शुक्रवार, 6 मई 2022

'आईपीएल 2022' का 51वां मुकाबला खेला

'आईपीएल 2022' का 51वां मुकाबला खेला  

मोमीन मलिक           
नई दिल्ली। हार्दिक पांड्या की गुजरात टाइटंस और रोहित शर्मा की अगुवाई वाली मुंबई इंडियंस के बीच आईपीएल 2022 का 51वां मुकाबला खेला गया। इस मैच में हार्दिक पांड्या ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी है। गुजरात ने अपनी प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया है। वहीं मुंबई की टीम में ऋतिक शौकीन की जगह मुर्गन अश्विन की एंट्री हुई है। आईपीएल 2022 में पहली बार ये दोनों टीमें आमने सामने हुईं। हार्दिक पांड्या की नजरें इस मुकाबले में अपनी पूर्व टीम को धूल चटाकर प्लेऑफ में कदम रखने पर हुईं। वहीं मुंबई इंडियंस गुजरात के खिलाफ दूसरी जीत की तलाश में उतरेगी।
प्वाइंट्स टेबल पर नजर डालें तो गुजरात 16 अंक के साथ शीर्ष पर है। वहीं, मुंबई दो प्वाइंट्स के साथ सबसे नीचे 10वें पायदान पर है। गुजरात टाइटंस को पिछले मुकाबले में पंजाब किंग्स के हाथों 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। यह इस सीजन में मात्र उनकी दूसरी हार थी। वहीं लगातार 8 हार झेलने के बाद मुंबई को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपने पिछले मुकाबले में पहली जीत मिली थी।

समारोह का आयोजन, निर्वाचन सम्पन्न कराया

समारोह का आयोजन, निर्वाचन सम्पन्न कराया  

भानु प्रताप उपाध्याय        

मुजफ्फरनगर। शुक्रवार को जिला पंचायत सभागार में विधानसभा सामान्य निर्वाचन को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु सराहनीय कार्य के लिए निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारियो/कर्मचारियो को प्रशस्ति-पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया जिसमे जिलाधिकारी ने कहा जनपद मुजफ्फरनगर में स्वतन्त्र-निष्पक्ष सुरक्षित पारदर्शिता एवं शांतिपूर्ण तरीके से जिले में निर्वाचन सम्पन्न कराया गया‌। जिसके लिये जिलाधिकारी ने निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारी एवं कर्मचारी तथा मीडिया एवं जनमानस को धन्यवाद दिया।

उन्होने कहा कि अधिकारी एवं कर्मचारियो ने अपने कर्तव्यो का भली-भॉति निर्वहन किया। इसके लिये वे प्रशंसा के पात्र है। मै आशा करता हूॅं। आप लोग इसी प्रकार आने वाले समय मे भी अपने कर्तव्यो का पूर्ण रुप से पालन करेगे। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने निर्वाचन कार्य में लगाये गये नोडल अधिकारी, प्रभारी अधिकारी, सहायक अधिकारी एवं कर्मचारियो को प्रशस्ति-पत्र देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

खुलासा: खुद को मृत दिखाने के लिए हत्या की

खुलासा: खुद को मृत दिखाने के लिए हत्या की 

अश्वनी उपाध्याय          

गाजियाबाद। गाजियाबाद में हत्या के एक सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है। दरअसल हत्या के मामले में जेल में बंद एक आरोपी फर्जीवाड़ा कर जेल से बाहर निकला और फिर खुद को मृत दिखाने के लिए किसी और की हत्या कर दी।लेकिन इस फर्जीवाड़े का उस वक्त खुलासा हो गया, जब पुलिस ने मृतक के शव का डीएनए टेस्ट कराया। जानकारी के अनुसार, मेरठ के कंकरखेड़ा का रहने वाला अजय कुमार हत्या के मामले में मुजफ्फरनगर जेल में बंद था। पिछले साल विकास नाम का एक युवक धारा 151 में जेल गया था। फर्जीवाड़ा करके अजय विकास बनकर जेल से बाहर आ गया। इसके बाद उसने अपने ऊपर चल रहे तमाम मुकदमों से निजात पाने के लिए खुद को मृत दिखाने की साजिश रची।

अजय ने 12 अगस्त 2021 की रात को किसी व्यक्ति की हत्या करने के बाद उसे अपने कपड़े पहना दिए और मृतक का चेहरा जला दिया। इसके बाद शव को गाजियाबाद के निवाड़ी थाना क्षेत्र के जंगल में फेंक दिया। साजिश के तहत अजय की पत्नी और बच्चों ने मृतक की पहचान अजय के रूप में कर दी। शक होने पर पुलिस ने शव का डीएनए टेस्ट कराया तो मृतक व्यक्ति अजय नहीं निकला। घटना का खुलासा करते हुए गाजियाबाद की निवाड़ी थाना पुलिस ने अजय की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। मरने वाला व्यक्ति कौन था ? अभी इसका पता नहीं लग सका है। पुलिस का कहना है कि अजय की गिरफ्तारी के बाद ही मृतक के बारे में कोई जानकारी लग सकेगी।

