मंगलवार, 27 जुलाई 2021

ऑरिजन की जांच, अमेरिका पर पलटवार किया

वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। कोरोनावायरस के ऑरिजन की जांच को लेकर चीन ने अमेरिका पर पलटवार किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने सोमवार को कहा कि अगर लैब की जांच करनी है तो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों को फोर्ट डेट्रिक जाना चाहिए। अमेरिका का फोर्ट डेट्रिक एक मिलिट्री बेस है। गौरतलब है कि कोरोनावायरस के ऑरिजन को लेकर चीन पर आरोप है कि ये वुहान स्थित लैब से बाहर आया है।

झाओ लिजियान ने कहा, ‘अगर लैब्स की जांच करनी है तो डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों को फोर्ट डेट्रिक जाना चाहिए। अमेरिका को जल्द से जल्द पारदर्शी और जिम्मेदारी से काम करना चाहिए और डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों को फोर्ट डेट्रिक लैब की जांच के लिए बुलाना चाहिए। इस तरह से ही दुनिया के सामने सच्चाई सामने आ सकती है। दरअसरल, लिजियान का ये ट्वीट कोविड-19 के ऑरिजन की दूसरे दौर की जांच की मांग किए जाने का जवाब में था। फोर्ट डेट्रिक फ्रेडरिक, मैरीलैंड में स्थित एक सैन्य अड्डा है। गौरतलब है कि चीन पहले भी लैब लीक की बात को नकार चुका है।

मानवता के समक्ष जलवायु परिवर्तन बड़ी चुनौती

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को कहा कि मानवता के समक्ष जलवायु परिवर्तन अत्यधिक संकटपूर्ण चुनौती है और ग्लोबल वार्मिंग का असर हर जगह हो रहा है। कोविंद ने यहां कश्मीर विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए यह उम्मीद भी जताई, कि विश्वविद्यालय स्थित ग्लेशियर विज्ञान एवं हिमालय जैव विविधता केंद्र जलवायु परिवर्तन से लड़ने में दुनिया को मार्ग दिखाएंगे। राष्ट्रपति ने कहा, ”जैसा कि आप जानते हैं। जलवायु परिवर्तन इस सदी में मानवता के समक्ष अत्यधिक संकटपूर्ण चुनौती है। ग्लेाबल वार्मिंग हर जगह अपना असर दिखा रही है। लेकिन हिमालय क्षेत्र की संवेदनशील पारिस्थितिकी से ज्यादा इसका असर कहीं और अधिक महसूस नहीं होता।”

उन्होंने कहा कि कश्मीर विश्वविद्यालय ने अत्यंत महत्व के दो केंद्र स्थापित कर संबंधित दिशा में एक और महत्वपूर्ण कार्य किया है। कोविंद ने कहा, ”एक (केंद्रों में से) ग्लेशियर विज्ञान के लिए समर्पित है और दूसरा हिमालय जैव विविधता दस्तावेजीकरण, जैव-विवरण और संरक्षण के लिए। राष्ट्रीय हिमालयी हिम तत्व प्रयोगशाला भी है। मुझे विश्वास है कि इन दोनों उत्कृष्टता केंद्रों और प्रयोगशाला से कश्मीर को मदद मिलेगी तथा ये जलवायु परिवर्तन से लड़ाई एवं प्रकृति की रक्षा करने में दुनिया को मार्ग दिखाएंगे।” जलवायु परिवर्तन को लेकर राष्ट्रपति ने ऐसे समय चिंता व्यक्त की है जब हाल में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित हिमालयी राज्यों में प्राकृतिक आपदा की घटनाएं देखने को मिली हैं। हिमाचल प्रदेश में रविवार को भूस्खलन की घटनाओं में जहां नौ लोगों की मौत हो गई, वहीं उत्तराखंड में फरवरी में ग्लेशियर फटने से 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। राष्ट्रपति ने कोविड-19 का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि विश्वविद्यालय ने महामारी को लेकर बहुत ही सराहनीय ढंग से काम किया।

