शुक्रवार, 24 जून 2022

जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक आयोजित: डीएम

जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक आयोजित: डीएम

हरिशंकर त्रिपाठी     

देवरिया। विकास भवन स्थित गांधी सभागार में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की गई। इस वर्ष जनपद में कुल 33,03,774 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में हरियाली का दायरा बढ़ाने के लिए बृहत अभियान चलाया जाएगा। कुल 23,27,016 पौधों का रोपण जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों द्वारा तथा 9,76,758 पौधों का रोपण वन विभाग द्वारा किया जाना है। पौधा रोपने के लिए गड्ढों की खुदाई समय रहते कर ली जाए। जिससे वृक्षारोपण के लिए भूमि की उर्वरा शक्ति अनुकूलतम स्थिति में पहुँच जाए।

वृक्षारोपण के उपरांत पौधे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी व्यापक प्रबंध किए जाए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण सिर्फ रस्म अदायगी भर न रहे, बल्कि जनपद के हरित क्षेत्र में शासन की मंशा के अनुरूप वृद्धि दिखनी भी चाहिए। उन्होंने समस्त अधिकारियों को चेतावनी भी दी कि वृक्षारोपण जमीन पर वास्तविक रूप में होना चाहिए न कि सिर्फ कागजी कार्यवाही तक सीमित रहे। वे स्वयं वृक्षारोपण स्थलों का निरीक्षण कर वास्तविकता को परखेंगे और कमी मिलेगी, तो कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने उद्यान विभाग को निर्देशित किया की लक्ष्य के सापेक्ष पौधों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। फलदार एवं वाणिज्यिक उपयोग वाले पौधों की मांग के सापेक्ष उपलब्धता होना अत्यंत आवश्यक है। वृक्षारोपण कार्यक्रम में जन भागीदारी को भी प्रोत्साहन दिया जाए। व्यापक जनभागीदारी से ही अभियान की सफलता सुनिश्चित होगी।

समाजिक वानिकी प्रभाग, देवरिया के प्राभागीय निदेशक जगदीश आर. ने बताया कि ग्राम्य विकास विभाग 13,23,840, राजस्व विभाग 1,49,380, पंचायतीराज विभाग 1,49,380, कृषि विभाग 2,77,430, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग 1,65,724, उच्च शिक्षा विभाग 16,830, लोक निर्माण विभाग 7700, नगर विकास विभाग 23,660, सहकारिता विभाग 6020, स्वास्थ्य विभाग 6020 पौधे लगाएगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, सीएमओ डॉ आलोक पांडेय, सीआरओ अमृत लाल बिंद, एडीएम (प्रशासन) कुँवर पंकज, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम गुँजन द्विवेदी, एसडीएम सौरभ सिंह, एसडीएम गजेंद्र सिंह, एसडीएम संजीव उपाध्याय सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

गैंगस्टर एक्ट में अभियुक्तों ने किया आत्मसमर्पण

गैंगस्टर एक्ट में अभियुक्तों ने किया आत्मसमर्पण

दीपक राणा
लोनी। थाना लोनी बॉर्डर क्षेत्र में गैंगस्टर दो अभियुक्तों ने स्वयं को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया और कहा कि मुझे पैर में गोली लगवाने से डर लगता है। हालांकि पुलिस इनकी पहले से ही तलाश में जुटी हुई थी। 
उपरोक्त जानकारी के अनुसार अभियुक्तों से पुलिस की पूछताछ करने पर पुलिस को बताया कि हमारे विरुद्ध थाना लोनी मे गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत है। वही थाना लोनी बॉर्डर की पुलिस पीछे पड़ी थी हम आए दिन अखबारों में एवं न्यूज़ के जरिए देखते थे कि यूपी पुलिस शासन व प्रशासन द्वारा समाज में भयमुक्त माहौल बनाने बनाने हेतु चलाए जा रहे अपराधियों के विरुद्ध की कार्यवाही की दृष्टिगत अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। इसलिए हम दोनों लोग डरे थे प्रकार की कार्रवाई से बचने हेतू हम दोनों लोगों ने गले में तखती डालकर पुलिस के सामने आकर थाना लोनी बॉर्डर में मैंने आकर अपने आप को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पकड़े गए अभियुक्त कपिल पुत्र जयपाल उर्फ जगत सिंह गांव निवासी रिस्तल  थाना टीला मोढ गाजियाबाद। दूसरा सागर पुत्र तेजपाल और निवासी डांवर रिस्तल जो लगभग 1 से डेढ़ से वंचित चल रहा थे। इन दोनों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।

