शुक्रवार, 2 दिसंबर 2022

कौशाम्बी: नेट की परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न

कौशाम्बी: नेट की परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न


शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई नेट परीक्षा

जनपद के सभी 1092 परिषदीय स्कूलों में नामांकन के सापेक्ष 80 प्रतिशत छात्रों की परीक्षा में रही उपस्थिति

कौशाम्बी। परिषदीय स्कूलों में आयोजित नेट की परीक्षा शुक्रवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा के आदेश दिनांक 28 नवम्बर के अनुपालन में जनपद कौशांबी में निपुण एसेसमेंट टेस्ट नेट परीक्षा का आयोजन 02 दिसम्बर को जनपद के सभी परिषदीय स्कूलों में किया गया था। इस परीक्षा को दो पाली में आयोजित किया गया। कक्षा 1 से 3 तक सुबह 9:30 से 12:30 तक तथा कक्षा 4 से 8 तक 12:30 से 2:00 तक परीक्षा आयोजित की गई।

अधिकारियों की कड़ी देखरेख में नेट की परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हो गई, उक्त परीक्षा को समयबद्ध  गुणवत्ता युक्त व नकलविहीन सम्पन्न कराने हेतु कुल 108 अधिकारी की नियुक्ति डीएम द्वारा की गई थी। जिसमे जिलाधिकारी के द्वारा नामित जिलास्तरीय 54, तथा प्राचार्या डाइट , बी, एस, ए, चार वरिष्ठ प्रवक्ता एवम दो एस आर जी, और 40ए आर पी  के सुपरविसीजन में तथा 1092 पर्यवेक्षक की उपस्थिति में कौशांबी जनपद के सभी 1092 परिषदीय स्कूलों में नामांकन के सापेक्ष लगभग 80 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति में NAT-1 परीक्षा सकुशल संपन्न हो गई।

गणेश साहू

एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की

एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की


सभी स्वास्थ्य इकइयो के आस पास तम्बाकू बिक्री निषेध

राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत संपन्न हुई कार्यशाला

जनपद को तम्बाकू नशा मुक्त बनाने की मुहीम में सभी का साथ आवश्यक: सीएमओ

कौशाम्बी। जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ टीम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की। इसकी अध्यक्षता मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुष्पेंद्र कुमार ने की। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि जनपद को तम्बाकू नशा मुक्त बनाने की मुहिम में सभी का साथ आवश्यक है। इसी क्रम में यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है। कार्यशाला के दौरान जिला स्तरीय हेल्थ प्रोफेशनल की क्षमता वृद्धि की गई। उन्होंने कार्यशाला में आए हुए समस्त स्वास्थ्य इकाइयों के प्रभारियों, सीएचओ एवं स्टाफ नर्स को बताया गया कि कोटपा अधिनियम 2003 का कैसे अनुपालन किया जाए।

उन्होंने चिंता व्यक्त किया कि हमारी युवा पीढ़ी दिन प्रतिदिन इस नशे के गिरफ्त में आ रही है। प्रतिदिन करीब 5500 युवा तम्बाकू का सेवन कर रहा है। साथ ही हमारे बच्चे भी इससे बच नहीं पा रहे हैंI नशा एक ऐसी बीमारी हैं जो धीरे धीरे इन्सान को ख़त्म करती हैं। यह धन हानि के साथ स्वास्थ्य पर बुरा असर करता है। नोडल अधिकारी  डॉक्टर के०डी० सिंह ने समस्त उपस्थित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोटपा अधिनियम 2003 के बारे मे बताते हुए कहा कि तम्बाकू से होने वाली बीमारियों मे से प्रमुख रूप से मुख का कैंसर और शरीर मे होने वाले हानियों को के बारे मे विस्तार से बताया तथा तम्बाकू के दुष्प्रभावो की जानकारी दी और उससे होने बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि हमारा युवा इसकी गिरफ्त में लगातार होता चला जा रहा है। युवाओं के मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर  होता जा रहा है। इसको रोकने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। जिसमें स्वास्थ्य इकाइयों की एक महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

