सोमवार, 1 मार्च 2021

विरोध: किसान नेता बोले, नहीं लगवाएंगे वैक्सीन

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। कोविड-19 संक्रमण से खतरे का सामना कर रहे किसान नेताओं ने सोमवार को कहा कि उन्हें कोरोना वायरस का डर नहीं है और वे टीका नहीं लगवाएंगे। उल्लेखनीय है, कि सोमवार से कोविड-19 के दूसरे चरण का टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है।जिसके तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। हालांकि, किसान नेताओं ने यह भी कहा है, कि वे दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले प्रदर्शनकारी किसानों को टीका लगवाने से नहीं रोकेंगे, क्योंकि यह व्यक्तिगत विषय है। हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की तीन सीमाओं-सिंघू, टिकरी और गाजीपुर पर तीन महीने से अधिक समय से डेरा डाले हुए हैं। उनमें से ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं। वे पिछले साल सितंबर में केंद्र द्वारा लागू किये गये तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य बलवीर सिंह राजेवाल (80) ने कहा कि टीका लगवाने के लिए टीकाकरण केंद्र नहीं जाएंगे। राजेवाल ने कहा, ”मुझे टीका लगवाने की जरूरत नहीं है। हमने कोरोना को मार दिया है। किसानों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। क्योंकि वे अपने खेतों में कड़ी मेहनत करते हैं। किसानों को कोरोना वायरस का डर नहीं है।” वहीं, एक अन्य वरिष्ठ नेता जोगिन्दर सिंह उगराहां (75) ने कहा कि इस रोग (कोरोना वायरस संक्रमण) का डर... उन्हें उनकी लड़ाई से भटकाने के लिए काफी नहीं है।

केंद्र सरकार को फास्टैग से करोड़ों का फायदा

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। देश भर में 15 फरवरी से फास्टैग आधारित टोल सिस्टम को लागू कर दिया गया है। एक तजा रिपोर्ट के अनुसार, अब देश में एक दिन का टोल कलेक्शन 104 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई ने एक रिपोर्ट में बताया है कि इस सप्ताह हर दिन का टोल कलेक्शन 100 करोड़ रुपये से ऊपर रहा। 16 फरवरी के बाद से टोल कलेक्शन में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है। एनएचएआई का यह भी कहना है कि हर दिन करीब 65 लाख टोल ट्रांजक्शन किये जा रहे हैं। फास्टैग आधारित टोल प्रक्रिया को लागू करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन में 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 14 दिनों में 20 लाख नए फास्टैग जारी किये गए हैं। वहीं अब देश में फास्टैग यूजर्स की कुल संख्या 2.8 करोड़ हो गई है। फास्टैग लागू होने के बाद टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी कतार नहीं लग रही है। टोल प्लाजा ऑपरेटरों का कहना है कि डिजिटल ट्रांजैक्शन से टोल कलेक्शन सुविधाजनक हो गई है और भुगतान प्रक्रिया तेज हुई है। फास्टैग आधारित सिस्टम से टोल कलेक्शन प्रक्रिया अब अधिक पारदर्शी है। 12 बजे से ऑटोमेटिक पेमेंट सिस्टम फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया है। फास्टैग एक डिजिटल स्टीकर है जिसे गाड़ियों के शीशे पर लगाया जाता है। यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन तकनीक पर काम करता है। जब गाड़ियां टोल प्लाजा से गुजरती हैं तब फास्टैग से जुड़े बैंक या प्रीपेड अकाउंट से अपने आप ही टोल टैक्स का भुगतान हो जाता है। इससे गाड़ियों को टोल पलजा पर रुक कर टोल भुगतान करने की आवश्यकता नहीं पड़ती, जिससे समय की बचत होती है साथ ही प्रदूषण भी कम होता है। फास्टैग को सभी पैसेंजर चारपहिया वाहन, बस, ट्रक, लाॅरी और निर्माण में उपयोग होने वाले कमर्शियल वाहनों के लिए लागू किया गया है। बता दें कि दोपहिया वाहनों में फास्टैग लगवाना जरूरी नहीं है। फास्टैग को लागू करने वाली संस्था राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी एनएचएआई ने बताया है कि यदि टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहन में फास्टैग नहीं होगा तो ऐसे वाहनों से दोगुना टोल टैक्स वसूला जाएगा। 1 दिसंबर 2017 से नए चारपहिया वाहन के रजिस्ट्रेशन पर फास्टैग लेना अनिवार्य है। फास्टैग जारी करने का काम बैंकों और पॉइंट-ऑफ-सेल केंद्रों को सौंपा गया है। फास्टैग को ट्रांसपोर्ट ऑफिस से भी खरीदा जा सकता है। इसे लेने के लिए केवाईसी और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की जानकारी देना अनिवार्य है। फास्टैग अमेजन और पेटीएम जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी खरीदा जा सकता है। फास्टैग के लिए माई फास्टैग मोबाइल ऐप भी जारी किया गया है। जिसपर अधिक जानकारी पाई जा सकती है।

