गुरुवार, 19 अगस्त 2021

अफगान में पूरी तरह से तालिबान का कब्जा हुआ

काबुल। अफगानिस्तान में अब पूरी तरह से तालिबान का कब्जा हो गया है। अशरफ गनी देश छोड़कर संयुक्त राष्ट्र अमीरात भाग चुके हैं और 15 अगस्त से ही तालिबानियों ने काबुल पर कब्जा जमा रखा है। फिलहाल, अफगानिस्तान में अफरा-तफरी का माहौल है और उसका भविष्य अनिश्चतिताओं से भरा दिख रहा है। अफगानिस्तान में 20 साल बाद तालिबानी राज की वापसी से एक ओर जहां कई देश चिंता में डुबे हुए हैं, वहीं कुछ देसों की बाछें खिल गई हैं। पाकिस्तान जहां अफगानिस्तान में तालिबान राज को मौके के रूप में देख रहा है।

वहीं रूस और ईरान मन ही मन खुश हो रहे हैं। तालिबान के सहारे चीन तो वैतरणी ही पार करना चाहता है। यही वजह है कि शुरू से ही पाकिस्तान, चीन और रूस तालिबान के समर्थन में दिख रहे हैं। तो चलिए जानते हैं। आखिर ये देश अफगानिस्तान में तालिबानी राज की वापसी से इतने खुश क्यों है। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की खबर सुनकर जिस चीन की बांछें खिल गई थीं, अब अफगान में तालिबान राज से उसकी खुशी दोगुनी हो गई है। अफगानिस्तान में तालिबान का समर्थन कर रहे चीन को अपना बड़ा फायदा दिख रहा है।

क्योंकि अफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान की वापसी से चीन की सबसे बड़ी टेंशन भी खत्म हो गई है। तालिबान ने भरोसा दिलाया है कि शिनजियांग प्रात में उइगर इस्लामिक आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देगा। बीते दिनों तालिबानी प्रतिनिधिमंडल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी इन से तियांजिन में मुलाकात की थी और यह भरोसा दिलाया था कि वह अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल उइगुर चरमपंथियों के अड्डे के तौर पर नहीं होने देगा। इसके अलावा चीन को मध्य एशिया तक पहुंचने का अफगानिस्तान सबसे बेहतर जरिया दिख रहा है। चीन की मंशा अफगानिस्‍तान को भी चाइना-पाकिस्‍तान आर्थिक कॉरिडोर का हिस्‍सा बनाने की है। चीन बेल्ट एंड रोड एनीशिएटिव के तहत अफगानिस्तान में निवेश करने की फिराक में है। चीन अफगानिस्तान को अपना बड़ा मार्केट के तौर पर भी देख रहा है। साथ ही अफगान के रास्ते मध्य एशिया तक पहुंच स्थापित करके अमेरिकी वर्चस्व को भी खुली चुनौती देना चाहता है। 

विधायक ने फीता काटकर शिविर का शुभारंभ किया

दुष्यंत टीकम          
रायपुर। रायपुर के खरोरा आशीर्वाद हॉस्पिटल एवं रिम्स मेडिकल ( रिम्स मेडिकल कॉलेज की शाखा ) द्वारा नि:शुल्क डॉक्टरों द्वारा जांच नि:शुल्क चिकित्सक परामर्श नि:शुल्क खून जांच नि:शुल्क दवा वितरण स्वैच्छिक रक्त दान शिविर सिकलिंग, थैलेसिमिया, गर्भवती माताओं के लिए यह रक्तदान शिविर का आयोजन आशीर्वाद हॉस्पिटल खरोरा में किया गया था।जिसमें धरसींवा विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने फीता काटकर रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक श्रीमती शर्मा ने स्वयं का चेकअप भी करवाया। साथ ही जिन लोगो ने रक्तदान किया उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। इससे पहले आशिर्वाद हास्पीटल की ओर से अनुराग दुबे एवं रिम्स हास्पिटल के डाक्टरों ने विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा का स्वागत किया। 
कार्यक्रम में रविंदर बबलू भाटिया -प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस छ.ग, पन्ना देवांगन उपाध्यक्ष न.पं.खरोरा,श्रीमति अबिका बंछोर -खरोरा एल्डर मैन,राजा भाटिया,सोनू साहू, ब्लॉक अध्यक्ष युवा कांग्रेस खरोरा, डागेश्वर जोशी, मीडिया प्रभारी धरसींवा विधानसभा व समस्त हॉस्पिटल स्टाफ उपस्थित रहे।

मोहर्रम का पर्व शांतिपूर्ण तरीके से मनानें का निर्देश

कौशाम्बी। मोहर्रम पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए उप जिला अधिकारी सिराथू के नेतृत्व में सैनी कोतवाली और कड़ा कोतवाली में बैठक आयोजित की गई है। दोनों थाने की बैठक में उप जिला अधिकारी सिराथू ने कहा कि मोहर्रम का पर्व शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जाने का निर्देश शासन ने दिया है। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देश के अनुसार मोहर्रम का पर्व मनाया जाए। 
प्रशासन और पुलिस त्यौहार मनाने वालों के सहयोग में हमेशा साथ में खड़ी हैं। उन्होंने कहा कि त्यौहार के दौरान किसी को दिक्कत ना हो इस बात को विशेष ध्यान दिया जाए और साथ में कोविड-19 गाइडलाइन का पालन किया जाए। इस दौरान कड़ा धाम कोतवाल उपनिरीक्षक के साथ-साथ सैनी कोतवाल तेजबहादुर सिंह, अतिरिक्त निरीक्षक रणंजय सिंह ,उपनिरीक्षक क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति नेता ग्राम प्रधान समाजसेवी धर्मगुरु ताजियेदार आदि लोग मौजूद रहे।
सन्तलाल मौर्य 

