शुक्रवार, 30 दिसंबर 2022

विधायक ने अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण किया 

विधायक ने अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण किया 


धरसीवां विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने 30 लाख के विकास कार्यों का लोकार्पण किया

धरसीवां विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा ने किया विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण 

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। धरसीवां विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कोदवा में सीसी रोड 10 लाख रुपए, पानी टंकी 2 लाख रुपए, तालाब में प्रतिक्षालय 3 लाख, नाली निर्माण 6 लाख , बाउद्री वाल 5 लाख रुपए, रंग मंच 2 लाख रुपए 2 लाख रुपए, चबूतरा निर्माण 2 लाख रुपए सहित अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण किया।विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने कहा क्षेत्र की जनता की विभिन्न मूलभूत सुविधाओं की मांग थीं, जिसे पूरा करते शुक्रवार को लोकार्पण किया। निश्चित ही गांव में सभी कार्यों से ग्रामीणों का लाभ होगा। साथ हमारी सरकार के ग्रामीण जनों के हित में योजनाएं चल रही, जिससे आर्थिक लाभ हो रहा हैं।

इस कार्यक्रम में शुक्रवार को प्रमुख रूप जिला पंचायत सदस्य राकेश यादव, जनपद पंचायत प्रतिनिधि ठाकुर राम वर्मा,  ग्राम पंचायत सरपंच गंगाराम चतुर्वेदी, उपसरपंच हरी शंकर नायक,श्याम लाल बघेल, डाबर सिंह नायक, मुक्ता नंद शर्मा, देवप्रकाश पैकरा, परसादी नायक, विसन दास पाटिल,बुधराम पाटिल, रतन प्रसाद नायक, रेवती वर्मा, सावित्री वर्मा,शैल कुमारी गायकवाड, दुर्गा ध्रुव,राजू मिरी,जीवन लाल वर्मा, भगवती प्रसाद गायकवाड सहित अन्य ग्रामीण जन भारी संख्या में उपस्थित रहे।

असामाजिक तत्वों पर 'पुलिस' की नजर, अभियान 

असामाजिक तत्वों पर 'पुलिस' की नजर, अभियान 


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के निर्देशन पर जीआरपी थानाप्रभारी संजय कुमार यादव व थाना सिविल लाइन प्रभारी अजय श्रोत्रिया व आरपीएफ थाना पुलिस एवं इंस्पेक्टर एल आई यू आकाश सक्सेना एवं डॉग स्क्वाड टीम ने रेलवे स्टेशन पर चलाया चेकिंग अभियान

'मुज़फ्फरनगर' पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी गंभीर, रखी असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के निर्देशन पर नववर्ष को लेकर शहर व रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर असामाजिक तत्वों पर जीआरपी व थाना एवं एलआईयू की पुलिस टीम अपनी पैनी नजर बनाए हुए तथा वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी गंभीर भी बनी हुई है। शुक्रवार को जीआरपी थानाप्रभारी संजय कुमार यादव व थाना सिविल लाइन प्रभारी अजय श्रोतिया व आरपीएफ थाना पुलिस एवं इंस्पेक्टर एल आई यू आकाश सक्सेना एवं डॉग स्क्वाड टीम ने संयुक्त होकर आज मुज़फ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर चेकिंग अभियान चलाया और इस अभियान में संयुक्त टीम ने आगामी नववर्ष को मद्देनजर नजर यह अभियान चलाया हैं।

नववर्ष के आगमन को लेकर संयुक्त टीम में जीआरपी थानाप्रभारी संजय कुमार यादव व थाना सिविल लाइन प्रभारी अजय श्रोत्रिया व आरपीएफ थाना पुलिस एवं इंस्पेक्टर एल आई यू,व डॉग स्क्वाड ने सतर्कता बरते हुए रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों में चेकिंग अभियान चलाया और इस दौरान संदिग्ध यात्रियों और उनके सामान की तलाशी ली गई तथा उनके बैग व अन्य सामान की भी जांच की। स्टेशन परिसर में खड़े वाहनों को चेक किया और संयुक्त पुलिस टीम ने यात्रियों से कहा है कि अगर कहीं कोई संदिग्ध वस्तु लावारिस हालत में मिलती है तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दे।

