मंगलवार, 13 सितंबर 2022

गलत नीति के कारण 'महंगाई' बढ़कर 7 फीसदी हुई 

गलत नीति के कारण 'महंगाई' बढ़कर 7 फीसदी हुई 


केंद्र सरकार की गलत नीति के कारण खुदरा महंगाई बढ़कर 7 फीसदी - वंदना राजपूत

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। केंद्र सरकार की गलत नीति के कारण खुदरा महंगाई बढ़कर 7 फीसदी हो गई है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण को घेरते हुए कहा कि आप महिलाओं की तकलीफ क्यों नही समझ पा रही है? लगातार बेलगाम महंगाई से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 2014 से महंगाई सुरसा राक्षस की तरह बढ़ती ही जा रही है। खाद्य पदार्थ के हर आवश्यक वस्तुओं के दाम दुगुना बढ़ गया है। आमदनी बढ़ती नहीं, लेकिन हर माह महंगाई बढ़ती जा रही है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि महिला वित्त मंत्री बनने पर महिलाओं में एक विश्वास था कि अब महिला वित्त मंत्री बेलगाम महंगाई से निजात दिलायेगी लेकिन महिलाओं का विश्वास फिर टूट गया। भाजपा की मोदी सरकार पूंजीपतियों व कॉरपोरेट घरानों के अंगुलियों की कठपुतली बन गई है। चुनाव में जनता से अच्छे दिन का वादा कर सरकार ने लोगों को झूठा सपना दिखाने और फिर उन्हें छलने का काम किया गया। जनता के दर्द से इस सरकार को कोई लेना-देना नही है। पेट्रोल, डीजल, घरेलू गैस, राशन, सब्जी, खाद्य पदार्थ आसमान को छू रहे हैं। जनता कमरतोड़ महंगाई से त्राहिमाम कर रही है। बेरोजगारी बढ़ती ही जा रही है। 

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि बेलगाम महंगाई मोदी और उनके अंधे भक्तों को दिखाई नहीं देते। प्रदेश में लगातार भाजपा के केन्द्रीय नेता आ रहे है, मुंह में दही जम गया है। इसलिए बेलगाम महंगाई के बारे में एक शब्द नही बोल पाते है।

ब्राह्मण समाज के व्यक्ति का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं 

ब्राह्मण समाज के व्यक्ति का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं 

भानु प्रताप उपाध्याय 

शामली। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण सभा के प्रदेश अध्यक्ष पंकज शर्मा ने कहा, कि ब्राह्मण समाज के किसी भी व्यक्ति का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष का ब्राह्मण समाज के लोगों ने फूल मालाओं से लादकर जोरदार स्वागत किया। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण सभा की बैठक हिमांशु शर्मा के आवास पर पंडित भूषण लाल शर्मा की अध्यक्षता में व पंडित सुबोध गौतम के संचालन में आयोजित की गई‌। जिसमे मंच पर आसीन पंकज शर्मा प्रदेश अध्यक्ष विपिन शास्त्री प्रदेश सचिव, लोकेंद्र शर्मा, अरविंद कौशिक शामली जिला अध्यक्ष आदि का फूल मालाओ से लादकर जोरदार स्वागत किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए पंकज शर्मा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, कि ब्राह्मण समाज के किसी भी व्यक्ति का उत्पीड़न किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्होंने संगठन की मजबूती पर बल देते हुए ब्राह्मण समाज को एकजुट होने का आह्वान किया। पंकज शर्मा प्रदेश अध्यक्ष ने सर्वसम्मति से पंडित पीयूष शर्मा को प्रदेश उपाध्यक्ष, कस्बे के मौहल्ला महाजनान निवासी पूर्व नगर पंचायत सभासद पंकज शर्मा को जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर ,  हिमांशु शर्मा को जिला उपाध्यक्ष, राहुल शर्मा को शाहपुर का नगराध्यक्ष मनोनीत किया। आयोजित बैठक में  अरविंद कौशिक शामली जिला अध्यक्ष, नीरज गौतम, लोकेंद्र शर्मा तहसील अध्यक्ष बड़ौत, विपिन शर्मा प्रदेश सचिव, मांगेराम शर्मा संरक्षक , विनोद दीक्षित, अजय शर्मा, रामनिवास शर्मा, उत्तम शर्मा, टोनी शर्मा, बाबूराम, गौरव शर्मा, ओमबीर शर्मा, हिमांशु शर्मा, संजय शर्मा, सोमदत्त शर्मा, अंकित शर्मा ,अमित शर्मा, मुकेश, धर्मपाल शर्मा, मौजूद रहे।

