बुधवार, 19 अप्रैल 2023

नशे के कारोबारियों के खिलाफ कठोर रुख अपनाया

नशे के कारोबारियों के खिलाफ कठोर रुख अपनाया

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि देश से मादक पदार्थ की बुराई को खत्म करने के लिए नशे के कारोबारियों के खिलाफ कठोर रुख अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने सभी राज्यों से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर नशे के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की अपील की।राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मादक पदार्थ रोधी कार्यबलों के प्रमुखों के पहले सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने देश की आजादी के 100वें वर्ष यानी 2047 में भारत को नशे से मुक्त बनाने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने कहा, मादक पदार्थ के कारोबारी मुख्य रूप से गुनहगार हैं जबकि इनका इस्तेमाल करने वाले पीड़ित हैं।

हमें मादक पदार्थ कारोबारियों के खिलाफ कठोर रुख अपनाना चाहिए और उनके खिलाफ यथासंभव मजबूत कदम उठाने चाहिए। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि मादक पदार्थ के खिलाफ पूरी सरकार के तौर पर रुख अपनाया जाना चाहिए, क्योंकि यह आने वाली पीढ़ियों को नष्ट कर सकती है। उन्होंने सभी से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करने की अपील करते हुए राज्य सरकारों से कहा कि वे राजनीतिक मदभेदों को अलग रखकर मादक पदार्थ के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होकर काम करें।

लोनी एसएचओ की कार्रवाई पर फिर लगा 'प्रश्नचिन्ह'

लोनी एसएचओ की कार्रवाई पर फिर लगा 'प्रश्नचिन्ह'

अश्वनी उपाध्याय 

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की पुलिस प्रदेश में अपराध नियंत्रण के नए-नए पैंतरे निकालकर जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है ? इसी अथक प्रयास से जनता को प्रदेश में सुरक्षा का आभास भी हो रहा है। लेकिन कहीं-कहीं लालची और अकर्मण्य पुलिस अधिकारी इसका मजाक भी बना रहे हैं।

प्राप्त सूचना के अनुसार सलमान पुत्र मेहरदीन निवासी अशोक विहार लोनी, गाजियाबाद पर 7 अप्रैल की रात करीब 9:00 बजे चाकू और डंडों से 4 व्यक्तियों के द्वारा जान से मारने की नियत से हमला कर दिया गया। हमलावरों ने सलमान की पीठ पर चाकू से 4 हमले किए, जान से मारने की नियत से सिर पर डंडे से वार किया। पब्लिक के आने पर पकड़े जाने के डर से चारों हमलावर वहां से भाग गए। पीड़ित सलमान एवं बचाव में आए लोगों ने पुलिस को सूचना दी। थाना लोनी क्षेत्र अंतर्गत अशोक विहार पुलिस चौकी में कार्यरत इसरार के द्वारा घायल अवस्था में सलमान को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोनी पर ले जाकर चिकित्सा परीक्षण कराया गया। साथ ही लिखित में तहरीर भी ले ली। 

उसके पश्चात 17 अप्रैल को लगभग 10 दिन बाद पुलिसकर्मी इसरार से बात करने पर पता चला कि मामला थाना प्रभारी अजय चौधरी के संज्ञान में और आज शाम को मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। बड़े अफसोस की बात है कि जिनका मजहब पैसा है, ऐसे लोग न्याय को क्या समझेंगे ?  जिनका अस्तित्व इतना खोखला है कि क्षेत्र में खुले तौर पर घूसखोरी के दम पर अवैध व्यापार, अवैध धंधे संचालित कराए जा रहे हैं। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों से क्या अपेक्षा की जा सकती है, ऐसे पुलिस अधिकारियों से जनता कैसे न्याय की अपेक्षा कर सकती है ? जिनका ईमान चंद रूपए है, उसे आप ईमान कहिएगा ? 

