रविवार, 18 सितंबर 2022

चिन्मयानंद के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

चिन्मयानंद के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

आदर्श श्रीवास्तव 

शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) की अदालत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ बलात्कार के मामले में पेश न होने पर गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किया है। चिन्मयानंद के खिलाफ मामला 2011 में दायर किया गया था और बाद में अक्टूबर 2012 में अदालत में आरोप पत्र दायर किया गया।

इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट के स्टे ऑर्डर के बाद मुकदमे की कार्यवाई शुरू नहीं हो सकी. 2018 में, योगी सरकार ने चिन्मयानंद के खिलाफ मामला वापस लेने का फैसला किया और सीआरपीसी की धारा 321 के तहत मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में एक आवेदन दायर किया। बलात्कार पीड़िता द्वारा आपत्ति दायर करने के बाद सीजेएम द्वारा आवेदन को खारिज कर दिया गया। लेकिन बाद में, पीड़िता ने उच्च न्यायालय में एक आवेदन दिया जिसमें कहा गया था कि अगर मामला वापस ले लिया जाता है, तो उसे कोई आपत्ति नहीं है।

इसको लेकर शाहजहांपुर में निचली अदालत में मामले की कार्यवाई शुरू हुई। निचली अदालत ने पुलिस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आरोपी को सुनवाई की अगली तारीख 26 सितंबर को पेश किया जाए। शाहजहांपुर के एसपी संजय कुमार ने कहा, ‘हमें एनबीडब्ल्यू के बारे में पता चला है। हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद के एक दर्जन से ज्यादा वीडियो वायरल हुए थे। वायरल हुए वीडियो में स्वामी चिन्मयानंद नग्न अवस्था में एक लड़की से अपने शरीर की तेल मालिश करवाते नजर आ रहे थे। वीडियो में दोनों के बीच बातचीत भी सुनाई दे रही है। इस वीडियो को 2014 का बताया जा रहा है।



सीवर टैंक में उतरे 3 मजदूरों की दम घुटने से मौंत

सीवर टैंक में उतरे 3 मजदूरों की दम घुटने से मौंत 

बृजेश केसरवानी   

कानपुर। कानपुर में रविवार को बर्रा थाना क्षेत्र के मालवीय नगर में सेप्टिक टैंक में शटरिंग खोलने उतरे एक मजदूर की जहरीली गैस से मौंत हो गई। वहीं, बचाने उतरे दो साथियों की भी हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में दोनों को अस्पताल भेजा गया, जहां उन्हें भी मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना से मौके पर हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तीनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। निर्माणाधीन मकान में मानकों के विपरित सीवर टैंक बनाया जा रहा था।

बर्रा थाना क्षेत्र के मालवीय नगर में कुशल गुप्ता घर बनवा रहे हैं। एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय ने बताया कि मकान में एक सेप्टिक टैंक बना हुआ है। जिसमें कुछ काम करने के लिए रविवार को शिवा तिवारी (25), अंकित पाल (28) और अमित कुमार (26) घुसे थे। अचानक से उनका दम घुटने लगा। लोगों ने तीनों को बाहर निकाला और अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने एक-एक कर तीनों को मृत घोषित कर दिया।


मदरसों पर राजनीति करने वालों का मुंह बंद किया 

मदरसों पर राजनीति करने वालों का मुंह बंद किया 

संदीप मिश्र

लखनऊ। यूपी में मदरसों के सर्वेक्षण में कोई शिकायत अब तक नहीं आई है। मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि मदरसे हमारी मजहबी जरूरतों को पूरा करने के लिए हैं। लाखों मस्जिदों के इमाम आदि चाहिए। वो इन्हीं मदरसों से आते हैं। उन्होंने इसे जायज ठहराया है। इसके बाद उन लोगों का मुँह बंद हो गया है जो मदरसों को लेकर राजनीति कर रहे थे। मौलाना मदनी के बयानों के बाद मुस्लिम राजनीति  में हलचल मच गई है।

उधर कई मुस्लिम नेता मुख्यमंत्री योगी के कदम की अब तारीफ भी करने लगे है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वेक्षण इन दिनों जोरो पर है। रविवार को देवबंद के दारुल उलूम ने  उत्तर प्रदेश के मदरसों के एक सम्मेलन में अब तक के सर्वे को ठीक ठाक करार दिया है।

