गुरुवार, 22 सितंबर 2022

27 सितंबर को 'जापान' की यात्रा पर जाएंगे, पीएम 

27 सितंबर को 'जापान' की यात्रा पर जाएंगे, पीएम 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/टोक्यो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 सितंबर को जापान की यात्रा पर जाएंगे, जहां वह पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। जापान के सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले शिंजो आबे की आठ जुलाई को पश्चिमी इलाके में चुनावी कार्यक्रम के दौरान एक हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्तहिक प्रेस वार्ता में बताया कि शिंजो आबे का राजकीय अंतिम संस्कार कार्यक्रम है और यह बेहद मित्रवत देश में है। उन्होंने कहा कि यह काफी अच्छा है कि प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) अपने व्यस्त कार्यक्रम में से समय निकालकर वहां जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह निजी संबंधों का भी विषय हो सकता है। लेकिन मेरे लिये इस पर कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं है।’’ प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दौरान जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से अलग से मुलाकात करेंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी और आबे के बीच काफी निकटता रही थी । आबे के निधन पर शोक प्रकट करते हुए मोदी ने उन्हें ‘प्रिय मित्र’ से संबोधित किया था और कहा था कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री ने दुनिया को बेहतर स्थान बनाने के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया।

ईश्वर की पूजा करने का हमारा तरीका अलग: इलियासी 

ईश्वर की पूजा करने का हमारा तरीका अलग: इलियासी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख उमर अहमद इलियासी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के बाद कहा कि हमारा डीएनए एक ही है, केवल ईश्वर की पूजा करने का हमारा तरीका अलग है। 

इलियासी ने भागवत को राष्ट्रपिता भी बताया और कहा कि आरएसएस प्रमुख ने उनके निमंत्रण पर उत्तरी दिल्ली में मदरसा ताजवीदुल कुरान का दौरा किया था और वहां बच्चों के साथ बातचीत की थी। उन्होंने कहा कि सभी मानते हैं कि राष्ट्र पहले आता है।

छात्राओं के शारीरिक 'उत्पीड़न' की शर्मनाक घटना

छात्राओं के शारीरिक 'उत्पीड़न' की शर्मनाक घटना 

अमित शर्मा 

भरतपुर। पंजाब के एक गर्ल्स होस्टल में छात्राओं के शारीरिक उत्पीड़न की शर्मनाक घटना के बाद अब भरतपुर में भी मल्लखंभ की महिला खिलाड़ियों के कथित शारीरिक उत्पीड़न की शर्मनाक घटना सामने आई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भरतपुर में मल्लखंभ एकेडमी संभाल रहे मलखंभ फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रमेश इन्दोलिया के खिलाफ सात लड़कियों और एक युवक ने शारीरिक उत्पीड़न की शिकायत दिल्ली मल्लखंभ फेडरेशन में की है।

गौरतलब है कि इन्दोलिया के खिलाफ मई, जून में शिकायतों का दौर शुरू हुआ था जिसके बाद मल्लखंभ की सात महिला खिलाड़ियों और एक युवा खिलाड़ी ने इन्दोलिया के खिलाफ शारीरिक उत्पीड़न की शिकायत दी है। बताया गया है कि 18 सितंबर को दिल्ली में मल्लखंभ फेडरेशन की एक बैठक में यह मुद्दा उठने के बाद इन्दोलिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इन्दोलिया का कहना है कि उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है जिसमे भारतीय जनता पार्टी के एक नेता का भी हाथ है। उन्होंने इस नेता के नाम का खुलासा नही किया है। इस शर्मनाक एवं सनसनीखेज मामले के सामने आने के बाद मल्लखंभ फेडरेशन ने सभी शिकायतों को लेकर एक कमेटी का गठन किया है।

सहयोग व सेवा को भारतीय संस्कारों का हिस्सा बताया 

सहयोग व सेवा को भारतीय संस्कारों का हिस्सा बताया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री मनसुख मांडविया ने सहयोग और सेवा को भारतीय संस्कारों का हिस्सा बताते हुए गुरुवार को कहा कि आबादी तक पहुंचने के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। मांडविया ने आज यहां भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के राज्य स्तरीय नेतृत्व सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में हाल ही में कोविड महामारी के दौरान देखी गई स्वास्थ्य सुविधाओं में हुई प्रगति के बारे में दुनिया भर में चर्चा है।केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हम हमेशा अन्य देशों के स्वास्थ्य सेवा मॉडल देखकर रोमांचित होते रहे हैं, लेकिन कोविड ने हमारी व्‍यवस्‍था की ताकत दर्शायी और उन्नत देशों की इस संबंध में कमजोरियों को भी उजागर किया। उन्होंने कहा कि भारत ने न सिर्फ कोविड का सफल क्षेत्रीय मॉडल के साथ प्रबंधन किया, बल्कि वैक्सीन मैत्री के तहत दवाओं और टीकों की आपूर्ति के रूप में कई देशों को अंतरराष्ट्रीय सहायता भी प्रदान की।

