बसपा को हार, इससे बुरा और क्या होगा: मायावती
संदीप मिश्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव की मतगणना में बहुजन समाज पार्टी को मिली करारी हार, पार्टी मुखिया मायावती को भी भीतर तक बुरी तरह से झक-झोरकर लग गई है। पार्टी की हार से बुरी तरह से गम में डूबी बसपा मुखिया ने जब रूधें गले से कहा कि इससे बुरा और क्या ही होगा ? हमें पत्थर काटकर रास्ता बनाने का काम करते रहना है तो हार का गम साफ दिखाई दिया।
शुक्रवार को बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव की मतगणना में पार्टी को मिली केवल एक सीट पर जीत का गम उनके भीतर साफ दिखाई दिया। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में केवल 1 सीट जीतने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती जब शुक्रवार को पार्टी की हार पर बोली तो उनका अंदाज भावुक दिखाई दिया। आमतौर पर आक्रामक दिखाई देने वाली बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि इससे बुरा और क्या होगा। हमें पत्थर काटकर रास्ता बनाने का काम करते रहना है। चुनाव में मिली हार पर बोलते हुए मायावती बहुत ही भावुक थी और उनका गला रूंधा हुआ था और वह अपने अंदाज से अलग सीखने की बात करती रही। उन्होंने कहा कि हमें मुस्लिम वोटों के सपा में एकमुश्त जाने की सजा झेलनी पड़ी है। लेकिन फिर भी उन्होंने समर्थकों से अपील की है कि चुनाव में मिली इस हार से हमें निराश नहीं होना है और सत्ता में आने तक चुप होकर घर नहीं बैठना है। उन्होंने अपनी इस दलील को लेकर भाजपा और कांग्रेस पर पिछले और मौजूदा हालातों का उदाहरण भी कार्यकर्ताओं के सामने रखा।
बसपा मुखिया ने कहा है कि ऐसे खराब राजनीतिक हालात भाजपा ने भी देखे हैं। जब आजादी के बाद से लंबे समय तक भाजपा को जनता ने राज करने का मौका नहीं दिया। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 से पहले भाजपा की भी ऐसी ही स्थिति थी। अब ऐसे ही हालात से आज कांग्रेस भी गुजर रही है।