शुक्रवार, 25 मार्च 2022
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधायक बशीर का निधन
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में शुक्रवार को एक बार फिर 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। चार दिनों में तीसरी बार कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 97.01 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर अब 97.81 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल की कीमत 88.27 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 89.07 रुपये हो गई है।
पेट्रोल तथा डीज़ल की कीमतें रिकॉर्ड 137 दिन तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को बढ़ाई गई थीं। इसके बाद 23 मार्च को भी इनकी कीमतों में प्रति लीटर 80 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी। उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले चार नवंबर, 2021 से ही पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें स्थिर बनी हुई थीं। हालांकि, इस अवधि में कच्चे तेल की कीमत 30 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ गई थी।विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के साथ ही पेट्रोल एवं डीज़ल के दाम में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन पेट्रोलियम कंपनियों ने कुछ दिन और इंतजार किया। ऐसा कहा जा रहा है कि अब पेट्रोलियम विपणन कंपनियां अपने घाटे की भरपाई कर रही हैं। ‘क्रिसिल रिसर्च’ के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में हुई वृद्धि से पूरी तरह से पार पाने के लिए दरों में नौ से 12 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की आवश्यकता है। भारत अपनी तेल की जरूरतें पूरी करने के लिए आयात पर 85 फीसदी निर्भर है।
28 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे सावंत
28 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे सावंत
इकबाल अंसारी
पणजी। गोवा में राज्यपाल पी श्रीधरन पिल्लै ने 29 मार्च से नई विधानसभा का दो दिवसीय सत्र आहूत किया है। जिसके दौरान मनोनीत मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत विश्वास मत हासिल करने का प्रयास करेंगे। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सावंत, 28 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। अधिकारियों ने बताया कि इस सत्र के दौरान विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव होगा तथा कई विधायी कार्य पूरे किये जाएंगे जिनमें विधेयकों का पारित होना और लेखानुदान पेश होना शामिल है। राज्य के सूचना एवं विज्ञापन विभाग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, राज्यपाल ने 29 मार्च को पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे सत्र आहूत किया है।
विधायक गणेश गांवकर को पहले ही सदन का प्रोटेम अध्यक्ष नियुक्त किया जा चुका है। विधानसभा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सदन के अध्यक्ष पद का चुनाव पहले दिन होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान कैलेंडर वर्ष के लिए यह पहला पूर्ण सत्र होगा इसलिए राज्यपाल 29 मार्च को अपना पारंपरिक अभिभाषण देंगे। सावंत को इस सत्र के दौरान विश्वास मत हासिल करना होगा।
फंड की वैधता को चुनौती, याचिका खारिज की
फंड की वैधता को चुनौती, याचिका खारिज की
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने ‘पीएम केयर्स फंड’ की वैधता को चुनौती देने वाली याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी। न्यायमूर्ति एल. नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति बी. आर. गवाई की पीठ ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी।
पीठ ने याचिकाकर्ता के वकील देवदत्त कामत से कहा कि वह इस मामले में उच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दायर कर सकते हैं। श्री कामत ने सुनवाई के दौरान पीठ के समक्ष कहा कि उच्च न्यायालय ने जनहित याचिका में उठाए गए सभी मुद्दों पर गौर नहीं किया।
नामांकन की व्यवस्था को समाप्त करने की मांग
नामांकन की व्यवस्था को समाप्त करने की मांग
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सुशील कुमार मोदी ने आज राज्यसभा में केंद्रीय विद्यालयों में सांसदों के कोटे से विद्यार्थियों के होने वाले नामांकन की व्यवस्था को समाप्त करने की मांग की। मोदी ने शुन्य काल के दौरान इस मामले को उठाते हुए कहा कि केंद्रीय विद्यालयों में हर एक सांसद के कोटे से 10 और विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष के कोटे से 17 विद्यार्थियों के नामांकन का प्रावधान है जिसे समाप्त किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था के कारण हरेक साल 29 हजार विद्यार्थियों का विभिन्न कक्षाओं में नामांकन होते हैं, जो अलोकतांत्रिक है और इसमें आरक्षण के नियमों का भी पालन नहीं होता है। इससे अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों को नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि सांसदों के केंद्रीय विद्यालय में कोटा होने के कारण बड़ी संख्या में लोग प्रतिदिन उनसे मिलने आते हैं। जिसके कारण अलग समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसी के कारण वह इस कोटे को बढ़ाने की नहीं बल्कि समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि केंद्रीय विद्यालयों में 40 छात्रों पर एक शिक्षक के अनुपात का प्रावधान है, लेकिन एक कक्षा में 60-60 छात्रों का नामांकन कर लिया जाता है। समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने प्राथमिक विद्यालयों में कम से कम एक कंप्यूटर प्रशिक्षित कलर्क की नियुक्ति करने की मांग की और कहा कि इससे शिक्षक पठन-पाठन का काम ठीक ढंग से कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा की स्थिति खासकर उत्तर प्रदेश में बहुत खराब है।
ऐसे विद्यालयों में मुश्किल से एक या दो शिक्षक होते हैं जिनमें से एक मिड-डे-मील का हिसाब किताब करने में ही लगे रहते हैं। एक शिक्षक को मिड-डे-मील का हिसाब देने के लिए बार-बार ब्लॉक ऑफिस जाना होता है। इसके साथ ही उन्हें कई प्रकार की बैठकों में शामिल होना होता है। जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई का कार्य बुरी तरह से प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि गरीब लोग ही प्राथमिक विद्यालयों में अपने बच्चे का नामांकन कराते हैं। लेकिन उन्हें उचित शिक्षा नहीं मिल पाती है। यदि इन विद्यालयों में एक कंप्यूटर प्रशिक्षित कलर्क की नियुक्ति की जाती है तो इससे पठन-पाठन बेहतर ढंग से हो सकेगा।
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गुरुवार, 24 मार्च 2022
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