रविवार, 3 जुलाई 2022

निशुल्क जांच एवं परामर्श शिविर में मुफ्त दवाई दी गई

निशुल्क जांच एवं परामर्श शिविर में मुफ्त दवाई दी गई

बृजेश केसरवानी              
प्रयागराज। करैली के साठ फिट रोड स्थित नाज़ हास्पिटल मे डॉ. नाज़ फात्मा द्वारा रविवार को निशुल्क जांच एवं परामर्श शिविर में वरिष्ठ डॉक्टरों की देख-रेख में 354 मरीज़ो की जांच और परामर्श के उपरान्त मुफ्त दवाई दी गई। वहीं, उच्चकोटि की मशीनो से इसीजी, ब्लड शुगर, युरिन इन्फेक्शन, बच्चों महिलाओं व बुज़ुर्ग मरीज़ो का परिक्षण करने के साथ डाक्टरों द्वारा साफ-सफाई व खान-पान के साथ संतुलित आहार व विटामिन और कैलोरी वाले आहार लेने की जानकारी देते हुए व्यायाम करने की नसीहत भी दी गई। 
डॉ. नाज़ फात्मा द्वारा बताया गया कि हॉस्पिटल मे प्रत्येक माह में दो बार समय-समय पर निशुल्क जांच एवं परामर्श शिविर के माध्यम से उन लोगों को चिक्तिसिय सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, जो धनाभाव के कारण अस्पताल मे इलाज नहीं करा पाते और मर्ज़ बढ़ने पर उनहे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और क़र्ज़ के बोझ तले दब जाते हैं। शिविर में डॉ. नाज़ फात्मा ,डॉ. जमशेद अली, डॉ. आरिफा ,डॉ. हरदीप ,डॉ. शाहिदा ,डॉ. अभिषेक कनौजिया, डॉ. आलम ,डॉ. अरशद सिद्दीकी ,डॉ. काशिफ ,अमित यादव ,परवेज़ अन्सारी ,सैय्यद वैस ,प्रबन्धक सैय्यद मोहम्मद अस्करी ,नज़र फात्मा खान ,सना फात्मा ,सारा सिद्दीकी,पूनम, मान ,उमा ,सीमा, रंजीत आदि के साथ अन्य स्टाफ व नर्स मरीज़ो को उत्कृष्ट सेवा देने मे तत्पर रहे।

परिवारवाद-जातिवाद, तुष्टीकरण समाप्त, आवश्यकता

परिवारवाद-जातिवाद, तुष्टीकरण समाप्त, आवश्यकता

इकबाल अंसारी
हैदराबाद। रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देश में सांप्रदायिकता और नकारात्मकता की राजनीति को समाप्त करके सुशासन एवं विकास की राजनीति स्थापित करने के लिए परिवारवाद-जातिवाद और तुष्टीकरण को समाप्त करने की आवश्यकता बताई और कहा कि ऐसा करने पर देश की हर समस्या खत्म हो जाएगी। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में रविवार को पारित ‘राजनीतिक प्रस्ताव’ में यह बात कही गई।
गृह मंत्री अमित शाह ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई एवं असम के मुख्यमंत्री हेमंतविश्व शर्मा ने इसका अनुमोदन किया। प्रस्ताव में गुजरात दंगों को लेकर उच्चतम न्यायालय के हालिया फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए इसकी सराहना की गयी और कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते 20 साल से लग रहे आरोपों को भगवान शंकर के विषपान के समान सहन किया और आज तक हर जांच में सोने की तरह चमकते हुए बेदाग निकल कर आये हैं।
असम के मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आयोजन स्थल पर संवाददाताओं को राजनीतिक प्रस्ताव एवं गृह मंत्री शाह के भाषण की जानकारी देते हुए कहा कि श्री शाह ने गुजरात दंगों के ऊपर जो उच्चतम न्यायालय का फैसला आया है उसे ऐतिहासिक फैसला कहा है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय का फैसला ऐतिहासिक है, मोदी पर जो भी आरोप लगाया गया, अदालत ने उसे पूरा झूठा करार दिया, इसे राजनीति से प्रेरित बताया।