यह प्रशंसनीय है कि भारतीय दवाएं गुणवत्ता में कम साबित नहीं हुई और न ही उनकी कीमतें बढ़ाकर स्थिति का फायदा उठाया गया। यह ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के दर्शन के प्रति भारत की गहरी आस्था दर्शाता है। श्री मांडविया ने अनूठे उद्यम अपनाने और आईआरसीएस के कामकाज के दायरे का विस्तार करने के लिए उपस्थित लोगों से सुझाव मांगे। उन्होंने कहा, “सेवा और सहयोग हमारी विरासत का हिस्सा हैं और वे हमारे संस्कार का एक अभिन्न अंग हैं।

ये भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के आदर्श वाक्य को भी रेखांकित और परिभाषित करते हैं जो जरूरत और आपात स्थिति में मानवता की सेवा और सहायता के प्रति अपने काम के लिए जाना जाता है।” श्री मांडविया ने कहा कि रेड क्रॉस लोगों के बीच उम्‍मीद और आशा की किरण के तौर पर पहचाना जाता है। यह भरोसे और सुनिश्चित उपस्थिति का प्रतीक है। लेकिन उन्होंने आगाह किया कि अगर आईआरसीएस बदलते समय के साथ तालमेल नहीं बिठाता तो इसकी प्रासंगिकता और पहचान खो सकती है। उन्‍होंने कहा कि आईआरसीएस को अपनी ताकत और कमजोरियों पर आत्मनिरीक्षण करने और समय के साथ बदलती भूमिका को अपनाने तथा इसके लिए खुद को फिर से परिभाषित करने की एक कार्य योजना तैयार करने की आवश्यकता है।

इसके लिए संरचनात्मक और संगठनात्मक संरचनाओं के बारे में गहरी समझ बनाने, आईआरसीएस क्षेत्रीय केंद्रों के कामकाज में अनुशासन पर ध्यान देने, नियुक्तियों में पारदर्शिता बरतने, बेहतर शिकायत निवारण तंत्र बनाने और अन्य बातों के साथ-साथ जन-केंद्रित गतिविधियों के लिए डिजिटल तकनीक का बेहतर उपयोग करने की आवश्यकता है।

बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम के कार्यों की प्रगति, जानकारी 

बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम के कार्यों की प्रगति, जानकारी 

अकांशु उपाध्याय/पंकज कपूर 

नई दिल्ली/देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि भविष्य में तीर्थ यात्रियों की संख्या में इजाफा होगा। श्रीकेदारनाथ धाम के निकटवर्ती जगह भी आध्यात्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने होंगे।

धामों के आसपास के क्षेत्र मॉडल रूप में बनाएं...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को वर्चुअल माध्यम से श्रीबदरीनाथ एवं श्रीकेदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की। पीएम मोदी ने कहा कि बदरीनाथ के साथ आसपास के क्षेत्रों को मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए भी योजना बनाएं। माणा गांव और आसपास के क्षेत्रों को रूरल टूरिज्म के लिए विकसित करने की दिशा में भी ध्यान दिया जाए।

वासुकिताल, गरूड़ चट्टी, लिंचोली का प्लान बनाएं...
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रामबाड़ा और केदारनाथ के बीच श्रद्धालुओं को ठहरने एवं कौन सी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो सकती हैं, इस ओर भी ध्यान दिया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि वासुकिताल, गरूड़ चट्टी, लिंचोली और उनके आस-पास श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक दृष्टि से क्या किया जा सकता है, इसका पूरा प्लान तैयार किया जाए। इनमें स्थानीय कल्चर एवं स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर ईकोनॉमी का अच्छा मॉडल बनाया जा सकता है।

दिसम्बर 2023 तक कार्य पूरे करने का लक्ष्य : सीएम...
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में श्रीबदरीनाथ एवं श्रीकेदारनाथ में पुनर्निमाण के कार्य तेजी से चल रहे हैं। दिसम्बर 2023 तक सभी कार्यों को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस साल अभी तक 35 लाख से अधिक पंजीकृत श्रद्धालु चारधाम यात्रा में आ चुके हैं।

