रविवार, 21 अगस्त 2022

अपना घर आश्रम में पहुंचा सारथी परिवार: फाउंडेशन 

अपना घर आश्रम में पहुंचा सारथी परिवार: फाउंडेशन 


सारथी वेलफेयर फाउंडेशन ने अपना घर आश्रम में किया सहयोग

गोपीचंद/भानु प्रताप उपाध्याय 

बागपत। रविवार को सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वाधान में सारथी परिवार अपना घर आश्रम अमीनगर सराय बागपत में पहुंचा। वहां जाकर अपना घर आश्रम में रहने वाले सभी सदस्यों को भोजन कराया, उनके साथ समय व्यतीत किया। साथ ही उनके हाल-चाल भी जाने और सभी सारथी परिवार के सदस्यों ने उनके साथ बहुत सारी बातें भी की। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के सदस्य अनिल अरोरा ने बताया कि वृद्धों के साथ-साथ मानसिक व अहसहाय लोगों को इस आश्रम में रखा जा रहा है। देखने से पता लगता है, आश्रम में ऐसे बेसहारा लोगों की सेवा की जाती है। आदित्य भारद्वाज और शिवम तोमर ने आश्रम के मैनेजर से जब बात की, तो पता चला कि यहां पर उन सभी लोगों को व्यवस्था दी जाती है।

जिनके पास रहने खाने पीने की व्यवस्था नहीं है। आश्रम में खाने के साथ-साथ नाश्ते की व्यवस्था भी की गई है। प्रवीण कुमार और संजय गुप्ता ने वहां जाकर जाना कि 24 घंटे मेडिकल की सुविधा भी उन लोगों के लिए उपलब्ध है, जिससे आश्रम में रहने वाले लोगों को किसी भी सदस्य को कोई भी तकलीफ का सामना ना करना पड़े। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन विकास गुप्ता ने बताया की हमारा  सारथी वेलफेयर फाउंडेशन का पूरा परिवार बाहर से आने वाले लोगों से मिला उनको देखकर सबका मन भावुक हो गया। इस मौके पर सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष वन्दनागुप्ता उपाध्यक्ष शालू गुप्ता ने आश्रम के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की पूरी टीम ने भोजन खिलाकर उनके साथ समय व्यतीत किया।

नुक्कड़ सभा के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक किया 

नुक्कड़ सभा के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक किया 


महंगाई के विरोध में नुक्कड़ सभा के माध्यम से विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा ने किया लोगों को जागरूक

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। महंगाई के विरोध में रविवार को धरसीवां विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा के द्वारा ग्राम पंचायत देवरी में नुक्कड़ सभा के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक किया और देश लगातार बढ़ रही महंगाई का विरोध किया और ग्रामीण जनों को जागरूक किया कहा जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है, तब से लगातार महंगाई आसमान छू रही है। चाहे, वह पेट्रोल-डीजल के दाम हो या फिर खाने का तेल या गैस सिलेंडर सभी का दाम लगातार आसमान छू रहा है, जिससे आमजन को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस महंगाई के विरोध में आज चौपाल नुक्कड़ सभा के माध्यम से लोगों को जागरूक किया और कहा कि जिस प्रकार अंग्रेजो के द्वारा टैक्स लगाया जाता था। ठीक उसी प्रकार आज आजादी के 75 साल बाद दूध अनाज चावल दाल गेहूं शक्कर पर जीएसटी लिया जा रहा है, जिससे आम गरीब किसान मजदूर वर्ग रविवार को परेशानियों का सामना कर रहा है।

इस नुक्कड़ सभा में आज प्रमुख रूप से ब्लाक अध्यक्ष दुर्गेश वर्मा, देवरी सरपंच अशोक,  धरसीवा उपसरपंच साहिल खान, उपसरपंच सौम्य वर्मा ,सेक्टर प्रभारी तुकाराम साहू, हृदय राम साहू, जनपद सदस्य वैसाखू साहू, उपाध्यक्ष रोशन पुरी गोस्वामी, सेक्टर प्रभारी आशीष वर्मा ,सरपंच अजय कुर्रे , बूथ  प्रभारी राजीव युवा मितान के अध्यक्ष जय साहू, महेंद्र साहू देवरी, रवि लहरी सहित ग्रामीण जन एवं कार्यकर्ता भारी संख्या में अन्य लोग उपस्थित रहे।