सपा पार्षदों संग बैठक, पूरी रणनीति तैयार की

सपा पार्षदों संग बैठक, पूरी रणनीति तैयार की  

बृजेश केसरवानी       
प्रयागराज। नगर निकाय चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने महानगर अध्यक्ष सै. इफ्तेखार हुसैन की अध्यक्षता व नगर महासचिव रवीन्द्र यादव रवि के संचालन मे चौक स्धित नगर कार्यालय पर कार्यकर्ताओं व नगर निकाय चुनाव मे समाजवादी पार्टी के पार्षदों संग बैठक कर पूरी रणनीति तैयार की। श्री इफ्तेखार ने कहा, सपा पूरी दमदारी के साथ सपा के प्रति समर्पित लोगों को ही प्रत्याशी घोषित करने के साथ दमदारी से चुनाव लड़ेगी।
महानगर महासचिव रवीन्द्र यादव ने कहा हमे परिसीमन का इन्तजार है। अभी फिलहाल अस्सी वार्ड हैं। शहर क्षेत्र के विस्तार होने के कारण और भी इलाक़े नगर निगम परिक्षेत्र मे जुड़े हैं। वार्डो की संख्या भी बढ़ेगी। वहीं कुछ वार्डो के क्षेत्र बदल भी सकते। हमारी रणनीति प्रत्येक वार्ड मे प्रत्याशी उतारने की है। रवि ने कहा, भीतरघातियों पर इस बार उनकी करनी की सज़ा ज़रुर मिलेगी।सपा के प्रति निष्ठावान और समर्पित लोगों को ही इस बार टिकट मिलेगा। बैठक मे कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई। पार्टी के अन्य वरीष्ठ नेताओं ने भी अपने सुझाव दिए।
बैठक में सैय्यद इफ्तेखार हुसैन ,रवीन्द्र यादव रवि, मशहद अली खाँ ,भोला पाल ,पंकज साहु, हरीषचन्द्र श्रीवास्तव ,नितिन यादव ,सै०आसिफ हुसैन ,रीता मौर्या ,सविता कैथवास ,मोहम्मद मुजीब ,संदीप सिंह सत्या ,अभिषेक यादव ,नन्हे मंसूरी ,अंकित कुमार पटेल ,शुभम यादव ,फय्याज़ अली,सुधीर निषाद ,जिज्ञांशू यादव ,जयभारत यादव ,अरविन्द यादव ,अमर सिंह ,विशाल सिंह, सै०मो०अस्करी आदि शामिल रहे।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि व ईदगाह केस, तारीख मुकर्रर

श्रीकृष्ण जन्मभूमि व ईदगाह केस, तारीख मुकर्रर

हरिओम उपाध्याय  
लखनऊ। यूपी के मथुरा जिले में जिला एवं सत्र न्यायलय द्वारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मामलें की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान दोनों पक्षो ने अपनी-अपनी बात रखी। दोनों तरफ की बातचीत सुनने के बाद जिला जज ने 19 मई की तारीख मुकर्रर करते हुए फैसला सुनाने का निर्णय लिया है। आपको बताते चलें कि आखिर कहा से श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह का मामला शुरु हुआ।
9 नवम्बर 2019 को श्रीराम जन्मभूमि का फैसला आने के बाद सबसे पहले श्रीकृष्ण जन्मभूमि की ओर से अधिवक्ता हरिशंकर जैन, रंजना अग्निहोत्री सहित कुल 8 लोगों ने मथुरा जिला अदालत में याचिका दायर की थी। जिस पर अभी तक सुनवाई चल रही है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि व शाही ईदगाह के मामले के साथ ही कई अन्य मामले मथुरा की जिला अदालत में दायर किये गए थे‌।
साल 2020 में दायर याचिका
श्रीकृष्ण जन्मभूमि की 13.37 एकड़ भूमि के स्वामित्व को लेकर 25 सितंबर 2020 को श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से मथुरा की जिला अदालत में याचिका दायर की गई थी। जिस पर जिला अदालत में श्रीकृष्ण जन्मभूमि और सुन्नी वक्फ बोर्ड के द्वारा अपना-अपना पक्ष रखा गया। आदलत में चली लंबी सुनवाई के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए 19 मई 2022 को अपना फैसला सुनाने को कहा।