आपको बताते चलें कि सलमान पर जानलेवा हमला करने वाले दो मोटरसाइकिल पर सवार चार लोग सलमान के साले हैं। उसकी पत्नी के भाई हैं। आपको यह भी बता दें कि सलमान दिहाडी मजदूर है, जो बेलदारी करके अपना परिवार चलाता है। उसका उसकी पत्नी से विवाद चल रहा है। जो महिला थाना कंकरखेड़ा, जनपद मेरठ में ट्रायल पर चल रहा है। सलमान के सालों ने सलमान को जान से मारने की धमकी दी और जानलेवा हमला भी किया। 

इस संबंध में सहायक पुलिस आयुक्त (ग्रामीण) रजनीश उपाध्याय से जानकारी लेने पर बताया गया कि पुलिस ऐसे प्रकरण में 24 घंटे के भीतर प्राथमिकी दर्ज कर लेती है। यदि ऐसा नहीं हो पाया है, यह एक बड़ी चूक है। दूसरी तरफ लोनी कोतवाली प्रभारी अजय चौधरी से जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि उन्हें प्रकरण की पूरी जानकारी नहीं है। इसका अर्थ यह है कि मामले में अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। क्योंकि सलमान एक साधारण मजदूर है और पुलिस की मंशा अनुरूप रुपया देने में सक्षम नहीं है। भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों को रुपए नहीं दोगे तो मुकदमा दर्ज कैसे होगा ?  यह इतना आसान नहीं है। 

किंतु इसके विपरित यदि आप महसूस करें तो सलमान की जान को खतरा बना हुआ है। हमलावर उस पर कभी भी फिर से हमला कर सकते हैं। जिसमें उसकी जान भी जा सकती है।

'टिटहरी' को 86 साल बाद प्रजाति का दर्जा बहाल 

'टिटहरी' को 86 साल बाद प्रजाति का दर्जा बहाल 

सरस्वती उपाध्याय 

भारत और श्रीलंका में पाई जाने वाली टिटहरी (हनुमान प्लोवर) को 86 साल बाद एक बार फिर से प्रजाति का दर्जा बहाल किया गया है और शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि यह कदम जोखिम वाले पर्यावासों को संरक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। हिन्दुओं के देवता- हनुमान- के नाम वाली और रोबिन के आकार की इस पक्षी को 1930 के दशक में केंटिस प्लोवर (केंट की ऐसी ही एक पक्षी) के साथ रखा गया था, क्योंकि दोनों प्रजातियों को एक समान समझा जाता था। हालांकि, डीएनए अनुक्रमण के परिणामों ने वैज्ञानिकों को उन समूहों के बीच सूक्ष्म अंतरों की पुष्टि करने का आधार प्रदान किया है, जो उन्हें एक-दूसरे से अलग करने के लिए पर्याप्त हैं।

शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि प्रजाति को फिर से बहाल करने से संरक्षण निधि का इस्तेमाल क्षेत्र की संकटग्रस्त आर्द्रभूमि को बचाने में मदद के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये पर्यावास अत्यधिक जैव विविधता वाले हैं और प्रवासी पक्षियों को अत्यधिक सर्दियों के दिन काटने वाले स्थल (ओवरविंटरिंग साइट्स) प्रदान करते हैं। एक प्रजाति में वैसी आबादी शामिल होती है, जो किसी अन्य प्रजाति के साथ सफलतापूर्वक अंतर्संकरण नहीं कर सकती है।

एक उप-प्रजाति में एक प्रजाति के भीतर एक ऐसा समूह होता है, जो आमतौर पर भौगोलिक रूप से अन्य उप-प्रजातियों से अलग होता है। इस अध्ययन के सह-लेखक एलेक्स बॉण्ड ने कहा, हालांकि हम नहीं जानते कि इस समय हनुमान प्लोवर को खतरा है या नहीं, यह ऐसे क्षेत्र में रहता है जहां मानव जनसंख्या घनत्व सबसे अधिक है। बॉण्ड ब्रिटेन में प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय में क्यूरेटर के पद पर कार्यरत हैं।

बॉण्ड ने एक बयान में कहा, इन पक्षियों के साथ एक नाम जुड़ जाने का मतलब है कि नीति निर्माताओं और राजनेताओं के लिए इन टिटहरियों को नोटिस करना और उनकी मदद के लिए आवश्यक कदम उठाना आसान होगा। उन्होंने पाया कि इन पक्षियों में केंटिश प्लोवर की तुलना में छोटे पंख, पूंछ और चोंच होती है। इनके पंखों में भी अंतर होता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, यद्यपि केंटिश प्लोवर के नर एवं मादा पक्षियों के पैर काले होते हैं, लेकिन हनुमान प्लोवर में गहरे भूरे रंग के पैर होते हैं। नर हनुमान प्लोवर के माथे पर एक काली पट्टी होती है। 