विजिलेंस की रडार पर सपा के 1 और पूर्व मंत्री

हरिओम उपाध्याय  
लखनऊ। पूर्व की समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे मनोज पांडेय की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। पूर्व कृषि एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री के खिलाफ शासन से विजिलेंस ने खुली जांच की मांग की है। पूर्व मंत्री पर नियमों के विपरीत जाकर अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन हड़पने के आरोप भी लगे हैं। पूर्व मंत्री मनोज पांडेय के खिलाफ सीएम ऑफिस में शिकायत की गई थी, जिसके बाद उनके खिलाफ गोपनीय जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान विजिलेंस की टीम को मंत्री की कई संदिग्ध संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद ही अब विजिलेंस की टीम ने मनोज पांडेय के खिलाफ खुली जांच का फैसला किया है और प्रदेश सरकार से जांच की अनुमति मांगी है।
समाजवादी सरकार में खनन और परिवहन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के खिलाफ भी विजिलेंस की जांच चल रही है। वहीं पूर्व मंत्री और सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के खिलाफ भी एसआईटी की जांच चल रही है और आजम खान इन दिनों में जेल में ही है। विजिलेंस टीम ने गायत्री प्रजापति के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में मामला दर्ज किया था। जांच में सामने आया था कि, पूर्व मंत्री के पास आय से करीब 6 गुना अधिक की संपत्ति है। वहीं 21 बेनामी संपत्तियों की जानकारी सामने आई थी।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति कर काम करने लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे। भ्रष्टाचार के मामलों शुरू हुई जांच के दायरे में अब तक कई मंत्री और अधिकारी आ चुके हैं। पूर्व मंत्री मनोज के खिलाफ विजिलेंस की टीम को शासन द्वारा खुली जांच की अनुमति मिलने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

