सोमवार, 27 दिसंबर 2021

पर्यटक बसों की टक्कर में 5 की मौंत, 10 घायल

पर्यटक बसों की टक्कर में 5 की मौंत, 10 घायल

राणा ओबरॉय        चंडीगढ़। हरियाणा के अंबाला-दिल्ली राजमार्ग पर हीलिंग टच अस्पताल के समीप सोमवार सुबह तीन पर्यटक बसों की हुई टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गयी और 10 अन्य घायल हो गये है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार कटरा से दिल्ली जा रही तीन पर्यटक डीलक्स बसें आज तड़के आपस में टकरा गईं।

लोगों ने पुलिस के साथ बड़ी मशक्कत के बाद बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के समय सभी यात्री बसों में सो रहे थे। आगे वाली बस अचानक रूकने से पीछे से आ रही दोनों बसें आपस में टकरा गईं। हालांकि तीनों बसें राजमार्ग पर किनारे चल रही थीं। इसलिए बड़े हादसे के बाद भी राजमार्ग पर यातायात जारी रहा।

296 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ 'सेंसेक्स'

कविता गर्ग        मुंबई। बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 296 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी लि., एचडीएफसी बैंक और टेक महिंद्रा के शेयरों में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आयी। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के दौरान दिन के न्यूनतम स्तर से 960 अंक सुधरा और अंत में 295.93 अंक यानी 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,420.24 अंक पर बंद हुआ।

इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 82.50 अंक यानी 0.49 प्रतिशत मजबूत होकर 17,086.25 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में तीन प्रतिशत से अधिक की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में टेक महिंद्रा रही। इसके अलावा डा. रेड्डीज, पावरग्रिड, कोटक बैंक, सन फार्मा, आईसीआईसीआई बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा में भी लाभ रहा। दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, मारुति और भारती एयरटेल शामिल हैं।

ब्राह्मण दलित एकता महाभोज का आयोजन: सीएम

अविनाश श्रीवास्तव        पटना। तमाम विवादों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सोमवार को अपने ब्राह्मण दलित एकता महाभोज का आयोजन कर रहे हैं। भोज में बिना लहसुन-प्याज वाली सब्जी बनाई जा रही है। पार्टी के नेताओं के अनुसार, इस भोज में बड़ी संख्या में लोग मांझी आवास पर पहुंचेंगे। इस भोज को लेकर राजधानी की सड़कों पर बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए हैं। मांझी आवास 12 स्टैंड रोड में इसकी तैयारी भी शुरू हो चुकी है। पार्टी के प्रवक्ता अमरेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि एकता महाभोज में ब्राह्मण और दलित की एकता दिखेगी। खुद हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष इस महाभोज में मौजूद रहेंगे। 

उन्होंने कहा कि मांझी ने बड़े ही स्वच्छ मन से इस भोज का आयोजन किया है। इसमें सभी लोगों को शामिल होना चाहिए। अमरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि इस भोज को लेकर कई लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं, सब अफवाह है। बहुत स्वच्छ मन से हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष भोज कर रहे हैं। शुरू से ही हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ब्राह्मण दलित एकता को लेकर कई काम भी किए हैं। इस बार महाभोज का आयोजन अपने आवास पर कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस भोज में पहुंचेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि अपने बयान को लेकर जीतन राम मांझी कई बार खेद प्रकट कर चुके हैं। बावजूद इसके कुछ लोग ब्राम्हण और दलित एकता को तोड़ना चाहते हैं। 

निश्चित तौर पर हम लोग ऐसा नहीं होने देंगे और यही कारण है कि एकता महाभोज का आयोजन हम लोगों ने किया है। उन्होंने कहा इस भोज में चूड़ा, दही, गुड़ खिलाने की व्यवस्था की गई है। लोग पंगत में बैठकर एक साथ इस भोज का आनंद उठाएंगे। इसकी तैयारी करने में हम लोग जुटे हुए हैं। आज शाम तक पूरी तैयारी हो जाएगी।

न्यायिक मजिस्ट्रेट आवास में संस्था का पौधारोपण

न्यायिक मजिस्ट्रेट आवास में संस्था का पौधारोपण    
सियाराम सिंह      
कौशाम्बी। कृष्ण-पक्ष की अष्टमी के पावन पर्व शक्ति साधना दिवस के अति महत्वपूर्ण दिवस पर दिनांक 27 दिसम्बर को परमहंस योगीराज सद्गुरुदेव शक्तिपुत्र महाराज के निर्देशन में भगवती मानव कल्याण संगठन शाखा तहसील मंझनपुर के द्वारा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आवास में आम के पौधे का पौधारोपण किया गया। जिसमें भैया रवीन्द्र योगभारती, तहसील सिराथू के सह सचिव राजेन्द्र अग्रहरि, जिला अध्यक्ष शिवरत्न गुप्ता, तहसील अध्यक्ष शिवराज सिंह, श्याम नारायण त्रिपाठी, प्रदीप यादव, शशांक यादव, राजकुमार यादव, मुकेश पटेल, अभिषेक यादव, सुनील वर्मा, विजय कांत, शशि कांत आदि लोग उपस्थित रहे।
पौधारोपण के इस क्रम मे जिला अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रहरी शिवरत्न गुप्ता अभिषेक यादव रवींद्र विजय कांत ने बतलाया कि वृक्ष का हमारे जीवन मे क्या महत्व है? एवं वृक्ष हमारे जीवन मे किस प्रकार उपयोगी है। इस विषय मे वहाँ पर उपस्थित सभी लोगों को  विस्तार से बताया इसके पश्चात भगवती मानव कल्याण संगठन के लोग हनुमान मंदिर पहुचे। वहां पर वट वृक्ष का पौधारोपण किया। वहाँ पर भी भैया रवींद्र ने अपने शब्दों के माध्यम से सभी ग्रामीण वासियों को वट वृक्ष के बारे में विस्तार से बतलाया वहाँ आने जाने वाले लोग भी अपने वाहन को रोक कर वट वृक्ष की विशेषता को सुनने के लिए आ गए। 
अंत में भगवती मानव कल्याण संस्थान के सदस्य गण फैजी पुर के निकट एक विद्यालय मे गये वहाँ पर पांच अशोक वृक्ष का रोपण किया गया वहाँ पर सभी बच्चों को एकत्रित कर शिक्षकों की उपस्थिति मे भैया रवींद्र योगभारती ने कहा कि हम लोग भगवती मानव कल्याण संगठन शाखा कौशाम्बी से हैं। 
हमारा मुख्य उद्देश्य है, मानवता की सेवा राष्ट्र की रक्षा एवं धर्म की रक्षा करना और रवींद्र भैया ने बच्चों को नशा मांसाहार मुक्त एवं चरित्रवान बनने की प्रेरणा दी और कहा कि यही हमारे संगठन का उद्देश्य भी है। अंत मे भैया रवींद्र ने पर्यावरण की सुरक्षा के विषय मे बतलाया की हमें कैसे अपने पर्यावरण की रक्षा करनी है ? उन्होंने बतलाया कि अशोक वृक्ष अन्य वृक्षों की अपेक्षा अधिक शीतल छाया लाभप्रद है तथा अधिक मात्रा में ऑक्सीजन प्रदान करता है। अशोक वृक्ष की गणना महत्वपूर्ण कुछ देववृक्षों के बीच होती है। वृक्षों का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है, ये  कहा जाए तो वृक्षों से ही पृथ्वी पर जीवन संभव है, वृक्षों से ही बरसात होती है, तथा अनेक प्रकार की औषधियाँ प्राप्त होतीं हैं। फल-फूल, छाया तथा अनेकानेक लाभ प्राप्त होता है और सबसे महत्वपूर्ण ये है कि वृक्ष वायुमंडल में से कार्बनडाइऑक्साइड को ग्रहण करते हैं और बदले में हमें स्वच्छ ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, तथा वृक्ष अपने जीवन भर हमें कुछ न कुछ देता ही है। जीवनपूर्ण होने या सूखने के बाद जलाऊ लकड़ी भी प्रदान करते हैं। इस प्रकार शंखनाद एवं माँ गुरुवर के दिव्य चेतना मंत्रों के साथ पौधारोपण किया गया।

