गुरुवार, 19 नवंबर 2020

विधवा ने शादी से मना किया, जीभ-नाक काटें

नरेश राघानी


जैसलमेर। यकीन नहीं होता कि हम 21 वीं सदी में जी रहे हैं। राजस्थान के जैसलमेर में हुई घटना आपके मन में भी कई सवाल खड़े कर देगी। यहां एक विधवा महिला के सुसरालवालों ने उसके साथ हैवानियत की सभी हद पार कर दी है। दरअसल जैसलमेर जिले में एक विधवा महिला के दोबारा शादी से मना करने पर उसके ससुरालजनों उसकी नाक और जीभ काट दी है। बताया जा रहा है कि गंभीर रूप से घायल महिला का जोधपुर में इलाज चल रहा है।


ससुराल पक्ष डाल रहा था एक शख्स से शादी का दवाब
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामला जगीरों की ढाणी का है। यहां एक विधवा पर उसके ससुराल पक्ष के लोग एक अन्य शख्‍स से शादी करने का दबाव डाल रहे थे। लेकिन जब महिला इस बात को लेकर राजी नहीं हुई, तो बताया जा रहा है कि गुस्‍साए ससुराल वालों ने महिला के नाक और जीभ को काट दिए हैं। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद महिला गंभीर रूप से घायल हुई थी, लिहाजा उसे इलाज के लिए जोधपुर ले जाया गया, जहां फिलहाल इलाज चल रहा है।
भाई ने दर्ज करवाया मामला , मुख्य आरोपी गिरफ्तार
इधर इस मामले में पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी जानू खान को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अन्य नामजद आरोपियों की तलाश की जा रही है। उनके सभी संभावित ठिकानों पर पुलिस दबिश दी जा रही है, लेकिन फिलहाल अभी तक उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला के भाई ने उस संबंध में सांकड़ा थाने में मामला दर्ज करवा दिया है।                                


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)


 नवंबर 20, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-95 (साल-02)
2. शुक्रवार, नवंबर 20, 2020
3. शक-1980, कार्तिक, शुक्ल-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी संवत 2077।


4. प्रातः 06:45, सूर्यास्त 05:18।


5. न्‍यूनतम तापमान 11+ डी.सै., अधिकतम-23+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


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बुधवार, 18 नवंबर 2020

सर्दी, फीवर को सामान्यतः नहीं लेंं

अकांंशु उपाध्याय


नई दिल्ली। रातों में बढ़ती ठड़, कोहरे और दिन की धूप से तापमान में काफी परिवर्तन हो रहा है। इससे वायरल फीवर, सर्दी, मलेरिया और डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं। वायरल फीवर में सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ बुखार भी आता है। यही लक्षण कोरोना के मरीज में भी सामान्यत: देखने को मिलते हैं। ऐसे में लोगों और डॉक्टरों के लिए यह पहचान पाना मुश्किल है कि मरीज को वायरल फीवर है, या मलेरिया, या फिर कोरोना का संक्रमण है।


वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. वागीश वैश्य ने बताया कि इस समय वायरल फीवर, मलेरिया, डेंगू तेजी से फैल रहा है। कोरोना भी दोबारा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। खास बात यह है कि इन सभी बीमारियों से थोड़ी सी सावधानी बरतने पर बचा जा सकता है। डॉ. वागिश का कहना है कि बुखार, जुकाम, खांसी को लोग हलके में ले कर खुद से भी दवा ले लेते हैं। इससे हालत ज्यादा गंभीर हो जाती है। डेंगू मलेरिया और कोरोना को केवल जांच द्वारा ही पहचाना जा सकता है। इसलिए इन लक्षणो में किसी विशेषज्ञ को ही दिखाना चाहिए।


वायरल फीवर —खांसी, जुकाम, गले में दर्द के साथ बुखार आता है। सांस लेने में भी दिक्कत हो सकती है।


कोरोना वायरस –जुकाम, खांसी, गले में खराश व दर्द, बुखार, आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होना अहम लक्षण हैं।


मलेरिया और डेंगू —मलेरिया में ठंड या बिना ठंड के बुखार आता है। डेंगू में बुखार के साथ प्लेटलेट कम होती हैं। सिर दर्द और घबराहट हो सकती है।