जमीयत-ए-उलेमा-ए-हिंद के मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि सर्वे करना सरकार का हक है। उनकी मदद की जाए। अब तक सर्वे वालों का किरदार सही रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक के सर्वे में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं दिखी है। उन्होंने कहा कि आज हमने बताया कि इस्लामी मदरसों को क्यों बनाया गया। मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि मदरसे हजारों साल से मोहब्बत की तहजीब है। उन्होंने कहा कि मदरसे हमारी मजहबी जरूरतों को पूरा करने के लिए हैं। लाखों मस्जिदों को  इमाम आदि चाहिए। वो इन्हीं मदरसों से आते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने मदरसों से कहा है कि सरकार के सभी सवालों के जवाब दिए जाने चाहिए।

उन्होंने बताया कि मदरसों से कहा गया है कि वो हिसाब-किताब सही रखें। मदरसे की जमीन कानूनी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मदरसा संचालकों से कहा गया है कि मदरसों में खाने पीने की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए। साफ-सफाई होनी चाहिए। अगर आपने सरकारी जमीन पर मदरसा बना रखा है तो उसे तोड़ दीजिए। अपनी जमीन पर ही मदरसा बनाइए वरना वो मदरसा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि अगर ये साबित हो जाए कि मदरसा सरकार की जमीन पर है तो 15 दिन की नोटिस पर सरकार उसे तोड़ सकती है, हमें स्वीकार होगा। इससे पहले जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने दिल्ली में छह सितंबर को एक बैठक में मदरसों के सर्वे का विरोध किया गया था

कसाव: 14 आईएएस अधिकारियों का तबादला 

कसाव: 14 आईएएस अधिकारियों का तबादला 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक कसावट लाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने 14 आईएएस अधिकारियों का तबादला किया है। आधिकारिक बयान के अनुसार हरदोई, बाराबंकी, मिर्जापुर, गाजीपुर, आगरा, चंदौली, मथुरा, पीलीभीत, भदोही और संत कबीर नगर को नए डीएम मिले हैं। बाराबंकी के डीएम आदर्श सिंह को झांसी संभाग का प्रभारी आयुक्त नियुक्त किया गया है। वही गाजीपुर के डीएम मंगला प्रसाद सिंह को हरदोई का नया डीएम बनाया गया है।

अविनाश सिंह, हरदोई डीएम, बाराबंकी के नए डीएम, जबकि संत कबीर नगर डीएम दिव्या मित्तल को मिर्जापुर का नया डीएम बनाया गया है। भदोही के डीएम आर्यका अखौरी को गाजीपुर का नया डीएम बनाया गया है, जबकि मथुरा के डीएम नवनीत सिंह चहल को आगरा का नया डीएम बनाया गया है।बता दे वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन को चंदौली का नया डीएम बनाया गया है।पीलीभीत के डीएम पुलकित खरे को मथुरा का डीएम और मिजार्पुर के डीएम प्रवीण कुमार को पीलीभीत का डीएम बनाया गया है। अलीगढ़ नगर निगम आयुक्त गौरांग राठी को भदोही का डीएम बनाया गया है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह को संत कबीर नगर डीएम का प्रभार मिला है। आगरा के डीएम प्रभु नारायण सिंह को राजस्व विभाग में सचिव बनाया गया है। इसके अलावा राहत आयुक्त और राजस्व विभाग के सचिव रणवीर प्रसाद को भी आवास आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई है और आवास आयुक्त अजय चौहान को सचिव लोक निर्माण विभाग लगाया गया है।

वर्चस्व के लिए लेडी डान ने प्रहरी का हाथ तोड़ा

वर्चस्व के लिए लेडी डान ने प्रहरी का हाथ तोड़ा

दुष्यंत टीकम

रायपुर। सेंट्रल जेल में महिला जेल प्रहरी माधुरी वर्मा से मारपीट करने के मामले में हिस्ट्रीशीटर महिला बंदी मोनिका सचदेव के खिलाफ गंज थाने की पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा, मारपीट और गाली-गलौज की धाराओं में केस दर्ज किया है। घटना के बाद जिला प्रशासन ने मोनिका सचदेव को जिला बदर करने की तैयारी की है।   दरअसल, महिला सेंट्रल जेल में वर्चस्व जमाने के लिए शुक्रवार की सुबह महिला बंदी मोनिका सचदेव ने प्रहरी माधुरी वर्मा से विवाद कर लिया। मोनिका ने दहशत पैदा करने के लिए माधुरी की पिटाई कर धक्का देकर गिरा दिया। घटना में माधुरी के सिर में चोट आई है। जेल में अपना वर्चस्व जमाने के लिए मोनिका दूसरी महिला बंदियों से अक्सर विवाद करती है। बैरनबाजार ओसीएम चौक की हिस्ट्रीशीटर मोनिका सचदेव की बहन भी हिस्ट्रीशीटर है। अभी वह हत्या के आरोप में जेल में बंद है। उसके खिलाफ थाने में कई केस दर्ज हैं। 10 साल से उसे निगरानी सूची में रखा गया है।