प्रयागराज: जनजागरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया
बृजेश केसरवानी         प्रयागराज। प्रौद्योगिकी संस्थान के मल्टीपरपज हॉल में जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में प्रयागराज के 15 से 29 वर्ष के ऐसे युवा जिन्हे देश के विकास तथा समाज में होने वाले समकालीन विषयों में रुचि है उन्होंने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। नेहरू युवा केंद्र प्रयागराज की जिला युवा अधिकारी जागृति पांडेय ने अतिथियों तथा प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम का निर्देशन किया।
 मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी शिपू गिरी दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य विकास अधिकारी ने युवा संसद के प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम को आयोजित करने में जिला प्रशासन तथा अन्य विभाग अहम भूमिका में रहे। कार्यक्रम के 3 मुख्य हिस्से थे। कार्यक्रम के पहले भाग में माननीय प्रधानमंत्री की फ्लैगशिप योजनाओं तथा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों से संबंधित भाषणों, संबोधनाें तथा नेहरू युवा केंद्र द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों की झलकियों को एल ई डी के माध्यम से प्रतिभागियों को दिखाया गया। कार्यक्रम के दूसरे भाग में लीडरशिप हेतु गतिविधियां आयोजित की गई। 
जिसमें प्रयागराज के विभिन्न विकासखंडों के जागरूक युवाओं ने "बालिकाओं के विवाह की न्यूनतम आयु 18 वर्ष से 21 वर्ष किए जाने से समाज में समानता कैसे स्थापित हो सकेगी" पर अपना विचार व सुझाव व्यक्त किए। इस गतिविधि में निर्णायक मंडल के संयुक्त निर्णय से प्रथम , द्वितीय व तृतीय क्रमशः बहरिया से महिला मंडल सदस्य स्मिता कुशवाहा, जसरा से तनु केशरी तथा चाका से निर्मल कांत पांडेय रहे। जबकि करें से प्रशांत त्रिपाठी और शहर से प्रगति मिश्रा ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किए।

जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन, आश्वासन मिला
अश्वनी उपाध्याय         गाजियाबाद। राजनगर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर सोमवार को सैंकड़ों शिक्षकों ने प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष रवींद्र राणा के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में शिक्षकों ने बताया कि उनकी अधिकांश मांगे पिछले 15 सालों से लंबित पड़ी हैं। अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों से की बार मिलने के बाद भी अभी तक मात्र आश्वासन ही मिले हैं।  

रवींद्र राणा ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा एक अप्रैल 2004 के बाद नियुक्त शिक्षक एवम कर्मचारियों तथा राज्य सरकार द्वारा एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक और कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना बंद कर दी गई। पुरानी पेंशन की बहाली की मांग विगत 15 वर्षों से लंबित है और सरकार इसे मानने को तैयार नहीं है। जबकि यह प्रदेश के 17 लाख कर्मचारियों और शिक्षकों से जुड़ी है। जिसके कारण राज्य के लाखों परिवार असंतुष्ट हैं।

बारिश के कारण दूसरे दिन के खेल को रद्द किया

बारिश के कारण दूसरे दिन के खेल को रद्द किया     

मोमीन मलिक        नई दिल्ली/ प्रिटोरिया। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। मैच के दूसरे दिन का खेल पूरी तरह से बारिश में धुल गया। लगातार हो रही बारिश और मैदान गीला होने के कारण दूसरे दिन के खेल को रद्द कर दिया गया है। दूसरे दिन एक भी गेंद नहीं फेंका गया। कल यानि के मंगलवार को मैच के तीसरे दिन खेल अपने निर्धारित समय पर शुरू होगा और तीसरे सेशन में अतिरिक्त आधे घंटे का खेल होगा। पहले दिन भारत का स्कोर 272/3 था। केएल राहुल 122 रन पर और अजिंक्य रहाणे 40 रन पर नाबाद हैं। 

लगातार हो रही बारिश और मैदान गीला होने के कारण दूसरे दिन के खेल को रद्द कर दिया गया है। दूसरे दिन एक भी गेंद नहीं फेंका गया। पहले दिन भारत का स्कोर 272/3 था। के एल राहुल 122 रन पर और अजिंक्य रहाणे 40 रन पर नाबाद हैं। कल यानि के मंगलवार को मैच के तीसरे दिन खेल अपने निर्धारित समय पर शुरू होगा और तीसरे सेशन में अतिरिक्त आधे घंटे का खेल होगा। 

नींबू और कपूर का सेवन करना फायदेमंद, जानिए

मो. रियाज      नींबू को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन-सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसके साथ ही नींबू वेट लॉस में भी सहायक होता है। लेकिन अगर आप नींबू के साथ कपूर का भी उपयोग करेंगे, तो आपको कई लाभ होंगे। नींबू और कपूर का मिश्रण त्वचा और बालों के साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। इन दोनों के उपयोग से पेट दर्द और दांत के दर्द में भी आराम मिलता है। एक तरफ नींबू औषधीय गुणों से भरपूर होता है। वहीं कपूर का इस्तेमाल भी कई समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। जब नींबू और कपूर को साथ में इस्तेमाल किया जाता है, तो इनके फायदे भी बढ़ जाते हैं। 

1. दांत दर्द में आराम दिलाएं: नींबू और कपूर का इस्तेमाल दांत में दर्द होने पर किया जा सकता है। दांत में दर्द होने पर प्रभावित स्थान पर नींबू का रस और कपूर मिलाकर लगाएं। आप इन दोनों के मिश्रण से कुल्ला भी कर सकते हैं। इससे दांत के दर्द में काफी आराम मिलेगा। इससे कैविटी भी धीरे-धीरे खत्म होगी। आयुर्वेद में दांत में कीड़ा होने पर भीमसेनी कपूर का उपयोग किया जाता है। 

