रविवार, 2 अक्टूबर 2022

पूर्ण शराब बंदी की मांग, जिलाधिकारियों को ज्ञापन 

पूर्ण शराब बंदी की मांग, जिलाधिकारियों को ज्ञापन 

गोपीचंद/भानु प्रताप उपाध्याय 

बागपत। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर, रविवार को आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश के आह्वान पर उत्तर प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी की मांग को लेकर आर्य समाज और उसके संगठन पूरे प्रदेश में माननीय मुख्यमंत्री के नाम संबोधित 5 सूत्रीय ज्ञापन प्रदेश के सभी जिलों में जिलाधिकारियों को सौंपा। इस आशय की जानकारी देते हुए जिला आर्य प्रतिनिधि सभा बागपत के मंत्री रवि शास्त्री ने कहा, कि प्रदेश स्तर पर आर्य समाज वर्षों से शराब बंदी की मांग को लेकर समय समय पर अभियान चलाता रहा है।

इसी क्रम में प्रदेश सभा के प्रधान माननीय देवेन्द्र पाल वर्मा एवं जिला सभा के प्रधान माननीय सुशील राणा के निर्देश पर अपराध और दुर्घटनाओं की जननी शराब को पूरे राज्य में प्रतिबंधित कर पूर्ण शराब बंदी कानून बनाने, प्रदेश में शराब के सभी वैध अवैध कारखानों को तत्काल बंद करने, प्रदेश के तीर्थ स्थलों में शुमार अयोध्या, मथुरा, काशी, प्रयागराज, चित्रकूट सहित सभी धार्मिक स्थलों को शराब मुक्त घोषित करने, संविधान के अनुच्छेद 47 जिसमें किसी भी राज्य में नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मादक पदार्थों को राज्य सरकार नहीं चलने देगी का प्राविधान है, प्रदेश में अबतक घटित जहरीली शराब कांडों की न्यायिक जांच कराकर दोषी जनों की संम्पतियों को बुलडोजर से ढहाये जाने की प्रमुख मांगों को लेकर बागपत में भी आर्य समाज का एक प्रतिनिधि मंडल माननीय मुख्यमंत्री के नाम संबोधित 5 सूत्रीय ज्ञापन माननीय जिलाधिकारी बागपत को सौंपा।

बागपत जिले की समस्त इकाई समाजों से इस कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता रही है। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा जनपद बागपत के द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।जिला मंत्री रवि शास्त्री, कोषाअध्यक्ष कपिल आर्य, दीपक शर्मा,  धर्मपाल त्यागी,  मास्टर कर्मवीर आर्य, राधेश्याम शर्मा,  मनोज बालियान, सक्षम शर्मा, जगपाल सरोहा, मास्टर ब्रह्म सिंह, धर्मवीर आर्य, रामपाल सिंह तोमर आदि उपस्थित रहे।

'राष्ट्रपिता' गांधी व शास्त्री की जयंती मनाई: बागपत 

'राष्ट्रपिता' गांधी व शास्त्री की जयंती मनाई: बागपत 

गोपीचंद/भानु प्रताप उपाध्याय 

बागपत। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वाधान में रविवार को काशीराम कॉलोनी बड़ौत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई। दोनों महापुरुषों को नमन करते हुए पुष्प मालाएं पहनाकर याद किया गया, जिसमे नन्हे मुन्ने बच्चो के साथ गांधी जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत में लाल बहादुर शास्त्री व गांधी जयंती की तस्वीर पर पुष्प अर्पण करके जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की चेयरपर्सन वंदना गुप्ता ने बताया की कार्यक्रम में 50 बच्चों को कुर्ते पजामे वितरित किए। नए कपड़ों के साथ सभी बच्चे बहुत खुश दिखाई दिए।

उन्होंने बच्चो को बताया कि 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई जाती हैं। बताया कि बापू ने सत्य और अहिंसा का मार्ग दिखाया, तो वही लाल बहादुर शास्त्री ने सादगी सरलता ईमानदारी का पाठ पढ़ाया।इस दौरान शालू गुप्ता, प्रिया, भारती,हिमांशु अग्रवाल, विकास गुप्ता, संजय गुप्ता, ऋषभ जैन,अमन जैन,ध्रुव जैन,अक्षित जैन ,सादिक आदि मौजूद रहे।