कमरों की बुकिंग के लिए पोर्टल की शुरुआत: सीएम 

कमरों की बुकिंग के लिए पोर्टल की शुरुआत: सीएम 

राणा ओबरॉय 

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को यहां लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़क) के विश्राम गृहों में कमरों की बुकिंग के लिए पोर्टल की शुरुआत करते हुए कहा कि अब इनमें सरकारी अधिकारियों के साथ निजी लोग भी कमरों की ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।खट्टर ने यहां संवाददाता सम्मेलन में ऑनलाइन रेस्ट हाउस बुकिंग की सुविधाओं के बारे में बताया कि इस पोर्टल के माध्यम से अब आवेदक कमरे की उपलब्धता देख सकते हैं, कमरा बुक कर सकते हैं, बुकिंग राशि का ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं, बुकिंग रद्द कर सकते हैं।

इसके लिए आवेदक को बुकिंग के समय ही पूरी राशि का भुगतान ऑनलाइन करना होगा। उन्होंने कहा कि पोर्टल के साथ आई.डी.बी.आई. बैंक की भुगतान गेटवे सेवाओं को जोड़ा गया है। चेक-इन करने के 24 घंटे के अंदर बुकिंग रद्द करने पर बुकिंग राशि की 20 प्रतिशत राशि की कटौती होगी, जबकि चेक-इन करने के 24 घंटे से कम समय पर बुकिंग रद्द करने पर कोई रिफंड नहीं दिया जाएगा।

इस पोर्टल के माध्यम से अब प्राइवेट व्यक्ति भी इन रेस्ट हाउस में ऑनलाइन कमरा बुक करा सकते हैं। इनके लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं, जिनमें बुकिंग के 15 दिन पहले खाली कमरों के 25 प्रतिशत कमरे बुक करा सकते हैं। बुकिंग के सात दिन पहले तक खाली कमरों के 50 प्रतिशत कमरे बुक करा सकते हैं और बुकिंग के तीन दिन पहले तक खाली कमरों के 75 प्रतिशत कमरे बुक करा सकते हैं। लेकिन बुकिंग की तारीख से तीन दिन पहले प्राइवेट लोगों के लिए कमरों की बुकिंग नहीं की जाएगी।

ओडिशा: 14 जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित 

ओडिशा: 14 जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित 

इकबाल अंसारी 

भुवनेश्वर। ओडिशा में हिंसा प्रभावित संबलपुर सहित 14 जिलों में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा आहूत हड़ताल के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। विहिप ने राज्य की सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) सरकार पर ‘‘हिंदू-विरोधी’’ रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए सुबह से शाम तक की हड़ताल का आह्वान किया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), बजरंग दल सहित संघ परिवार के अन्य घटक इसका समर्थन कर रहे हैं। संबलपुर में 12 और 14 अप्रैल को हुई हिंसा के बाद से शहर में कर्फ्यू लगा है और जिले में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित हैं। एक अधिकारी ने बताया कि हनुमान जयंती समारोह के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा के बाद 14 अप्रैल की आधी रात से संबलपुर शहर में लागू निषेधाज्ञा को आंशिक रूप से हटा दिया गया है।

हालांकि, इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे तक और 24 घंटे के लिए बढ़ा दिया गया। संबलपुर में हड़ताल के दौरान वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे और सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन ही नजर आए। हालांकि, अन्य जिलों में प्रदर्शनकारियों को सड़कों पर जाम लगाते और लोगों से अपनी दुकानें बंद करने का आग्रह करते देखा गया। हड़ताल में आपात सेवाओं को छूट दी गई है। पुलिस कर्मियों को महत्वपूर्ण चौराहों पर तैनात किया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। संबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) तपन कुमार मोहंती ने बताया कि जिले में अभी तक किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है।

संबलपुर के अलावा, बारगढ़, देवगढ़, झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़, बोलांगीर, कालाहांडी, सोनपुर, बौध, नुआपाड़ा, कोरापुट, नबरंगपुर, मल्कानगिरी और रायगढ़ जिलों में हड़ताल का असर दिखा। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने संबलपुर हिंसा के लिए ‘‘जिम्मेदार लोगों’’ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। विहिप की ओडिशा इकाई के सचिव शुभ्रांशु शेखर ने कहा, ‘‘ दोषियों के खिलाफ 48 घंटे में कार्रवाई नहीं की गई तो हम पूरे राज्य में हड़ताल करेंगे।’’ भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख मनमोहन सामल ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पक्षपातपूर्ण तरीके से काम किया। शरारती तत्वों को खुला छोड़ दिया, जबकि कुछ निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच, संबलपुर जिला प्रशासन ने स्थिति के बेहतर होने के मद्देनजर कर्फ्यू में ढील दी है।

