शनिवार, 16 जुलाई 2022

उत्तराखंड: रतूड़ी के नेतृत्व में राज्यपाल को ज्ञापन

उत्तराखंड: रतूड़ी के नेतृत्व में राज्यपाल को ज्ञापन 

पंकज कपूर/श्रीराम मौर्य 

देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल जिला महानगर देहरादून द्वारा पुलिस भर्ती के परिणाम व वरीयता सूची जिलेवार घोषित करने तथा डीएलएड अभ्यर्थियों की काउंसलिंग एवं नियुक्ति जनपदवार घोषित किए जाने के लिए यू के डी पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक बीडी रतूड़ी के नेतृत्व में एक ज्ञापन राज्यपाल को जिलाधिकारी देहरादून के माध्यम से दिया गया। रतूड़ी ने कहा, कि वर्तमान में पुलिस भर्ती प्रक्रिया में जनपद वार कोटा खत्म करने के निर्णय से, पिछड़े एवं दूरदराज के जनपदों के युवाओं के सेवानियोजित होने में कमी आ जाएगी। इसी प्रकार डीएलएड अभ्यर्थियों की काउंसलिंग तथा नियुक्ति राज्य स्तर पर की जा रही है। जबकि, रिक्तियां जनपद वार ही निर्धारित है। इस निर्णय से जनपद के युवाओं को सेवा नियोजित होने के कम अवसर मिलेंगे तथा दूसरी ओर जनपदवार रिक्तियों को भरने में भी कमी आने की पूरी संभावनाएं होगी।

अध्यक्ष महानगर दीपक रावत ने कहा कि सरकार द्वारा यह निर्णय युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। उत्तराखंड राज्य की भौगोलिक संरचना के आधार पिछड़े जनपदों के शैक्षिक और सामाजिक आधार आदि कई ऐसी बातें हैं, जिन्हें देखते हुए रोजगार राज्य स्तर पर निर्धारित नहीं किए जा सकते। कार्यकारी जिला अध्यक्ष किरण रावत का कहना है कि शैक्षिक, सामाजिक एवं शारीरिक भिन्नता के आधार पर उत्तराखंड के हर जिले की अपनी अलग-अलग समस्याएं हैं जिन्हें ध्यान में रखते हुए जनपद वार कोटा निर्धारित किया गया था।

वर्तमान सरकार पहाड़ी जिलों युवाओं की अनदेखी कर रही है। ज्ञापन में राज्यपाल से पुलिस चयन प्रक्रिया को जनपदवार निर्धारित करने तथा डीएलएड अभ्यर्थियों की काउंसलिंग एवं नियुक्ति को जनपदवार ही किए जाने की मांग की है। इस अवसर केंद्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय, बहादुर सिंह रावत, सुनील ध्यानी, प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रमिला रावत, प्रदेश युवा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, अशोक नेगी, प्रवीण रमोला, आर शंखधर, जितेंद्र सिंह, विवेक, टीकम सिंह राठौर, रेखा शर्मा, विकास भट्ट, कमलेश नौटियाल, अनुराग पांडे, नीलम रावत, निशा सिंह, सुमित डंगवाल, रविंद्र ममगई, किरण घनशाला, हिमांशु धनाई, दीपक ममगई, रावत, मिथिलेश चौहान,आदि उपस्थित थे।

