शनिवार, 25 फ़रवरी 2023

नए सिरे से चुनाव कराए जाने पर रोक लगाई: एचसी 

नए सिरे से चुनाव कराए जाने पर रोक लगाई: एचसी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की स्थायी समिति के छ: सदस्यों के लिए नए सिरे से चुनाव कराए जाने पर शनिवार को रोक लगा दी। यह चुनाव 27 फरवरी को होने का कार्यक्रम था। न्यायमूर्ति गौरंग कंठ ने अदालत की छुट्टी के दिन एक विशेष सुनवाई में कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि 24 फरवरी को हुए चुनाव के परिणाम घोषित किये बगैर महापौर सोमवार को नये सिरे से चुनाव करा रही हैं, जो नियमों का उल्लंघन है।

उल्लेखनीय है कि महापौर निर्वाचन अधिकारी भी हैं। उच्च न्यायालय ने कहा कि यहां नियमों से यह प्रदर्शित होता है कि दिल्ली के महापौर के पास स्थायी समिति के चुनाव को अवैध एवं अमान्य घोषित करने की शक्ति है। उच्च न्यायालय ने पिछले चुनाव के परिणाम घोषित किये बगैर नये सिरे से चुनाव कराने के निर्णय को चुनौती देने वाली दो याचिकाओं पर निर्वाचन अधिकारी और अन्य को नोटिस जारी किया। न्यायाधीश ने कहा, ‘‘इस बारे में नोटिस जारी किया जाए कि सुनवाई की अगली तारीख तक नए सिरे से चुनाव कराने पर रोक लगी रहेगी।

गोलमेज परिचर्चा, कर्ज में फंस रहे देशों का मुद्दा उठाया 

गोलमेज परिचर्चा, कर्ज में फंस रहे देशों का मुद्दा उठाया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/बेंगलुरु/सोफिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को यहां विश्व बैंक प्रमुख डेविड मलपास और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक (एमडी) क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के साथ शनिवार को यहां गोलमेज परिचर्चा के दौरान कर्ज में फंस रहे देशों का मुद्दा उठाया और इस मुद्दे पर मिलकर काम करने का आह्वान किया।

जी 20 वित्त मंत्री एवं केन्द्रीय बैंक गवर्नरों की दो दिवसीय बैठक में भाग लेने आये इन दोनों के साथ आज यहां गोलमेज बैठक आयोजित की गई। श्रीमती सीतारमण ने ऋणदाताओं के बारे में जानकारी रखने के साथ ही इस चुनौतियों को लेकर एकमत होने और इसके समाधान पर जोर दिया।

उन्होंने कर्ज में बुरी तरह फंसे देशों का मुद्दा उठाया और इसके लिए सबको मिलकर इस मुद्दे को जाेरशोर से उठाने का आह्वान भी किया। इन दोनों अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से तेजी से ऋण पुर्नगठन किये जाने, कर्ज में फंसे देशों को मदद किये जाने की भी अपील की गई।

'मार्च' माह में पड़ने वाले व्रत और त्यौहार, जानिए 

'मार्च' माह में पड़ने वाले व्रत और त्यौहार, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

मार्च का महीना शुरू होने में अब बस कुछ ही दिन बाकी हैं। ये महीना बेहद ही खास होने वाला है। क्योंकि इस महीने में कई खास त्योहार और अहम व्रत पड़ने वाले हैं। अगर देखा जाए तो ये पूरा महीना पूजा-पाठ और त्योहार में ही गुजरने वाला है। दरअसल, मार्च माह में होली, संकष्टी चतुर्थी, प्रदोष व्रत, चैत्र नवरात्रि सहित कई व्रत त्यौहार पड़ रहे हैं। 


मार्च 2023 में पड़ने वाले व्रत और त्यौहारों की डेट...