कोविंद ने कहा, ”समूचा विश्व कठिन समय का सामना कर रहा है। कोरोना वायरस ने जीवन के सभी आयामों को प्रभावित किया है और शिक्षा कोई अपवाद नहीं है। सौभाग्य से, प्रौद्योगिकी ने एक समाधान उपलब्ध कराया। पूरे भारत में स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ने ऑनलाइन तरीके से शिक्षा उपलब्ध कराने का काम जारी रखा।” राष्ट्रपति ने उल्लेख किया कि पिछले साल महामारी के शुरू होने के बाद कश्मीर विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने का काम शुरू किया और अपने छात्रों को ई-संसाधन उपलबध कराए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने इसके अतिरिक्त अपने मुख्य, उत्तरी और दक्षिणी परिसरों को पृथक-वास के लिए उपलब्ध कराकर प्रशासन का सहयोग किया। इससे पता चलता है कि समाज के प्रति विश्वविद्यालय का योगदान शिक्षा से परे भी जा सकता है।

संगठन के गठन की प्रक्रिया को पूरा किया जाएंगा

राणा ओबरॉय          
चंडीगढ़। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी का विस्तार का मामला फिर टलता हुआ नजर आ रहा है। कुछ दिनों पहले प्रदेश कांग्रेस प्रभारी व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दोनों ने बयान दिया था कि कुछ समय बाद ही हरियाणा में संगठन के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। परंतु इस बात को भी लगभग एक महीना बीतने वाला है। अभी तक संगठन का काम प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूरा नहीं कर सकी। इसका सीधा लाभ सत्तारूढ़ पार्टी को मिला रहा है। अभी पिछले दिनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लगभग सभी विधायकों समेत हरियाणा के राज्यपाल को ज्ञापन दिया था। इसमें एक बात साफ दिखाई दी की लगभग दो दर्जन विधायकों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे जोश से लबालब था। जिससे लगने लगा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश उनके दिलो में हिलोरे मार रहा है। 
जरूरत है तो सिर्फ इस बात की। ब्लॉक लेवल से लेकर प्रदेश की कार्यकारिणी तक का सही रूप से गठन किया जाए। जिससे कार्यकर्ता को जिम्मेदारी मिले। परंतु ऐसा लगने लगा है, हुड्डा और शैलजा ग्रुप की आपसी खींचतान के कारण संगठन प्रक्रिया धीमी हो गई है। शैलजा से पहले अशोक तंवर भी कई वर्षों तक कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर रहने के बाद भी संगठन खड़ा नही कर सके थे। शायद ऐसा ही वर्तमान हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा के साथ होता दिख रहा है। 

सफल अनावरण करते हुए 2 चोरों को अरेस्ट किया

अतुल त्यागी          
हापुड़। पुलिस द्वारा जनपद में अपराध की रोकथाम एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत थाना हाफिजपुर पुलिस ने थाने के मु.अ.सं 137/21 व 143/21 धारा 379/411 भादवि का सफल अनावरण करते हुए 2 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से चोरी का स्टैपलाईजर, 1000/- रूपये नगद व 02 अवैध चाकू बरामद।

नाविक को मुद्दे पर रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश


अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को केंद्र सरकार को किसी आपराधिक मामले में घिर जाने के बाद ईरान में फंस गये पांच भारतीय नाविक को सहायता प्रदान करने एवं इस मुद्दे पर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति रेखा पल्ली ने कहा, ” मैं कह रही हूं कि नियमानुसार जो भी संभव हो कीजिए। वे जिस चीत के हकदार हैं, उन्हें वह मिलना ही चाहिए।”
अदालत ने इसी के साथ केंद्र को भारतीय नाविक की  स्थिति रिपोर्ट दर्ज करने के लिए दो सप्ताह का वक्त दिया। उच्च न्यायालय ने केंद्र के वकील हरीश विद्यानाथन के इस बयान को रिकार्ड में लिया कि पांचों नाविक ईरान में भारतीय मिशन के अधिकारियों के संपर्क में हैं और उन्हें रहने की सुविधा प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा, ” सभी पांचों को मिशन से निरंतर सहायता मिल रही है , उन्हें एक होटल में ठहराया गया है, उनके साथ संपर्क बनाकर रख गया है और उन्हें टेलीफोन की सुविधा दी गयी है।” विद्यानाथन ने अदालत को यह भी सूचित किया कि पांचों नाविकों के विरूद्ध आपराधिक मामले में बरी के आदेश के ईरान के सुप्रीम कोर्ट ने पलट किया, ऐसे में अब कानूनी दृष्टि से जो भी अलग कदम उठाना होगा,उठाया जाएगा।
पाचों नाविकों के परिवारों के वकील गुरिदंर पाल सिंह ने भारतीय अधिकारियों से कानूनी सहायता मांगी और यह भी दरख्वास्त किया कि उनकी भारतीय पहचान को साबित करने वाला दस्तावेज जारी किया जाए। इस पर अदालत ने कहा, ” हम स्थिति रिपोर्ट मांगेंगे। वह (सहायता से) इनकार तो नहीं कर रहे हैं। याचिका के अनुसार 2019 में इन नाविकों ने ईरान में एक मालवाहक जहाज पर काम शुरू किया था।
याचिकाकर्ताओं के वकील के अनुसार फरवरी, 2020 में ईरानी अधिकारियों ने जहाज पर छापा मारा और पांच नाविकों को मादक पदार्थ की तस्करी करने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इस साल मार्च में एक अदालत ने उन्हें बरी कर दिया लेकिन ईरानी अधिकारियों ने यह मामला सुप्रीम कोर्ट में होने का हवाला देकर नाविकों को पासपोर्ट देने से इनकार कर दिया।

