेशान रहते हैं। कर्मचारी किसी वृद्ध की कोई बात नहीं सुनते। ज्यादा शिकायत पर निकालने की धमकी देते हैं। 

वृद्ध रामदुलार ने बताया कि चार-पांच दिन पहले पानी मांगा पानी नहीं मिला, खाना मांगने पर फटकारते हुए खाना मिला तो वृद्ध ने खाना नहीं खाया। उसे डांटा, फटकारा गया। 

वृद्ध रामसागर विश्वकर्मा निवासी मिर्जापुर ने बताया कि पानी व चाय मांगने पर नहीं मिलती है। बोलो तो धमकी देते हैं कि निकल जाओ यहां से। 5 मिनट 52 सेकेंड के वीडियो में कई वृद्धों ने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए खाना, पानी, तेल, साबुन न समय से न मिलने का आरोप लगाया है।

बिहार आने के लिए हर कोई स्वतंत्र: सीएम 

बिहार आने के लिए हर कोई स्वतंत्र: सीएम 

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बृहस्पतिवार को बिहार के लखीसराय की यात्रा से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हर कोई राज्य में आने के लिए स्वतंत्र है। पटना में 23 जून को हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद शाह का बिहार दौरा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के किसी शीर्ष नेता की पहली यात्रा है।

विपक्षी दलों के बैठक का मकसद अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव में भाजपा के खिलाफ एकजुट होने और पार्टी को हराने की रणनीति तैयार करना था। नीतीश ने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान वह समान नागरिक संहिता पर प्रधानमंत्री की पुरजोर वकालत के मामले में प्रश्न से साफ बचते नजर आए। शाह की लखीसराय की यात्रा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ‘‘यहां आने के लिए हर कोई स्वतंत्र है।

बिहार आने का हक सभी को है।’’ विपक्षी दलों की बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘बैठक समाप्त हो चुकी है...हम इस पर बाद में बातचीत करेंगे।’’ शाह का आज दोपहर यहां जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने का कार्यक्रम है। शाह हेलीकॉप्टर से मुंगेर जिले के लखीसराय के लिए रवाना होंगे, जहां वह एक रैली को संबोधित करेंगे।

पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी और बिहार के केंद्रीय मंत्रियों सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता उनका स्वागत करेंगे। शाह जनसभा को संबोधित करने से पहले भगवान शिव और देवी पार्वती के प्रसिद्ध मंदिर अशोक धाम में पूजा-अर्चना भी करेंगे। शाह तीन महीने पहले बिहार आए थे। इस बीच शाह के आगमन से पहले सत्तारूढ़ महागठबंधन दलों के समर्थकों ने तथा भाजपा के समर्थकों ने हवाई अड्डे के निकट तथा पटना के अन्य स्थानों पर पोस्टर लगाए हैं। विपक्षी दलों के पोस्टर में मणिपुर में हिंसा के लिए साथ ही केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय तथा आयकर विभाग के दुरुपयोग के लिए भाजपा नेतृत्व की आलोचना की गई है।

इसके विपरीत भाजपा समर्थकों के पोस्टर में विपक्षी दलों की एकता पर कटाक्ष किया गया है। पोस्टर युद्ध के बारे में पूछे जानेपर सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, ‘‘पार्टी का इन पोस्टर से कोई लेना-देना नहीं है। यह पार्टी कार्यकर्ताओं की परिकल्पना है और उन्होंने ही पोस्टर शहर में लगाए हैं।’’

ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त ने खड़गे से मुलाकात की

ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त ने खड़गे से मुलाकात की

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ'फैरेल ने गुरुवार को यहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके आवास पर मुलाक़ात की और दोनों देशों के संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के बारे में विचार-विमर्श किया।

खड़गे ने ट्वीट करके यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, "भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ'फैरेल ने आज मुझसे मुलाकात की और हमने दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के बारे में गहनता से चर्चा की।"

उन्होंने कहा,"भारत और ऑस्ट्रेलिया में कई समानताएं हैं, जो परस्पर सहयोग बढ़ाने और व्यापक स्तर पर बातचीत की नींव के तौर पर काम करती हैं। हमारी रणनीतिक साझेदारी मजबूती के साथ महत्वपूर्ण दिशा में बढ़ी है।"

'मौत' की सजा सुनिश्चित, ठोस सबूत तैयार 

'मौत' की सजा सुनिश्चित, ठोस सबूत तैयार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा कि शाहबाद डेरी इलाके में 16 वर्षीय लड़की की हत्या सोच-समझकर की गई और उन्होंने आरोपी को मौत की सजा सुनिश्चित करने के लिए ठोस सबूत तैयार किया है। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने कहा, ‘‘ यह हत्या सोच-समझकर बदला लेने की मंशा से की गई।  