3 मार्च 2023 - आमलकी एकादशी

4 मार्च 2023 - प्रदोष व्रत (शुक्ल)

7 मार्च 2023 - होलिका दहन, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत

8 मार्च 2023 - होली, धुलेंडी

11 मार्च 2023 - संकष्टी चतुर्थी

15 मार्च 2023 - मीन संक्रांति, खरमास शुरू

18 मार्च 2023 - पापमोचिनी एकादशी

19 मार्च 2023 - प्रदोष व्रत (कृष्ण)

21 मार्च 2023 - चैत्र अमावस्या

22 मार्च 2023 - चैत्र नवरात्रि, हिंदू नववर्ष शुरू, गुड़ी पड़वा

23 मार्च 2023 - चेटी चंड

24 मार्च 2023 - गौरी पूजा, मत्स्य जयंती, गणगौर

26 मार्च 2023 - स्कंद षष्ठी

27 मार्च 2023 - रोहिणी व्रत

29 मार्च 2023 - नवरात्रि दुर्गा अष्टमी

30 मार्च 2023 - राम नवमी

31 मार्च 2023 - चैत्र नवरात्रि समाप्त


मार्च 2023 में विवाह मुहूर्त...

1 मार्च   2023 -  बुधवार

6 मार्च   2023 -  सोमवार

9 मार्च   2023 -  गुरुवार

10 मार्च  2023 -  शुक्रवार

11 मार्च  2023 -  शनिवार

13 मार्च  2023 - सोमवार।

'एनईपी' ने शिक्षा प्रणाली को नया आयाम दिया: पीएम 

'एनईपी' ने शिक्षा प्रणाली को नया आयाम दिया: पीएम 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) ने भविष्य की मांगों के अनुसार शिक्षा प्रणाली को नया आयाम दिया है। बजट-पश्चात वेबिनार को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षा प्रणाली पहले सख्ती का शिकार थी। उन्होंने कहा, "एनईपी लचीलापन लेकर आई है और इसने भविष्य की मांगों के अनुसार शिक्षा प्रणाली को नया आयाम दिया है। प्रधानमंत्री ने 2023-24 के केंद्रीय बजट में की गई घोषणाओं को सूचीबद्ध करते हुए भारत को दुनिया की कौशल राजधानी बनाने की रूपरेखा को रेखांकित किया। 

युवा शक्ति का दोहन-कौशल और शिक्षा पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित करते हुए PM नरेंद्र मोदी ने कहा, जो युवा स्किल इंडिया मिशन के तहत प्रशिक्षित हुए हैं, हम उनका भी अपडेटेड डेटा बेस तैयार करेंगे। क्योंकि कई ऐसे युवा होंगे, जिनके स्किल्स को अपग्रेड करने की जरूरत होगी। इस बजट में 'पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना' का भी ऐलान किया गया है। इससे हमारे पारंपरिक कारीगरों, हस्तशिल्पियों, कलाकारों के स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जाएगा। आज भारत को दुनिया manufacturing hub के रूप में देख रही है। इसलिए आज भारत में निवेश को लेकर दुनिया में उत्साह है। 

PM नरेंद्र मोदी ने कहा, ऐसे में skilled workforce आज बहुत काम आती है। नई टेक्नोलॉजी नई तरह की क्लासरूम के निर्माण में भी मदद कर रहे हैं। कोविड के दौरान हमने अनुभव भी किया है, इसलिए आज सरकार ऐसे टूल्स पर फोकस कर रही है। जिससे anywhere access of knowledge सुनिश्चित हो सके। विकसित भारत के विजन को लेकर देश के अमृत यात्रा का नेतृत्व हमारे युवा ही कर रहे हैं। इसलिए अमृतकाल के इस प्रथम बजट में युवाओं को और उनके भविष्य को सबसे ज्यादा अहमियत दी गई है।  आज भारत को दुनिया विनिर्माण हब के रूप में देख रही है इसलिए आज भारत में निवेश को लेकर दुनिया में उत्साह है। ऐसे में कुशल कार्यबल बहुत काम आती है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.O आने वाले वर्षों में लाखों युवाओं को स्किल, रिस्किल, अपस्किल करेगी।  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कि देश में हमें प्रशिक्षण की संस्कृति का और विस्तार करना है। मेरा ये मानना है कि अप्रेंटिसशिप हमारे युवाओं को भविष्य के लिए तैयार होने में मदद करती है। हम भारत में अप्रेंटिसशिप को भी बढ़ावा दे रहे हैं। हमारे शैक्षिक संस्थान के लिए भी अब देश भर से शिक्षण सामग्री की अनेक प्रकार की विविधताएं, विशेषताएं जैसी अनेक चीजें उपलब्ध होने वाली है। इससे गांव और शहरों के विद्यालयों के बीच जो खाई होती थी, वो भी दूर होगी। सभी को बराबरी के अवसर मिलेंगे। सरकार ऐसे उपकरणों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जिससे कहीं भी शिक्षा प्राप्त करना सुनिश्चित हो सके। आज हमारे ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म में 3 करोड़ सदस्य हैं। वर्चुअल लैब और राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी में भी ज्ञान का बहुत बड़ा माध्यम बनने की संभावना है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कि वर्षों से हमारा शिक्षा क्षेत्र कठोरता का शिकार रहा है। हमने इसे बदलने का प्रयास किया है। हमने युवाओं की शिक्षा और कौशलता को युवाओं की योग्यता और आने वाली मांग के मुताबिक नई दिशा दी। नई शिक्षा नीति में भी शिक्षा और कौशल दोनों पर समान जोर दिया गया है। देश की अमृत यात्रा का नेतृत्व हमारे युवा ही कर रहे हैं इसलिए इस बजट में युवाओं को अहमियत दी गई है। हमारी शिक्षा प्रणाली व्यावहारिक और उद्योग उन्मुख हो। ये बजट इसकी नींव मजबूत कर रहा है।

