वाशिंगटन डीसी। दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका पहली बार अपने कर्ज पर डिफॉल्ट करने की स्थिति में पहुंच गया है। अमेरिका ने 1 अगस्त को 28.48 लाख करोड़ डॉलर का डेट लिमिट दोबारा लागू किया था। ट्रेजरी सेक्रेटरी जेनेट येलेन उस वक्त से ही देश के वित्त पर नजर रख रही हैं और इमरजेंसी एकाउंटिंग मानक अपना रही हैं। इसे एक्स्ट्राऑर्डिनरी मेजर्स कहते हैं। इन कदमों के जरिए सरकार कर्ज की सीमा तोड़े बिना अतिरिक्त लोन लेती रहती है। विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया के दो ताकतवर देशों के इस संकट का असर पूरी दुनिया के वित्तीय सिस्टम पर पड़ सकता है।
गोल्ड मैन सेक्स के विश्लेषकों ने कहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लोगों ने बढ़ते कर्ज संकट को छुपाने की कई कोशिश की है। इसके बाद भी चीन में 8.2 लाख करोड़ डॉलर का कर्ज़ डिफॉल्ट होने की आशंका बढ़ गई है। चीन की स्थानीय सरकार अपने फाइनेंसिंग व्हीकल के जरिए यह लोन लेकर डेवलपमेंट के काम कर रही हैं, जिसे वापस करना अब मुश्किल हो रहा है।
अविनाश श्रीवास्तव
पटना। शुक्रवार को नीतीश कैबिनेट की बैठक में बालू खनन को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। बालू घाट बंदोबस्ती की अवधि का 31 मार्च 2022 तक के लिए विस्तार करने के फैसले पर मुहर लग गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में 18 एजेंडों पर मुहर लगी है।