पोहा फैक्ट्री में लगी आग, 3 महिलाएं जिंदा जली   

पोहा फैक्ट्री में लगी आग, 3 महिलाएं जिंदा जली   

प्रमोद बैश्ले  

उज्जैन। पोहा फैक्ट्री में आग लगने से तीन महिलाएं जिंदा जल गईं। हादसा शुक्रवार शाम नागझिरी थाना क्षेत्र में उद्योगपुरी स्थित फैक्ट्री में हुआ। घटना के वक्त महिलाएं काम कर रही थीं। वहीं, अन्य महिला भी झुलसी है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासन के अफसर पहुंचे हैं।

नागझिरी क्षेत्र की उद्योगपुरी में संचालित पोहा फैक्टरी बिंदल प्रोसेस में शाम 5:30 बजे उस समय अफरा तफरी मच गई जब वंहा रखे रॉ मटेरियल में अचानक आग लग गई। आग की सूचना पर तीन दमकल वाहन मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया गया। फायर कर्मी अंदर पहुंचे तो एक के बाद एक तीन महिला मजदूर की लाशें मिलीं। मृतकों में दुर्गाबाई पति राधेश्याम उम्र 45 साल निवासी बोरखेड़ी आगर मालवा, ज्योति पति पप्पू उम्र 25 साल निवासी नागझिरी, क्षमा बाई पति प्रभु लाल मालवीय उम्र 45 साल निवासी नेहरू नगर नागझिरी के रूप में पहचान हो पाई है। वहीं सीमा नाम की महिला को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया है।

लाश को पहचान पाना भी मुश्किल

आग से तीनो लाशें इस तरह जल चुकी थी की उन्हें पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था। आग कैसे लगी ये साफ नहीं हो पाया है। लेकिन फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में पोहा बनाने का रॉ मटेरियल रखा था।

करंट से या जलने से मौत

घटनास्थल को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है की आग इतनी भीषण नहीं रही होगी की तीन लोगों की मौत हो जाए। संभवतः तीनों की मौत करंट लगने से हुई है जिसके कारण वहां रखे रॉ मटेरियल ने आग पकड़ ली। हालांकि उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने इंड्रस्ट्री सेफ्टी और फायर सेफ्टी के अधिकारियों को 3 दिन में जांच रिपोर्ट पेश करने का कहा है। इसके बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।

सुरक्षा मानक था या नहीं इसके बाद कार्यवाही

बिंदल प्रोसेस के नाम से संचालित फैक्ट्री में पोहे बनाने का काम होता था। करीब 25 वर्षो से अधिक समय से फैक्ट्री संचालित हो रही थी। फैक्ट्री के मालिक राकेश बिंदल ने घटना को लेकर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। घटना स्थल पर पहुंचे एसएसपी सत्येंद्र शुक्ल ने बताया की किन परिस्थियों में घटना हुई, सुरक्षा मानक था या नहीं , इसको लेकर एफएसएल टीम को जांच करने के आदेश दिए जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके बाद कार्यवाही की जाएगी। संभवतः शार्ट सर्किट से आग लगी है।

सड़क पर झाडू लगाकर स्वच्छता का संदेश: यूके

सड़क पर झाडू लगाकर स्वच्छता का संदेश: यूके 

पंकज कपूर   

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पंतनगर, उधम सिंह नगर स्थित जी.बी पंत यूनिवर्सिटी परिसर में सेवा पखवाड़े के अंतर्गत स्वच्छता कार्यक्रम में प्रतिभाग किया, इस दौरान उन्होंने स्वयं सड़क पर झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत शक्तिशाली, समृद्ध एवं समरस भारत के रूप में आगे बढ़ रहा है। आज विश्व स्तर पर भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है। प्रधानमंत्री का जन्मदिवस सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाया जा रहा है।

इस अवसर पर पूरे राज्य के अंतर्गत स्वच्छता, रक्तदान, संगोष्ठियां एवं सेवा के अन्य कार्यक्रम किए जा रहे हैं।इस दौरान विधायक शिव अरोड़ा, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना, मेयर रामपाल सिंह, डीआईजी नीलेश आनंद भरणे, जिला आधिकारी युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टी.सी, डायरेक्टर जीबी पंत यूनिवर्सिटी आशीष भटगाई एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...