जर्नल ने ‘टोमैटो फ्लू’ वायरस को लेकर चेतावनी दी 

जर्नल ने ‘टोमैटो फ्लू’ वायरस को लेकर चेतावनी दी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। लैंसेट जर्नल ने ‘टोमैटो फ्लू’ वायरस को लेकर चेतावनी दी है, जिससे भारत के कुछ हिस्सों में बच्चे प्रभावित हुए हैं। संक्रमण का नाम ‘टोमैटो फ्लू’ (Tomato Flu) इसलिए पड़ा। क्योंकि, इसमें मरीज़ के शरीर पर लाल व दर्दनाक फफोले होते हैं जो धीरे-धीरे टमाटर के आकार तक बढ़ जाते हैं। जर्नल के मुताबिक, वायरस ‘बहुत संक्रामक’ है, लेकिन जानलेवा नहीं है।लैंसेट स्टडी में कहा गया है कि जिस तरह हम कोविड -19 की चौथी लहर के संभावित खतरे से निपट रहे हैं, उस हालात में एक नया वायरस, जिसे टोमैटो फ्लू के रूप में जाना जाता है, भारत में केरल राज्य में 5 साल से कम उम्र के बच्चों में दिखाई दिया है। देश में टोमैटो के फ्लू के 100 से ज्यादा मामले आ चुके हैं। अकेले केरल में 82 केस मिल चुके हैं। डॉक्टरों ने पूरे देश में इस बीमारी को लेकर चेतावनी जारी की है। ये चेतावनी खासकर के केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के लोगों के लिए है।

बता दें कि दो महीने पहले 6 मई को केरल में इसके मरीज मिले थे। केरल के बाद ओडिशा में भी इसके मामले पाए गए हैं। लैंसेट रेस्पिरेटरी जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, भुवनेश्वर में 26 बच्चों के संक्रमित पाए गए हैं। 20 अगस्‍त 2022 तक केरल, तमिलनाडु और ओडिशा में इस वायरस के फैलने की खबर है। इस बीमारी के लक्षण 1 से 5 साल के बच्चों में देखे गए हैं। यह हाथ, पैर और मुंह में होने वाली बीमारी है। लैंसेट स्टडी में बताया गया है कि टोमैटो फ्लू के लक्षण कोविड -19 वायरस के समान ही होते हैं। लेकिन, यह वायरस SARS-CoV-2 से संबंधित नहीं है, यह पूरी तरह अलग है। टोमैटो फ्लू बच्चों में चिकनगुनिया या डेंगू बुखार के बाद हो सकता है। इस फ्लू का नाम टोमैटो फ्लू इसलिए है क्योंकि इसमें पूरे शरीर में लाल और दर्द वाले फफोले हो जाते हैं। यह फफोलों का आकार टमाटर के बराबर भी हो सकता है।

क्‍या है टोमैटो फ्लू?

बीमारी का यह नाम कैसे पड़ा?
मेडिकल टर्मिनोलॉजी में टोमैटो फ्लू या टोमैटो फीवर एक तरह की ‘हैंड, फुट एंड माउथ’ बीमारी है। मतलब इसका असर हाथ, पैर और मुंह पर प्रमुखता से दिखाई देता है। रिसर्चर्स के अनुसार टोमैटो फ्लू में त्वचा पर लाल निशान के साथ बड़े बड़े दाने दिखाई देने लगते हैं। लाल फफोले पड़ने से बीमारी का नाम टोमैटो फ्लू रखा गया है।

टोमैटो फीवर के लक्षण...
लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक यह बिमारी एक तरह का वायरल फ्लू है जो ज्यादातर बच्चों में होता है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस बिमारी से ग्रसित बच्‍चों के शरीर में टमाटर जैसे चकत्ते निकल आते हैं। त्वचा में जलन शुरू हो जाती है। मुंह सूखने लगता है और प्यास नहीं लगती है। बच्चों के शरीर में पानी की कमी होने लगती है जिसके कारण यह बिमारी और गंभीर हो जाती है। इन सब के अलावा तेज बुखार, बदन दर्द, जोड़ों में दर्द, डिहाइड्रेशन और मुंह में छाले भी इसके लक्षण हैं। हाथों, घुटनों, और कूल्हे का रंग फीका पड़ना भी इस बिमारी की ओर इशारा करता है।

पांच साल तक के बच्चे प्रभावित...
इस बीमारी की खास बात है कि यह पांच साल से कम उम्र के बच्चे को प्रभावित कर रहा है। इसकी वजह से बच्चों की स्किन पर जलन और खुजली होती है। इसके अलावा इस बीमारी से संक्रमित होने पर रोगी बच्चे को तेज बुखार भी आता है। टोमैटो फ्लू से संक्रमित होने वाले बच्चों को डिहाइड्रेशन की समस्या के साथ-साथ शरीर और जोड़ों में दर्द भी गंभीर रूप से होता है।