उन्होंने कहा कि मोदी ने संविधान का पालन करते हुए पूरे बीस साल तक बिना कुछ कहे चुपचाप आरोपों और एसआईटी की जांच का सामना किया। श्री शर्मा ने कहा कि गृह मंत्री ने विपक्ष के लिए कहा कि आज विपक्ष बिखरा हुआ है, कांग्रेस में लोकतंत्र स्थापित करने के लिए उसके ही सदस्य लड़ाई कर रहे हैं, गांधी परिवार डर के कारण अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं कर रहा है। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस को ‘मोदी फोबिया’ हो गया है, कांग्रेस देशहित के हर निर्णय का विरोध करने लगी है।
कांग्रेस पूरी तरह से हताशा और निराशा है। सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक का विरोध, अनुच्छेद 370 खत्म करने का विरोध, जीएसटी का विरोध, आयुष्मान भारत का विरोध, वैक्सीन और वैक्सीनेशन का विरोध, सीएए का विरोध, राम मंदिर का विरोध, ऐसे ही हर विषय में कांग्रेस केवल विरोध ही विरोध करते जा रही है। उन्होंने कहा कि शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के शासन काल में दो राष्ट्रपति के चुनाव का अवसर आया। भाजपा ने एक बार दलित को और दूसरी बार एक महिला आदिवासी को चुना जो जमीन से जुड़ी रही हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बाहरी और आंतरिक सुरक्षा मजबूत हुई है। रक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार हुआ है। अनुच्छेद 370 को हटाकर जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया है। उन्होंने अग्निपथ योजना की भी सराहना की जो सेना को आधुनिक एवं अधिक दक्ष बनाएगी। देश में तीन हजार से अधिक रक्षा उपकरणों एवं साजोसामान के आयात पर रोक लगाने से मेक इन इंडिया को बल मिला है। शर्मा ने कहा कि असम एवं पूर्वोत्तर में भाजपा का गढ़ बन गया है। पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, तमिलनाडु में भी भाजपा चमत्कार होगा और वहां भी भाजपा आएगी।
उन्होंने कहा कि आने वाले 30 से 40 वर्ष तक भाजपा देश में सत्ता में रहने वाली है और उसी के प्रयास से भारत विश्वगुरू बनेगा। उन्होंने कहा कि अगले कुछ वर्षों में भारत स्वास्थ्य ढांचे के क्षेत्र में विश्व के शीर्ष पांच देशों में से एक होगा। देश प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में विश्व नेता बन रहा है। पर्यावरण, आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा आदि मुद्दों पर दुनिया श्री मोदी की बात सुन रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शाह ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तीन प्रमुख अंग हैं -सभी नाम-अनाम आजादी के सिपाहियों का सम्मान होना, सभी सरकारों को अपने कार्यों का लेखा जनता के सामने रखना तथा आजादी के अमृत काल में हम सबका सामूहिक संकल्प कि भारत फिर से विश्व गुरु के पद पर प्रतिष्ठित हो। उन्होंने कहा कि विपक्ष भले ही हमारा मखौल उड़ाये लेकिन जनता का समर्थन हमें मिल रहा है।
राजनीतिक प्रस्ताव पेश करते हुए उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाये जाने के बारे में भी बात की और उनकी संघर्ष यात्रा को देश के सामने प्रमुखता से लाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने कई मर्तबा अपनी बात एवं सुझाव कार्यकारिणी के समक्ष रखे। देश के विभिन्न भागों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं खासकर उदयपुर में दर्जी कन्हैया कुमार की जिहादियों द्वारा हत्या किये जाने को लेकर पार्टी के रुख के बारे में मीडिया के सवालों के जवाब में शर्मा ने कहा कि भाजपा मानती है कि देश में सांप्रदायिकता की राजनीति का खात्मा तुष्टीकरण समाप्त करके हो सकता है।
कार्यकारिणी में तेलंगाना के बारे में एक सवाल पर शर्मा ने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने तेलंगाना समेत दक्षिण भारत के राज्यों में राजनीति पर चर्चा की और बहुत जल्दी तेलंगाना तमिलनाडु में कोई चमत्कार देखने को मिलेगा और भाजपा वहां सत्ता में आएगी। पूर्वोत्तर के विवादों को लेकर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 के पहले पूर्वोत्तर के सभी विभाजनकारी मुद्दों एवं विवादों का समाधान करेंगे।
दो साल के पहले पूर्वोत्तर की सारी समस्याएं सुलझ जाएंगीं और भाजपा असम समेत पूर्वोत्तर में लंबे समय तक शासन में रहने वाली है। राजनीतिक प्रस्ताव के मूल तत्व के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि भाजपा मानती है कि सांप्रदायिकता और नकारात्मकता की राजनीति देश में सभी समस्याओं की जड़ है। देश में सुशासन एवं विकास की राजनीति स्थापित करने के लिए परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण को समाप्त करने की आवश्यकता और ऐसा करने पर देश की हर समस्या खत्म हो जाएगी।