हमारे पास सभी सबूत हैं और घटना के एक महीने के भीतर हमने आरोपपत्र दाखिल कर दिया ताकि लड़की के परिवार को न्याय मिल सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने साक्षी की हत्या के मामले में पेशेवर रवैये तथा सतर्क दृष्टिकोण से जांच की और रिकॉर्ड समय में अदालत के समक्ष आरोपपत्र दाखिल किया।’’

पाठक ने कहा, ‘‘... हमने ठोस सबूत तैयार करने की कोशिश की है ताकि आरोपी को मौत की सजा मिले।’’ दिल्ली पुलिस ने 28 मई को राष्ट्रीय राजधानी के शाहबाद डेरी इलाके में सरेआम 16 वर्षीय लड़की की बर्बर तरीके से हत्या करने वाले साहिल के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है।अदालत से जुडे़ सूत्रों ने बताया कि यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धारा 12 (किसी बच्चे का यौन उत्पीड़न करने की सजा) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मंगलवार को पॉक्सो अदालत के समक्ष 640 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया गया।

आरोपी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 354 ए (यौन उत्पीड़न) और 509 (किसी महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से किया गया कृत्य) के साथ शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए हैं। पुलिस ने घटना के बाद बताया था कि लड़की के शरीर पर 34 घाव थे और उसके सिर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। साहिल को 29 मई को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस के अनुसार, जांच में पता चला कि साहिल और साक्षी के बीच प्रेम संबंध थे, लेकिन उनके बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे। दोनों के बीच 27 मई को झगड़ा हुआ था जिसके बाद साहिल ने बदला लेने की मंशा से अगले दिन उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी।

अमरनाथ की तीर्थयात्रा, पंजीकरण प्रक्रिया शुरू 

अमरनाथ की तीर्थयात्रा, पंजीकरण प्रक्रिया शुरू 

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। प्रशासन ने दक्षिण कश्मीर हिमालय क्षेत्र स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर की तीर्थयात्रा के लिए यहां आने वाले श्रद्धालुओं के वास्ते बृहस्पतिवार को मौके पर ही पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी। हिमालय क्षेत्र में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर प्राकृतिक रूप से बनने वाले हिम शिवलिंग के दर्शन के लिए आगामी एक जुलाई से शुरू होने वाली यात्रा के वास्ते साधुओं सहित 1,500 से अधिक तीर्थयात्री जम्मू शहर पहुंच चुके हैं।

शहर के शालीमार क्षेत्र में जहां अपंजीकृत तीर्थयात्रियों के लिए मौके पर ही पंजीकरण के वास्ते केंद्र स्थापित किया गया है, वहीं पुरानी मंडी स्थित राम मंदिर परिसर में साधुओं के पंजीकरण के लिए एक विशेष शिविर स्थापित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच, 1000 से अधिक तीर्थयात्री आगे की यात्रा के लिए यहां भगवती-नगर आधार शिविर पहुंच चुके हैं।

यह 62 दिवसीय तीर्थयात्रा दो मार्गों- अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से शुरू होगी। उपमंडल मजिस्ट्रेट नर्गेश सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया कि देश के सभी हिस्सों से आने वाले गैर-पंजीकृत तीर्थयात्रियों का पंजीकरण यहां काउंटर पर मौके पर ही शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि सुचारू पंजीकरण के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

तहसीलदार जय सिंह ने कहा, "जम्मू में साधुओं का पंजीकरण आज से शुरू हो गया है। साधुओं को सर्वोत्तम संभव सुविधाएं देने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं।" यात्रा के लिए यहां पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों में उत्साह देखते ही बनता है। उत्तर प्रदेश के संजीव कुमार ने कहा कि वह चौथी बार अमरनाथ यात्रा कर रहे हैं।

दिल्ली से आए 69 वर्षीय जगदेश राज ने कहा, "अपने पूरे जीवन में, मैं तीर्थयात्रा की इच्छा रखने वाले लोगों को सुविधा प्रदान करता रहा हूं, लेकिन खुद दर्शन करने नहीं पहुंच सका। हालांकि, मुझे बहुत खुशी है कि अब मैं अमरनाथ के दर्शन करने जा रहा हूं।" उत्तराखंड स्थित यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की चारधाम यात्रा पूरी करने के बाद साधु यहां पहुंचे हैं। वहीं, एक अन्य तीर्थयात्री रमेश चंद्र गिरि ने कहा, "हम यहां पंजीकरण के लिए आए हैं, जो आज से शुरू हुआ...यह छठी बार है, जब मैं अमरनाथ जा रहा हूं।"

शांति व सद्भाव में मनाया 'बकरीद' का पर्व

शांति व सद्भाव में मनाया 'बकरीद' का पर्व


इस्लाम में हज़रत इब्राहीम की सुन्नत पर अमल करने का नाम है ईद ए क़ुरबां

ईदगाह सहित शहर भर की सभी छोटी बड़ी मस्जिदों में अदा की गई ईदुल अज़हा की विशेष नमाज़