देवरिया: डीएम ने सभागार में योजनाओं की समीक्षा की

देवरिया: डीएम ने सभागार में योजनाओं की समीक्षा की 

हरिशंकर त्रिपाठी       
देवरिया‌‌। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में वृद्धों के कल्याणार्थ चलाई जा रहीं योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वृद्ध सामाजिक धरोहर एवं अनुभव की खान है। उनके अनुभवों का लाभ पूरे समाज को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं के तहत जनपद में मेहड़ा पुरवा में वृद्धाश्रम का संचालन किया जा रहा। यहाँ रहने वाले वृद्धों का सामाजिक उपयोग होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी जैसवार लाल बहादुर को निर्देशित किया कि वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्ध एकाकी जीवन व्यतीत न करें। उनकी रुचि एवं हुनर के अनुसार गायन, लेखन, वादन एवं बागवानी के अवसर उपलब्ध कराए जाएं। वृद्धों को जनपद के विद्यालयों, धार्मिक एवं सामाजिक उपादेयता बढ़ाने की योजना बनाई जाए।
वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्धों के मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जाए और मनोवैज्ञानिक समय-समय पर शिविर आयोजित कर उनके मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखे। वृद्धों के बारे में स्कूलों एवं कार्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाए। बेघर एवं अपनों के बेरुखी झेल रहे वृद्धों को वृद्धाश्रम पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि वृद्धाश्रम में लब्ध प्रतिष्ठित डॉक्टर का मेडिकल कैंप आयोजित कर वृद्धों के स्वास्थ्य की नियमित जांच भी कराई जाए। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को वृद्ध आश्रम का ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। साथ ही समिति को माह में तीन बार वृद्ध आश्रम का निरीक्षण कर वहां मिल रही सुविधा की जांच करने के लिए आदेशित किया है।

कांग्रेसियों ने धूमधाम से मनाया, तिवारी का जन्मदिन

कांग्रेसियों ने धूमधाम से मनाया, तिवारी का जन्मदिन 

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। अखिल भारतीय कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य व राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी का जन्मदिन कांग्रेसियों ने जीरो रोड स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय पर धूमधाम से मनाया। शनिवार को जिलाध्यक्ष अरुण तिवारी और सुरेश यादव ने पार्टी कार्यालय में पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ केक काटकर और एक दूसरे को मिठाइयां खिलाकर सांसद प्रमोद तिवारी के दीर्घायु होने की कामना की। वहीं, दूसरी ओर परेड ग्राउंड स्थित कुष्ट रोग आश्रम में किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अनिल पाण्डेय ने मरीजों को खाने के सामान के साथ फल बांटकर सांसद प्रमोद तिवारी का जन्मदिन मनाया। इसके साथ ही बड़ी स्टेशन स्थित लाइन शाह बाबा की दरगाह पर कांग्रेस नेता फुजैल हाश्मी ने चादर चढाकर प्रमोद तिवारी के स्वास्थ लाभ की कामना की। इस दौरान शहर अध्यक्ष प्रदीप मिश्र अंशुमन ने कहा की प्रमोद तिवारी का राजनीतिक जीवन बेबाक़ और बेदाग रहा है। वो राजनितिक लोगो के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
इस मौके पर पूर्व विधायक विजय प्रकाश, सुधाकर तिवारी, संजय तिवारी, हरिकेश त्रिपाठी, हसीब अहमद, रजनीश विश्रामदास, विवेक पाण्डेय, रामछबीले मिश्रा, देवी पाण्डेय, राहुल तिवारी, राकेश पटेल, मनोज, सियाराम मौर्य समेत आदि लोग शामिल हुए।

सीएम शिंदे ने 2 शहरों के नाम बदले: महाराष्ट्र

सीएम शिंदे ने 2 शहरों के नाम बदले: महाराष्ट्र
कविता गर्ग
मुंबई। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद शहरों के नाम बदलकर क्रमश: छत्रपति संभाजीनगर और धाराशिव रखे जाने को शनिवार को मंत्रिमंडल की मंजूरी दे दी। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफा देने से ठीक पहले, 29 जून को उनकी अगुवाई वाली पूर्ववर्ती महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार ने इन शहरों के नाम बदलने का फैसला किया था। बहरहाल, 30 जून को शपथ ग्रहण करने वाले शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि ठाकरे नीत सरकार का इन शहरों के नाम बदलने का फैसला अवैध है, क्योंकि उन्होंने यह निर्णय राज्यपाल द्वारा विधानसभा में उन्हें बहुमत साबित करने के लिए कहने के बाद लिया। ठाकरे की अध्यक्षता में पिछले महीने हुई मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने का फैसला किया गया था, लेकिन शिंदे नीत सरकार ने शनिवार को इसके आगे ‘छत्रपति’ जोड़ दिया। इस समय मंत्रिमंडल में केवल दो सदस्य शिंदे और फडणवीस हैं, क्योंकि इसका विस्तार अभी नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि (ठाकरे की अध्यक्षता में हुई) 29 जून की मंत्रिमंडल की बैठक के कार्य विवरण को नई सरकार (शिंदे के नेतृत्व वाली) ने शनिवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी दे दी। बयान में कहा गया है, मंत्रिमंडल द्वारा आज स्वीकृत ताजा प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा, जिसके बाद दोनों शहरों का नाम संभाग, जिला, तालुका, नगर निगम और परिषद स्तर पर बदला जाएगा। मंत्रिमंडल ने प्रस्तावित नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम किसान नेता दिवंगत डी बी पाटिल के नाम पर रखने को भी मंजूरी दे दी। उद्धव ठाकरे नीत पूर्ववर्ती सरकार ने पिछले महीने इस संबंध में भी फैसला किया था। शिंदे के शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह करने के बाद एमवीए सरकार 29 जून को गिर गई थी।