हमाम में सब नंगे 'संपादकीय'

हमाम में सब नंगे   'संपादकीय' 

देश में कहीं धुआं तो कहीं शोर है, 
चौकीदार बैठा है दर पर या कोई चोर है। 
नमन, खून से राष्ट्र को सिंचने वाले सैनिक, 
सामने दुश्मन ताकतवर और मुंह जोर है। 

सैनिक भर्ती प्रक्रिया में 'अग्निवीर' योजना सम्मिलित करने से देश का युवा आक्रोशित हो गया है। आक्रोश ने आंदोलन का रूप धारण कर लिया है। आंदोलन हिंसक बनने से पूर्व ही राज्यों की सरकारों ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी हैं। जिसके कारण युवा वर्ग अपने अधिकार की लड़ाई को विराम लगा कर, मुंह बंद करने के लिए विवश हो गया। युवा वर्ग योजना लागू करने से आहत है। सेना में यह उपयोग किस परिणाम तक पहुंचेगा या 'अग्निवीर' योजना के सामने बेरोजगार युवा नतमस्तक होंगे, यह कहना कठिन है। इतना तो कहा ही जा सकता है कि राष्ट्र की आधारशिला के दो स्तंभ है, 'जवान और किसान'। इन दोनों वर्गों की उपेक्षा राष्ट्र निर्माण में सदैव बाधा उत्पन्न करती है। 
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि योजना के संबंध में पक्ष-विपक्ष दोनों हमलावर बने हुए हैं। सत्ता पक्ष योजना के लाभ बताते नहीं थकता है। दूसरी तरफ विपक्ष युवा वर्ग की अनदेखी के आरोप लगाने से बाज नहीं आ रहा है। सत्तापक्ष की उदारता और युवा वर्ग के हित को सामान्य तौर पर समझा जा सकता है। 4 वर्ष की सैन्य सेवा का अवसर सरकार की महान सोच का अनुसरण करती है। किंतु पेंशन आदि सुविधाओं को प्रदान न करना, उपेक्षा को उजागर करता है। सैन्य सेवा प्रदान करने वाला कोई भी व्यक्ति सेवा समाप्ति के पश्चात सामान्य जीवन से विरक्त ही रहेगा। कुछ लोग सामान्य जीवन यापन कर सकते हैं, परंतु सभी नहीं। ऐसी परिस्थिति में सैनिक को पेंशन आदि की सुविधा प्रदान करनी चाहिए। 
युवा वर्ग बेरोजगारी की दलदल में धंसा जा रहा है पक्ष और विपक्ष राजनीति का शुद्ध लाभ कमा रहे हैं। विधायक-सांसद 5 वर्ष के लिए निर्वाचित होते हैं और पेंशन, भत्ता आदि सब सुविधाएं प्राप्त करते हैं। किसी विधायक ने किसी राज्य की विधानसभा में यह प्रस्ताव नहीं रखा है कि हमारी पेंशन, भत्ते व अन्य सुविधाएं प्रतिबंधित कर दी जाए। किसी सांसद ने लोकसभा या राज्यसभा में यह आवेदन नहीं किया है। क्योंकि जनता का शोषण हो या कल्याण, दोनों स्थिति में स्वयं का स्वार्थ सिद्ध होना चाहिए। बयान बाजी के अलावा किसी नेता ने 'अग्निवीर' के विरुद्ध आंदोलन का समर्थन करने की चेष्टा मात्र भी नहीं की है। क्योंकि राजनेताओं का यही काम है। 
4 वर्ष की सेवा के पश्चात 75 प्रतिशत युवा पकौड़े तलना तो सीख ही जाएगा। यह नीति युवा वर्ग के विरुद्ध है। किंतु युवा वर्ग को किसी दल अथवा संगठन का साथ नहीं मिला है। सख्त कार्रवाई का भय दिखाकर मुंह बंद करने का घृणित कार्य किया गया है। युवा वर्ग को अपनी बात शांतिपूर्ण ढंग से रखने चाहिए। आंदोलन का आधार हिंसा नहीं है अहिंसा है। किसी राजनेता से कोई अपेक्षा करना धूल में लट्ठ मारने के जैसा है, क्योंकि हमाम में सब के सब नंगे हैं।
राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'