जमीन के स्वामित्व का मामला...
याचिका में ये कहा गया है कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह के बीच हुए साल 1967 में समझौते को खारिज करके 13.37 एकड़ जमीन का स्वामित्व जन्मभूमि ट्रस्ट को सौंपा जाए। इसमें चार पक्षों को अदालत द्वारा नोटिस भी दिया गया था। जिसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड, श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट, श्रीकृष्ण जन्मभूमि सेवा संघ और शाही ईदगाह ट्रस्ट ने अदालत में अपना-अपना पक्ष रखा था।

राष्ट्रपति ने विदेश मंत्री के बयान पर जताया खेद

राष्ट्रपति ने विदेश मंत्री के बयान पर जताया खेद  

सुनील श्रीवास्तव
मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के उस बयान पर खेद जताया है, जिसमें जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर को यहूदी मूल का बताया गया था। लावरोव के इस बयान पर इजरायल ने कड़ा विरोध जताया था और रूसी राजदूत को तलब कर माफी मांगने के लिए कहा था। रूसी विदेश मंत्री का बयान आने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ गई थी।
बेनेट के ऑफिस द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि पुतिन ने यूनाइटेड नेशंस और रेड क्रॉस मानवीय गलियारे के माध्यम से घायल नागरिकों सहित नागरिकों को निकालने की इजाजत देने का वादा किया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के साथ एक कॉल के बाद बेनेट ने पुतिन से बात की है। बता दें कि इजरायली नेता संघर्ष में मध्यस्थ के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है। यही नहीं रूस के कई अमीर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अब इजरायल में शरण लिए हुए हैं। रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन ने फोन पर इजरायल के पीएम से माफी मांगी जिसे बेनेट ने स्‍वीकार कर लिया। लावरोव की इस यहूदी विरोधी टिप्‍पणी के बाद इजरायल की मध्‍यस्‍थ की भूमिका पर संदेह के बादल उमड़ने लगे थे। लावरोव ने इटली के एक न्‍यूज चैनल को दिए साक्षात्‍कार में कहा था कि रूस ने यूक्रेन को नाजी विचारधारा से मुक्‍त कराने के लिए हमला किया है।

आईएएस अधिकारी के 20 ठिकानों पर छापेमारी

आईएएस अधिकारी के 20 ठिकानों पर छापेमारी

रोशनी पांडेय  
रांची। आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के 20 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की। जानकारी के अनुसार, आईएएस पूजा के रांची के अलावा मुजफ्फपुर (बिहार) के ठिकानों पर भी ईडी छापेमारी कर रही है। रांची में पंचवटी रेसीडेंसी, ब्लॉक नंबर 9, चांदनी चौक हरिओम टावर, नई बिल्डिंग, लालपुर और रांची के पल्स हॉस्पिटल पर छापा पड़ा है। केंद्रीय एजेंसी की यह कार्रवाई रामविनोद सिन्हा से जुड़े मामले में हो रही है। पूरा मामला मनरेगा घोटाले से जुड़ा है। रामविनोद खूंटी में जूनियर इंजीनियर थे, तब पूजा सिंघल खूंटी की डीसी थीं। 
झारखंड हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि ईडी इस मामले में काउंटर एफिडेविट करे।
पूजा के जिन ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा है, उनमें झारखंड के रांची, खूंटी, राजस्थान के जयपुर, हरियाणा के फरीदाबाद व गुरुग्राम, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, बिहार के मुजफ्फरपुर व दिल्ली एनसीआर के क्षेत्र हैं। पूजा सिंघल के की भारी मात्रा में नकदी(करीब 25 करोड़) बरामद की गई है। बरामद नकदी की गिनती के लिए मशीन मंगाई गई है। ये पैसे इनके चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) के यहां से मिली है। पूजा सिंघल के मुजफ्फरपुर स्थित मिठनपुरा ठिकाने भी पर ईडी की छापेमारी चल रही है। यह मकान पूजा सिंघल के ससुर कामेश्वर झा का है। वे भी बिहार सरकार में पदाधिकारी थे। उनके पुत्र अभिषेक झा से पूजा सिंघल ने दूसरी शादी की है।
आइएएस पूजा सिंघल के पति अभिषेक के आवास पर भी ईडी ने छापेमारी की है। बता दें कि आइएएस अधिकारी राहुल पुरवार से तलाक के बाद पूजा सिंघल ने अभिषेक से शादी की थी। अभिषेक के रांची में रातू रोड स्थित एक ठिकाने पर ईडी के अधिकारी जांच कर रहे है। ईडी ने छापेमारी में उनके घर से दस्तावेज जब्त किए हैं। इसके बाद अधिकारी दस्तावेज लेकर कार्यालय पहुंचने लगे।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...