कैसे रहें इस फ्लू से सतर्क ?
इस बीमारी के बारे में यह बताया गया कि यह जानलेवा नहीं है। ऐसे में मृत्यु सर फिलहाल शून्य है। हालांकि इस बीमारी के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय का भी कोई बयान नहीं आया है। लेकिन लक्षणों की समय पर पहचान और संक्रमित को आइसोलेट कर इस इसे आसानी से काबू किया जा सकता है। इसलिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है। इसमें कम इम्यूनिटी वाले बच्चों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।

साफ-सफाई और खानपान का ध्यान रखें...
टोमैटो फ्लू के लक्षण ही बच्चे को एक अच्छे डॉक्टर को दिखाएं। इस बात का ध्यान रखना होगा कि बच्चा खुजली न करे और उसकी साफ-सफाई ठीक ढंग से होनी चाहिए। उसे ठीक तरीके से आराम करने दें और समय-समय पर पानी पिलाते रहें। सबसे खास बात यह भी है कि इम्यूनिटी मजबूत रखें।

युद्ध: बड़ी संख्या में लोगों के बेरोजगार होने का खतरा

युद्ध: बड़ी संख्या में लोगों के बेरोजगार होने का खतरा

सुनील श्रीवास्तव 

बर्लिन/मेकेनहेम। रूस-यूक्रेन युद्ध के छ: महीने पूरे होने के बीच यूरोपीय देशों में रूस से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बाधित होने से कई छोटी एवं मझोली कंपनियां बंदी की कगार पर पहुंच गई हैं। इस वजह से बड़ी संख्या में लोगों के बेरोजगार होने का खतरा भी पैदा हो गया है। रूस-यूक्रेन युद्ध के छ: महीने बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके विनाशकारी परिणाम नजर आने लगे हैं।

विश्लेषकों का मानना है कि तनावपूर्ण हालात में सुधार नहीं हुआ तो आगे स्थिति और भी बिगड़ सकती है। इस युद्ध की वजह से न केवल प्राकृतिक गैस बहुत अधिक महंगी हो गई है, बल्कि इसकी उपलब्धता पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। यदि रूस पश्चिमी प्रतिबंधों का बदला लेने के लिए यूरोप को आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर देता है तो आने वाली सर्दियों में यूरोपीय देशों की परेशानी और भी बढ़ जाएगी। जर्मनी की जस्ता कंपनियों के संघ के प्रमुख मार्टिन कोप ने कहा कि यदि गैस आपूर्ति में कटौती हुई तो सारे उपकरण बेकार हो जाएंगे।

दुनिया भर में सरकारें, व्यवसाय और परिवार युद्ध के आर्थिक प्रभावों को महसूस कर रहे हैं। बढ़ती मुद्रास्फीति और ऊर्जा लागत बढ़ने से यूरोप मंदी की कगार पर पहुंच गया है। कई यूरोपीय देशों में मुद्रास्फीति कई दशकों के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। उच्च खाद्य कीमतों से विकासशील दुनिया में व्यापक भूख और अशांति पैदा हो सकती है। रूस और यूक्रेन से उर्वरक तथा अनाज निर्यात बाधित होने से हालात खराब हो गए हैं। इस बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने एक साल से कम समय में चौथी बार वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अपने पूर्वानुमान को घटा दिया है।

पूर्व राष्ट्रपति को अपनी 'मातृभूमि' लौटने का अधिकार 

पूर्व राष्ट्रपति को अपनी 'मातृभूमि' लौटने का अधिकार 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

कोलंबो। श्रीलंका के मुख्य विपक्षी दल समागी जना बालवेगया (एसजेबी) ने कहा है कि देश के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को देश लौटने का अधिकार है, लेकिन धन के दुरुपयोग के आरोपों के लिए उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें कानूनी छूट नहीं है। राजपक्षे (73) देश छोड़कर चले गए हैं और देश की अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन के लिए सरकार के खिलाफ हुए विद्रोह के कारण उन्होंने पिछले महीने इस्तीफा दे दिया था। एसजेबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अजीत पी. परेरा के हवाले से बताया, ‘‘गोटबाया राजपक्षे इस देश के नागरिक हैं और उन्हें अपनी मातृभूमि लौटने का अधिकार है।