स्वास्थ्य: ओट्स चीला बनाने की रेसिपी, जानिए

स्वास्थ्य: ओट्स चीला बनाने की रेसिपी, जानिए

सरस्वती उपाध्याय
अगर आप अपने दिन की शुरुआत स्वादिष्ट और हेल्दी ब्रेकफास्ट के साथ करना चाहते हैं, तो फटाफट बनने वाले ‘ओट्स चीला’ के बारे में जान लेना चाहिए। यह काफी हेल्दी माना जाता है और इससे शरीर को एनर्जी मिलती है। खास बात यह है कि इसे महज 20 मिनट में तैयार किया जा सकता है और इसे बनाने के लिए जरूरी सामग्री किचन में ही मिल जाएगी। धीरे-धीरे ‘ओट्स चीला’ का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है और लोग इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं। अगर आपने अब तक इस ब्रेकफास्ट को ट्राई नहीं किया है, तो आपको आसान विधि के बारे में जरूर जान लेना चाहिए।

ओट्स चीला बनाने की रेसिपी...

2 चम्मच बेसन
2 कप ओट्स
2 चम्मच तेल
2 कटी हुई हरी मिर्च
2 कटी हुई प्याज
2 शिमला मिर्च
1 गाजर
2 टमाटर
1 चम्मच जीरा
थोड़ा अदरक
1/2 चम्मच हल्दी
1 चम्मच मिर्च
हरा धनिया कटा हुआ
नमक (स्वादानुसार)
हरी चटनी या रेड सॉस

ओट्स चीला बनाने का आसान तरीका...

1. ओट्स चीला बनाने के लिए सबसे पहले आपको ओट्स को पीसना होगा। यह काम आप मिक्सी से कर सकते हैं। ओट्स पीसकर आप एक बर्तन में रख लें।
2. इसके बाद आप पिसे हुए ओट्स में बेसन, हल्दी, जीरा मिर्च और अन्य मसाले डालकर अच्छी तरह मिला लें।


गणेश को यौन उत्पीड़न मामलें में जमानत मिलीं

गणेश को यौन उत्पीड़न मामलें में जमानत मिलीं

कविता गर्ग
मुंबई। बॉलीवुड एक्टर्स को अपने इशारों पर नचाने वाले कोरियोग्राफर गणेश आचार्य को यौन उत्पीड़न मामले में जमानत मिल गई है। मुंबई की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने उन्हें जमानत दी‌। मामला साल फरवरी 2020 का है।‌ एक महिला डांसर द्वारा कोरियोग्राफर गणेश आचार्य के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद पुलिस ने कोरियोग्राफर के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी‌।
कोरियोग्राफर गणेश आचार्य को अदालत के समक्ष पेश हुए, जिसके बाद उन्हें इस मामले में जमानत देते हुए कोर्ट ने राहत दी। गणेश आचार्य पर महिला ने फरवरी साल 2020 में यौन उत्पीड़न मामले (Sexual का केस दर्ज कराया था।
महिला डांसर का क्या है आरोप
महिला ने यह भी आरोप लगाया था कि साल 2009-10 में जब भी वह गणेश आचार्य के ऑफिस में उनसे मिलने गई तो उन्हें अश्लील वीडियो देखने के लिए मजबूर किया और इसके विरोध पर उसे परेशान करना शुरू कर दिया गया। इसके साथ ही महिला ने बताया कि इसी वजह से छह माह के बाद ही भारतीय फिल्म और टेलीविजन कोरियोग्राफर एसोसिएशन के द्वारा उसकी सदस्यता भी समाप्त कर दी गई।महिला का ये भी आरोप है कि आचार्य ने अन्य महिलाओं का भी यौन शोषण किया है।
महिला ने मारपीट का भी लगाया था आरोप
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 26 जनवरी, 2020 को अंधेरी में इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन कोरियोग्राफर्स एसोसिएशन के एक समारोह के दौरान उसने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर उसके साथ मारपीट भी की गई थी।
मामले में कभी नहीं हुए गणेश आचार्य गिरफ्तार
इस साल अप्रैल में, मुंबई पुलिस ने गणेश पर अन्य आरोपों के साथ यौन उत्पीड़न और दृश्यरतिकता का आरोप लगाया था। इस मामले में गणेश आचार्य को कभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। गुरुवार (23 जून) को मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने के बाद उन्हें जमानत दे दी गई।
इन धाराओं में पुलिस ने दर्ज किया था केस
शिकायत के आधार पर, पुलिस ने धारा 354-A, 354-C, 354-D और धारा 506 और 509 के तहत मामला दर्ज किया था।हालांकि कोरियोग्राफर ने अपने ऊपर लगे इस सभी आरोपों से इनकार किया है।
कोरियोग्राफर कमलजी के असिस्टेंट के रूप में शुरू किया था करियर
51 साल के गणेश आचार्य ने 90 के दशक की शुरुआत में कोरियोग्राफर कमलजी के असिस्टेंट के रूप में शुरू किया था। उन्होंने 1992 में अपनी पहली फिल्म ‘अनाम’ में काम किया, लेकिन 2001 में फिल्म ‘लज्जा’ के गाने ‘बड़ी मुश्किल’ को कोरियोग्राफ करने के बाद उन्हें फेम मिला। कोरियोग्राफी के साथ उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय भी किया है।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे पीएम