पुनीत श्रीवास्तव रीजनल कोआर्डिनेटर, उ.प्र वॉलेन्ट्री हेल्थ एसोसिएशन ने  सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम कोटपा 2003 की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोटपा अधिनियम की धारा 4 में जिले के सार्वजनिक स्थानों को तंबाकू मुक्त घोषित करने के लिए साइनेज  लगाना अनिवार्य है। समस्त स्वास्थ्य इकाइयों के समस्त प्रवेश द्वारो पर धारा 4 का साइनेज कोटपा अधिनियम का अनुपालन किया जाए  इसी प्रकार धारा 6 बी के तहत के प्रवेश द्वार पर भी  तम्बाकू मुक्त का  लगाना अनिवार्य है। साथ ही स्कूल के 100 गज के अन्दर तम्बाकू उत्पाद बेचना प्रतिबंधित है। इसी प्रकार धारा 6ए में 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को तंबाकू बेचना या उसके द्वारा तंबाकू बिकवाना दोनों ही अपराध माना जाता है। इस अपराध में 200 रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है। धारा 7 के अंतर्गत बिना वैधानिक चेतावनी के तम्बाकू उत्पात नहीं बेचा जा सकता है। उन्होंने धारा 5 और 7 के बारे में भी पूरी जानकारी दी।  

कार्यशाला में समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं उप चिकित्सा अधिकारी , पैरा मेडिकल स्टाफ, जिला कार्यक्रम समन्यवक विष्णु गुप्ता एवं जिला कार्यक्रम सहायक वैभव कुमार सिंह द्वारा तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के उद्देश्य तथा लक्ष्यों के बारे में उदाहरणार्थ जागरूकता कानून का परिपालन तथा निगरानी पर विशेष चर्चा की गई।

सुशील केसरवानी 

नगर निगम के चुनाव पर रोक, याचिका खारिज 

नगर निगम के चुनाव पर रोक, याचिका खारिज 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय की 2 सदस्यीय खंडपीठ ने राजधानी दिल्ली में हो रहे नगर निगम के चुनाव पर रोक लगाने वाली याचिका को खारिज करते हुए रोक लगाने से साफ तौर पर इंकार कर दिया है। अदालत की ओर से कहा गया है कि समय बीतने के साथ दाखिल की गई यह याचिका निरर्थक हो गई है। दरअसल राजधानी दिल्ली में हो रहे नगर निगम चुनाव पर रोक लगाले को लेकर नेशनल यूथ पार्टी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी।

जिस पर अदालत द्वारा सुनवाई की जा रही थी। राजधानी दिल्ली में नगर निगम के लिए हो रहे चुनाव के अंतर्गत 4 दिसंबर को मतदान होना है, जबकि 7 दिसंबर को मतगणना कर चुनाव लड़े प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला डिक्लेअर कर दिया जाएगा। नेशनल यूथ पार्टी की ओर से दाखिल की गई याचिका में चुनाव के लिए वार्डो के परिसीमन को चुनौती दी गई थी और इलेक्शन पर रोक लगाने की मांग उठाई थी।

जस्टिस संजय किशन कौल एवं अभय एस ओका की दो सदस्यीय खंडपीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा है कि नगर निगम चुनाव के अंतर्गत रविवार को मतदान होना है, ऐसे हालातों में वह इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं।

पालिका परिषद मुजफ्फरनगर का वार्ड आरक्षण जारी 

पालिका परिषद मुजफ्फरनगर का वार्ड आरक्षण जारी 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। नगर विकास अनुभाग की और से पालिका परिषद मुजफ्फरनगर का वार्ड आरक्षण जारी कर दिया गया है। सीमा विस्तार के बाद वजूद में आए नगर के 55 वार्डों में नियमानुसार आरक्षण की घोषणा करते हुए नगर विकास अनुभाग प्रमुख सचिव अमृत अभिजात की और से जारी अधिसूचना में पालिका परिषद मुजफ्फरनगर में 24 वार्डों को अनारक्षित रखा गया है।

मुजफ्फरनगर पालिका परिषद का सीमा विस्तार कर नगर निगम बनाए जाने की कवायद शुरू होने के बाद से नगर वासियों का उत्साह बढ़ता जा रहा था। लेकिन शासनादेश जारी कर नगर से सटे 15 गांव में से 11 गांव काे आबादी सहित और 4 गांव के रकबे को नगर पालिका सीमा में शामिल कर शहर का सीमा विस्तार किया गया था। जिसके बाद शहर के वार्डों का परिसीमन का कार्य शुरू हो गया था। परिसीमन का काम करते हुए शुरुआत में सीमा विस्तार कर बढाए गए नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर के रकबे में 60 वार्ड बना दिये गए थे। लेकिन नियमानुसार नगर पालिका में 55 से अधिक वार्ड न होने की बाध्यता के चलते परिसीमन फिर से किया गया था। जिसके उपरांत 55 वार्डों का सीमांकन कर आपत्तियां दूर करने के बाद अधिसूचना जारी की गई। जिसके लिए आरक्षण का खाका खींचा जाना था। शुक्रवार को नगर विकास अनुभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात की और से नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर के सभी 55 वार्ड का आरक्षण जारी कर दिया गया। इनमें 24 वार्डों को अनारक्षित रखते हुए बाकी को अलग-अलग वर्ग के लिए आरक्षित रखा गया है।