विभिन्न अनुभागों के उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण

विभिन्न अनुभागों के उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा आज पूर्वान्ह 10.15 बजे विकास भवन स्थित विभिन्न अनुभागों के उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण किया गया, जिसमें 13 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। मुख्य विकास अधिकारी ने अनुपस्थित कर्मचारियों का आज का वेतन / मानदेय अवरूद्ध करते हुए संबंधित कार्यालयाध्यक्षों को निर्देशित किया है कि अनुपस्थित कर्मचारियों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर अपनी स्पष्ट आख्या प्रस्तुत करें, उपरोक्त कर्मचारियों का बार-बार जाँच में अनुपस्थित पाया जाना यह प्रदर्शित करता है कि संबंधित कार्यालयाध्क्ष का अपने कर्मचारियों पर नियंत्रण नहीं है‌। इस संबंध में उन्होंने निर्देश दिया कि संबंधित कार्यालयाध्क्ष अपना स्पष्टीकरण 03 दिन के अन्दर प्रस्तुत करें।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया है कि अनुपस्थित पाये गये कार्मिकों में कार्यालय ग्रामीण अभियंत्रण विभाग से दिनेश कुमार मल्ल व.लि., शीला चत्रुर्वेदी व.स., उषा गुप्ता व.स., सक्सेन (मानचित्रकार), महेश्वर चौबे च.श्रे., कार्यालय जिला ग्राम्य विकास अभिकरण से राजकुमार पाण्डेय कम्प्यूटर प्रोग्रामर (संविदा), कार्यालय जिला पंचायत राज अधिकारी से लक्ष्मी देवी स.क., सुधान्धु मिश्रा ए.डी.पी.एम., कार्यालय जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी से राहुल राय ए.डी.एस.टी.ओ., कार्यालय उपायुक्त स्वतः रोजगार से कृष्ण कुमार मौर्या पी.डी.एफ., कार्यालय जिला विकास अधिकारी से सुनीता श्रीवास्तव क.स., अविनाश कुमार आर्य क.स. तथा रमेश कुमार यादव व.स  शामिल हैं।

आउटस्टैंडिंग कॉम्पीटिशन प्रोग्राम का पुरस्कार जीता

आउटस्टैंडिंग कॉम्पीटिशन प्रोग्राम का पुरस्कार जीता 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

वाशिंगटन डीसी/कैलिफोर्निया। अमेरिकी सिंगर मेलिसा विवियन जेफर्सन उर्फ लिज़ो ने रिऐलिटी सीरीज़ लिज़ोज़ वॉच आउट फॉर द बिग गर्ल्स के लिए एमी अवॉर्ड्स 2022 में आउटस्टैंडिंग कॉम्पीटिशन प्रोग्राम का पुरस्कार जीता। पुरस्कार लेने के बाद उन्होंने कहा कि बचपन से वह खुद को मीडिया में देखना चाहती थीं। बकौल लिज़ो, अपने जैसे…किसी मोटे, अश्वेत और खूबसूरत (इंसान) को…मीडिया में देखना चाहती थी।

लॉस एंजिल्स में मंगलवार को 74वें टेलीविजन अकादमी पुरस्कारों का आयोजन किया गया। अभिनेता केनन थॉम्पसन द्वारा होस्ट किए गए अवार्ड शो को लायनगेट प्ले पर लाइव स्ट्रीम किया गया था। सिंगर लिज़ो की वॉच आउट फॉर द बिग ग्रर्ल्स ने प्रतियोगिता श्रृंखला एमी फॉर कॉम्पिटिशन प्रोग्राम श्रेणी जीती। पुरस्कार स्वीकार करते समय, लिज़ो फूट-फूट कर रोने लगी। इस दौरान उनका कहना था कि, ट्रॉफी अच्छी है, लेकिन मेरी भावना इन लोगों के लिए है जो मेरे साथ मंच पर हैं। उन्होंने जो कहानियां साझा कीं, वे सिर्फ अद्वितीय ही नहीं है बल्कि इस तरह की कहानियां कही नहीं गई।