वहां 14 अप्रैल के बाद से हिंसा की कोई घटना नहीं हुई। संबलपुर की जिला अधिकारी अनन्या दास ने कहा, ‘‘ स्थिति बेहतर होने के मद्देनजर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी।’’ हालांकि, राज्य सरकार ने संबलपुर जिले में इंटरनेट सेवाओं का निलंबन और 24 घंटे यानी बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे तक के लिए बढ़ा दिया है। 

ओपीएस व आरटीएच कानून कामयाब, प्रतिबद्धता

ओपीएस व आरटीएच कानून कामयाब, प्रतिबद्धता

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) व स्वास्थ्य का अधिकार (आरटीएच) कानून को कामयाब करने की प्रतिबद्धता जताते हुए बुधवार को कहा कि राज्‍य में इन दोनों पहलों को कामयाब करने से उन्‍हें कोई रोक नहीं सकता। इसके साथ ही गहलोत ने राज्‍य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की अधिकांश योजनाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक न एक दिन स्वीकार करना पड़ेगा। गहलोत यहां राजहेल्थ पोर्टल के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्‍होंने कहा,'’ मैं ओपीएस और आरटीएच दोनों योजनाओं को कामयाब करके रहूंगा , इसके लिए कोई रोक नहीं सकता।

हमारी बहुत आलोचना हो रही है। सारे आलेख ओपीएस के खिलाफ लिखे गए हैं। आरटीएच के खिलाफ अभी लिखा गया। हम कामयाब करके दिखाएंगे, हमको आप सब पर विश्‍वास है।’’ उन्होंने कहा कि ओपीएस को मानवीय दृष्टिकोण से लागू किया किया गया है। मुख्‍यमंत्री ने कहा,‘‘मैं एक करोड़ लोगों को पेंशन दे रहा हूं। मैंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि वे पूरे देश में सामाजिक सुरक्षा कानून लाएं ताकि दुनिया के कई अन्‍य देशों की तरह हमारे देश के हर जरूरतमंद परिवार को कुछ (आर्थिक मदद) मिलें।'

उन्‍होंने कहा,‘‘हर चीज सोच सोच कर, कर रहे हैं। हम दबाव डालेंगे भारत सरकार पर... हमारी अधिकांश योजनाएं आज नहीं तो कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माननी पड़ेंगी, ये मैं दावे के साथ कह सकता हूं। ये इतनी लोकहित की योजनाएं हैं क‍ि कोई इनकार कर नहीं सकता।'’ अपने संबोधन में गहलोत ने राज्‍य सरकार क‍ि च‍िरंजीवी स्‍वास्‍थ्‍य बीमा योजना सहित अन्‍य योजनाओं का भी उल्‍लेख किया।

सर्वेक्षण के अनुसार जीत रही है कांग्रेस: सीएम 

सर्वेक्षण के अनुसार जीत रही है कांग्रेस: सीएम 

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगामी विधानसभा चुनाव में जीत का बुधवार को भरोसा जताते हुए कहा कि एक सर्वेक्षण के अनुसार कांग्रेस पार्टी जीत रही है। मुख्यमंत्री यहां बिड़ला सभागार में कांग्रेस की एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। पार्टी सूत्रों ने कहा गहलोत ने पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य में 24 अप्रैल से लगने जा रहे महंगाई राहत शिविरों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिये भी कहा। सूत्रों के अनुसार राज्‍य में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव पर गहलोत ने कहा, 'हमने सर्वे कर लिया है, कांग्रेस जीत रही है।

' उन्होंने कार्यकर्ताओं से राजनीति से विचलित नहीं होने और लोगों को कल्याणकारी योजनाओं तक पहुंचने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महंगाई राहत शिविरों में लोगों की मदद करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए कांग्रेस नेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। शिविरों में राज्य सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी लोगों को दी जाएगी तथा लाभान्वितों का पंजीयन किया जायेगा। कार्यशाला में कांग्रेस के राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व पार्टी के पदाधिकारी मौजूद थे।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...