ब्रिटेन: भारतवंशी दवा विक्रेता को 18 महीने की जेल

ब्रिटेन: भारतवंशी दवा विक्रेता को 18 महीने की जेल

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/लंदन। ब्रिटेन की एक अदालत ने एक भारतवंशी दवा विक्रेता को अवैध दवाओं की आपूर्ति करने के जुर्म में 18 महीने की जेल की सजा सुनाई है। रिपोर्ट के मुताबिक 40 साल से अधिक के अनुभव वाले लंदन के दवा विक्रेता दुष्यंत पटेल (67) ने एक महिला को 2020 में महीनों तक ‘श्रेणी सी’ के अंतर्गत आने वाली या ब्रिटेन के कानून के तहत प्रतिबंधित दवाओं की महीनों तक आपूर्ति की थी।

स्थानीय पुलिस ने पूर्वी इंग्लैंड के नॉर्विच में अलीशा सिद्दिकी नामक इस महिला की मौत के चार महीने बाद पटेल को इस मामले में संदिग्ध के रूप पहचान की थी। सिद्दीकी का शव अगस्त 2020 में मिला था। स्थानीय मीडिया के अनुसार, अलीशा सिद्दिकी की प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका, लेकिन विष विज्ञान (टॉक्सिकोलोजी) परीक्षण के परिणाम से पता चला कि ज्यादा मात्रा में दवा की खुराक लेने से उसकी मौत हुई।

सिद्दिकी के फोन के विश्लेषण से पता चला कि जनवरी और अगस्त 2020 के बीच पटेल के साथ उसकी कई बार बातचीत हुई थी। पटेल को 18 महीने की सजा सुनाते हुए न्यायाधीश एलिस रॉबिन्सन ने कहा कि दवा विक्रेता द्वारा ‘‘विश्वास का गंभीर उल्लंघन’’ किया गया। अदालत को बताया गया कि पटेल पर सिद्दिकी की मौत के संबंध में किसी भी अपराध का आरोप नहीं लगाया गया, केवल अवैध दवा की आपूर्ति का आरोप लगाया गया।

60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचेगा 'सोना'

60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचेगा 'सोना'

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग 

नई दिल्ली/मुंबई। भारतीय बाजार में नए साल में अधिक निवेशकों के सुरक्षित संपत्ति की ओर बढ़ने से 2023 में सोने की कीमत 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने का अनुमान है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें मार्च में 2,070 डॉलर प्रति औंस के उच्च स्तर से नवंबर में 1,616 डॉलर प्रति औंस के निचले स्तर तक आ गयी और उसके बाद से इसमें सुधार हो रहा है। 2022 की शुरुआत में सोने की कीमत करीब 1,800 डॉलर प्रति औंस थी।

इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इस बहुमूल्य धातु की कीमत 1,803 डॉलर प्रति औंस है। जिंस बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एमसीएक्स) पर सोना 54,790 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जब रुपया अमेरिकी डॉलर की तुलना में 83 के करीब है। भविष्य में भू-राजनीतिक स्थिति, मंदी की चिंता, मुद्रास्फीति के रुझान और क्रिप्टो परिसंपत्तियों के लिए कम मांग जैसे कई कारकों से सोने की कीमतों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। अनिश्चित समय में सोना को हमेशा एक सुरक्षित पूंजी माना जाता है। कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष और जिंस शोध के प्रमुख रविंद्र वी राव ने बताया, अगले साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के सकारात्मक रुझान के साथ 1,670-2,000 डॉलर के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है। 

एमसीएक्स पर सोना 48,500-60,000 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकता है। हालांकि 2023 में सोने की मांग लचीली होने की संभावना है। राव ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर को और सख्त करने से अगले साल की पहली तिमाही में सोने की कीमतों पर गहरा असर पड़ सकता है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के चलते सोने की कीमतों में अल्पकालिक वृद्धि हुई।उन्होंने कहा कि वर्ष के दौरान मुद्रास्फीति को प्रबंधित करने के लिए फेडरल रिजर्व और अन्य केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की, जिससे सोने के लिए धारणा प्रभावित हुई। एमसीएक्स पर साल की शुरुआत में सोने का भाव 47,850 रुपये प्रति 10 ग्राम था और फिर मार्च में 55,680 रुपये प्रति 10 ग्राम के शिखर पर पहुंच गया। सितंबर में यह 48,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के निचले स्तर पर आ गया।

