सोमवार, 29 अगस्त 2022

नालों व सड़कों की साफ-सफाई व्यवस्था का निरीक्षण 

नालों व सड़कों की साफ-सफाई व्यवस्था का निरीक्षण 

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने सोमवार सुबह 7 बजे नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह के साथ देवरिया शहर के नालों और सड़कों की साफ-सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। सोमवार सुबह कृषि मंत्री का काफिला सबसे पहले कचहरी चौराहा पहुंचा। उसके बाद देवरिया बस स्टैंड पहुंचकर कृषि मंत्री ने साफ-सफाई की जमीनी हकीकत का निरीक्षण किया। कृषि मंत्री ने भटवलिया चौराहा,रुद्रपुर मोड़ होते हुए हरेकृष्ण द्वार रामनाथ देवरिया चौराहा पुलिस लाइन चौराहा, सिंचाई विभाग चौराहा, मारवाड़ी चौराहा, जलकल रोड, मोतीलाल रोड, कसया ढाला होते हुये भीखमपुर रोड, रागिनी मोड़, गायत्री मन्दिर रोड,सोमनाथ मंदिर रोड, पुरवा चौराहा,को-आपरेटिव चौराहा होते हुए रामलीला मैदान तथा हनुमान मन्दिर चौराहा पहुंच साफ-सफाई व्यवस्था को देखा और इसे और बेहतर करने के लिए ईओ नगर पालिका रोहित सिंह को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि सफाईकर्मी नियमित रूप से अपने काम को करें, यह सुनिश्चित किया जाए। सरकार की प्राथमिकता है कि जनता को स्वच्छ परिवेश मिले और उसे जल जमाव की समस्या से न जूझना पड़े। इसके लिए शहर की सड़कों और नालों की साफ-सफाई रोजाना हो और पालिका के सक्षम अधिकारी रोज इसका निरीक्षण करें। इसमें किसी भी प्रकार की प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही होगी। इस दौरान भाजपा मीडिया प्रभारी अम्बिकेश पाण्डेय, एडवोकेट अमित कुमार दूबे उपस्थित थे। बालाजी मन्दिर पहुचे कृषि मंत्री देवरिया नगर की साफ-सफाई की व्यवस्था का हाल जानने निकले। कृषि मंत्री निरीक्षण के दौरान बालाजी मन्दिर पहुंच दर्शन-पूजन किया, तत्पश्चात मंदिर के महन्त रामानुजाचार्य से मुलाकात कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की।

छात्राओं को जागरूक कर नंबर की जानकारी दी 

छात्राओं को जागरूक कर नंबर की जानकारी दी 


छात्राओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर हेल्पलाइन नंबर की दी जानकारी

गोपीचंद 

बागपत। सोमवार को सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वावधान में  जोहड़ी गांव स्कूल में जाकर लड़कियों को सैनेट्री पैड्स देकर जागरूक किया गया। लड़कियो को महिला हेल्पलाइन नंबर की जानकारी भी दी। इसी के साथ-साथ शालू गुप्ता ने छात्राओं को बताया, कि वे पीरियडस के समय में अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ स्वच्छता का ख्याल भी रखें। यह सब जानकर लड़कियों ने सेनेटरी पैड के इस्तेमाल के लिए संकल्प लिया ओर रूढ़िवादी सोच को बदलने में साथ देने का वादा किया।

वंदना गुप्ता ने बताया, कि हमारा उद्देश्य छात्राओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति उनकी सोच बदलने का है। छात्राएं अपने स्वास्थ्य के प्रति कोई भी लापरवाही ना करें। इस मौके पर अध्यक्ष वंदना गुप्ता, उपाध्यक्ष शालू गुप्ता, रेनू गुप्ता, ममता शर्मा मौजूद रहें।

लोनी के केआर हॉस्पिटल में मिली 'अनियमितता'

लोनी के केआर हॉस्पिटल में मिली 'अनियमितता' 

दीपक राणा

गाजियाबाद। लोनी के खन्ना नगर पुलिस चौकी के पास केआर हॉस्पिटल में संयुक्त टीम के द्वारा छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान प्रशासनिक टीम ने अनियमितता देखी। जानकारी के अनुसार सोमवार को केयर हॉस्पिटल में प्रबंधक-संचालक रविंद्र चौधरी की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा तहसीलदार शिव नरेश सिंह के नेतृत्व में अचानक जांच एवं निरीक्षण किया गया। जांच के दौरान हॉस्पिटल मे अल्ट्रासाउंड मशीन मौजूद थी। लेकिन चिकित्सक मौके पर नहीं पाए गए।