फजिर की नमाज़ के बाद से ईद उल अज़हा की नमाज़ के बाद देर शाम तक बारगाहे खुदावन्दी में दी जाती रही दुम्बों और बकरों की कुर्बानी 

बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। बकरीद यानी ईद-उल-अजहा का पर्व हज़रत इब्राहीम के देखे ख्वाब की तामील को अमली जामा पहनाते हुए आज अक़ीदत व ऐहतेराम के साथ शांति व सद्भाव में मनाया गया। 

उम्मुल बनीन सोसायटी के महासचिव सैय्यद मोहम्मद अस्करी के अनुसार प्रातः 6 बजे से 10 :30 बजे तक ईदगाह सहित शहर भर की मस्जिदों इबादतगाहों और घरों में ईद उल अज़हा की खास नमाज़ ओलमा की क़यादत में अदा की गई। ईदगाह ,चौक जामा मस्जिद ,चक ज़ीरो रोड शिया जामा मस्जिद, रौशन बाग़ शाह वसी उल्ला मस्जिद, करैली बीबी खदीजा मस्जिद, बख्शी बाज़ार मस्जिद क़ाज़ी साहब, दायरा शाह अजमल की खानकाह मस्जिद, अटाला व रसूलपुर की बड़ी मस्जिद, दायरा शाह अजमल की मस्जिद ए नूर, बैदन टोला, सियाहमुर्ग़, धोबी घाट की हरी मस्जिद करैली लेबर चौराहे की मस्जिद ए मोहम्मदी, दरियाबाद की इमाम रज़ा मस्जिद , बैतुस्सलात, मुसल्ला ए ज़ीशान, इबादतखाना,मदरसा जमीयतुल अब्बास वीआईपी कालोनी सहित शहर भर की सैकड़ों मस्जिदों में तय समय पर ईद उल अज़हा की खास नमाज़ अदा की गई।मस्जिदों में रिज़्क़ सेहत बरकत आपस में यकजहती सभी धर्मों का आदर करने के साथ मुल्क ए हिन्द को हमेशा कामयाबी और कामरानी के साथ आगे बढ़ते रहने की दुआ मांगी गई।

अना,हसद,ग़ुस्सा ,तकब्बुर ,गुमराही को क़ुरबान करना ही सही मायनों में ईद ए क़ुरबॉ का असली मक़सद (मौलाना जवादुल हैदर रिज़वी )

मस्जिद क़ाज़ी साहब बख्शी बाज़ार में ईद-उल-अजहा यानी ईद ए क़ुरबां पर बाद नमाज़ खुतबे मे मौलाना सैय्यद जव्वादुल हैदर रिज़वी ने ईद क़ुरबॉ की फज़ीलत बयान की कहा हज़रत इब्राहीम को तीन मर्तबा ख्वाब में अल्लाह ने अपने बेटे को राहें खुदा में क़ुरबान करने का हुक्म दिया, तो उस ख्वाब को उन्होंने अपनी बीवी और बेटे हज़रत इस्माईल को बताया।

बीवी और बेटे की रज़ामन्दी के बाद हज़रत इब्राहीम मेना की पहाड़ी पर बेटे को राहें खुदा में क़ुरबान करने को ले कर गए।रास्ते में तीन शख्स ने अलग अलग तरीकों से उनहे इस अहकाम से रोकने की कोशिश की लेकिन दोनों ने उनको नकारते हुए यही कहा की तुम शैतान हो।आज काबे में हज के बाद उन्हीं तीन शैतानों पर हाजी कंकड़ी मारते हैं।

जब तक इस रस्म की अदायगी नहीं होती, तब तक हज मुकम्मल नहीं होता। 

हज़रत इब्राहीम ने जब खुदा के हुक्म से बेटे इस्माईल के गर्दन पर छूरी फेरनी चाही तो अल्लाह की तरफ से ग़ैब से उस जगहा पर दुम्बा ज़िबहा पाया और ऑख की पट्टी खोली तो देखा दुम्बा क़ुरबान हो चुका था और बेटे हज़रत इस्माईल बग़ल में सही सलामत खड़े मुस्कुरा रहे हैं।

इसी सुन्नत को अमल में लाते हुए दुनिया भर में मुसलमान आज के दिन दुम्बों व बकरों की कुर्बानी देते हैं। इस तहरीक से लोगों को चाहिये की आज से अहद लें कि सिर्फ जानवर ही नहीं अना हसद ग़ुस्सा तकब्बुर गुमराही को भी क़ुरबान कर अच्छे और सच्चे मोमिन बन जाएं, ताकि अल्लाह हमारी क़ुरबानी को क़ुबूल करें।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...