'राष्ट्रपिता' गांधी व शास्त्री की जयंती मनाई: शामली 

'राष्ट्रपिता' गांधी व शास्त्री की जयंती मनाई: शामली 

भानु प्रताप उपाध्याय 

शामली। शामली के गांधी पार्क में जिला कांग्रेस कमेटी व यूवा कांग्रेस के द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई। कांग्रेस जिलाध्यक्ष दीपक सैनी, यूवा प्रदेश महासचिव अशवनी शर्मा (सींगरा) के नतृत्व मे कांग्रेसियों ने गांधी पार्क स्थित दोनों महापुरुषों को नमन् करते हुए पुष्प मालाएं पहनाकर याद किया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष दीपक सैनी ने कहा कि महात्मा गांधी और शास्त्री जी जैसे महापुरुष विरले ही जन्म लेते हैं। रोलेट एक्ट के विरोध में गांधी ने अनगिनत सभाओं को संबोधित किया।जलियांवाला बाग नरसंहार के उपरांत असहयोग आंदोलन की सुरुवात करते हुए ब्रिटिश शासन के खिलाफ शांति पूर्ण तरीक़े से आजादी की अलख जगाने का काम किया। देश की आजादी मे दोनों महापुरुषों का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है। महात्मा गांधी के सहयोगियों ने अंग्रेजी हुकूमत की लाठियां खाकर के भूखे रहकर असहनीय पीड़ा सही किंतु अपने मनोबल को कमजोर नहीं पडने दिया। गांधी का जन्म पोरबंदर मे 2 अक्टूबर को हुआ था।

लाल बहादुर शास्त्री के नेतृत्व में देश की सीमाओं का विस्तार हुआ। देश ही नहीं अपितु समूचे विश्व मे  मां भारती के दोनों लाल स्मरणीय हैं। कांग्रेस नेता अशवनी शर्मा सींगरा ने कहा कि गांधी ने देश ही नहीं, पूरे विश्व में आमरण अनशन के रुप अपने हक की लडाई लडने का रास्ता तैयार किया। बापू हम सबके आदर्श है, जोकि हमेशा हमारे दिलो मे जिंदा रहेंगे। उनके रास्ते पर चलकर अपने क्षेत्र की समस्याओं को सुलझाने का काम करते रहेंगे। यूवा जिलाध्यक्ष राजेंद्र गोल्डी व अशवनी कौशिक हथछोया ने बताया कि बापू व शास्त्री जी की जयंती पर उनके बताए गए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया है। अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाते रहेंगे।

मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष दीपक सैनी, यूवा प्रदेश महासचिव अशवनी शर्मा सींगरा,प्रवीण तरार, चयन सिंह पुण्डीर, राजेंद्र गोल्डी यूवा जिलाध्यक्ष, अशवनी कौशिक हथछोया, सुधीर चौधरी मंगलोरा,इंतेज़ार अहमद कैराना ब्लॉक अध्यक्ष किसान कांग्रेस, अंकित राणा, महावीर सैनी, रिजवान,अरविंद झंझोट, नंदू प्रशाद बाल्मीकि,प्रमोद कश्यप, रामशरन नामदेव, रामपाल पांचाल, फुरकान, रुपक मछरोली, अरुण जैन,संदीप शर्मा, राहुल शर्मा आदि मौजूद रहे।

300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का भूमिपूजन व शिलान्यास

300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का भूमिपूजन व शिलान्यास 

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को गांधी जयंती पर अपनी सरकार की महत्वाकांक्षी ‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘ का शुभारंभ करते हुए 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। बघेल ने इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी के स्वावलंबी और आत्मनिर्भर गांवों के सपने को साकार करने में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इस योजना के माध्यम से गांवों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में मजबूती से कदम उठाया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किए जा रहे हैं। इसके लिए गौठानों में एक से तीन एकड़ भूमि में पार्क के लिए आरक्षित की गई है। प्रथम चरण में प्रत्येक विकासखण्ड में दो गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। राज्य सरकार के बजट में इस योजना के लिए 600 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। स्वीकृत सभी रूरल इंडस्ट्रियल पार्को को एक-एक करोड़ रूपए की राशि उपलब्ध कराई गई है। इस राशि से इन पार्कों में वर्किंग शेड और एप्रोच रोड के निर्माण के साथ बिजली-पानी की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ युवाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है।

सुराजी गांव योजना के तहत विकसित किए गए गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण, मुर्गी पालन, बकरी पालन, कृषि और उद्यानिकी फसलों तथा लघु वनोपजों के प्रसंस्करण की इकाईयां स्थापित की जा रही है। साथ ही आटा-चक्की, दाल मिल, तेल मिल की स्थापना भी की जा रही है। बघेल ने मुख्यमंत्री निवास में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कार्यक्रम में कहा कि रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) से आत्मनिर्भर गांव का महात्मा गांधी का सपना पूरा होगा। गांधी जी ने ग्राम स्वराज की कल्पना की, उसे साकार करने के लिए हमारी सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है, नरवा गरुवा घुरूवा बाड़ी योजना से उसी दिशा में कार्य हो रहा है।