चिकन लुटेरे को डेढ़ लाख डॉलर के बॉन्ड पर जेल भेजा

चिकन लुटेरे को डेढ़ लाख डॉलर के बॉन्ड पर जेल भेजा

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

वाशिंगटन डीसी/शिकागो। अमेरिका के शिकागो शहर में पुलिस ने एक ऐसा लुटेरा गिरफ्तार किया है, जो बंदूक के बलबूते फ्राइड चिकन लूटने के बाद उसके, पीड़ित की कार के भीतर घटनास्थल पर ही खाता हुआ मिल गया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से फिलहाल इस अजीब-ओ-गरीब चिकन लुटेरे को डेढ़ लाख डॉलर के बॉन्ड पर जेल भेज दिया गया है। इन तमाम तथ्यों की पुष्टि शिकागो (अमेरिका) का पुलिस विभाग भी करता है।

गिरफ्तार चिकन लुटेरे का नाम जेम्स टेलर है। आरोप है कि उसने 35 साल के एक शख्स को 11 फरवरी 2023 को सड़क चलते हथियार के बलबूते लूट लिया था।लूट में आरोपी के हाथ फ्राइड चिकन, दो डॉलर नगद, एक डेबिट कार्ड लगा था। आरोपी ने न केवल फ्राइड चिकन लूट की वारदात को अंजाम दिया, बल्कि पीड़ित से बंदूक के बलबूते आरोपी ने उसकी कार की चाबी भी लूट ली. उसके बाद पीड़ित को जान से मार डालने की धमकी देकर मौके से भगा दिया। यह सब होते ही पीड़िता ने 911 पर पुलिस को सूचित कर दिया।

दिलचस्प यह रहा है कि जब पीड़ित पुलिस को कॉल कर रहा था, तब लुटेरा लूटे हुए चिकन को कार में बैठकर मजे से खाता रहा। सूचना पाकर जब पुलिस घटनास्थल (कैलुमेट एवेन्यू के ब्लॉक 4500 में) पहुंची, लुटेरा मय हथियार तब पुलिस को भी कार के भीतर लूटा हुआ फ्राइड चिकन खाता ही मिला, यह देखकर पुलिस को भी हैरानी हुई कि, बंदूक के बलबूते लूट की घटना को अंजाम देने वाला लुटेरा आखिर मौके से फरार क्यों नहीं हुआ?

आरोपी को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया गया। जांच में फिलहाल आरोपी का कोई पुराना आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। इसके बावजूद उसे कोर्ट के अगले आदेश तक न्यायिक हिरासत में जेल में बंद करके रखा गया है। हिरासत में उसे बंद करके रखे जाने के बदले 150000 डॉलर का सिक्योरिटी बॉन्ड जमा कराना पड़ा है।

शिकागो पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने जिस दुस्साहसिक तरह से लूट की घटना हथियार के बल पर अंजाम दिया है, कोर्ट में मुजरिम करार दिए जाने पर उसके उसे 21 साल की सजा सुनाई जा सकती है। हालांकि, अगर वो इस सजा के खिलाफ कोर्ट में अपील करेगा, तो उसकी इस संभावित 21 साल की सजा को कोर्ट कम भी कर सकता है। क्योंकि इस अपराध से पहले उसने किसी और आपराधिक घटना को अंजाम दिया है।

