अपील: प्रतिबंधित पशुओं की न करें कुर्बानी
प्रिया तोमर
देवबंद। ईद-उल-अजहा और कांवड़ को लेकर प्रशासन अलर्ट है। प्रशासन ने दारुल उलूम के उलेमा और मुस्लिम बुद्धिजिवियों से अपील जारी कराना शुरू कर दिया है। प्रशासन की पहल पर दारुल उलूम ने ईद-उल-अजाह पर अपील जारी करते हुए प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न करने का आह्वान किया। साथ ही खुले में कुर्बानी न करने और सफाई का ध्यान रखने की अपील की।
दारुल उलूम के वरिष्ठ उस्ताद मुफ्ती मुज़म्मिल मुजफ्फरनगरी ने संस्था की ओर से जारी अपील में ईद-उल-अज़हा की मुबारकबाद देते हुए कहा कि हमारे बुजुर्गों ने हमेशा प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी से मना किया है। इसलिए प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी से दूर रहे। कहा कि खुले में कुर्बानी करने से बचे। साथ ही अवशेष को सड़कों या नालियों में न डालने के बजाए पालिका द्वारा की गई व्यवस्था के अनुसार ही अवशेषों का निष्पादन करें। ईदगाह कमेटी के सचिव मो. अनस सिद्दीकी और मरकजी जामा मस्जिद के मुतवल्ली खुर्रम उस्मानी ने कहा मस्जिदों और ईदगाह में समय से नमाज के लिए पहुंचे। नमाज सड़कों पर अदा करने के बजाए ईदगाह और मस्जिदों के परिसर में ही अदा करें।