नगर विकास अनुभाग लखनऊ की और जारी वार्ड आरक्षण संबंधी अधिसूचना के अनुसार मुजफ्फरनगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर 1 अलमासपुर प्रथम और वार्ड नंबर 2 अलमासपुर द्वितीय अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित किया गया है। वार्ड नंबर 3 खालापार सप्तम और वार्ड नंबर 4 वहलना और वार्ड नंबर 5 कुकड़ा तृतीय को अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। वार्ड नंबर 6 उत्तरी सिविल लाइन को महिला, वार्ड नंबर 7 रैदासपुरी को अनारक्षित रखा गया है। जबकि वार्ड नंबर 8 लद्धावाला प्रथम काे पिछड़ा वर्ग महिला तथा वार्ड नंबर 9 आबकारी को महिला के लिए आरक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 10 आर्यपुरी को भी महिला और वार्ड नंबर11 प्रेमपुरी द्वितीय को पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित रखा गया है। जबकि वार्ड नंबर 12 रामलीला टिल्ला को अनारक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 13 सरवट द्वितीय को पिछड़ा वर्ग, वार्ड नंबर 14 कंबल वाला बाग को महिला तथा वार्ड नंबर 15 शाहबुद्दीन पुर को महिला के लिए आरक्षित रखा गया है।

 वार्ड नंबर 16 गांधी कॉलोनी प्रथम और वार्ड नंबर 17 कुकड़ा द्वितीय को अनारक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 18 कंबल वाला बाग-दक्षिणी आंशिक को पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित रखा गा है। वार्ड नंबर 19 प्रेमपुरी प्रथम और वार्ड नंबर 20 लद्धावाला तृतीय को अनारक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 21 रामपुरी दक्षिणी को पिछड़ा वर्ग, वार्ड नंबर 22 शांति नगर को पिछड़ा वर्ग की महिला तथा वार्ड नंबर 23 गाजा वाली को अनारक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 24 सिविल लाइन दक्षिणी द्वितीय, वार्ड नंबर 25 दक्षिणी कृष्णापुरी और वार्ड नंबर 26 ब्रह्मपुरी को भी अनारक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 27 खालापार प्रथम और वार्ड नंबर 28 गौशाला को भी अनारक्षित रखा गया है। जबकि वार्ड नंबर 29 सूजड़ु प्रथम को पिछड़ा वर्ग वार्ड के लिए आरक्षित रखा गया है। 

वार्ड नंबर 30 गांधीनगर को अनारक्षित और वार्ड नंबर 31 वर्मा पार्क को महिला के लिए आरक्षित किया गया है। वार्ड नंबर 32 जनकपुरी को महिला और वार्ड नंबर 33 दक्षिणी भोपा रोड संजय मार्ग आंशिक द्वितीय को महिला के लिए आरक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 37 गांधी कॉलोनी द्वितीय को अनारक्षित जबकि वार्ड नंबर 38 सरवट प्रथम को महिला के लिए आरक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 39 इंदिरा कॉलोनी को अनारक्षित और वार्ड नंबर 40 मल्हुूपुरा द्वितीय को पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 41 आदर्श कॉलोनी और वार्ड नंबर 42 सिविल लाइन दक्षिणी प्रथम को अनारक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 43 खालापार द्वितीय को महिला के लिए आरक्षित रखा गया है। जबकि वार्ड नंबर 44 लद्धावाला द्वितीय अनारक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 45 किदवई नगर और वार्ड नंबर 46 सूजड़ु द्वितीय को पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 47 सुथराशाही पिछड़ा वर्ग और वार्ड नंबर 48 लद्धावाला चतुर्थ को अनारक्षित रखा गया है। 

वार्ड नंबर 49 बंजारान को पिछड़ा वर्ग और वार्ड नंबर 50 खालापार अष्टम को अनारक्षित रखा गया है। वार्ड नंबर 51 खालापार चतुर्थ को अनारक्षित, वार्ड नंबर 52 महमूदनगर को पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित किया गया है। वार्ड नंबर 53 खालापार षष्टम और वार्ड नंबर 54 खालापार पंचम को अनारक्षित रखा गया है। जबकि वार्ड नंबर 55 खालापार तृतीय काे पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित रखा गया है।