2. पेट दर्द का कैसे करें उपचार: खान-पान की गलत आदतों की वजह से अधिकतर लोग पेट में दर्द से परेशान रहते हैं। यह पेट के दर्द का कारणं है। लोगों को पेट में गैस, एसिडिटी, जलन और दर्द का अहसास होता है। पेट दर्द से राहत पाने के लिए आप नींबू और कपूर को घरेलू उपाय के तौर पर उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए नींबू के रस में कपूर, हींग, अजवाइन और पुदीने का रस मिलाएं। इस मिश्रण को लेने से पेट दर्द में आराम मिलेगा। यह वेट लॉस में भी कारगर है।

3. सिर से जुएं कैसे निकालें: आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा बताते हैं कि कपूर सिर से जुएं मिटाने का एक कारगर घरेलू उपाय है। अगर आपको सिर पर बार-बार जुएं होते हैं, तो नींबू और कपूर का मिश्रण का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए सुहागे को तवे पर सेंके। इसके बाद नींबू के रस में सुहागा और कपूर मिला लें। इस मिश्रण को रात को सोते समय सिर पर लगाएं। सुबह हर्बल शैंपू से बाल धो लें। इससे सिर से जुएं मिट जाते हैं। बेहतर रिजल्ट के लिए आप इस घरेलू उपाय का इस्तेमाल हफ्ते में एक बार कर सकते हैं। आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा बताते हैं कि इस उपयोग से सिर, बालों की खुजली भी दूर होती है।

4. झड़ते बाल कैसे रोकें: झड़ते बालों को रोकने के लिए भी नींबू और कपूर का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए नींबू के रस में कपूर मिलाएं। रात के समय इस मिश्रण को बालों पर लगाएं, सुबह किसी माइल्ड शैंपू से बाल धो दें। इससे बालों का झड़ना बंद होगा। साथ ही यह डैंड्रफ से भी छुटकारा मिलेगा।

5. पैरों की गंदगी कैसे निकालें: पैरों की गंदगी, टैन को निकालने के लिए भी आप नींबू के रस और कपूर का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए टब में गुनगुना पानी लें। इसमें 2 चम्मच नींबू का रस और कपूर डालें।  फिर पैर डुबोकर रखें। हफ्ते में 2-3 बार इस घरेलू उपाय का उपयोग करने से पैरों की गंदगी निकल जाएगी। पैर मुलायम और सुंदर बनेंगे।

युवती पर तेजाब फेंकने की कोशिश की, गिरफ्तार

युवती पर तेजाब फेंकने की कोशिश की, गिरफ्तार       

कविता गर्ग       ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में प्रेम प्रस्ताव ठुकराने पर एक युवती पर कथित तौर पर तेजाब फेंकने की कोशिश करने वाले 38 वर्षीय व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। शांति नगर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी मोहम्मद इकबाल सिकंदर अंसारी ठाणे जिले के  कस्बे में मजदूर का काम करता था। उसे 20 वर्षीय एक युवती से प्रेम हो गया था, लेकिन लड़की के मन में ऐसी कोई भावनाएं नहीं थी।

अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने 22 दिसंबर को महिला पर कथित तौर तेजाब फेंकने की कोशिश की, लेकिन वह बच गई। आरोपी ने युवती के पिता के साथ भी बदसलूकी की और उनके स्कूटर को भी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354(डी), 326(बी) 506(2) , 294 और 427 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

फंदे पर लटका मिला युवती का शव, कार्रवाई जारी  
दुष्यंत टीकम         कोरबा। जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है। यहाँ गजरा बस्ती निवासी स्व.चंदराम कुर्रे की 22 वर्षीय पुत्री रंजना कुर्रे का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। इसकी जानकारी परिजनों को होने पर घर में कोहराम मच गया। इस घटना की सूचना तत्काल बांकी थाना पुलिस को दी गई। बांकी पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना कार्रवाई शुरू कर दी है। 
बटीआई राजेश जांगड़े ने बताया कि पीएम रिपोर्ट के बाद तथा परिजनों से पूछताछ उपरांत ही स्पष्ट किया जा सकता है। मृतका के शव को पीएम के लिए स्थानीय पीएचसी के चीरघर भिजवा दिया गया।

अभिनेत्री के पिता पर फायरिंग की गई: मुंबई

अभिनेत्री के पिता पर फायरिंग की गई: मुंबई     

कविता गर्ग        मुबंई। बिग बॉस फेम और पंजाबी फिल्मों में काम करने वाली अभिनेत्री शहनाज गिल के पिता संतोख सिंह सुख पर कथित तौर पर फायरिंग की गई है। घटना शनिवार शाम अमृतसर के जंडियाला गुरु इलाके में हुई। पुलिस को दिए बयान में सुख ने कहा कि घटना उस वक्त हुई, जब कार को साइड में खड़ा किए जाने के बाद उनके सुरक्षाकर्मी गुरदासपुरिय के ढाबे के पास बने शौचालय गए थे। उन्होंने बताया कि तभी दो लोग बाइक पर सवार होकर आए और कार के पास रुक गए। फिर उनपर फायरिंग करने लगे। इन्होंने उनकी कार पर चार बार गोली चलाई। संतोख सिंह घटना के वक्त अपनी गाड़ी में ड्राइवर के साथ सवार थे और इस घटना में बाल-बाल बचे। उन्होंने अभी दो दिन पहले ही बीजेपी जॉइन की थी। 

वह शनिवार को किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अमृतसर से ब्यास जा रहे थे। उन्होंने कहा कि जब उनके सुरक्षाकर्मियों ने गोलियों की आवाज सुनकर हमलावरों पर ईंटें फेंकी तो वह भाग गए। उन्होंने फिर तुरंत जंडियाला गुरु पुलिस को सूचित किया और पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंच गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस को घटना के बारे में समय पर सूचित कर दिया गया था, लेकिन अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है। मामले में जंडियाला गुरु पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अफसर हरप्रीत सिंह ने कहा कि पुलिस ने घटनास्थल से चार खाली खोखे बरामद किए।


मलाइका का वीडियो, अपने लुक को कंप्लीट किया

कविता गर्ग         मुबंई। बॉलीवुड डीवा मलाइका अरोड़ा पैपराजी की फेवरेट हैं। रविवार की रात को वह करिश्मा कपूर के घर हुई पार्टी में शामिल हुईं। उनके साथ अर्जुन कपूर भी इस पार्टी में पहुंचे थे। मलाइका बेहद हॉट अंदाज में दिखीं। उन्होंने ग्रीन कलर का डीप नेक ब्रालेट पहना हुआ था। इसके साथ उन्होंने ग्रीन शॉर्ट्स और ग्रीन जैकेट पहना था। मलाइका ने अपने लुक को कंप्लीट करने के लिए हाई हील्स कैरी की। साथ ही उन्होंने स्लिंग बैग लिया। उनका एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वह गाड़ी से उतरती नजर आती हैं। मलाइका हाई हील्स की वजह से लड़खड़ा जाती हैं। तभी वहां खड़े एक शख्स ने उन्हें पकड़ लिया जिससे वह गिरते-गिरते बचीं। उन्होंने वहां मौजूद फोटोग्राफर्स को पोज दिया। इस दौरान मलाइका कहती हैं, 'यह एकदम स्लोप (ढलान) पर लगाया है। वीडियो को फोटोग्राफर विरल भयानी ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किया है। 