योग्य चिकित्सक की अनुपस्थिति में अल्ट्रासाउंड के द्वारा अल्ट्रासाउंड किए गए। खास बात यह है अल्ट्रासाउंड कक्ष के बाहर चिकित्सक के नाम की नेम प्लेट एवं समय नहीं दर्शाया गया है। वहीं, अल्ट्रासाउंड मशीन के दुरुपयोग को ध्यान में रखते हुए लोनी उप जिला अधिकारी के आदेश अनुसार तहसीलदार एवं नोडल अधिकारी डॉ चरण सिंह व उमेश कुमार गुप्ता  के द्वारा अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया गया है।

स्पीकर समेत 3 नेताओं का पार्टी से इस्तीफा, ऐलान 

स्पीकर समेत 3 नेताओं का पार्टी से इस्तीफा, ऐलान 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्र सरकार में मंत्री रहने के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस को छोड़कर जाने के बाद नेताओं के भीतर कांग्रेस से इस्तीफा देकर बाहर जाने की होड लग गई है। कांग्रेस के कई और नेताओं ने अपनी पार्टी को अलविदा कहते हुए हाथ का साथ छोड़ दिया है। कश्मीर के पूर्व डिप्टी स्पीकर समेत कांग्रेस के तीन नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। सोमवार को जम्मू कश्मीर में कांग्रेस के तीन और नेताओं ने पार्टी को अलविदा कहते हुए कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है। पूर्व डिप्टी स्पीकर गुलाम हैदर मलिक समेत कांग्रेस के तीन और नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में खुलकर सामने आते हुए कांग्रेस से इस्तीफा देकर बाहर जाने का ऐलान किया है। गुलाम नबी आजाद के करीबी सहयोगी एवं पूर्व मंत्री रहे जीएम सरूरी, विधायक मलिक एवं पूर्व एमएलसी सुभाष गुप्ता ने पार्टी के आलाकमान को अपने अलग-अलग इस्तीफे भेजे हैं।

उधर बताया जा रहा है कि पूर्व डिप्टी सीएम ताराचंद, पूर्व मंत्री अब्दुल मजीद वानी, मनोहर लाल शर्मा और घरूराम तथा पूर्व विधायक बलवान सिंह ने भी राजधानी दिल्ली में गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की है और वह मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद गुलाम नबी आजाद के प्रति अपनी वफादारी का ऐलान कर सकते हैं।

मामलों को सूचीबद्ध करने हेतु नया तंत्र विकसित होगा

मामलों को सूचीबद्ध करने हेतु नया तंत्र विकसित होगा

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) उदय उमेश ललित ने सोमवार को कहा कि मामलों को सूचीबद्ध करने के लिए एक नया तंत्र जल्द ही विकसित किया जाएगा। न्यायमूर्ति ललित ने वकीलों से यह भी कहा कि वे अपने मामलों की त्वरित सुनवाई के लिए रजिस्ट्रार के समक्ष मेंशनिंग (उल्लेख) करें, न कि सीजेआई के अदालत कक्ष में। सीजेआई ने कहा कि हमारे पास बृहस्पतिवार तक एक नया तंत्र होगा। तब तक, हम इसे चैंबर में देखेंगे और यदि आवश्यक हुआ तो हम इसे सूचीबद्ध करेंगे। मामले की मेंशनिंग के लिए, हम रजिस्ट्रार के सामने उल्लेख करने की मूल प्रथा पर वापस जाएंगे।

प्रधान न्यायाधीश की यह टिप्पणी उस वक्त आई जब सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ के समक्ष मामलों का उल्लेख करने के तंत्र के बारे में जानना चाहा। सीजेआई की अध्यक्षता वाली पीठ ने जैसे ही आज की कार्यवाही शुरू की, मेहता ने न्यायमूर्ति ललित का स्वागत किया और उन्हें सरकार की ओर से पूर्ण समर्थन मिलने का आश्वासन दिया। वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे ने भी पूरे बार की ओर से सीजेआई को शुभकामनाएं दीं। शीर्ष अदालत के समक्ष आज 60 जनहित याचिकाओं सहित 900 याचिकाएं सूचीबद्ध की गयी थीं, जिनमें विद्यालयों में हिजाब पहनकर आने की मनाही संबंधी कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ अपील भी शामिल हैं। उच्च न्यायालय ने कहा था कि महिलाओं का हिजाब पहनना इस्लाम में धार्मिक परम्परा का एक अनिवार्य हिस्सा नहीं है। न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट के साथ पीठ की अध्यक्षता कर रहे सीजेआई ललित ने 62 याचिकाओं पर सुनवाई की, जिनमें से 10 जनहित याचिकाएं थीं।