दिशा-निर्देशों को अधिक लचीला बनाने की आवश्यकता

दिशा-निर्देशों को अधिक लचीला बनाने की आवश्यकता 

इकबाल अंसारी 
मलप्पुरम। कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत दिशा-निर्देशों को प्रत्येक राज्य की जरूरतों और परिस्थितियों के आधार पर अधिक लचीला बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने केंद्र सरकार से इसमें संशोधन पर विचार करने का अनुरोध किया है। केरल के मलप्पुरम जिले के नीलांबुर इलाके में पीएमजीएसवाई के तहत सड़क निर्माण के उद्घाटन के मौके पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री को दिशा-निर्देशों को संशोधित करने पर विचार करने के लिए एक पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि वे इस पर विचार करेंगे।’’ गांधी ने कहा कि उन्होंने रखरखाव और उन्नयन के लिए पीएमजीएसवाई के तहत शामिल होने वाली 11 सड़कों की सूची दी है। सड़क निर्माण के उद्घाटन के अलावा, गांधी ने नीलांबुर में केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) की एक शाखा संस्कारिका साहिति द्वारा निर्मित मकान की चाबी एक महिला को सौंपे जाने के संबंध में आयोजित समारोह में भी भाग लिया।
बाढ़ में अपना घर गंवा चुकी महिला को कथित तौर पर राज्य सरकार के ‘लाइफ मिशन’ अभियान के तहत घर देने से इनकार कर दिया गया था। गांधी ने इस कार्यक्रम में आरोप लगाया कि घर पाने के लिए पात्र होने के बावजूद, अपनी राजनीतिक विचारधारा और कांग्रेस पार्टी की समर्थक होने के कारण महिला को ‘लाइफ मिशन’ के तहत घर देने से इनकार कर दिया गया। इसके बाद वायनाड के सांसद ने मलप्पुरम के वंदूर इलाके से कई ट्रॉमा केयर एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गांधी रविवार रात दिल्ली लौटने से पहले अपनी तीन दिवसीय केरल यात्रा के तीसरे दिन मलप्पुरम जिले में कई अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने वाले है।