मलाइका का यह वीडियो आते ही उन्हें यूजर्स ने ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक यूजर ने लिखा- 'मलाइका मैम गिर जाती तो फिर बेइज्जती हो जाती।' एक यूजर ने कहा, 'और करो फैशन।' एक अन्य ने लिखा- 'और ऊंची हील पहनो।' एक यूजर कहते हैं, 'हील्स से अच्छा स्टूल लगा लो पैरों के नीचे।' एक यूजर ने लिखती है, 'एक इंच हील्स में मैं गिर जाती हूं ये मैनेज कैसे करती हैं।' वह अपने मां के घर पहुंची थीं। उनके साथ उनका बेटा अरहान खान भी था। दोनों ने साथ में मीडिया के सामने पोज दिए। मलाइका ने डीप नेक वाली मिनी ड्रेस पहनी थी जबकि अरहान कैजुअल आउटफिट में थे। 



कोरोना 'महामारी' ने नागरिकों को संकट में डाला

कोरोना 'महामारी' ने नागरिकों को संकट में डाला
मनोज सिंह ठाकुर        
भोपाल। कोरोना की दूसरी लहर की कड़वी यादों के बीच साल 2021 मध्यप्रदेश में कई अहम घटनाओं के लिए भी याद रखा जाएगा। वर्ष के मध्य में कोरोना के कारण घोर अनिश्चितताओं के दौर से गुजरने के बाद लोगों के साथ ही सरकार ने भी जीवन पटरी पर लाने के लिए भरसक प्रयास किए और इसके असर भी दिखायी दिए, लेकिन वर्ष के जाते जाते तीसरी लहर की आशंका ने एक बार फिर लोगों के मन में अनेक आशंकाओं को जन्म दे दिया है।
अप्रैल और मई में कोरोना की दूसरी लहर ने सभी नागरिकों को अभूतपूर्व संकट में डाल दिया। देश के विभिन्न हिस्सों की तरह मध्यप्रदेश में भी एक बड़ी आबादी ऑक्सीजन, दवाओं और इलाज के लिए अस्पतालों में भटकती रही और असहाय नजर आई। इन स्थितियों में अनेक प्रिय लोगों को कोरोना ने छीन लिया।
ऐसे भी कई मामले प्रकाश में आए, जहां परिवार के अनेक सदस्य अपनों से हमेशा के लिए बिछड़ गए। साल के अंत तक पंचायत चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आरक्षण ज्यादातर मुद्दों पर भारी पड़ गया, हालांकि लंबी राजनीति के बाद राज्य सरकार की ओर से पंचायत चुनाव संबंधित अध्यादेश वापस लेने के बाद एक बार फिर इन त्रिस्तरीय चुनावों का भविष्य अधर में लटक गया। इसके पहले भी सरकारी नौकरियों और अन्य स्थानों में ओबीसी आरक्षण की अनुगूंज सुनायी दी, लेकिन कानूनी झमेलों के कारण इसका लाभ संबंधित वर्ग को नहीं के बराबर मिल पाया।
वर्ष 2021 की शुरूआत में नजर डालें, तो नए वर्ष की शुरूआत लोगों ने इस उम्मीद के साथ की थी कि कोरोना की पहली लहर के बाद अब लोगों को इस महामारी से छुटकारा मिल जाएगा। इसके साथ ही जनवरी माह में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य भी प्रारंभ हो गया था। फरवरी मार्च माह में जीवन पटरी पर लौटता हुआ दिखने लगा था, लेकिन मार्च माह के अंत में राज्य में कोरोना के केस बढ़ने लगे और इस महामारी की दूसरी लहर देश भर की तरह मध्यप्रदेश पर भी भारी पड़ी।
कोरोना ने एक सांसद और तीन विधायकों को छीन लिया। कोराेना की दूसरी लहर का सबसे पहले शिकार बने खंडवा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान। उसके बाद 26 अप्रैल को कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया का कोराेना के चलते देहांत हो गया। दो मई को कांग्रेस विधायक बृजेन्द्र सिंह राठौर और इसके आठ दिन बाद कोविड संक्रमित भाजपा विधायक जुगल किशोर बागरी ने भी दम तोड़ दिया।
बागरी हालांकि कोरोना से उबर गए थे, लेकिन कोविड के बाद अचानक हुए हृदयाघात के चलते उनकी जान नहीं बच सकी। पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत शर्मा, पार्टी के उपाध्यक्ष विजेश लूनावत और कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा को भी कोरोना की दूसरी लहर लील गई। अनेक चिकित्सक, अस्पताल कर्मचारी, पुलिस अधिकारी कर्मचारी, पत्रकार और मीडिया से जुड़े अनेक कर्मचारी परिवार भी इसकी चपेट में आ गए और वे या परिजन हमारे बीच से चले गए।
अस्पताल में जगह पाने, ऑक्सीजन, दवाइयों, इंजेक्शन और सीटी स्केन कराने के लिए ऐसी जद्दोजहद इस दौर की पीढ़ी ने इसके पहले कभी नहीं देखी। केंद्र सरकार की ओर से सभी को कोरोना के निशुल्क टीके की शुरुआत इस वर्ष की शुरूआत यानी जनवरी माह में ही की गयी थी और साल के अंत तक मध्यप्रदेश में 10 करोड़ 15 लाख से अधिक कोरोना वैक्सीन नागरिकों को दी जा चुकी हैं। पहला डोज लगभग सभी नागरिकों को और 82 प्रतिशत से अधिक को दूसरा डोज भी दिया जा चुका है।
इस बची 21 जून के दिन राज्य ने टीकाकरण का नया कीर्तिमान बनाया। इस दिन करीब 10 लाख टीकाकरण डोज का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन करीब 15 लाख डोज के साथ मध्यप्रदेश ने पूरे देश में एक रिकॉर्ड बनाया। इस दिन को खास बनाने के लिए राज्य सरकार ने इसे महाअभियान का रूप दिया था। स्थान-स्थान पर मतदान की तरह तैयारियां की गईं और प्रभावशाली लोगों को इस अभियान से जोड़ा गया। ग्रीष्मकाल के बाद मानसून के दौरान इस बार ग्वालियर चंबल अंचल में बाढ़ ने खूब कहर ढाया। सैकड़ों गांव पानी से घिर गए। बाढ़ का असर राज्य के अन्य स्थानों पर भी रहा।
हालांकि राहत एवं बचाव कार्य और सेना की मदद के कारण जनहानि नहीं के बराबर हुयी। हालाकि फसलों और संपत्ति आदि का काफी नुकसान हुआ। प्रदेश में इस साल अप्रैल में हुए दमोह विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को तगड़ा झटका लगा, जब उसके उम्मीदवार राहुल सिंह कांग्रेस के अजय कुमार टंडन से पराजित हो गए। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में राहुल सिंह दमोह से कांग्रेस के टिकट पर विजयी हुए थे, लेकिन बाद में वे त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हो गए।
उपचुनाव में भाजपा ने राहुल सिंह पर ही दाव खेला, लेकिन वो कथित भितरघात संबंधी खबरों के बीच उल्टा पड़ गया। उपचुनाव के दौरान ही कोरोना के प्रकोप के कारण कई कर्मचारियों और नेताओं को भी इसकी कीमत चुकानी पड़ी। इसके बाद इस वर्ष एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव हुए, जिनमें भाजपा ने लोकसभा और दो विधानसभा सीट अपने खाते में डाल लीं। भाजपा ने खंडवा लोकसभा सीट के अलावा पृथ्वीपुर और जोबट (अनुसूचित जनजाति) जीत ली। ये दोनों ही विधानसभा सीटें कांग्रेस की परंपरागत सीटें रही हैं।
वहीं, भाजपा को सतना जिले की रैगांव (अनुसूचित जाति) सीट पर पराजय झेलना पड़ी। ओबीसी आरक्षण के मुद्दे ने इस साल पंचायत चुनावों को चर्चाओं में बनाए रखा। लंबे इंतजार के बाद इस साल त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की घोषणा हुई, लेकिन इस मुद्दे को लेकर कई विवादों के बाद कांग्रेस ने उच्च और बाद में उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसला सुनाते हुए पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण रद्द कर दिया, जिसके बाद राज्य में इस मुद्दे पर जमकर राजनीति हुई। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी ये मुद्दा जम कर गूंजा। पक्ष-विपक्ष के बीच खासी बहस हुई। स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा में एक संकल्प लेकर आए, जिसमें कहा गया कि ओबीसी आरक्षण के बिना राज्य में पंचायत चुनाव नहीं होंगे। ये संकल्प सदन में सर्वसम्मति से पारित हुआ।
हालांकि इस पूरे मामले में अंतत: सरकार ने पंचायत चुनाव संबंधित अध्यादेश वापस लेने का फैसला कर लिया। राज्य में इस साल भोपाल और इंदौर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू करने की बहुप्रतीक्षित मांग भी पूरी की गयी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवंबर माह में इसकी अचानक घोषणा की और दिसंबर के प्रथम सप्ताह में इसे लागू कर दिया गया। दिसंबर के तीसरे सप्ताह में मध्यप्रदेश की ठंड ने भी देश भर में सुर्खियां बटोरीं। उत्तर भारत की हाड़ कंपा देेने वाली ठंड के बीच सूबे के कई कस्बे और शहर देश के सबसे ठंडे स्थानों में दर्ज हुए। पचमढ़ी में पारा शून्य से नीचे पहुंच गया।
वहीं छतरपुर का नौगांव कस्बा भी कई दिन तक देश के सबसे ठंडे 10 स्थानों में अपनी जगह बनाए रखा। मध्यप्रदेश के इतिहास में ये साल नाम परिवर्तन के लिए भी याद रखा जाएगा। देश के पहले विश्वस्तरीय स्टेशन राजधानी भोपाल के हबीबगंज स्टेशन को इस साल भोपाल की रानी ‘रानी कमलापति’ का नाम दिया गया।
वहीं भोपाल के ऐतिहासिक मिंटो हॉल को भाजपा के पितृ पुरुष कुशाभाऊ ठाकरे का नाम दिया गया। मिंटो हॉल का नाम बदले जाने की लंबे समय से मांग की जा रही थी, जिसके बाद 26 नवंबर को इसी हॉल में हुई भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने इसका नाम बदले जाने की घोषणा की। इसी तरह इंदौर के पातालपानी स्टेशन को आदिवासी जननायक ‘टंट्या मामा’ का नाम दिए जाने की भी मुख्यमंत्री ने घोषणा की।
इसी साल 15 नवंबर को जनजातीय नायक बिरसा मुंडा जयंती पर राजधानी भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में ‘जनजातीय गौरव दिवस’ का भव्य आयोजन हुआ। इस आयोजन में राजधानी भोपाल में करीब ढाई लाख आदिवासियों ने शिरकत की और सरकार की ओर से आदिवासियों के हित में अनेक घोषणाएं की गयीं। वर्ष के दौरान आदिवासियों के हितों को लेकर भी सत्तारूढ़ दल और विपक्षी नेताओं में राजनैतिक बयानबाजी देखी गयी।
इस वर्ष सितंबर अक्टूबर में राज्य सरकार ने कोरोना संबंधी प्रतिबंध धीरे धीरे हटाने प्रारंभ किए थे और ये पूरी तरह हट भी गए थे, लेकिन दिसंबर माह में कोरोना खासतौर से नए वेरिएंट ओमिक्रोन की उपस्थिति के साथ ही तीसरी लहर की आशंका के चलते प्रतिबंध फिर से लगाना प्रारंभ कर दिए गए हैं। अब नागरिक तीसरी लहर की आशंका के बीच इस वर्ष को विदा करते हुए दिख रहे हैं। हालाकि वैक्सीनेशन के कारण उम्मीद जतायी जा रही है कि अब शायद हमें पूर्व की तरह नुकसान नहीं होगा।