कोरोना से करें बचाव—डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना से बचने के उपाय हाथों को बार-बार साबुन से धोएं या एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। खांसते और छींकते वक्त टिशू का इस्तेमाल करें और इस्तेमाल करने के बाद इसे तुरंत फेंक दें। टिशू ना हो तो बांह से मुंह ढंककर छींके या खांसे। आंख, नाक और मुंह को न छुएं। लेकिन अगर ऐसा करना जरूरी है तो छूने से पहले और छूने के बाद अपना हाथ जरूर धोएं या उसे सैनिटाइजर से साफ करें। कोशिश करें कि किसी भी सर्दी-जुकाम से पीडि़त व्यक्ति के संपर्क में न जाएं। कुछ भी खाने से पहले हाथ को अच्छे से साबुन या हैंडवाश से धुलें। धुलने का समय कम से कम 20 सेकेंड का होना चाहिए।


मच्छरों को पैदा होने से रोकने के उपाय
घर या ऑफिस के आस-पास पानी जमा न होने दें, गड्ढों को मिट्टी से भर दें, रुकी हुई नालियों को साफ करें।
अगर पानी जमा होने से रोकना मुमकिन नहीं है तो उसमें केरोसिन ऑयल डालें।
रूम कूलरों, फूलदानों का सारा पानी हफ्ते में एक बार और पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज पूरी तरह से खाली करें, उन्हें सुखाएं और फिर भरें। घर में टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें। अगर रखें तो उलटा करके रखें। डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं, इसलिए पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद करके रखें। रात को सोते समय मच्छरदानी लगाएं।                                      


दो से 3 गुना तक बढ़ सकते हैं मतदान केंद्र

दो से तीन गुना तक बढ़ाए जा सकते हैं पंचायत चुनाव के मतदेय स्थल


बलरामपुर। कोरोना काल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने की चुनौतियां काफी बढ़ गई हैं। वोटिंग कराने के लिए एक मतदान केंद्र पर सिर्फ छह बूथ ही बनाए जा सकेंगे। एक बूथ पर 1200 की जगह इस बार 800 वोटरों के मतदान कराने की व्यवस्था बनाए जाने की संभावना है। पंचायत चुनाव के मतदेय स्थलों में दो से तीन गुना तक बढ़ोत्तरी हो सकती है। नए पोलिंग केंद्र बनाने के साथ पुरानों में बूथों की संख्या बढ़ाना चुनौती बन गई है। नए पोलिंग बूथ बनाने में जिम्मेदारों की परेशानी बढ़ गई है।


गौरतलब हो कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य कराया जा रहा है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर 15 सितंबर से मतदाता सूची में नाम बढ़ाने की प्रक्रिया गतिमान है। 930 बीएलओ ने 12 नवंबर तक घर-घर जाकर गणना व सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया है और ऑनलाइन आवेदन पत्रों की घर-घर जाकर जांच भी की जा चुकी है।
13 नवंबर से पांच दिसंबर तक ड्राफ्ट नामावलियों की कंप्यूटरीकृत पांडुलिपि तैयार की जाएगी। ड्राफ्ट मतदाता सूची का छह दिसंबर को प्रकाशन किया जाएगा। छह से 12 दिसंबर तक ड्राफ्ट के रूप में प्रकाशित निर्वाचक नामावली की निरीक्षण किया जाएगा। 13 से 19 दिसंबर तक दावे व आपत्तियों का निस्तारण कराया जाएगा।
20 से 28 दिसंबर तक दावे और आपत्तियों के निस्तारण के बाद पूरक सूचियों की पांडुलिपियां तैयार करके उन्हें मूल सूची में यथा स्थान समाहित किया जाएगा। 29 दिसंबर को जन सामान्य के लिए मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा। प्रकिया पूरी होने के बाद जिले के 800 ग्राम पंचायतों, 997 क्षेत्र पंचायतों व 40 जिला पंचायतों के क्षेत्रों में आरक्षण की कार्रवाई पूरी कराई जाएगी। इसके बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल बजेगा। इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराना काफी चुनौतीपूर्ण होगा।
कोविड-19 महामारी के चलते पोलिंग बूथों पर भीड़भाड़ न बढ़े इसके लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से पोलिंग बूथों में बढ़ोत्तरी की जा सकती है। कोविड-19 महामारी की चुनौती से निपटने के लिए एक मतदान केंद्र पर सिर्फ छह बूथ बनाए जाएंगे। एक बूथ पर 1200 की जगह 800 वोटरों के मतदान की व्यवस्था कराई जा सकती है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2015 में जिले के सभी नौ ब्लॉकों में 101 न्याय पंचायतों में पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया था जिनकी निगरानी में 801 ग्राम पंचायतों, 10053 ग्राम पंचायत सदस्यों, 997 क्षेत्र पंचायतों व 40 जिला पंचायत क्षेत्रों के चुनाव कराए गए थे। जिले में 927 मतदान केंद्रों पर 2037 पोलिंग बूथ बनाए गए थे। 2015 चुनाव में कुल 1478743 वोटर थे। इस बार एक ग्राम पंचायत की संख्या घट गई है।
अब कुल 800 ग्राम पंचायतों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। इस बार 449 मतदेय स्थल बढ़ाए गए हैं अब जिले में 2486 मतदेय स्थल हो गए हैं।जिले में अब तक 34315 वोटर भी बढ़ गए हैं। वोटरों की कुल संख्या अब 1513058 तक हो चुकी है।
अभी तक पोलिंग बूथ बढ़ाने का नहीं मिला निर्देश
निर्वाचन आयोग की तरफ से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अभी तक पोलिंग बूथ बढ़ाने के संबंध में कोई निर्देश नहीं मिला है। कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखकर लोगों की सुरक्षा के लिए आयोग की तरफ से जारी निर्देश का पालन किया जाएगा।                                     