एकनाथ-ठाकरे के नेतृत्व वाले 2 गुटों के बीच लड़ाई जारी

एकनाथ-ठाकरे के नेतृत्व वाले 2 गुटों के बीच लड़ाई जारी 

कविता गर्ग 
मुंबई। शिवसेना के अंदर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले 2 गुटों के बीच जारी लड़ाई के बीच रविवार को राज्य विधानसभा अध्यक्ष चुनाव के दौरान दोनों पक्षों ने पार्टी विधायकों को अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में वोट देने के लिए अलग-अलग व्हिप जारी किए थे। शिंदे के नेतृत्व वाले समूह ने अध्यक्ष के रूप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राहुल नार्वेकर के पक्ष में मतदान किया, जबकि ठाकरे के नेतृत्व वाले खेमे के 16 विधायकों ने उनके (नार्वेकर के) खिलाफ मतदान किया।
ठाकरे के नेतृत्व वाले समूह ने बाद में विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को एक पत्र सौंपा। जिसमें दावा किया गया कि कुछ विधायकों ने पार्टी के निर्देशों का उल्लंघन किया है। महाराष्ट्र विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होने के बाद भाजपा के राहुल नार्वेकर को सदन का अध्यक्ष चुना गया। नार्वेकर को 164 वोट मिले और उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना उम्मीदवार राजन साल्वी को शिकस्त दी, जिन्हें 107 वोट मिले। शिवसेना के सदन में 55 विधायक हैं।
नए विधानसभा अध्यक्ष की घोषणा के बाद, जिरवाल ने सदन को सूचित किया कि उन्हें शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु (ठाकरे पक्ष के) से कुछ विधायकों के खिलाफ उनकी पार्टी के निर्देशों के कथित उल्लंघन के लिए एक पत्र मिला है। प्रभु ने सदन में यह भी कहा, ‘‘हमने पार्टी के निर्देश का उल्लंघन करने वाले शिवसेना के 39 विधायकों के बारे में जिरवाल को एक पत्र सौंपा है।’’ बाद में, एकनाथ शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर ने कहा, “हमारे खिलाफ एक पत्र विधानसभा उपाध्यक्ष को दिया गया है।
हमने बाकी 16 विधायकों को भी व्हिप जारी किया था जो हमारे साथ नहीं हैं।’’ जिरवाल ने कहा कि उन्हें कुछ विधायकों द्वारा पार्टी व्हिप का पालन नहीं करने के संबंध में शिवसेना (ठाकरे समूह) से एक पत्र मिला है। इस मामले में अब तक कोई निर्देश जारी नहीं करने वाले जिरवाल ने कहा, ‘‘मतदान की वीडियो रिकॉर्डिंग अन्य दस्तावेजी सबूतों के अलावा उपलब्ध है।’’ एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार सोमवार को विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करेगी।
पिछले महीने विधायक शिंदे ने शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत का बिगूल फूंक दिया था। पार्टी के ज्यादातर विधायकों ने उनका साथ दिया, जिसके कारण उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई। एमवीए में शिवसेना के अलावा राकांपा और कांग्रेस भी शामिल हैं। शिंदे ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।