अप्रैल से संपत्ति कर लगाने के विरुद्ध 'पीडीपी' का धरना 

अप्रैल से संपत्ति कर लगाने के विरुद्ध 'पीडीपी' का धरना 

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के कार्यकर्ताओं ने जम्मू-कश्मीर में अप्रैल से संपत्ति कर लगाने के खिलाफ शनिवार को यहां धरना दिया। पीडीपी कार्यकर्ताओं ने सरकार के आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग की। उन्होंने नगर निगम पार्क श्रीनगर के पास पार्टी मुख्यालय से विरोध प्रदर्शन शुरू किया। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने सिटी सेंटर की ओर मार्च करने से रोक दिया।

बाद में प्रदर्शनकारी शांतिपूर्वक तितर-बितर हो गए। पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता सुहैल बुखारी ने विरोध प्रदर्शन के बाद कहा,“संपत्ति कर अस्वीकार्य है और भारतीय जनता पार्टी इस सरकारी आदेश से खुद को दूर करके लोगों को मूर्ख बना रही है। लोगों को संपत्ति कर लगाने के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है।”

बुखारी ने कहा कि पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों के राजनीतिक अधिकार छीने गए और अब गरीब लोगों को किसी न किसी तरह से परेशान किया जा रहा है। पीडीपी के एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग कठिन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं और संपत्ति कर लगाने से चिंता और बढ़ गई है। उन्होंने कहा,“हम संपत्ति कर आदेश को वापस लेने की मांग करते हैं।”

जम्मू -कश्मीर सरकार ने मंगलवार को एक अप्रैल से जम्मू-कश्मीर में शहरी स्थानीय निकायों के अधिकार क्षेत्र में रहने वाले लोगों पर संपत्ति कर लगाने का फैसला किया। इस आदेश की भाजपा सहित राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की। कड़ी आलोचना के बाद, सरकार ने स्पष्ट किया कि लगाया जाने वाला संपत्ति कर देश में सबसे कम होगा। सरकार ने अधिकारियों से संपत्ति कर के बारे में लोगों और अन्य सभी पक्षों को जागरूक करने विस्तार से जानकारी देने के लिए भी कहा है।

पत्रकारों के प्रति अभद्र रवैया, चिंता व्यक्त: केपीसी

पत्रकारों के प्रति अभद्र रवैया, चिंता व्यक्त: केपीसी

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/कोहिमा। कोहिमा प्रेस क्लब (केपीसी) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संयोजकों का पत्रकारों के प्रति अभद्र रवैये को लेकर चिंता व्यक्त की है। केपीसी ने अपने एक बयान में कहा कि क्लब ने 18 फरवरी को राज्य भाजपा के शीर्ष अधिकारियों के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और नागालैंड के प्रभारी नलिन एस कोहली को राज्य भाजपा द्वारा "अभद्र व्यवहार और पत्रकारों को धमकाने" के लिए एक पत्र लिखा था।

लेकिन, पार्टी अभी तक प्रतिक्रिया देने में विफल रही।.केपीसी ने कहा कि उन्होंने राज्य भाजपा नेतृत्व को पत्र लिखकर पार्टी अधिकारी के व्यवहार पर स्पष्टीकरण मांगा। भाजपा संयोजक ने एक पत्रकार के साथ अनुचित व्यवहार किया और अपनी गलती स्वीकारने के बजाए, पत्रकार के चरित्र को खराब करने के प्रयास में झूठी कहानी सुनायी।

इसके अलावा, ऑनलाइन उत्पीड़न जारी रखा। केपीसी के अनुसार, पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार पर पार्टी की चुप्पी इस बात का संकेत करती है कि उन्होंने अपने पार्टी पदाधिकारियों के इस तरह के अपमानजनक व्यवहार को माफ कर दिया। राज्य भाजपा मीडिया सेल के संयोजक द्वारा पत्रकारों की "साइबर बदमाशी" की निंदा करते हुए, केपीसी ने मांग की कि भाजपा मीडिया सेल के संयोजक सार्वजनिक रूप से प्रेस बिरादरी से माफी मांगें। 

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...