यूपी में दोबारा बनेगी बीजेपी की सरकार: सीएम

हरिओम उपाध्याय  

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी दल तैयारियों में जुट गए हैं। दिल्ली की सियासत का रास्ता यूपी से होते हुए जाता है ये सभी दल जानते हैं। राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपने साथी दलों के साथ मिलकर 350 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
बजट पर बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले 4 वर्षों में कोई भी नया टैक्स जनता पर नहीं लगाया है। बीजेपी की सरकार ने टैक्स की चोरी बंद कराई है। उस पैसे को बंद कराया है जो दूसरों की जेब में जा रहा था। कोरोना काल के दौरान भी हमारी सरकार ने किसी भी तरह का कोई भी टैक्स नहीं लगाया है। हमारी सरकार ने यूपी को बीमारू राज्य से उठाकर देश की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं वाले प्रदेशों को सूची में शामिल किया है।
उत्तर प्रदेश कोरोना के मामलों का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि, राज्य की आबादी करीब 24 करोड़ है। करीब-करीब इतनी ही आबादी का देश है ब्राजील। जहां संक्रमण के मामले उत्तर प्रदेश से जायदा आए हैं। हमने संक्रमण को ठीक से हैंडल किया। इसकी तारीफ तो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की है। दिल्ली का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि, दिल्ली की आबादी करीब पौने दो करोड़ है। वहां तो संक्रमण के मामले भी उत्तर प्रदेश से ज्यादा हैं तो वहां मौतें भी यूपी की तुलना ज्यादा हुईं हैं। अगर समय रहते केंद्रीय गृह मंत्री हालात खुद न संभालते तो हालात और खराब हो जाते। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि वो दूसरों को पढ़ाना तो चाहते हैं। लेकिन खुद पढ़ना नहीं चाहते हैं।

सीजी: 31 मार्च तक निशुल्क बनेगा आयुष्मान कार्ड

रायपुर। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनाध्डाॅ. खूबचंद स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभ देने के उद्वेश्य से केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा आपके द्वार आयुष्मान योजना का क्रियान्वयन 1 मार्च 2021 से 31 मार्च तक किया जा रहा है। शासन के निर्देशानुसार जिले के च्वाइस सेंटरो में हितग्राहीयो को निःशुल्क आयुष्मान कार्ड उनकी पात्रता के आधार पर बनाकर दिया जावेगा। बी.पी.एल व प्राथमिकता वाले राशन कार्डधारी परिवारों को प्रतिवर्ष 5 लाख रूपये तक की चिकित्सा सुविधा- ज्ञात हो कि आयुष्मान भारत - प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनाध्डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत बी.पी.एल एवं प्राथमिकता वाले राशन कार्ड में प्रतिवर्ष 5 लाख रूपये एवं सामान्य राशन कार्डधारी परिवारों को 50 हजार रूपये तक कि मुफ्त चिकित्सा सुविधा राज्य के किसी भी पंजीकृत निजी और शासकीय चिकित्सालयों में प्रदान की जाती है। च्वाइस सेंटर में निःशुल्क बनेगा आयुष्मान कार्ड - अधिक से अधिक हितग्राहियो को लाभ दिलाने के उद्वेश्य से शासन के द्वारा आपके द्वार आयुष्मान अभियान का शुभारंभ किया गया है। जिसमें जिले के समस्त च्वाइस सेंटरो के द्वारा हितग्राहियो को निःशुल्क आयुष्मान भारत का कार्ड बनाकर दिया जावेगा। कार्ड बनवाने के लिए हितग्राहीयो को राशन कार्ड, आधार कार्ड , मोबाइल नंबर सहित च्वाइस सेंटरो में जाना होगा। च्वाइस सेंटर के द्वारा हितग्राहियो को उनकी पात्रता के आधार  आयुष्मान कार्ड निःशुल्क बनाया जाएगा। अभियान के दौरान् च्वाॅइस सेंटरों  पर सर्वप्रथम हितग्राहियों को कागज में आयुष्मान कार्ड प्रदान किया जाएगा, कुछ दिनों उपरांत च्वाइस सेंटर के केंद्रीय कार्यालय से इन हितग्राहियों के प्लास्टिक कार्ड संबंधित च्वाइस सेंटर को प्रेषित किए जाएंगे। च्वाइस सेंटर द्वारा प्लास्टिक कार्ड प्राप्त होने की सूचना हितग्राहियों को दी जाएगी। हितग्राही च्वाइस सेंटर से ही पुनः बायोमेट्रिक अथेंटीकेसन उपरांत पीव्हीसी  आयुष्मान कार्ड प्राप्त कर सकेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अपील करते हुए कहा है कि समस्त हितग्राही अभियान के अंतर्गत  कार्ड बनवा लें।