सावन महीने में 'भोलेनाथ' की पूजा का बहुत महत्‍व

सावन महीने में 'भोलेनाथ' की पूजा का बहुत महत्‍व  

सरस्वती उपाध्याय 
सावन मास को सभी हिंदू महीनों में सबसे ज्‍यादा पवित्र माना गया है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित है। इसी महीने से संसार को चलाने वाले भगवान विष्‍णु 4 महीने के लिए निद्रालीन हो जाते हैं। तब भगवान शिव सृष्टि का संचालन संभालते हैं। सावन महीने में भोलेनाथ की पूजा का बहुत महत्‍व है। यह शिव जी को प्रसन्‍न करन के लिए उत्‍तम समय होता है। उस पर सावन महीने के सोमवार को और भी ज्‍यादा महत्‍व दिया गया है।
इस साल सावन महीना 14 जुलाई 2022 से शुरू होगा और 12 अगस्‍त 2022 तक चलेगा। इस दौरान पहला सावन सोमवार 18 जुलाई 2022 को, दूसरा सावन सोमवार 25 जुलाई 2022 को, तीसरा सावन सोमवार 1 अगस्त 2022 को, चौथा सावन सोमवार 8 अगस्त 2022 को और पांचवा सावन सोमवार व्रत 12 अगस्त 2022 को रखा जाएगा। सावन महीने के पांचों सोमवार को व्रत रखा जाएगा।
सावन सोमवार के दिन सुबह जल्‍दी स्‍नान करके साफ कपड़े पहनें। इसके बाद दाएं हाथ में जल लेकर सावन सोमवार व्रत का संकल्‍प लें। फिर भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक करें।शिव जी को पंचामृत (दूध, दही, घी, अमृत, शहद) अर्पित करें।शिव जी को सफेद चंदन, अक्षत, सफेद फूल, धतूरा, बेल, बेल पत्र सुपारी आदि अर्पित करें। इस दौरान ॐ नमः शिवाय, मंत्र का जाप करें। धूप-दीप दिखाएं।भगवान को फल और मिठाई का भोग लगाएं। संभव हो तो जनेऊ और वस्‍त्र भी अर्पित करें। सावन सोमवार व्रत की कथा पढ़ें।आखिर में आरती करें और प्रसाद बांटें। यह व्रत पूरे दिन फलाहार लेकर रखना अच्‍छा माना जाता है। वहीं कुछ लोग एक समय भोजन करके भी यह व्रत करते हैं।

पंचायत को संबोधित करने के लिए मैदान में पहुंचे, जयंत

पंचायत को संबोधित करने के लिए मैदान में पहुंचे, जयंत 

भानु प्रताप उपाध्याय
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के शाहपुर में रविवार को रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी कस्बे के पैठ मैदान में आयोजित रालोद की युवा पंचायत को संबोधित करने के लिए पहुंचे। जयंत चौधरी केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को युवा विरोधी बताते हुए भाजपा पर जमकर बरसे। जयंत चौधरी ने कहा कि गर्मी के मौसम में किसान बारिश का इंतजार कर रहा है और ऐसे मौसम में मज़बूरी में पंचायत करनी पड़ा रही है। अभी कोई चुनाव या वोट का मसला नहीं है। हम पंचायत इसलिए कर रहे हैं क्योंकि देश के युवाओं के साथ गलत हो रहा है।
ये हमारी फ़ौज के साथ खिलवाड कर अपनी फ़ौज को काम पर लगा रहे हैं। गांव में आरएसएस के लोग आपके पास आकर बोलेंगे कि सही हो रहा है। भाजपा ने सारे सरकारी विभाग बेच डाले। ये चार साल का फार्मूला सरकार कहां से लाई है। अग्निवीर तो ये भी नहीं कह सकते कि हम रिटायर फ़ौजी हैं। फ़ौजी तीन साल की ट्रेनिंग में तैयार होता है और ये छह महीने की ट्रेनिंग करा रहे हैं। छह महीने की ट्रेनिंग में युवा अग्निवीर नहीं अभिमन्यु बनेगा, जो चक्रव्यूह में फंस जाएगा।
फ़ौजी मरने के लिए नहीं मारने के लिए होता है। फ़ौजी की पेंशन काट देने से उनका मनोबल गिरेगा। जयंत चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी अगर आप जिद्दी हो तो मुज़फ्फरनगर के लोग आपसे ज्यादातर जिद्दी हैं। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के युवाओं में भी अग्निवीर को लेकर गुस्सा है। हम तब तक संघर्ष करते रहेंगे जब तक या तो ये योजना खत्म होगी या भाजपा सरकार बदल जाएगी। आज दूसरी पंचायत है, कल बिजनौर जाऊंगा। योगी जी को तो बुलडोजर क्या ट्रैक्टर भी चलाना नहीं आता होगा। पंचायत में आप लोगों का आशीर्वाद लेने आया हूं। आप लोगों के साथ से ही लड़ने की हिम्मत और ताकत मिलती है।
रालोद महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, रालोद महिला प्रदेश अध्यक्ष संगीत दोहरे, पूर्व सांसद राजपाल सैनी, पूर्व विधायक राववारिस, मेजर हिमांशु सिंह, प्रदेश महासचिव आतिर रिजवी, रालोद नेत्री मनीषा अहलावत, शादाब अली, रालोद विधायक चंदन चौहान एवं अन्य नेताओं ने अग्निपथ को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर देश हित के लिए घातक बताया। वक्ताओं ने भाजपा पर हिन्दू मुस्लिम की राजनीति करने का काम कर रही है।