राज्य मंत्रिमंडल की सिफारिशों को स्वीकार किया

कविता गर्ग      मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि राज्यपाल के लिए राज्य मंत्रिमंडल की सिफारिशों को स्वीकार करना अनिवार्य है। उन्होंने यह टिप्पणी तब की है, जब एक दिन पहले महाराष्ट्र सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन के अध्यक्ष पद का चुनाव कराने की अनुमति मांगने के लिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। राउत ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पढ़ते बहुत हैं। लोकतंत्र में बहुत ज्यादा पढ़ना अच्छा नहीं है। मायने यह रखता है कि लोगों की आवाज सुनी जाए। राज्यपाल के लिए मंत्रिमंडल की सिफारिशों को स्वीकार करना अनिवार्य है।” राज्य के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे (शिवसेना), राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट (कांग्रेस) और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) ने रविवार की शाम को यहां राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की थी।

बाद में थोराट ने कहा था कि उन्होंने कोश्यारी को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का लिखा एक पत्र सौंपा है जिसमें विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव करने के लिए उनकी अनुमति मांगी गयी है। कांग्रेस नेता ने कहा, ”राज्यपाल ने मतदान के बजाय ध्वनि मत से चुनाव कराने को लेकर विधायिका के नियमों में संशोधन की जानकारियां मांगी हैं। उन्होंने कहा कि वह कानूनी विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे, उनसे और अधिक जानकारी लेंगे तथा कल तक अपने फैसले के बारे में बताएंगे।” शिंदे ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराने की प्रक्रिया में बदलाव नियमों के अनुसार किया गया है और उन्हें विश्वास है कि राज्यपाल जल्द ही अपनी मंजूरी दे देंगे। राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर को शुरू हुआ और यह 28 दिसंबर को खत्म होगा। इस साल फरवरी में नाना पटोले के कांग्रेस प्रमुख का पदभार संभालने के लिए विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद यह पद खाली पड़ा है।