यूपी: मुख्तलिफ जाकिरों ने शहीदों का जिक्र किया

बृजेश केसरवानी         
प्रयागराज। माहे मोहर्रम की नवीं को बख्शी बाज़ार, अहमदगंज, रानीमण्डी,दरियाबाद,करैली,शाहगंज,घंटाघर सहित विभिन्न इमामबाड़ो मे दस रोज़ के अशरे की नवीं मजलिस मे मुख्तलिफ जाकिरों ने करबला के शहीदों का ज़िक्र किया। चक ज़ीरो रोड इमामबाड़ा डीप्यूटी ज़ाहिद हुसैन मे मौलाना रज़ी हैदर ने करबला के नन्हे मुजाहिद हज़रत अली असग़र की हुरमुला द्वारा तीन मुँह के तीर से गला छेद कर शहीद करने का मार्मिक अन्दाज़ मे वर्णन किया। मजलिस के बाद हज़रत अली असग़र का झूला व ताबूत हज़रत अली अकबर निकाला गया।अन्जुमन हुसैनिया कदीम के बुज़ुर्ग नौहाख्वान शाह बहादर ने ग़मगीन नौहा पढ़ा तो हर ओर से आहो बुका की सदा गूँजने लगी।
अक़ीदतमन्दों ने झूला अली असग़र व ताबूत अली अकबर पर फूल माला चढ़ाते हुए मन्नत व मुरादें मांगी।झूले व ताबूत को इमामबाड़े के अन्दूरीनी हिस्से मे गश्त कराकर महिलाओं के बीच भी ले जाया गया। जहा महिलाओं ने नौहा और मातम किया। अन्जुमन हैदरिया रानी मण्डी के हसन रिज़वी,सज्जाद अली सहित अन्य नौहाख्वानो ने शहर भर के इमामबाड़ो मे गश्ती करते हुए नौहे और मातम का नज़राना पेश किया।मजलिस व मातम मे गौहर काज़मी,मंज़र कर्रार,नजीब इलाहाबादी,अरशद नक़वी,ताशू अल्वी, सै.मो.अस्करी, ज़ामिन हसन,मुन्तज़िर रिज़वी,तय्याबैन आब्दी,अल्मास हसन,माहे आलम,शजीह अब्बा,रौनक़ सफीपुरी,हसन नक़वी आदि शामिल रहे।

चन्द्रशेखर पार्क में फोटोवॉक का आयोजन किया

बृजेश केसरवानी         
प्रयागराज। विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर हॉकआइड फोटोग्राफर्स ने चन्द्रशेखर आजाद पार्क में फोटोवॉक का आयोजन किया। इस दौरान फोटोग्राफर्स के लिए एक प्रतियोगिता भी रखी गई। जिसमें कई सारे फोटोग्राफर ने हिस्सा लिया। 
प्रतियोगिता सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद सभी प्रतियोगियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किया गया। इस कार्यक्रम में मोहम्मद शहबाज़, शिवांकी जायसवाल, मोहम्मद उमर शामिल रहे।

यूपी: 3 लोगों ने 1 बुजुर्ग महिला को नीचे गैरकर पीटा

अतुल त्यागी        
हापुड़। मामूली कहासुनी को लेकर तीन लोगों ने एक बुजुर्ग महिला को नीचे गैरकर पीटा। पीड़िता ने चौकी पुलिस से लगाई इंसाफ की गुहार। मामला हापुड़ कोतवाली क्षेत्र के जसरूप नगर निकट बेतेसदा स्कूल के पास का है। 
पहले भी आरोपी लोगों ने एक दर्जन से भी अधिक एकत्रित होकर एक पड़ोस के युवक को मिलकर पीटा था। आरोपी पक्ष के प्रति उचित कार्यवाही न होने के कारण दोबारा बुजुर्ग महिला को पीटकर गलती को दोहराया है।

तालिबान ने अफगान का 'स्वतंत्रता दिवस' मनाया

काबुल। तालिबान ने ”दुनिया की अहंकारी ताकत” अमेरिका को हराने की घोषणा करके बृहस्पतिवार को अफगानिस्तान का स्वतंत्रता दिवस मनाया। लेकिन अब उसके सामने देश की सरकार को चलाने से लेकर सशस्त्र विरोध झेलने की संभावना जैसी कई चुनौतियां खड़ी हो रही हैं। अफगानिस्तान के एटीएम में नकदी समाप्त हो गई है और आयात पर निर्भर इस देश के तीन करोड़ 80 लाख लोगों के सामने खाद्य संकट पैदा हो गया है।

ऐसे में तालिबान के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग के बिना सरकार चलाना बड़ी चुनौती होगी। इस बीच, अफगानिस्तान के पंजशीर घाटी में पहुंचे विपक्षी नेता ‘नदर्न अलायंस’ के बैनर तले सशस्त्र विरोध करने को लेकर चर्चा कर रहे हैं। यह स्थान ‘नदर्न अलाइंस’ लड़ाकों का गढ़ है। जिन्होंने 2001 में तालिबान के खिलाफ अमेरिका का साथ दिया था। यह एकमात्र प्रांत है जो तालिबान के हाथ नहीं आया है। तालिबान ने अभी तक उस सरकार के लिए कोई योजना पेश नहीं की है, जिसे चलाने की वह इच्छा रखता है।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...