गूगल क्रोम में दिए गए, लिंक को बुकमार्क की जरूरत

गूगल क्रोम में दिए गए, लिंक को बुकमार्क की जरूरत

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। जीमेल को ऑफलाइन एक्सेस करने योग्य बनाने के लिए गूगल क्रोम में दिए गए, लिंक को बुकमार्क करने की जरूरत होगी। जीमेल के यूजर्स के लिए एक अच्‍छी खबर है। अब आपके पास एक नई सुविधा होगी जिसमें आप बिना इंटरनेट के ही मैसेजेस चेक कर सकेंगे। इस नई सुविधा को गूगल सपोर्ट कहा जाता है। इसके साथ ही अब आप mail.google.com पर जाकर अपने जीमेल संदेशों को पढ़ सकते हैं, उनका जवाब दे सकते हैं और खोज सकते हैं, भले ही आप इंटरनेट से कनेक्ट न हों। जीमेल को ऑफलाइन एक्सेस करने योग्य बनाने के लिए Google क्रोम में दिए लिंक को बुकमार्क करने की ज़रूरत होगी।

यदि आप अपने ऑफिस अकाउंट के साथ Gmail का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको अपने एडमिन से अपनी सेटिंग बदलने में सहायता की आवश्यकता हो सकती है। खाने-पीने की चीजें ऑर्डर करने से लेकर कपड़े, ऑनलाइन उपकरण खरीदने तक, हर चीज के लिए इंटरनेट एक जरूरी जरूरत बन गया है। आज के युग में लोग डिजिटल रूप से मनी मैनेजमेंट, काम करने या यहां तक ​​कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर संदेश भेजने के लिए इंटरनेट पर बहुत अधिक निर्भर हैं। हालांकि जीमेल मैसेजेस के लिए अब ऐसा नहीं होगा।

जो लोग जीमेल का उपयोग कर रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि जीमेल एक नई सुविधा लेकर आया है जो संदेशों तक पहुँचने के लिए इंटरनेट की आवश्यकता को समाप्त कर देता है। इस नई सुविधा के साथ, अब आप इंटरनेट के बिना भी अपने जीमेल संदेशों को पढ़ सकते हैं, उनका जवाब दे सकते हैं और खोज सकते हैं।
– सबसे पहले अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में क्रोम डाउनलोड करें।
इसके बाद जीमेल की ऑफलाइन सेटिंग में जाएं।
– ‘ऑफ़लाइन मेल इनेबल करें’ ऑप्‍शन को चेक करें।
– आप अपनी सेटिंग में चुन सकते हैं कि आप कितने दिनों के संदेशों को सिंक करना चाहते हैं।

– फिर ‘सेव चेंजेस’ पर क्लिक करें।
पोर्टल को ऑफलाइन उपयोग करने के लिए जीमेल को बुकमार्क करने के लिए, आपको लिंक खोलना होगा और एड्रेस बार के दाईं ओर एक स्टार साइन होगा। बस स्टार साइन पर क्लिक करें और फिर आपसे उस लिंक को बुकमार्क करने के लिए कहा जाएगा और आपको ‘Done’ पर क्लिक करना होगा। ऐसा करने के बाद, आप सीधे क्रोम के माध्यम से जीमेल इनबॉक्स लिंक को आसानी से एक्सेस कर सकते हैं।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...