ब्राह्मण नेताओं ने जेपी नड्डा से मुलाकात की: भाजपा

संदीप मिश्र      लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ब्राह्मण नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा से सोमवार को मुलाकात की। इससे एक दिन पहले इन नेताओं ने राज्य में इस समुदाय के मतों को अपने पक्ष में करने के लिए विचार-विमर्श किया था। उत्तर प्रदेश में अगले साल के शुरू में विधानसभा चुनाव होने हैं। नड्डा के साथ हुई बैठक में इस समुदाय संबंधी विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। इससे पहले, उत्तर प्रदेश से भाजपा के एक दर्जन से अधिक ब्राह्मण नेताओं ने समुदाय के सदस्यों तक पहुंचने की रणनीति बनाने के लिए राज्य में पार्टी के चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर रविवार को एक बैठक की थी।

सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने समुदाय के ब्राह्मण सदस्यों तक पहुंचने के लिए एक समिति बनाई है, जिसके सदस्य राज्यसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक शिव प्रताप शुक्ला, पार्टी नेता अभिजीत मिश्रा, पूर्व राष्ट्रीय सचिव एवं गुजरात से सांसद राम भाई मोकारिया और महेश शर्मा हैं। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा समेत ब्राह्मण नेता राज्य के अपने-अपने क्षेत्रों में समुदाय के सदस्यों तक पहुंचेंगे। मिश्रा के बेटे को लखीमपुर खीरी हिंसा में गिरफ्तार किया गया है। उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।

दिग्विजय के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया जताईं

मनोज सिंह ठाकुर        इंदौर। मध्यप्रदेश भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह पर हमला बोलते हुए कहा है कि अगर वह गो मांस खाना उचित मानते हैं, तो उन्हें अपना नाम बदलकर “दिग्विजय खान” रख लेना चाहिए। गोमांस के बारे में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विनायक दामोदर सावरकर के कथित विचारों को लेकर दिग्विजय सिंह के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए विजयवर्गीय ने इंदौर में रविवार रात संवाददाताओं से कहा, “सिंह कुछ भी कह सकते हैं। क्योंकि वह अब राजनीति से सेवानिवृत्त होने वाले हैं।

भाजपा महासचिव ने कहा कि यदि सिंह गोमांस खाना उचित मानते हैं, तो उन्हें अपना नाम बदलकर दिग्विजय खान रख लेना चाहिए। सिंह ने शनिवार को भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान विवादित बयान में कहा था। स्वयं सावरकर ने अपनी किताब में कहा है कि हिंदू धर्म का हिंदुत्व से कोई संबंध नहीं है। खुद सावरकर ने यह भी कहा है कि गोमांस खाने में कुछ भी खराबी नहीं है।

राजस्थान: सर्द हवाओं से जनजीवन प्रभावित हुआ

नरेश राघानी       जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित राज्य के कई इलाकों में बीते 24 घंटे में बारिश दर्ज की गई तथा कोहरे एवं सर्द हवाओं से जनजीवन प्रभावित हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटे में जयपुर, अजमेर, अलवर, सीकर और नागौर सहित अनेक जिलों में बारिश हुई। इस दौरान राजधानी जयपुर में 4.9 मिमी., अलवर में 3.2 मिमी., संगरिया में 2.0 मिमी., नागौर में 2.0 मिमी., बीकानेर में 1.8 मिमी., अजमेर में 1.6 मिमी., सीकर में 1.0 मिमी., चुरू में 0.4 मिमी. बारिश दर्ज की गई। 

इसके अलावा गंगानगर, करौली और पिलानी आदि इलाकों में बूंदा-बांदी हुई। इसके साथ ही सर्द हवाएं चलने से आम जनजीवन और धुंध छाने से आवागमन प्रभावित हुआ। वहीं राज्य में रात का न्यूनतम तापमान संगरिया में 8.5 डिग्री सेल्सियस और गंगानगर 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

धार्मिक नेता कालीचरण के खिलाफ मामला दर्ज किया 

दुष्यंत टीकम       रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की पुलिस ने महात्मा गांधी के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी करने और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा करने के आरोप में हिंदू धार्मिक नेता कालीचरण महाराज के खिलाफ मामला दर्ज किया है। राजधानी रायपुर के रावणभाठा मैदान में रविवार शाम को दो दिवसीय ‘धर्म संसद’ के अंतिम दिन कालीचरण महाराज ने अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी की थी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा की थी।

इस दौरान कालीचरण महाराज ने लोगों से कहा था कि उन्हें धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार के मुखिया के तौर पर चुनना चाहिए। उनके इस बयान पर राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेताओं ने आपत्ति जताई थी। रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे की शिकायत पर पुलिस ने शहर के टिकरापारा थाने में कालीचरण महाराज के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कालीचरण महाराज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 505 (2)(विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) और 294 (अश्लील कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है।कालीचरण महाराज के बयान की निंदा करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने रविवार को कहा था कि महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल बेहद आपत्तिजनक है और कालीचरण को पहले यह साबित करना चाहिए कि वह एक संत हैं।

शांति व्यवस्था को बिगाड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई

दुष्यंत टीकम      रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महत्वपूर्ण ऐलान किया है। शांति व्यवस्था को बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा - चूहों के बिल में अगर पानी डालो तो एक साथ छटपटा कर बाहर भागते हैं, अफरा तफरी मच जाती है। राहुल गांधी जी ने देश के सामने 'हिन्दू' और 'हिंदुत्ववादी' का जबसे अंतर स्पष्ट किया है, हिंदुत्ववादियों की टोली में अफरा-तफरी मच गई है। इन पाखंडियों की वर्षों की नफरत की दुकान बंद हो रही है।

बापू को गाली देकर, समाज मे विष वमन करके अगर किसी पाखंडी को लगता है कि वो अपने मंसूबों में कामयाब हो जाएंगे, तो उनका भ्रम है। उनके आका भी दोनों सुन लें। भारत और सनातन संस्कृति दोनों की आत्मा पर चोट करने की जो भी कोशिश करेगा। न संविधान उसे बख्शेगा, न जनता उन्हें स्वीकार करेगी। दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धर्म संसद में महात्मा गांधी पर विवादित बयान देने वाले बाबा कालीचरण के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने कहा कि कानून से बढ़कर कोई नहीं है। मामले में विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाए। बता दें कि राजधानी के रावणभाटा ग्राउंड में आयोजित धर्म संसद में कालीचरण बाबा ने विभाजन के लिए महात्मा गांधी को जिम्मेदार ठहराते हुए नाथूराम गोड़ने का महिमामंडन किया था। इस बयान के बाद निगम सभापति प्रमोद दुबे ने एफआईआर तो पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी।