टैक्सी को एक ऐप पर लाया जाए, रोहन खुंटे

टैक्सी को एक ऐप पर लाया जाए, रोहन खुंटे
गीता गोवंडके 
पणजी। गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे ने शनिवार को कहा कि राज्य में सभी टैक्सी को एकल ऐप पर निश्चित रूप से लाया जाना चाहिए, ताकि पर्यटकों को बेहतर अनुभव हो सके। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को नई तकनीक अपनाने की जरूरत है, ताकि परिचालन को सुव्यवस्थित किया जा सके। मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि मौजूदा टैक्सी संचालक के व्यवसाय की रक्षा करने और प्रौद्योगिकी को अपनाने की आवश्यकता है।
मंत्री ने कहा, ‘‘मैं गोवा में सभी टैक्सी को एक साझा ऐप पर उपलब्ध कराने की अवधारणा का समर्थन करता हूं। राज्य सरकार और इस क्षेत्र को पर्यटक टैक्सी सेवा के लिए एक साझा ऐप तैयार करना चाहिए।’’ खुंटे ने कहा कि उन्होंने इस बाबत मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और (राज्य) परिवहन मंत्री मौविन गोडिन्हो से बात की है।
इस साल सितंबर में शुरू होने वाले नये मोपा हवाई अड्डे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को यह जानना होगा कि इस सुविधा के लिए कितनी टैक्सी की आवश्यकता होगी, ताकि तदनुरूप परमिट जारी किए जा सकें।