टीकाकरण कराने गए 2 पक्षों के बीच विवाद हुआ

हरिओम उपाध्याय            
बलिया। स्वास्थ्य केंद्र पर कोविड-19 टीकाकरण कराने गए दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। इस दौरान हुई जोरदार झड़प के दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
मंगलवार को प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हरिनंदन प्रसाद ने बताया है कि सुखपुरा थाना क्षेत्र के करनई गांव में कोविड 19 टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाया था। पहले टीका लगाने को लेकर दो पक्षों में जोरदार झड़प हो गई। इस दौरान कुर्सी फेंकने से लेकर हाथापाई और मारपीट तक की गई। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य तथा कई ग्रामीण चोटिल हो गए। सुखपुरा थाना प्रभारी गगन राज सिंह ने बताया है कि इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से की गई शिकायत के आधार पर दोनों पक्षों के 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक बिपिन ताडा ने बताया है कि पुलिस ने दोनों पक्षों की तरफ से पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि शुरूआत में लोगों के बीच कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर रूझान नही था। जिसके चलते तमाम प्रयासों के बावजूद स्वास्थय केंद्रो पर लोगों का अभाव बना रहता था। लेकिन अब स्वास्थय केंद्रों पर टीकाकरण कराने के लिये लोग भारी संख्या में पहुंच रहे है। जिसके चलते आपसी झगडों के मामले भी देखने और सुनने को मिल रहे है।

सीएम के इस्तीफे से आहत, समर्थक ने खुदकुशी की

बेंगलुरू। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे से आहत होकर उनके एक समर्थक ने आत्महत्या कर ली है। जिस पर मुख्यमंत्री ने युवकों से ऐसे कदम नहीं उठाने का आग्रह किया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतक की पहचान रवि(35) के तौर पर की गई है और वह चामराजनगर जिले के बोम्मालपुर गांव का रहने वाला था।
येदियुरप्पा ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि राजनीति में अनेक उतार चढ़ावों का होना आम बात है और युवाओं को ऐसे कदम उठाने से परहेज करना चााहिए। उन्होंने कहा " यह सही कदम नहीं हैं और मुझे रवि के आत्महत्या करने पर बहुत दुख है। मैं उसके इस तरह के लगाव से अभिभूत हूं लेकिन इस तरह के कदमों की सराहना नहीं करना चाहता हूं।"
उन्हाेंने कन्नड भाषा में किए गए टवीट में कहा " अगर किसी परिवार को इस तरह के दुख का सामना करना पड़े तो इसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है।"
पुलिस ने बताया कि रवि एक दिहाड़ी मजदूर था और उसने येदियुरप्पा के इस्तीफे की वीडियो देखकर गांव में एक अन्य युवक गुरूस्वामी को कहा था कि येदियुरप्पा की आंखों में आंसू थे। इस बात को लेकर वह रात भर परेशान रहा और सुबह कैंटीन जाकर उसने आत्महत्या कर ली।
रवि को 2017 में हुए उपचुनाव में येदियुरप्पा के साथ देखा गया था। इस घटना के बाद चामराजनगर जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं ने रवि के घर का दौरा किया है।

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज।‌ उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं बाल सम्मान कोष अंतर्गत जनपद ...