'केपीसीसी' ने सांसद थरूर की आलोचना की: कांग्रेस

राणा ओबरॉय        चंडीगढ़। पंजाब और उत्तराखंड के बाद अब केरल कांग्रेस में भी कलह शुरू हो गई है। पार्टी के खिलाफ जाने को लेकर केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के सुधाकरन ने सांसद शशि थरूर को चेतवनी दी है। कन्नूर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष के सुधाकरन ने पार्टी सांसद शशि थरूर की आलोचना की और कहा कि वह या तो पार्टी के फैसलों का पालन करें या पार्टी छोड़ सकते हैं। केरल कांग्रेस में शशि थरूर को लेकर उस वक्त नाराजगी बढ़ गई। जब उन्होंने सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की सेमी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना के खिलाफ यूडीएफ सांसदों द्वारा केंद्र सरकार को भेजे जा रहे एक पत्र पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। 

इतना ही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष का पारा उस वक्त और चढ़ गया जब थरूर ने आग में घी डालते हुए, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की 'निवेश अनुकूल' पहल के लिए खुले तौर पर उनकी प्रशंसा कर दी। हालांकि, के सुधाकरन ने हाल के घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। हर किसी की अपनी राय है। अगर वह पार्टी के नियमों का पालन करता है तो वह पार्टी में रहेगा, अन्यथा, वह इससे बाहर हो जाएगा चाहे वह शशि थरूर हो या के सुधाकरन, एक व्यक्ति जो पार्टी का सांसद है, उसे पार्टी के फैसलों को खारिज नहीं कर सकता। बता दें कि इससे पहले थरूर ने एक ट्वीट के जरिए अपने सहयोगियों की नाराजगी का जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि कुछ मुद्दों में राजनीतिक मतभेदों को अलग रखना जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि वह सिल्वर लाइन परियोजना पर अध्ययन करने के बाद अपनी राय प्रकट करेंगे।



10 अफ्रीकी देशों पर लगें प्रतिबंध हटें, सीमा संबंध

10 अफ्रीकी देशों पर लगें प्रतिबंध हटें, सीमा संबंध

अखिलेश पांडेय      सिंगापुर। सिंगापुर ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के कारण 10 अफ्रीकी देशों पर लगाए प्रतिबंध हटा दिए हैं। जबकि प्राधिकारियों को आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों के तेजी से दोगुना होने की आशंका है। अब, जो यात्री पिछले 14 दिन में बोत्सवाना, इस्वातिनी, घाना, लेसोथो, मलावी, मोजाम्बिक, नामीबिया, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे होते हुए सिंगापुर लौटेंगे, वे रविवार रात 11 बजकर 59 मिनट से देश के ‘श्रेणी चार’ सीमा संबंधी नियमों के दायरे में आएंगे। इन देशों से आने वाले यात्रियों को सिंगापुर के लिए रवाना होने से दो दिन पहले पीसीआर जांच करानी होगी और उनके यहां पहुंचने के बाद भी उनकी पीसीआर जांच की जाएगी। उन्हें 10 दिन पृथक-वास में रहना होगा। पृथक-वास की अवधि पूरी होने के बाद एक बार फिर पीसीआर जांच की जाएगी।

इससे पहले, इन देशों से आने वाले दीर्घावधि के पासधारकों और कम अवधि के लिए आने वाले लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं थी। वहीं, इन देशों से आने वाले सिंगापुर के नागरिकों और स्थायी निवासियों के लिए 10 दिन तक निर्धारित केंद्रों में पृथक रहना अनिवार्य था। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ओमीक्रोन स्वरूप की अधिक संक्रामकता को देखते हुए स्थानीय मामलों के फिर से बढ़ने की आशंका है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘आगामी दिनों और सप्ताहों में, हमें सामुदायिक स्तर पर (स्थानीय) मामले बढ़ने और इनके दोगुने होने की आशंका है।’’

इस बीच, समाचार पत्र ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ ने कोविड-19 संबंधी कई मंत्रालयों के कार्य बल (एमएमटीएफ) के हवाले से बताया कि सिंगापुर ने कार्य पास, दीर्घकालीन पास और स्थायी निवास के आवेदनों की मंजूरी के लिए टीकाकरण को अगले साल एक फरवरी से अनिवार्य बना दिया है। ‘चैनल न्यूज एशिया’ ने मंत्रालय के हवाले से बताया कि यदि हर व्यक्ति टीकाकरण कराए, ‘बूस्टर’ खुराक ले, नियमित रूप से अपनी जांच कराए और संक्रमित पाए जाने पर स्वयं पृथक-वास में रहे, तो संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।सिंगापुर में शनिवार तक ओमीक्रोन स्वरूप के 546 मामलों की पुष्टि हुई, जिनमें से 443 लोग विदेशों से आए हैं। सिंगापुर में रविवार को कोविड-19 के 209 नए मामले सामने आए। देश में संक्रमण से अभी तक 822 लोगों की मौत हो चुकी है और कुल 2,77,764 लोग संक्रमित पाए गए हैं।

पाकिस्तानी सियासत में बदलाव, स्क्रिप्ट तैयारी हुईं

सुनील श्रीवास्तव      इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सियासत में एक बार फिर बड़े बदलाव की स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी है। खबरों के मुताबिक, नवंबर 2019 से लंदन में रह रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ नए साल 2022 के पहले महीने में मुल्क लौट रहे हैं। पाकिस्तान में फौज के समर्थन के बिना किसी सरकार का सत्ता में रहना नामुमकिन है। फौज ही तब्दीली के नाम पर इमरान को सत्ता में लाई, लेकिन वो पूरी तरह नाकाम रहे। मुल्क में उनके खिलाफ नफरत पैदा हो चुकी है। इमरान की कारगुजारियों की वजह से फौज की भी फजीहत हो रही थी। लिहाजा, बीच का रास्ता खोजा गया है। तीन साल से चुप पाकिस्तान का मेन मीडिया भी अब खुलकर नवाज की वापसी और इमरान के दिन लदने की खबरें देने लगा है। आइए इस पूरे मामले की तह तक चलते हैं।

सबसे पहले ये जान लेते हैं कि नवाज का जिक्र अचानक क्यों होने लगा? 3 दिन पहले पाकिस्तान के बड़े और गंभीर पत्रकार सलीम साफी ने एक ट्वीट किया। कहा- नवाज जनवरी 2022 में पाकिस्तान लौट रहे हैं। मुल्क की सियासत में बदलाव का वक्त है। इस ट्वीट को हर किसी ने गंभीरता से लिया, क्योंकि हालात भी कुछ इसी तरफ इशारा कर रहे थे। बाद में एक और सीनियर जर्नलिस्ट नजम सेठी ने कहा- सलीम साफी बिल्कुल सही कह रहे हैं। नवाज के मुल्क लौटने की स्क्रिप्ट पर काम 3 महीने से चल रहा हैं। दुनिया के ज्यादातर मुल्कों में फौज चुनी हुई सरकार के मातहत काम करती है। पाकिस्तान में बिल्कुल उल्टी गंगा बहती है। यहां फौज और आईएसआई सरकार बनाने और गिराने में सबसे अहम रोल प्ले करते हैं। नवाज को फौज के विरोध की वजह से कुर्सी गंवानी पड़ी थी। बदलाव के तौर पर इमरान को लाया गया। उन्हें यूटर्न और सिलेक्टेड प्राइम मिनिस्टर कहा जाता है। थक-हारकर फौज को फिर नवाज की तरफ ही देखना पड़ा।