न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश उदय उमेश ललित ने शनिवार को भारत के 49वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी। बतौर सीजेआई, न्यायमूर्ति ललित का कार्यकाल महज 74 दिनों का ही होगा और 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर वह आठ नवंबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। न्यायमूर्ति ललित के बाद दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ नये सीजेआई बन सकते हैं। न्यायमूर्ति ललित भारत के छठे प्रधान न्यायाधीश होंगे, जिनका कार्यकाल 100 दिनों से कम होगा। बतौर सीजेआई न्यायमूर्ति कमल नारायण सिंह का कार्यकाल सबसे छोटा महज 18 दिनों का था।

उन्होंने 25 नवंबर, 1991 और 12 दिसंबर, 1991 के बीच बतौर सीजेआई अपनी सेवा दी थी। न्यायमूर्ति एस. राजेन्द्र बाबू (दो मई से 31 मई, 2004 तक) 30 दिन, न्यायमूर्ति जे. सी. शाह (17 दिसम्बर, 1970 से 21 जनवरी, 1971 तक) 36 दिन सीजेआई पद पर रहे थे। न्यायमूर्ति जी बी पटनायक का कार्यकाल 41 दिन (आठ नवम्बर से 18 दिसम्बर 2002 तक) और न्यायमूर्ति एल एम शर्मा का कार्यकाल 86 दिन (नवम्बर 1992 से 11 फरवरी 1993 तक) रहा।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बुरी तरह गिरा 'रुपया'

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बुरी तरह गिरा 'रुपया' 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया एक बार फिर से बुरी तरह गिर गया है। शुरुआती कारोबार में 31 पैसे टूटा रुपया अभी तक सबसे निचले स्तर पर फिसल गया है। शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया 80.15 रुपए पर बाजार में कारोबार करता हुआ दिखाई दिया है। सोमवार को भारतीय रुपए में एक बार फिर से बडी गिरावट आ गई है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले शुरुआती कारोबार में 31 पैसे टूटा रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। शुरुआती कारोबार में भारतीय रूपया 80.15 पर कारोबार करता हुआ दिखाई दिया।

माना जा रहा है कि ग्लोबल मार्केट में अमेरिकी मुद्रा की मजबूत होती स्थिति और कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तेजी बने रहने की वजह से रुपए में यह गिरावट दर्ज की गई है। यदि अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार की बात करें तो उसमें रुपया डॉलर के मुकाबले 80.10 पैसे पर खुला और बाद में इसमें और गिरावट आ गई। जिसके चलते रुपया 80.15 पैसे पर पहुंच गया। जहां पिछले हफ्ते की क्लोजिंग के मुकाबले आज 31 पैसे की कमजोरी दर्ज की गई है। यदि शुक्रवार की बात करें तो पिछले कारोबारी हफ्ते में रुपया डालर के मुकाबले 79.84 पैसे पर बंद हुआ था।

आर्थिक रूप से कमजोर तबकों का ख्याल, अनुरोध  

आर्थिक रूप से कमजोर तबकों का ख्याल, अनुरोध  

अखिलेश पांडेय 

कोलंबो। गंभीर आर्थिक संकट में फंसे श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने ने दौरे पर आई अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की टीम से कर्ज के बोझ से दबे अपने देश के आर्थिक रूप से कमजोर तबकों का ख्याल रखने का अनुरोध किया है। गुणवर्धने ने श्रीलंका के दौर पर आई मुद्राकोष की टीम से मुलाकात के दौरान यह अनुरोध किया कि आर्थिक रूप से कमजोर समूहों के हितों का ध्यान रखा जाए ताकि वे जरूरी चीजों के लिए दूसरों पर निर्भर न रहें।

विदेशी मुद्रा के अभाव में जरूरी सामान की खरीद भी नहीं कर पाने वाले श्रीलंका को राहत पैकेज देने पर चर्चा के लिए आईएमएफ की टीम इस समय श्रीलंका के दौरे पर है। इसी क्रम में इस टीम के सदस्यों ने प्रधानमंत्री कार्यालय में गुणवर्द्धने से मिलकर चर्चा की। रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंकाई प्रधानमंत्री ने आईएमएफ की टीम को अपने देश की आर्थिक चुनौतियों से अवगत कराने के साथ सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी। आईएमएफ की इस टीम के प्रमुख पीटर ब्रेयर ने कहा कि उनकी टीम सरकार के अलावा विपक्ष एवं अन्य समूहों के साथ चर्चा करेगी और वाशिंगटन स्थित अपने मुख्यालय को जमानी हालात के बारे में रिपोर्ट भेजेगी।

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज।‌ उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं बाल सम्मान कोष अंतर्गत जनपद ...