बिपारजॉय तूफान का असर, आज से बारिश शुरू
संदीप मिश्र
लखनऊ। बिपारजॉय तूफान का असर प्रदेश में दिखना शुरू हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार से प्रदेश के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में रात में पारा अधिक रहने के लिए चेतावनी जारी की गई है। सोमवार से प्रदेश भर में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ बौछार के साथ कुछ जिलों में भारी बारिश के लिए चेतावनी जारी की गई है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश के अनुसार, तूफान का असर अगले हफ्ते में चार से पांच दिनों तक रह सकता है। शनिवार को कश्मीर की ओर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर प्रदेश के कुछ पश्चिमी जिलों में बादलों की आवाजाही और बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश में लू और रात में गर्मी बढ़ने के लिए चेतावनी जारी की गई है। वहीं, रविवार से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तेज धूल भरी हवा और बारिश का अंदेशा है।
तूफान का असर गुरुवार तक रह सकता है। सोमवार से पश्चिमी और दक्षिणी उत्तर प्रदेश के आगरा, इटावा, झांसी, महोबा, ललितपुर समेत लगभग 10 जिलों में भारी बारिश के लिए भी चेतावनी जारी है। शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान 29.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश भर में बदली और हवा से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
सर्वाधिक तापमान प्रयागराज में 44 डिग्री और झांसी में 43.7 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। सबसे कम तापमान नजीबाबाद में 24 डिग्री और बरेली में 25.3 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ गरज और चमक और आंधी चल सकती है। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में लू के साथ रात में भी गर्मी बढ़ने के लिए चेतावनी जारी की गई है। लखनऊ और आसपास के इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज हो सकता है।
वाराणसी में एक सप्ताह से अधिक समय से चल रही तापलहर अभी अपनी प्रचंड अवस्था में है। चार दिन पूर्व 13 जून को अब तक का सर्वाधिक तापमान होने के बाद भी हालांकि पारा धीमी गति से ढलान पर है लेकिन शुक्रवार को यह सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इधर न्यूनतम तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक 30.5 डिग्री सेल्सियस पर बना रहा। 31 किमी प्रति घंटा के वेग से चली हवाएं अंगार लेकर बहती रहीं।
अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि अभी इस पूरे सप्ताह तापलहर का कहर ऐसे ही बना रहेगा। अगले सप्ताह की शुरुआत से संभव है कि इसमें परिवर्तन हो। बहरहाल पूरे दिन तेज आंधी जैसी हवा के साथ प्रचंड आंच बहती रही, बाहर निकलते ही चमड़ी झुलसा देने वाली लू शरीर से टकराती तो इसकी तीव्रता का एहसास होता।
दोपहर होते-होते मनुष्य ही नहीं, पशु-पक्षी भी छांव ढूंढ कर दुबक गए थे। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि इस पूरे सप्ताह मौसम ऐसे ही रहना है। अगले सप्ताह की शुरुआत में सोमवार को दोपहर बाद या शाम से कुछ परिवर्तन होना शुरू होगा। शाम को या रात में हल्के फुल्के बादल आएंगे। मंगलवार व बुधवार को इनकी सघनता बढ़ेगी।
गुरुवार यानी 22 जून से संभव है कि कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ छींटे पड़ें या धूल भरी आंधी आए। बिपारजॉय के कारण और विलंबित होगा मानसून प्रो. श्रीवास्तव बताते हैं कि देश के अनेक हिस्सों में बिपारजॉय तूफान के कारण इस ओर आने वाले मौसम का रास्ता बाधित हो गया है। बंगाल की खाड़ी की ओर से आने वाला मानसून उत्तरी बिहार में पूर्णिया के आसपास ठहर गया है। बिपारजॉय का प्रभाव खत्म होने के बाद ही मानसून को आगे बढ़ने की राह मिलेगी। संभावना है कि 27-28 जून तक ही मानसून इधर पहुंचे।