अब इशारे समझें। सिर्फ तीन महीने पहले तक नवाज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अवाम से बात करते थे। इस दौरान फौज-ISI के अफसरों का नाम लेकर उनकी कारगुजारियां उजागर करते थे। फौज के सामने दोहरी मुसीबत आ गई। पहली- इमरान हर मोर्चे पर नाकाम हो गए। दूसरा- नवाज सीधा नाम ले-लेकर फौज पर हमले कर रहे थे। मुल्क में आर्मी और आईएसआई विलेन के तौर पर देखे जाने लगे। पाकिस्तान में दो ही बड़ी सियासी पार्टियां हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी। अब इस फेहरिस्त में आप इमरान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को भी गिन सकते हैं। लेकिन, सच्चाई ये है कि इमरान की पार्टी में 80% नेता वही हैं, जो पहले पीपीपी या पीएमएल-एन में रह चुके हैं। पीपीपी को सिर्फ सिंध प्रांत की पार्टी माना जाता है। बाकी सूबों में उसका असर-ओ-रसूख या फिर कहें जनाधार बेहद कम है। बेनजीर भुट्टो जैसा करिश्मा न तो आसिफ अली जरदारी में है और न उनके बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी में। आसिफ अली जरदारी 66 साल के हैं, लेकिन काफी बीमार रहते हैं। बिलावल को मुल्क की सियासत में नौसिखिया समझा जाता है। लिहाजा, मुल्क हैंडल करने के लिहाज से मिसफिट माने जाते हैं।

पीएमएलएन के मुखिया नवाज हैं। भाई शहबाज शरीफ और बेटी मरियम नवाज दोनों पॉलिटिकली मैच्योर और एक्टिव हैं। इमरान और फौज के सामने उन्होंने घुटने नहीं टेके। दोनों के कई केसों में फंसाया भी गया। पाकिस्तान की फौज हो या सियासत, दोनों के बारे में एक बात मशहूर है कि इनमें 80 से 90% लोग पंजाब प्रांत के होते हैं सिर्फ पंजाब ही नहीं, मुल्क के दूसरे हिस्सों में ताकतवर है। नवाज तो आज भी पाकिस्तान के सबसे मशहूर नेता हैं। नजम सेठी के मुताबिक- पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन दो हिस्सों में होगा। मुमकिन है कि इमरान को फरवरी या मार्च तक कुर्सी छोड़ने पर मजबूर किया जाए। बचा हुए कार्यकाल के लिए पीटीआई का ही कोई और चेहरा लाया जाए। ये विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी हो सकते हैं। वो फौज के भी लाड़ले हैं। अगले साल वैसे भी जनरल इलेक्शन होने हैं। इसके बाद नवाज, शहबाज या मरियम में से किसी को पीएम बनाया जाए। नवाज का नाम यहां भी सबसे आगे है। इसके लिए वो मुल्क लौटकर कुछ वक्त जेल में गुजारेंगे। फौज और अदालत मिलकर उनके केस खत्म कराएंगे और फिर सत्ता में वापसी का रास्ता साफ हो जाएगा। इमरान को खतरे का अंदाजा है। पिछले हफ्ते के आखिर में इमरान ने कैबिनेट मीटिंग की। इसकी खबरें लीक हो गईं। इनके मुताबिक, मीटिंग में इमरान ने साफ कहा था कि एक करप्ट लीडर को चौथी बार मुल्क का वजीर-ए-आजम बनाने की तैयारियां हो रही हैं।

एक बात और हुई और उसका जिक्र बेहद जरूरी है। दरअसल, पिछले दिनों इमरान और पीटीआई के गढ़ खैबर-पख्तूनख्वा में लोकल बॉडी इलेक्शन हुए। पूरे राज्य में पीटीआई एक मेयर की सीट भी नहीं जीत सकी। हार से गुस्साए इमरान ने कहा- अगली बार मैं खुद कैम्पेन करने जाऊंगा। बहरहाल, सियासी जानकारों ने कहा- मुल्क के हालात इतने खराब हैं कि पीटीआई के वर्कर्स को गांव और गलियों में घुसने तक नहीं दिया जा रहा।

'ओमिक्रोन' के केस में बढ़ोतरी, भय का माहौल: यूएसए

अखिलेश पांडेय         वाशिंगटन डीसी। जब से कोरोना के नये वेरिएंट  का पता चला है। तब से लोगों के मन में इसे लेकर लगातार भय का माहौल बना ही हुआ है। अमेरिका में लगातार कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के केस में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। ओमिक्रोन वेरिएंट पर बात करते हुए व्हाइट हाउस ने बताया कि ओमिक्रोन बड़ी संख्या में बच्चों को संक्रमित कर रहा है। इसके कारण बड़ी संख्या में बच्चों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों में न्यूयॉर्क में 18 साल से कम उम्र के बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या 4 गुना तक बढ़ी है।

इसके साथ ही अमेरिका के हेल्थ विभाग ने बताया कि इन भर्ती होने वाले बच्चों में 5 साल से कम उम्र के 50 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे हैं जिन्हें फिलहाल अमेरिका (America) में वैक्सीन नहीं लगाई जा रहा है। के द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार अमेरिका में करीब 1,90,000 तक रोज नये कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि क्रिसमस और न्यू ईयर के इस फेस्टिव सीजन में संक्रमण का दर और तेजी से बढ़ सकता है। अमेरिका के महामारी एक्सपर्ट डॉ. एंथनी फाउचीने कहा कि अमेरिका में टेस्टिंग की रफ्तार कम है जिसे कुछ ही दिनों में कई गुना तक बढ़ा दिया जाएगा। डॉ. एंथनी फाउची ने ओमिक्रोन वेरिएंट पर बात करते हुए कहा कि हमें इस समय बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। इसके लिए हर जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अमेरिका में कई फ्लाइट्स को कैंसल किया जा रहा है क्योंकि बहुत से फलाइट अटेंडेंट अभी संक्रमित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ओमिक्रोन वेरिएंट को डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक माना जा रहा है। लेकिन इसके फैलने की रफ्तार डेल्टा से कहीं ज्यादा है। अगर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती है तो यह हेल्थ सिस्टम पर बहुत ज्यादा दबाव बढ़ाएगा जिससे यह बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है।



यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...