गोबर से वर्मी कम्पोस्ट, दीया बन रहा है, अब पेंट भी बन रहा है। उन्होने कहा कि गौठानों में तैयार उत्पादों के विक्रय की व्यवस्था का ख्याल हमें रखना है, बारदानों के निर्माण का कार्य रीपा में हमें करना है, ये बहुत बड़ा उद्योग है, बलौदाबाजार की महिलाएं रीपा के तहत बारदाने के निर्माण का कार्य करना चाह रही हैं, ये बहुत खुशी की बात है। प्रत्येक जिले में सी मार्ट खोले गए हैं, ताकि उत्पादन करने वाले समूहों को सही दाम मिल सके। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे युवा जो अपना उद्योग प्रारंभ करना चाहते हैं, उन्हें भी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में स्थान उपलब्ध कराया जाना चाहिए। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में कृषि और उद्यानिकी उपजों और लघु वनोपजों के प्रसंस्करण और वैल्यू एडिशन तथा तैयार उत्पादों की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मार्केटिंग के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए टाटा टेक्नोलॉजिस के साथ राज्य योजना आयोग ने एमओयू किया है।

नागरिक द्वारा की गई ‘धोखाधड़ी’ को गंभीरता से लिया

नागरिक द्वारा की गई ‘धोखाधड़ी’ को गंभीरता से लिया

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने एक बच्चे की अभिरक्षा की लड़ाई में भारतीय मूल के एक केन्याई नागरिक द्वारा की गई ‘धोखाधड़ी’ को गंभीरता से लिया है और उसकी मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए उठाये गए कदम तथा बच्चे की अभिरक्षा उसकी मां को हस्तांतरित किया जाना सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से रिपोर्ट तलब की है। शीर्ष अदालत ने राजकोट के आश्वस्ति पंजीयक को निर्देश दिया कि वह अवमानना के दोषी पेरी कंसागरा की दो परिसम्पत्तियों का इस बारे में विस्तृत ब्योरा सौंपे कि क्या दोनों परिसम्पतियों में अन्य किसी का हिस्सा है या नहीं, ताकि उसे कुर्क करने की दिशा में आगे बढ़ा जा सके।

प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित और न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्ह की पीठ ने गत 11 जुलाई को कंसागरा को अवमानना का दोषी ठहराया था। पीठ ने यह कार्रवाई कंसागरा द्वारा अपने बच्चे की अभिरक्षा हासिल करने के बाद वायदे के मुताबिक फिर से उसके समक्ष न पहुंचकर उसके साथ ‘धोखाधड़ी’ करने के कारण की थी। पीठ ने शुक्रवार को सीबीआई को याद दिलाया कि उसे आश्वासन दिया गया था कि कंसागरा और उसके बच्चे की इस अदालत के समक्ष पेशी सुनिश्चित करने के लिए केन्या में केंद्रीय एजेंसियों और भारतीय दूतावास द्वारा हरसंभव मदद और सहायता प्रदान की जाएगी।

पीठ ने आदेश में कहा, ‘‘सीबीआई की ओर से पेश हुए अधिवक्ता रजत नायर ने कहा कि स्थिति रिपोर्ट आठ अक्टूबर, 2022 को या उससे पहले दायर की जाएगी। जो जरूरी है, उसे करने दें।’’ इसने बच्चे की मां की इस दलील का संज्ञान लिया कि राजकोट में उसके परित्यक्त पति की दो संपत्तियां हैं और शीर्ष अदालत के समक्ष पेश नहीं होने के लिए उसकी इन दोनों सम्पत्तियों को कुर्क की जानी चाहिए।

नवरात्रि का आठवां दिन माता 'महागौरी' को समर्पित

नवरात्रि का आठवां दिन माता 'महागौरी' को समर्पित 

सरस्वती उपाध्याय 
हिन्दू धर्म में शारदीय नवरात्र के आठवें दिन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन मां दुर्गा की सिद्ध स्वरूप माता महागौरी की विधि-विधान से पूजा की जाती है। बता दें कि नवरात्र के अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। देशभर में 3 सितंबर को माता आदिशक्ति की विशेष पूजा की जाएगी और व्रत का पालन किया जाएगा। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पूजा-पाठ करने से और उपवास रखने से सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं और माता महागौरी का आशीर्वाद अपने भक्तों पर सदैव बना रहता है। आइए जानते हैं, कैसे की जानी चाहिए माता की पूजा और क्या है इस दिन का महत्व ?

