सत्येंद्र पंवार
रायपुर। बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कार्यकारी अध्यक्ष पश्चिमांचल जोन प्रभारी एडवोकेट मुकेश कुमार एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं मेरठ मंडल अध्यक्ष आर डी गादरे, प्रदेश सचिव अर्जुनेश कुमार, रायपुर बड़े हजरत मौलाना अतीक अहमद साहब से अपनी टीम के साथ मुलाकात की।
मौलाना अतीक अहमद साहब ने बहुजन मुक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर कहा कि आज भारत देश को इस विचारधारा की सबसे अहम जरूरत है। कुछ आतंकवादी देश द्रोही विचार धारा के आपसी सौहार्द प्यार मोहब्बत को खत्म करने पर तुले हुए हैं।
बहुजन मुक्ति पार्टी समानता समता स्वतंत्रता बंधुता न्याय मानवता इंसानियत के लिए काम कर रही है और बहुजन मुक्ति पार्टी मूल निवासियों को मनुवाद से आजाद कराने के लिए लगी हुई है और इस्लाम मजहब की दरकार भी यही है। इन्ही मुद्दों को लेकर आगे बढ़ रही है। यही आज नहीं हमेशा हमेशा के लिए समाज को जरूरत है। मुकेश कुमार आर डी गादरे अर्जुनेश कुमार इन्जि. पी सिंह आवेश अहमद अशफाक खान ने मुक्ति पार्टी की विचारधारा से अवगत कराया और हजरत ने पूरी तसल्ली से जानकारी ली और बहुजन मुक्ति पार्टी एवं मूल निवासियों के लिए भारतीय संविधान को बचाने की मुहिम को तेज करने का भी सभी को साथ देने के लिए आह्वान किया।
भारत देश में मूल निवासियों की एकता बनने संगठन कामयाब करने के लिए एक दूसरे का सहयोग देने का भी मशवरा दिया और आज देश के हालात को देखते हुए भारतीय समाज की दुर्दशा पर अफसोस जताया। बहुजन मुक्ति पार्टी के उद्देश्यों को सुनकर बहुत खुश हुए और कहा कि आज भारत को बहुजन मुक्ति पार्टी की अहम जरूरत है और इसका हर वर्ग को साथ देना चाहिए आर डी गादरे ने कहा कि भारतीय मुस्लिमों को हिंदुस्तान कहने से गुरेज करना चाहिए क्योंकि भारत देश में रहने वाले भारतीय कहलाते हैं। इंडिया इंग्लिश भाषा का वर्ड है। इंडिया में रहने वाले इंडियन कहलाते हैं। भारतीय संविधान में इंडिया दैट इज भारत लिखा हुआ है।
लेकिन हमारा मुस्लिम समाज अपने पैरों पर खुद कुल्हाड़ी मार रहा है। हिंदुस्तान कह के आर एस एस की नींव मजबूत कर रहा है जो बीजेपी कांग्रेस और उसके सहयोगी राजनीतिक पार्टियों का मिशन है।
मुस्लिम समाज को यह चाहिए कि वह इंडिया या भारत कि अपने देश का नाम अपनी जबान पर न ले और हिंदुस्तान कहने से गुरेज करें। हजरत ने बहुजन मूल निवासियों मुस्लिम सिख ईसाई बौद्ध लिंगायत सभी मूल निवासियों के लिए दुआएं की मोहम्मद साबिर जाकिर अहमद, सतवीर गौतम, आवेश कुलवंत सिंह, मोहन जाटव, मनमोहन गुर्जर चौधरी, इसराइल महमूद खान, ईशांत मुकेश, लवलेश कमल कांत, प्रजापति सतबीर कश्यप, ओम वीर, सत्येंद्र सुरेंद्र आदि लोग मौजूद थे।