मीडिया में जाने के सपने को लेकर आगे गायिका ने कहा, जब मैं एक छोटी लड़की थी, तो मैं केवल मीडिया में मुझे देखना चाहती थी। अपने पर्सनल अनुभव को लेकर गायिका का कहना था कि, कोई मेरे जैसी मोटी है। मेरे जैसी काली। मेरी तरह सुंदर। अगर मैं वापस जा कर लिजो को कुछ बता सकती हूं, तो मुझे पसंद आएगा। एक साल पहले, ये महिलाएं इस टेलीविजन शो की शूटिंग कर रही थीं जिसने इनके जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया। वे एमी पुरस्कार विजेता सुपरस्टार हैं जो विश्व भ्रमण पर जा रहे हैं! मेरे बिग गर्ल्स के लिए मैं कुछ कहना चाहूंगी जोर से, मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं। लिज़ो वॉच आउट फॉर द बिग ग्र्ल्स (अमेजॅन प्राइम वीडियो) की प्रतिस्पर्धा द अमेजिंग रेस’ (सीबीएस), नेल्ड इट! (नेटफ्लिक्स) से थी।

रिलायंस जियो ने ₹750 वाले प्लान को सस्ता किया 

रिलायंस जियो ने ₹750 वाले प्लान को सस्ता किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। रिलायंस जियो ने अपने 750 रुपये वाले प्लान को सस्ता कर दिया है। कंपनी ने इस प्लान को अगस्त में लॉन्च किया था। अब इस प्लान की प्लान की कीमत 749 रुपये हो गई है। 1 रुपये का प्राइस कट देने के बाद भी कंपनी ने प्लान में मिलने वाले बेनिफिट्स में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है। अब इसमें यूजर्स को 100MB फ्री अडिशनल डेटा नहीं मिलेगा, जो कंपनी 750 रुपये में ऑफर किया करती थी। आइए डीटेल में जानते हैं कि कंपनी अब इस प्लान में क्या-क्या बेनिफिट ऑफर कर रही है ?

जियो का यह प्लान 90 दिन चलता है। प्लान में इंटरनेट यूज करने के लिए कंपनी हर दिन 2जीबी के हिसाब से टोटल 180जीबी डेटा दे रही है। प्लान में आपको देश भर में सभी नेटवर्क के लिए अनलिमिटेड कॉलिंग और 100 फ्री एसएमएस भी मिलेंगे। जियो का यह प्लान यूजर्स को जियो टीवी और जियो सिनेमा जैसे जियो ऐप्स का फ्री सब्सक्रिप्शन भी देता है। 749 रुपये से कम में जियो अपने यूजर्स को 719, 533, 299 और 249 रुपये वाले प्लान ऑफर कर रहा है। इन सभी प्लान में आपको इंटरनेट चलाने के लिए हर दिन 2जीबी डेटा मिलेगा। सभी प्लान फ्री कॉलिंग बेनिफिट और डेली 100 फ्री एसएमएस के साथ आते हैं। प्लान्स में दी जाने वाले वैलिडिटी अलग-अलग है।

जियो का 719 रुपये वाला प्लान 84 दिन की वैलिडिटी के साथ आता है। वहीं, 533 रुपये वाले प्लान में कंपनी 56 दिन की वैलिडिटी ऑफर कर रही है। 299 रुपये वाले प्लान की बात करें तो यह 28 दिन की सर्विस ऑफर करता है। अगर आप 249 रुपये वाले प्लान से रिचार्ज कराएंगे तो आपको 23 दिन तक रोज 2जीबी डेटा और फ्री कॉलिंग का मजा मिलेगा।

राजनीति: कमलनाथ ने बीजेपी पर जुबानी हमला बोला 

राजनीति: कमलनाथ ने बीजेपी पर जुबानी हमला बोला 

मनोज सिंह ठाकुर 

भोपाल/इंदौर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कमलनाथ ने एक बार फिर बीजेपी पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने आपको निक्कर से क्यों जोड़ती है, अगर आप (बीजेपी) निक्कर पहन लें तो क्या आप BJP के हो गए..क्या सब BJP निक्कर पहनते हैं? जो सफलता भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी को मिल रही है उससे ये लोग ध्यान मोड़ना चाहते हैं। बता दें कि कांग्रेस ने सोमवार को खाकी निक्कर में आग लगी होने की एक तस्वीर ट्वीट की और कहा कि देश को नफरत की बेड़ियों से मुक्त होना है, जिस पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने आरोप लगाया कि मुख्य विपक्षी दल हिंसा के लिए उकसा रहा है।