सिंह ने पार्टी के सांसद को गद्दार की उपाधि दी

सिंह ने पार्टी के सांसद को गद्दार की उपाधि दी

संदीप मिश्र 

सिद्धार्थनगर। भारतीय जनता पार्टी के विधायक रह चुके राघवेंद्र प्रताप सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान अपनी ही पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल के खिलाफ जमकर अपशब्द कहे और उन्हें गद्दार की उपाधि दे डाली। पूर्व एमएलए ने मौजूदा सांसद को दो-दो हाथ करने की भी चुनौती दी है और सामने आकर निपटने का चैलेंज दिया है। दरअसल शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है, जिसे डुमरियागंज विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के एमएलए रहे राघवेंद्र प्रताप सिंह का होना बताया जा रहा है।

बीजेपी के पूर्व एमएलए आयोजित किए गए कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित करने के लिए जब माइक अपने हाथ में थामते हैं तो उनकी भाषा एकदम से बदल जाती है और वह गद्दारों का बखान करते हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल को अपने भाषण में खींच लेते हैं।

अमरगढ़ महोत्सव के समापन के मौके पर वह बीजेपी सांसद के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकालते हैं और अंत तक आते-आते उन्हें गद्दार की उपाधि दे डालते हैं। अमरगढ़ महोत्सव का समापन भाषण सांसद जगदंबिका पाल के इर्द-गिर्द की सिमटा रहा। इस दौरान बीजेपी के पूर्व एमएलए ने 1 दिन के मुख्यमंत्री रहे सांसद जगदंबिका पाल को दो-दो हाथ करने की चुनौती दी और सामने आकर निपटने का खुला चैलेंज भी दे दिया।

घोड़ी पर सवार हुईं दुल्हन, तोड़ी परंपराएं 

घोड़ी पर सवार हुईं दुल्हन, तोड़ी परंपराएं 

अश्वनी उपाध्याय 

साहिबाबाद। आज तक आपने यही देखा और सुना होगा कि लड़का घोड़ी पर सवार होकार बारात ले जाता है, लेकिन आपने कभी घोड़ी पर सवार दुल्हन को नहीं देखा और न ही सुना होगा। सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें घोड़ी पर दूल्हा की जगह दुल्हन सवार है। यह वीडियो उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद का है। दुल्हन पुरानी परांपराओं को तोड़ती हुई घोड़ी पर सवार है।

वीडियो में देखा जा सकता है। दुल्हन के साथ साथ उसके परिवार वाले और ससुराल वाले सभी खुश नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है दुल्हन का बचपन से ही सपना था कि अपनी शादी में वह घोड़ी पर सवार हो और उसका सपना अब जाकर पूरा हुआ है।

पार्टी में 'गुलामी की मानसिकता' आ गई: पीएम 

पार्टी में 'गुलामी की मानसिकता' आ गई: पीएम 

इकबाल अंसारी 

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर सरदार वल्लभभाई पटेल को सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया और कहा कि आजादी से पहले अंग्रेजों के साथ काम करने के बाद उस पार्टी में "गुलामी की मानसिकता" आ गई। प्रघानमंत्री मोदी गुजरात के आणंद जिले के सोजित्रा कस्बे में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे जहां राज्य विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में पांच दिसंबर को मतदान होना है।

उन्होंने कहा, "कांग्रेस को सिर्फ सरदार पटेल से ही नहींबल्कि भारत की एकता से भी परेशानी हैक्योंकि उनकी राजनीति फूट डालो और राज करो’ की नीति पर आधारित है जबकि पटेल सब को एकजुट करने में विश्वास करते थे। इस भारी अंतर के कारण कांग्रेस ने सरदार पटेल को कभी अपना नहीं माना।’’ मोदी ने कहा कि एक समुदायजाति या धर्म को दूसरे के खिलाफ भड़काने की कांग्रेस की 'नीतिने गुजरात को कमजोर बना दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस के लोगों ने कई वर्षों तक अंग्रेजों के साथ (आजादी से पहले) काम किया था। इसके फलस्वरूप पार्टी में अंग्रेजों की सभी बुरी आदतें आ गईं जैसे कि बांटो और राज करो’ की नीति और गुलामी की मानसिकता।" मोदी ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल के नेता नर्मदा जिले में पटेल की प्रतिमा और स्मारक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर जाने से बचते हैं। उन्होंने कहा, "मोदी ने मूर्ति बनवाई हैसिर्फ इसलिए पटेल आपके लिए अछूत हो गएमुझे भरोसा है कि आणंद जिले के लोग सरदार पटेल का अपमान करने के लिए कांग्रेस को दंडित करेंगे।

सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी

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