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे पीएम
इकबाल अंसारी  
तेलंगाना। हैदराबाद में भारतीय जनता पार्टी की 2 और 3 जुलाई को होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। पीएम की यात्रा को लेकर हैदराबाद पुलिस सुरक्षा इंतजाम करने में लगी हुई है। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई केंद्रीय मंत्री, राज्य के मुख्यमंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य शीर्ष नेता हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एचआईसीसी) में होने वाली बैठक में शामिल होंगे।
3 जुलाई को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की समाप्ति के बाद प्रधानमंत्री समेत अन्य मंत्री सिकंदराबाद के परेड ग्राउंड में भाजपा की ओर से आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे।हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सी.वी. आनंद ने कहा कि शहर भर में पुलिस सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। त्वरित कार्रवाई टीम को भी सक्रिय किया जाएगा, साथ ही अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को जरूरी पड़ने पर तैयार रहने को कहा जाएगा।शहर की सीमा में स्नाइपर्स की तैनाती, आवागमन नियंत्रण के साथ, रूफ टॉप वॉच, मुफ्ती पार्टी, रूट मैप, ट्रायल रन और मल्टी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। केवल पास धारकों को ही जनसभा में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी और सभी उपस्थित लोगों की तलाशी ली जाएगी। किसी भी तरह के विरोध-प्रदर्शन से निपटने के लिए व्यापक उपाय किए जाएंगे।
आयुक्त ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी), तेलंगाना राज्य दक्षिणी विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (टीएसएसपीडीसीएल), सड़क और भवन (आर एंड बी), अग्निशमन सेवाओं, सेना के अधिकारियों और भाजपा के प्रतिनिधियों के साथ एक समन्वय बैठक की। जिसमें पीएम की यात्रा से लेकर चर्चा की गई।

अय्यर नीति आयोग के कार्यकारी अधिकारी नियुक्त

अय्यर नीति आयोग के कार्यकारी अधिकारी नियुक्त
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। पूर्व पेयजल और स्वच्छता सचिव परमेश्वरन अय्यर को शुक्रवार को नीति आयोग का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया गया। उन्होंने पिछले साल जुलाई में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सरकारी आदेश में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश कैडर के 1981 बैच के आईएएस अधिकारी और जाने-माने स्वच्छता विशेषज्ञ अय्यर को अमिताभ कांत के 30 जून को सेवानिवृत्त होने के बाद, दो साल के लिए या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, नीति आयोग का मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया है।
कार्मिक मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि अय्यर की नियुक्ति उन्हीं नियमों और शर्तों पर की गई है, जो कांत के लिए लागू थीं। अय्यर ने 2009 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। वह संयुक्त राष्ट्र में वरिष्ठ ग्रामीण जल स्वच्छता विशेषज्ञ के रूप में भी काम कर चुके हैं।

क्रिकेटर रॉबिन के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया

क्रिकेटर रॉबिन के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा के खिलाफ ईपीएफओ से जुड़े मामलें को लेक...