उल्लेखनीय है कि खाकी निक्कर कुछ समय पहले तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक का ड्रेसकोड हुआ करता था। अब आरएसएस के स्वयंसेवक फुलपैंट पहनते हैं।कांग्रेस ने खाकी निक्कर में आग लगे होने की तस्वीर साझा करने के साथ ही लिखा, नफरत की बेड़ियों से देश को मुक्त कराना है और भाजपा-आरएसएस द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई करनी है। एक-एक कदम करके हम अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे। उसने भारत जोड़ो यात्रा के लोगो का उपयोग किया और यात्रा के शेष दिनों का उल्लेख करते हुए कहा कि 145 दिन बाकी हैं।

कांग्रेस के इस ट्वीट को लेकर बीजेपी ने उस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि कांग्रेस हिंसा के लिए उकसा रही है और उसकी यात्रा भारत तोड़ो यात्रा है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल ने केरल में आतंकवादियों को इशारा किया कि आरएसएस के पदाधिकारियों को निशाना बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह ट्वीट तत्काल हटाना चाहिए और भारत की संवैधानिक व्यवस्था में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। पात्रा ने दावा किया कि कांग्रेस का आग से बहुत पुराना नाता है तथा उसके सत्ता में रहने के दौरान पंजाब को आग में झोंक दिया गया और 1984 में सिखों को जिंदा जला दिया गया था। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस नेता ने यात्रा के दौरान एक ऐसे विवादित पादरी से मुलाकात की, जिसने हिंदू देवी-देवताओं का कथित तौर पर अपमान किया था।

कांग्रेस के ट्वीट पर आरएसएस ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। आरएसएस के सह सरकार्यवाह रिपीट सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि कांग्रेस नफरत के जरिए लोगों को जोड़ना चाहती है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी की पिछली पीढ़ियों के मन में भी संघ के लिए प्रति घृणा थी। वैद्य ने रायपुर में आरएसएस के तीन दिवसीय समन्वय बैठक के समापन के बाद कहा, वे (कांग्रेस) नफरत के जरिए लोगों को जोड़ना चाहते हैं। क्या आप नफरत के जरिए भारत को एकजुट कर सकते हैं? लंबे समय से उनके मन में हमारे लिए नफरत है। उनकी पिछली पीढ़ियों (बाप-दादा) ने भी आरएसएस को रोकने की कोशिश की, लेकिन हम बढ़ते रहे क्योंकि हमें लोगों का समर्थन प्राप्त था।

उधर, बीजेपी के आरोप पर पलटवार करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि जो लोग नफरत, कट्टरता और पूर्वाग्रह की चिंगारी भड़काते हैं, उन्हें इसका सामना करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।पात्रा ने कहा कि कांग्रेस सरेआम आगजनी और हत्या के लिए भड़का रही है। गांधी परिवार और कांग्रेस की तरफ से उकसाया गया है। उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी अक्सर आग की बात करते हैं और पिछले दिनों उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में आरोप लगाया था कि बीजेपी ने पूरे देश में केरोसिन छिड़क दिया है और सिर्फ एक चिंगारी से आग भड़क सकती है।

पात्रा के अनुसार, अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान राहुल गांधी ने इसी तरह टिप्पणी की थी। उन्होंने सवाल किया कि क्या आप (राहुल) देश में हिंसा चाहते हैं? क्या आप चाहते हैं कि जो लोग भाजपा-आरएसएस की विचारधारा का अनुसरण करते हैं, वे जल जाएं? कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर भाजपा उसके खिलाफ आक्रामक होगी, तो वह डबल आक्रामक हो जाएगी। रमेश ने दावा किया कि भारत जोड़ो यात्रा को जनता से मिले समर्थन से भाजपा घबरा गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नफरत और कट्टरता की राजनीति करती है तथा लोगों को जाति, धर्म, भाषा औेर प्रांत के आधार पर बांटने का काम करती है।

2 विधायकों को 7 साल पुराने केस में दोषी करार दिया

2 विधायकों को 7 साल पुराने केस में दोषी करार दिया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने आम आदमी पार्टी (आप) के दो विधायकों अखिलेश पति त्रिपाठी और संजीव झा को सात साल पुराने मामलें में दोषी करार दिया है। दोनों विधायकों को दंगे भड़काने और पुलिसकर्मियों पर हमले का दोषी पाया गया। दोनों के अलावा मामले में 15 अन्य आरोपियों को भी दोषी करार दिया गया। मामले में अदालत 21 सितंबर को सज़ा सुनाएगी। यह मामला वर्ष 2015 में बुराड़ी पुलिस स्टेशन पर हमले से जुड़ा है।