विशेषज्ञों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कम से कम 1,885 डॉलर और एमसीएक्स में 57,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का भाव आने की उम्मीद है। कोई भी नया भू-राजनीतिक तनाव कीमतों को और बढ़ा सकता है। अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) के चेयरमैन आशीष पेठे ने कहा, 2022 की दूसरी छमाही (जुलाई-दिसंबर) में सोने और सोने के आभूषणों की मांग में जोरदार वापसी हुई है। सोने की कीमत में बढ़ोतरी का असर खुदरा काउंटरों पर पड़ा है। अगर सोने की दरें स्थिर हो जाती हैं तो आने वाले साल में अच्छी बिक्री की उम्मीद है।

बढ़ती उम्र में कम दिखने के लिए 'केसर' का उपयोग

बढ़ती उम्र में कम दिखने के लिए 'केसर' का उपयोग

सरस्वती उपाध्याय 

आप भी अगर ज्यादा उम्र के है और अपनी उम्र को कम दिखाना चाहते है तो आप भी कई कोशिशों में लगे रहते होंगे। ऐसे में आपकों अगर बढ़ती उम्र में कम दिखना है तो आपकों केसर का उपयोग करना चाहिए। केसर मिठाईयों से लेकर आपके बिरयानी का स्वाद तो बढ़ाता ही है साथ ही यह आपकी जवानी को भी कामयाब रखता है।

चेहरे की स्किन करेगी ग्लो
आप रोज केसर का सेवन करते हैं तो आपको स्किन प्रॉब्लम से छुटकारा मिल जाएगा। आप केसर का उपयोग कर दाग धब्बों, झाइयां को दूर कर सकते है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते है। बढ़ती उम्र में आपको बहुत फायदा मिल सकता है।

चिड़चिड़ेपन को करता है दूर
आपका दिमाग थोड़ा खराब है और आप चिड़चिड़ेपन का शिकार हो रहे है तो केसर का दूध इन सब समस्याओं को दूर कर सकता है। केसर एंटीडिप्रेसेंट दवाओं को बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले तत्वों में से एक है। केसर का उपयोग आपको कई तरह के मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाता है।

कैलेंडर: भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ कूटनीति का उपयोग

कैलेंडर: भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ कूटनीति का उपयोग

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। वर्ष 2022 एक ऐसा वर्ष रहा, जब सरकार ने 365 दिनों के कार्यक्रमों का सांस्कृतिक कैलेंडर बनाने के लिए देश और विदेश दोनों जगह भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ कूटनीति का उपयोग किया। ‘सॉफ्ट पावर’ का आशय एक ऐसी असैन्य कूटनीति से है, जिसमें सांस्कृतिक पहलुओं पर जोर दिया जाता है। भारत ने स्वतंत्रता के 75 वर्षों का जश्न मनाने के लिए कार्यक्रमों की श्रृंखला का आयोजन कर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का हिस्सा बनने का आग्रह करके भारतीयों में गौरव और देशभक्ति की भावना का प्रसार किया। इसने देश की समृद्ध संस्कृति और विरासत को वैश्विक स्तर पर पेश किया।

संस्कृति मंत्रालय ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत 1,36,000 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमें ‘हर घर तिरंगा’ जैसे कई भव्य कार्यक्रम शामिल हैं। यह अभियान 23 करोड़ घरों तक पहुंचा और छह करोड़ ‘सेल्फी विद तिरंगा’ भी साझा की गईं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने भी ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया, जिसमें 154 केंद्रीय संरक्षित स्मारकों को रोशन करना और ऊंचाई पर तिरंगा फहराना शामिल था। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत कार्यक्रम अगस्त 2023 तक आयोजित किए जाएंगे।