महंगाई पर बोले सीएम, सचिन-विराट के शतक देखें

मनोज सिंह ठाकुर  

मुंबई। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों ने जहां आम लोगों के लिए सिर में दर्द पैदा कर दिया है। वहीं विरोधी दल इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। अब तेल की कीमतों को लेकर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी और उनकी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने रविवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि हमने विराट कोहली-सचिन तेंदुलकर के शतक देखे हैं। लेकिन अब हम पेट्रोल-डीजल शतक देख रहे हैं। मालूम हो कि देश के कई राज्यों में पेट्रोल की कीमत 100 रु प्रति लीटर का आंकड़ा पार कर चुकी है तो वहीं कई शहरों में तेल की कीमत 100 रु प्रति लीटर के पहुंचने के करीब है। ताजा स्थिति की बात करें तो आज लगातार दूसरे दिन भी पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई इजाफा नहीं हुआ है। आखिरी बढ़ोतरी शनिवार को हुई थी, मुंबई में पेट्रोल 97.57 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.60 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है, खास बात ये है कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता, देश के चार बड़े महानगरों में सबसे महंगा पेट्रोल मुंबई में ही है। धर्मेंद्र प्रधान ने कही ये बात तेल के बढ़ते हुए दामों पर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपनी सफाई पेश की थी। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ईंधन की कीमत बढ़ने के पीछे दो मुख्य कारण हैं। पहला अंतर्राष्ट्रीय बाजार ने ईंधन का उत्पादन कम कर दिया है और दूसरा अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए विनिर्माण देश कम ईंधन का उत्पादन कर रहे हैं। इससे उपभोक्ता देश त्रस्त हैं। वहीं उन्होंने कहा कि हम लगातार सऊदी अरब ने तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और रूस समेत सहयोगी देशों (ओपेक प्लस) से आग्रह करते रहे हैं कि ऐसा नहीं होना चाहिए। हमें उम्मीद है कि बदलाव होगा।

गाजियाबाद: आरडीसी में लूट, व्यापारियों में रोष बढ़ा

गाज़ियाबाद। गाजियाबाद में सोमवार को कविनगर थाना क्षेत्र के राज नगर डिस्ट्रिक्ट सेंटर (आरडीसी) में दिन निकलते ही बाइक सवार बदमाशों ने तेल घी की कंपनी के अधिकारी से 10 लाख रुपये लूट लिए। कंपनी का यह अधिकारी अपने चालक के साथ एचडीएफसी बैंक की शाखा में पैसे जमा कराने आया था। उनके गाड़ी से निकलते ही स्कूटी सवार दो बदमाश आए और तमंचा लगाकर पैसे से भरा बैग लूट ले गए। घटना के बाद एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल और सीओ द्वितीय अवनीश कुमार ने मौके पर पहुंचकर जांच की। पुलिस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। वहीं दिन दहाड़े हुई इस घटना के बाद व्यापारियों में काफी रोष है और वे गाज़ियाबाद पुलिस की तथाकथित फूल प्रूफ सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहे हैं। सीओ द्वितीय ने बताया कि घटना बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र के बी ब्लाक स्थित कृष्ण मंगला की केआर फूड्स लिमिटेड में कार्यरत नितिन शर्मा के साथ हुई है। नितिन इस कंपनी में चार माह से हैं और बैंक लेनदेन का काम देखते हैं।पुलिस के मुताबिक नितिन सोमवार सुबह पौने 11 बजे आइ-10 कार में चालक के साथ आरडीसी स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा में कंपनी के खाते में जमा कराने आए थे। रुपये भरा बैग लेकर कार से बाहर निकलते ही सफेद रंग की स्कूटी सवार दो बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। मास्क से चेहरा ढककर आए दोनों बदमाशों ने नितिन के कनपटी पर तमंचा लगाकर रुपये देने को कहा। असलहा देख नितिन ने बैग छोड़ दिया और बदमाश लेकर फरार हो गए।

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...