राउज एवेन्यू कोर्ट स्थित अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट वैभव मेहता की अदालत ने मॉडल टाउन सीट से विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी एवं बुराड़ी से विधायक संजीव झा को दोषी ठहराते हुए कहा कि ये दोनों विधायक पुलिस को सबक सिखाना चाहते थे। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि ये दोनों विधायक ना केवल भीड़ का हिस्सा थे, बल्कि भीड़ को उकसा रहे थे। अदालत ने कहा कि चश्मदीद गवाहों के बयानों के मुताबिक, वह इस तरह का बल प्रदर्शन कर पुलिस को डराने का प्रयास कर रहे थे। अदालत ने इन दो विधायकों के साथ ही 15 अन्य लोगों को भी दोषी करार दिया है।

अभियोजन पक्ष के अनुसार, 20 फरवरी 2015 को ‘आप’ विधायक भीड़ के साथ बुराड़ी पुलिस स्टेशन पहुंचे। वहां उन्होंने कई पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की। उनका आरोप था कि पुलिस अहपरहण के मामले में कार्रवाई नहीं कर रही है। भीड़ पुलिस से मांग कर रही थी कि आरोपियों को उनके सुपुर्द कर दिया जाए। पुलिस द्वारा आरोपियों को ना सौंपे जाने की बात कहे जाने पर विधायकों के नेतृत्व वाली भीड़ थाने पर हमला बोल दिया।

बचाव पक्ष ने कहा- शांतिपूर्ण था प्रदर्शन...
इस मामले की सुनवाई के दौरान ‘आप’ विधायकों के वकील ने कहा कि जिस प्रदर्शन को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया, वह शांतिपूर्ण था। बचाव पक्ष के वकील का कहना था कि उनके मुवक्किल विधायक भीड़ को शांत करने वहां पहुंचे थे। अपनी इस दलील को लेकर विधायकों की तरफ से 14 बचाव के गवाह पेश किए गए। इन गवाहों का कहना था कि पुलिस स्टेशन पर हमले से पहले ही विधायक वहां से चले गए थे, जबकि अदालत ने बचाव पक्ष की इन दलीलों एवं गवाहों के बयानों को खारिज करते हुए कहा कि बचाव पक्ष के गवाहों के बयानों में विरोधाभाष था।
अदालत ने यह भी कहा कि संजीव झा के बयानों में भी विरोधाभाष पाया गया। अदालत ने यह भी आरोपी विधायक द्वारा व बचाव पक्ष के गवाहों द्वारा दिए गए बयानों में सबसे बड़ा विरोधाभाष समय को लेकर था। विधायक ने घटनास्थल से जाने का जो समय बताया, उसके उलट गवाहों ने दूसरा समय बताया।

पुलिस ने साबित किया अपराध...
अदालत ने पूरे मामले पर सुनवाई करते हुए पाया कि पुलिस ने आरोपी विधायक झा व त्रिपाठी पर आरोप साबित करने में सफलता पाई। पुलिस ने यह प्रमाणित किया कि घटना के समय दोनों विधायक वहां मौजूद थे। यहां तक की भीड़ को भड़काने में भी उनकी अहम भूमिका थी।

विधायकों के अलावा ये लोग भी ठहराए गए दोषी...
अदालत ने दोनों विधायकों के अलावा बलराम झा, श्याम गोपाल गुप्ता, किशोर कुमार, ललित मिश्रा, जगदीश चन्द्र जोशी, नरेंद्र सिंह राव, नीरज पाठक, राजू मलिक, अशोक कुमार, रवि प्रकाश झा, इस्माइल इस्लाम, मनोज कुमार, विजय प्रताप सिंह, हीरा देवी व यशवंत को भी दोषी ठहराया है। हालांकि, इसके अलावा दस आरोपियों को बरी किया है। अदालत ने इसम मामले में सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाने व आपराधिक साजिश के आरोपों को खारिज कर दिया है।

इन अपराधों में ठहराए गए दोषी...
अदालत ने ‘आप’ विधायकों और और अन्य को दंगा फैलाने, सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने, सरकारी कर्मचारी को चोट पहुचांने और गैरकानूनी तरीके से एकत्रित होने के लिए दोषी पाया है।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...