स्वतंत्रता के बाद से भारत की गाथा को फिर से रचने के लिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ का भी उद्घाटन किया, जो पूर्व प्रधानमंत्रियों के जीवन और योगदान के माध्यम से स्वतंत्रता के बाद के भारत की कहानी कहता है। इस आरोप के बीच कि सरकार सुभाष चंद्र बोस की विरासत को ‘‘हड़पने’’ की कोशिश कर रही है, मोदी ने इंडिया गेट पर नेताजी की 28 फुट ऊंची ग्रेनाइट प्रतिमा का अनावरण किया। बौद्धों के लिए पर्यटन स्थल के रूप में मशहूर भारत ने लुंबिनी, नेपाल में बौद्ध संस्कृति और विरासत के लिए भारत अंतरराष्ट्रीय केंद्र के निर्माण के लिए आधारशिला रखकर समुदाय को और लुभाया है। केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने मंगोलिया में 11 दिवसीय प्रदर्शनी के लिए भगवान बुद्ध की चार पवित्र कपिलवस्तु निशानियां ले जाने वाले एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अज्ञात नायकों की अनसुनी कहानियां साझा करने के लिए सरकार ने ऐसे गुमनाम नायकों के नाम तैयार किए और पूरे साल उनसे जुड़े कार्यक्रमों की योजना बनाई। कई संतों के साथ-साथ स्वतंत्रता सेनानियों की पुण्यतिथि और जयंती भी पूरे वर्ष के दौरान विभिन्न अवसरों पर धूमधाम से मनाई गई। वर्ष 2022 के दौरान पर्यटन मंत्रालय ने संस्कृति मंत्रालय के साथ मिलकर न केवल देश के विरासत स्थलों को बढ़ावा देने के लिए घरेलू स्तर पर काम किया, बल्कि कार्यक्रमों को वैश्विक स्तर पर आयोजित किया।

केंद्रीय मंत्री जे. किशन रेड्डी ने पूरे देश में, खासकर पूर्वोत्तर में यात्रा की और सरकार की योजनाओं का प्रचार किया। मंत्रालय भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जब देश 55 स्थानों पर 200 से अधिक बैठकों की मेजबानी करेगा। इनमें से चार बैठकें पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित की जा रही हैं।

वर्ष 2021 में 19,478 दुर्घटनाएं, गलती-लापरवाही

वर्ष 2021 में 19,478 दुर्घटनाएं, गलती-लापरवाही

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। देश में वर्ष 2021 में 19,478 सड़क दुर्घटनाएं वाहन चालक की गलती और लापरवाही के कारण हुई। जिसमें 9,150 लोगों की मौत हो गयी जबकि 19,077 लोग घायल हुए। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक सड़क दुर्घटनाएं चालक द्वारा अनुचित गति से वाहन चलाने, ध्यान भटकने या मोड़ का अनुमान गलत लगाने के कारण वाहन से नियंत्रण खो देने के कारण हुईं।

भारत में सड़क दुर्घटनाएं- 2021' शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि समग्र राष्ट्रीय स्तर के आंकड़ों पर दुर्घटना अथवा टक्कर होने के प्रकारों की प्रकृति 2020 की तुलना में 2021 में वृद्धि दर्शाती है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की इस रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में कुल 4,12,432 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 1,53,972 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3,84,448 लोग घायल हुए। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में किसी वाहन को पीछे से टक्कर मारने के कारण सर्वाधिक 21.2 प्रतिशत दुर्घटनाएं हुई हैं, जिसमें 18.6 प्रतिशत लोगों की मौत हुई।

संकरी गलियों, तीखे मोड़ों, दो-तरफ़ा यातायात के लिए अलग-अलग लेन वाली सड़कों और व्यस्त हिस्सों वाली सड़कों पर ही ज्यादातर वाहनों की आमने-सामने की टक्कर होती है। रिपोर्ट के अनुसार, टक्कर के अन्य प्रमुख प्रकार 'हिट एंड रन' (16.8 फीसदी) और 'साइड से हिट' (11.9 फीसदी) हैं। इस बीच, भारत के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत की कार शुक्रवार तड़के दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर सड़क के डिवाइडर से टकरा गई, जिससे उन्हें कई चोटें आईं हैं। हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि 25 वर्ष के पंत को सिर, पीठ और पैरों में चोट आई हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है।

उन्होंने कहा कि पंत को झपकी आ गई थी और डिवाइडर से टकराने के बाद उनकी कार में आग लग गई। वहां से गुजर रही हरियाणा रोडवेज की एक बस के ड्राइवर और बाकी स्टाफ ने पंत को जलती हुई कार में से बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि हादसे में कार पूरी तरह से खाक हो गई। सिंह ने कहा, पंत हरिद्वार जिले के मंगलोर में दुर्घटना का शिकार हो गए। उनकी कार सुबह साढे पांच बजे डिवाइडर से टकरा गई। उन्हें रूड़की में सक्षम अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें देहरादून के अस्पताल में भेजा गया है।

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...