भारतः वायरस संक्रमितो की संख्या 89,12,907

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोविड- 19 से संक्रमित लागों की संख्या बुधवार को 89 लाख को पार कर गई। हालांकि इनमें से 83 लाख से अधिक लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही मरीजों के ठीक होने की दर 93.52 प्रतिशत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे अद्यतन आंकड़ों के अनुसार एक दिन में कोविड-19 के 38,617 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमित लोगों की कुल संख्या बुधवार को बढ़कर 89,12,907 हो गयी । इसमें कहा गया है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से 474 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1,30,993 हो गई।


आंकड़ों के अनुसार देश में लगातार आठ दिनों से उपचाराधीन संक्रमितों की संख्या पांच लाख से कम है। अभी 4,46,805 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 5.01 प्रतिशत है। इसके अनुसार देश में अभी तक 83,35,109 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही मरीजों के ठीक होने की दर 93.52 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.47 प्रतिशत है।


भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख और 29 अक्टूबर को 80 लाख के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 17 नवम्बर तक कुल 12,74,80,186 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिनमें से 9,37,279 नमूनों का परीक्षण मंगलवार को ही किया गया।                                       


सहायक शिक्षक भर्ती मामले में फैसला सुनाया

पालूराम


नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उतर प्रदेश के 69 हजार सहायक शिक्षकों के भर्ती मामले में बड़ा फैसला सुनाया। अदालत ने इस मामले में यूपी शिक्षा मित्र एसोसिएशन द्वारा दायर अपील को खारिज करने के साथ ही कट-ऑफ में छूट नहीं देते हुए शिक्षा मित्रों को संबंधित परीक्षाओें में भाग लेने का अंतिम मौका दिया है।


उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को मई में घोषित परिणामों के आधार पर सहायक बेसिक शिक्षकों के 69,000 रिक्त पदों पर भर्ती करने की बुधवार को अनुमति दे दी। न्यायमूर्ति यू यू ललित की अगुवाई वाली पीठ ने सहायक बेसिक शिक्षकों के चयन के लिए कट ऑफ अंक बरकरार रखने के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली ‘उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ’ की याचिका समेत अन्य याचिकाओं को खारिज कर दिया।

शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्य को उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्र शिक्षकों को सहायक बेसिक शिक्षकों के तौर पर चयन के लिए फिर से प्रतियोगिता में भाग लेने का एक और मौका देने की अनुमति होगी। संघ ने उत्तर प्रदेश सरकार के सात जनवरी, 2019 के आदेश को चुनौती दी थी। इस आदेश में कहा गया था कि सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा 2019 को उत्तीर्ण करने के लिए सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को कम से कम 65 अंक और आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 60 अंक हासिल करने होंगे।                                


विवाद: तीसरे अंपायर ने यशस्वी को आउट दिया

विवाद: तीसरे अंपायर ने यशस्वी को आउट दिया  अखिलेश पांडेय  मेलबर्न। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे चौथे टे...