मुख्य सचिव ने दिया कार्यों का प्रजेंटेशन...
मुख्य सचिव डॉ एसएससंधु ने श्री केदारनाथ एवं श्री बद्रीनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों का प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि श्री केदारनाथ में प्रथम चरण के पुननिर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। द्वितीय चरण में 188 करोड़ रूपये के 21 कार्य किये जा रहे हैं। जिनमें से 03 कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं, 06 कार्य दिसम्बर 2022 तक पूर्ण हो जायेंगे। अवशेष 12 कार्यों को जुलाई 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। गौरीकुण्ड में गेट का निर्माण किया जा चुका है। संगम घाट का कार्य जून 2023 तक पूर्ण किया जायेगा। ईशानेश्वर टेम्पल का कार्य भी एक माह में पूर्ण हो जायेगा। शीश नेत्र लेक एवं बद्रीश लेक का कार्य 03 माह में पूर्ण हो जायेगा। रिवर डेवलपमेंट प्रोजक्ट का कार्य जून 2023 तक पूर्ण हो जायेगा।

समस्याओं के निदान हेतु प्रशिक्षण आयोजित: देवरिया 

समस्याओं के निदान हेतु प्रशिक्षण आयोजित: देवरिया 

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के क्रियान्वयन में कोषागारों एवं आहरण वितरण अधिकारियों को एन०पी०एस० निकासी एवं एन०पी०एस० से प्रत्याहरण आदि समस्याओं के निदान हेतु विकास भवन के गांधी सभागार में प्रशिक्षण आयोजित हुआ। वरिष्ठ कोषाधिकारी कुलदीप सरोज ने बताया कि अपर निदेशक कोषागार एवं पेंशन गोरखपुर मण्डल गोरखपुर के निर्देशानुसार राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के क्रियान्वयन में कोषागारों एवं आहरण वितरण अधिकारियों को एन०पी०एस० निकासी एवं एन०पी०एस० से प्रत्याहरण आदि समस्याओं के निदान हेतु इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है।

प्रशिक्षण में उपस्थित समस्त आहरण वितरण अधिकारियों को एनपीएस से संबंधित आ रहे समस्याओं को दूर करने के लिए तकनीको से अवगत कराया। प्रशिक्षण में जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण कांत राय सहित समस्त विभागों के आहरण वितरण अधिकारी मौजूद थे।

चेयरमैन अंजू ने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया 

चेयरमैन अंजू ने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। शासन और प्रशासन के साथ शुरुआत से ही दो-दो हाथ कर रही नगर पालिका परिषद की चेयरमैन अंजू अग्रवाल ने भारी मन से अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। इस बात का ऐलान अंजू अग्रवाल ने आज नगर पालिका परिषद में सभासदों के बीच पहुंचकर किया है। अंजू अग्रवाल का चेयरमैन पद से इस्तीफे का ऐलान, जानिये क्या रही वजह ? बृहस्पतिवार को कांग्रेस के टिकट पर नगर पालिका परिषद की चेयरमैन निर्वाचित हुई अंजू अग्रवाल ने शासन के फैसलों से आहत होकर भारी मन से पालिका अध्यक्ष का पद छोड़ने का फैसला किया है। नगर पालिका परिषद में बुलाए गये सभासदों के बीच पहुंची अंजू अग्रवाल ने चेयरमैन का पद छोडने का ऐलान किया है। नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने 15 करोड़ रुपए का नुकसान झेलने वाली मुजफ्फरनगर की नगर पालिका परिषद को 32 करोड़ के लाभ वाली नगरपालिका बना दिया है।

शहर के विकास के लिए वह लगातार भागदौड़ करते हुए लोगों को विभिन्न सुविधाये दिलाने के लिये हर संभव प्रयास कर रही थी। लेकिन शहर का एक संगठित गिरोह उन्हें पालिका को आगे बढ़ाने के काम नहीं करने दे रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के संगठित गिरोह द्वारा की गई भागदौड़ के बाद उनके अधिकारों पर लगाया गया प्रतिबंध हाईकोर्ट के फैसले के बाद बहाल हो गया था। लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें चेयरमैन के अधिकार अभी तक नहीं दिए गए हैं। जिससे आहत होकर वह नगर पालिका परिषद का अध्यक्ष पद छोड़ रही है।

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज।‌ उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं बाल सम्मान कोष अंतर्गत जनपद ...