इस अधिकार से कोई इनकार नहीं कर सकता। लेकिन, धन के दुरुपयोग के आरोपों के लिए उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।’’ श्रीलंका का संविधान पूर्व राष्ट्रपतियों को व्यक्तिगत सुरक्षा और कर्मचारियों के साथ एक कार्यालय सहित विशेषाधिकार देता है। परेरा ने शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘उनके खिलाफ अपने माता-पिता के स्मारक के लिए राजकीय कोष को कथित रूप से खर्च करने का मामला था। उन्हें मुकदमे का सामना करना होगा और दोषी पाए जाने पर दंडित किया जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें संविधान के अनुसार कानूनी छूट नहीं है।’’

एसजेबी ने राजपक्षे की सरकार पर भारत द्वारा प्रदान की गई एक अरब अमेरीकी डॉलर की ऋण सुविधा का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है, जो कि वित्तीय सहायता के तहत नकदी की कमी वाले राष्ट्र को अपने अभूतपूर्व आर्थिक संकट से निपटने में मदद करने के लिए दी गई थी। बृहस्पतिवार की एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजपक्षे अमेरिका के ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं क्योंकि वह अपनी पत्नी लोमा राजपक्षे के अमेरिकी नागरिक होने के कारण आवेदन करने के योग्य हैं। राजपक्षे ने 2019 का राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए अपनी अमेरिकी नागरिकता त्याग दी थी।

समाज को जागृत, एकीकृत करने का काम: आरएसएस

समाज को जागृत, एकीकृत करने का काम: आरएसएस 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सरसंघचालक मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समाज को जागृत एवं एकीकृत करने का काम कर रहा है। ताकि भारत सम्पूर्ण विश्व के लिये एक ‘आदर्श समाज’ के रूप में उभर सके। भागवत ने कहा कि लोगों को समाज की सेवा के लिये सामुदायिक भाव के साथ आगे आना चाहिए, व्यक्तिगत रूप से नहीं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दिल्ली इकाई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने संघ के स्वयंसेवकों द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कल्याण कार्यो का उल्लेख किया।सरसंघचालक ने कहा, संघ, समाज को जागृत एवं एकीकृत करने के लिये तथा एक इकाई के रूप में अधिक संगठित करने के लिये काम कर रहा है ताकि भारत सम्पूर्ण विश्व के लिये एक ‘आदर्श समाज’ के रूप में उभर सके। उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता के लिये समाज के विभिन्न वर्गो से अनेक विभूतियों ने योगदान एवं बलिदान दिया।

भागवत ने कहा कि भारतीयों का डीएनए और बुनियादी स्वभाव है कि वे समाज के रूप में सोचते हैं, व्यक्तिगत रूप से नहीं तथा हमें इन्हें और प्रोत्साहित करने की जरूरत है। कल्याण कार्यो का उल्लेख करते हुए भागवत ने कहा कि संघ के स्वयंसेवक बिना व्यक्तिगत हितों पर ध्यान दिये हुए सम्पूर्ण समाज के लिये काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें कल्याण कार्य करते समय ‘मैं और मेरा’ के भाव से ऊपर उठने की जरूरत है और इससे हमें एक समाज के रूप में विकसित होने में मदद मिलेगी।

किसान यूनियन के नेता टिकैत को हिरासत में लिया

किसान यूनियन के नेता टिकैत को हिरासत में लिया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को हिरासत में ले लिया गया है। बताया जा रहा है कि वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर सोमवार को होने वाले किसान संगठनों के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आ रहे थे। वहीं, इस प्रदर्शन से पहले दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। दिल्ली-हरियाणा टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए हैं। दरअसल सोमवार को किसानों ने यहां प्रदर्शन का ऐलान किया है, जिसके लिए वे कल राष्ट्रीय राजधानी पहुंचना शुरू कर देंगे।

राकेश टिकैत को दिल्ली पुलिस ने मधु विहार थाने में रखा है। राकेश टिकैत ने ट्वीट कर कहा, ‘सरकार के इशारे पर काम कर रही दिल्ली पुलिस किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती। यह गिरफ्तारी एक नई क्रांति लेकर आएगी। यह संघर्ष अंतिम सांस तक जारी रहेगा। 'ना रुकेंगे, ना थकेंगे, ना झुकेंगे।' सरकार के इशारे पर काम कर रही दिल्ली पुलिस किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती। यह गिरफ्तारी एक नई क्रांति लेकर आएगी।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...