वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। कोरोनावायरस के ऑरिजन की जांच को लेकर चीन ने अमेरिका पर पलटवार किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने सोमवार को कहा कि अगर लैब की जांच करनी है तो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों को फोर्ट डेट्रिक जाना चाहिए। अमेरिका का फोर्ट डेट्रिक एक मिलिट्री बेस है। गौरतलब है कि कोरोनावायरस के ऑरिजन को लेकर चीन पर आरोप है कि ये वुहान स्थित लैब से बाहर आया है।
झाओ लिजियान ने कहा, ‘अगर लैब्स की जांच करनी है तो डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों को फोर्ट डेट्रिक जाना चाहिए। अमेरिका को जल्द से जल्द पारदर्शी और जिम्मेदारी से काम करना चाहिए और डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों को फोर्ट डेट्रिक लैब की जांच के लिए बुलाना चाहिए। इस तरह से ही दुनिया के सामने सच्चाई सामने आ सकती है। दरअसरल, लिजियान का ये ट्वीट कोविड-19 के ऑरिजन की दूसरे दौर की जांच की मांग किए जाने का जवाब में था। फोर्ट डेट्रिक फ्रेडरिक, मैरीलैंड में स्थित एक सैन्य अड्डा है। गौरतलब है कि चीन पहले भी लैब लीक की बात को नकार चुका है।