'बाबा वेंगा' की भविष्यवाणियां सच साबित हुईं

'बाबा वेंगा' की भविष्यवाणियां सच साबित हुईं
अखिलेश पांडेय 
सिडनी/ ढाका। दुनिया में एक से बढ़कर एक भविष्यवक्ता हुए हैं, जिन्हें उनकी भविष्यवाणियों के कारण दुनिया भर में जाना गया। दुनिया के सबसे फेमस भविष्यवक्ताओं की बात की जाए तो सबसे पहले हर किसी की जुबान पर एक ही नाम आता है, वो है 'बाबा वेंगा' दुनिया में अपनी भविष्यवाणियों के कारण प्रसिद्ध हुई बाबा वेंगा की कई भविष्यवाणियां सच साबित हुईं। लेकिन कई गलत भी साबित हुईं। 
वे अपने अनुयायियों को 5079 तक की भविष्यवाणी करके गई थीं। बाबा वेंगा को "बाल्कन के नास्त्रेदमस कहा जाता है। 
उन्होंने 2022 के लिए जो भविष्यवाणियां की थीं, उनमें से दो भविष्यवाणियां लगभग सच साबित हो चुकी हैं। बाबा वेंगा ने यह भी दावा किया था कि 2022 में कुछ देश पानी की कमी से परेशान रहेंगे। यह बात सभी जानते हैं कि पुर्तगाल और इटली जैसे देशों ने अपनी जनता से पानी के उपयोग को कम करने के लिए कहा है। 1950 के दशक के बाद से देश में अभी सबसे अधिक सूखा पड़ रहा है। वहीं इटली में भी 1950 के दशक के बाद से सबसे खराब सूखे से गुजर रहा है। 
बाबा वेंगा ने यह भी भविष्यवाणी की थी कि 2022 में एशियाई देश और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बनेंगे, भूकंप आएगा और सूनामी भी आएगी। यह बात सब जानते हैं कि भारी वर्षा और बाढ़ ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर तबाही मचा दी थी। बांग्लादेश, भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से और यहां तक कि थाईलैंड भी बाढ़ से प्रभावित था। ऐसा लगता है कि यह भविष्यवाणी भी पूरी तरह सटीक साबित हुई है। क्योंकि इस साल इन देशों में भारी बारिश हुई है। पूरी दुनिया में अपनी भविष्यवाणियों के लिए प्रसिद्ध भविष्यवक्ता बाबा वेंगा एक फकीर थीं, जो आंखों से नहीं देख सकती थीं। वे बुल्गारिया की रहने वाली थीं और उन्होंने कई ऐसी भविष्यवाणियां की थीं, जो कि सच साबित हुईं। उनका जन्म 1911 में हुआ था और मात्र 12 साल की उम्र में ही उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। जानकारी के मुताबिक उनकी 85 प्रतिशत भविष्यवाणियां सच हो चुकी हैं, लेकिन उनके कई दावे गलत भी साबित हुए।
1996 में बाबा वेंगा की स्तन कैंसर से उनकी मृत्यु हो गई थी। लेकिन मौत से पहले ही वे सन् 5079 तक की भविष्यवाणी कर चुकी थीं। बाबा वेंगा के मुताबिक सन् 5079 में दुनिया का अंत हो जाएगा। कहा जाता है कि उनके द्वारा की हुई भविष्यवाणियों को कहीं लिखा नहीं गया था, बल्कि इन भविष्यवाणियों को बाबा वेंगा ने अपने अनुयायियों को बताया था। बाबा वेंगा ने 2004 में सुनामी आने की भविष्यवाणी की थी, जो कि सच साबित हुई थी। इसके बाद ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की मौत की भी भविष्यवाणी की थी, जो भी सच साबित हुई थी। बाबा वेंगा ने भविष्यवाणी की थी कि यूएसए (USA) के 44 वें प्रेसिडेंट अश्वेत होंगे और वे वहां के आखिरी प्रेसिडेंट होंगे। इस बारे में उनकी आधी भविष्यवाणी सच निकली क्योंकि अमेरिका के 44 वें राष्ट्रपति बराक ओबामा बने जो कि अश्वेत थे, लेकिन वे आखिरी राष्ट्रपति नहीं थे।

'बूस्टर’ खुराक कोरोना से निपटने के लिए जरूरी

‘बूस्टर’ खुराक कोरोना से निपटने के लिए जरूरी
इकबाल अंसारी
बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि कोविड-19 रोधी टीके की ‘बूस्टर’ खुराक इससे निपटने के लिए जरूरी है क्योंकि महामारी का क्रमिक प्रभाव नुकसानदायक हो सकता है। उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार द्वारा शनिवार से अगले 75 दिन के लिए ‘घर घर दस्तक’ नाम से बूस्टर खुराक लगाने का अभियान शुरू किया गया है।
राज्य में 18 साल से अधिक आयु के लोगों के लिए अगले 75 दिनों तक बूस्टर खुराक देने का अभियान शुरू करते हुए बोम्मई ने कहा, “कोविड-19 का बचा-खुचा प्रभाव तत्काल नहीं जाने वाला। इसका क्रमिक प्रभाव देखने को मिलेगा। इसलिए हमें सभी प्रकार की सतर्कता बरतनी होगी।” मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर देश सही समय पर सही कदम उठाए तो महामारी को नियंत्रण में लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस पर जोर दिया है।
बोम्मई ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महामारी से निपटने के लिए आगे बढ़कर राष्ट्र का नेतृत्व किया और इस अभियान की शुरुआत की। कर्नाटक की ओर से मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने मुफ्त में टीके देकर राज्य को बड़े वित्तीय भार से बचा लिया।

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...