माता महागौरी का स्वरूप...

मां दुर्गा के आठवें सिद्ध स्वरूप में माता महागौरी का रंग दूध के समान श्वेत है। साथ ही वह इसी रंग के वस्त्र भी धारण करती हैं। माता महागौरी भैंस ओर सवार होकर अपने भक्तों की प्रार्थना सुनने आती हैं। माता की चार भुजाएं हैं और प्रत्येक भुजा में माता ने अभय मुद्रा, त्रिशूल, डमरू और वर मुद्रा धारण किया है।

माता महागौरी की पूजा-विधि...

नवरात्र पर्व के अष्टमी तिथि को ब्रह्ममुहूर्त में स्नान-ध्यान करें और पूजा स्थल की साफ-सफाई करें। इसके बाद पूजा स्थल को गंगाजल से सिक्त करें। ऐसा करने के बाद व्रत का संकल्प लें और माता को सिंदूर, कुमकुम, लौंग का जोड़ा, इलाइची, लाल चुनरी श्रद्धापूर्वक अर्पित करें। ऐसा करने के बाद माता महागौरी और मां दुर्गा की विधिवत आरती करें। आरती से पहले दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य करें।

शास्त्रों के अनुसार इस दिन नौ कन्याओं के पूजन का भी विधान है। इस दिन 10 या उससे कम उम्र की नौ कन्या और एक बटुक को घर पर आमंत्रित करें और फिर श्रद्धापूर्वक पूड़ी-सब्जी या खीर-पूड़ी का भोग लागएं। ऐसा करने से मां प्रसन्न होती हैं।

माता महागौरी मंत्र...

वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्।

सिंहरूढ़ा चतुर्भुजा महागौरी यशस्वनीम्।।

पूर्णन्दु निभां गौरी सोमचक्रस्थितां अष्टमं महागौरी त्रिनेत्राम्।

वराभीतिकरां त्रिशूल डमरूधरां महागौरी भजेम्।।

पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम्।

मंजीर, हार, केयूर किंकिणी रत्नकुण्डल मण्डिताम्।।

प्रफुल्ल वंदना पल्ल्वाधरां कातं कपोलां त्रैलोक्य मोहनम्।

कमनीया लावण्यां मृणांल चंदनगंधलिप्ताम्।।


स्तोत्र पाठ...


सर्वसंकट हंत्री त्वंहि धन ऐश्वर्य प्रदायनीम्।

ज्ञानदा चतुर्वेदमयी महागौरी प्रणमाभ्यहम्।।

सुख शान्तिदात्री धन धान्य प्रदीयनीम्।

डमरूवाद्य प्रिया अद्या महागौरी प्रणमाभ्यहम्।।

त्रैलोक्यमंगल त्वंहि तापत्रय हारिणीम्।

वददं चैतन्यमयी महागौरी प्रणमाम्यहम्।।


माता महागौरी की आरती...


जय महागौरी जगत की माया ।

जय उमा भवानी जय महामाया ।।

हरिद्वार कनखल के पासा ।

महागौरी तेरा वहा निवास ।।

चंदेर्काली और ममता अम्बे ।

जय शक्ति जय जय मां जगदम्बे ।।

भीमा देवी विमला माता ।

कोशकी देवी जग विखियाता ।।

हिमाचल के घर गोरी रूप तेरा ।

महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा ।।

सती 'सत' हवं कुंड मै था जलाया ।

उसी धुएं ने रूप काली बनाया ।।

बना धर्म सिंह जो सवारी मै आया ।

तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया ।।

तभी मां ने महागौरी नाम पाया ।

शरण आने वाले का संकट मिटाया ।।

शनिवार को तेरी पूजा जो करता ।

माँ बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता ।।

'चमन' बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो ।

महागौरी माँ तेरी हरदम ही जय हो ।।

6 को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होगी, गांधी 

6 को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होगी, गांधी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आगामी 6 अक्टूबर को कर्नाटक में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होगी। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी अपनी मां के साथ इस यात्रा में शिरकत करेंगी या नहीं। राहुल गांधी और कांग्रेस के कई अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने गत सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत की थी।

इन दिनों यात्रा कर्नाटक में है। यात्रा का समापन अगले साल की शुरुआत में कश्मीर में होगा। इस यात्रा में कुल 3570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...