गुरुवार, 29 अक्तूबर 2020

डीएम नैनीताल ने किया सराहनीय कार्य

महिलाओं को ऐसे मिलेगा फायदा।


नैनीताल। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने मे स्वयं सहायता समूहों का विशेष योगदान है। जिलाधिकारी सविन बंसल का भी उददेश्य है। कि ग्रामीण महिलाओं को विकास की धारा मे जोडते हुये उनके आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाए ताकि वे अपने परिवार के भरण पोषण में मदद कर सके। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत की प्राथमिकता मे भी स्वयं सहायता समूहों के जरिये महिलाओ को स्वरोजगार के अवसर दिया जाए।
गौरतलब है। कि प्रकृति मे जहां उत्तराखण्ड को प्राकृतिक खुबसूरती की नेमत दी है। वही प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में हस्तशिल्प, कुटीर उद्योगों के अलावा लजीज पहाडी व्यंजनों, हस्तकला, समृद्ध संस्कृति एवं परम्परागत पहनावा यहां के तीज त्यौहार भी पर्यटकों के बीच मे काफी लोकप्रिय है। देश विदेश के सैलानी उत्तराखण्ड की संस्कृति तथा यहां के लजीज व्यंजनों को काफी पसन्द करते है। जनपद नैनीताल में अब पर्यटक मौसम वर्ष भर रहता है। जिसके कारण बडी संख्या मे देशी विदेशी सैलानियों का आगमन जनपद नैनीताल मे होता है।आने वाले पर्यटको को उनके भ्रमण स्थलों पर पहाडी उत्पाद व व्यंजन उपलब्ध हों इसके लिए जिलाधिकारी सविन बंसल ने एक नई पहल की है। जिसके अन्तर्गत महिला स्वयं सहायता समूहों को बडे पैमाने पर आधुनिक लुक वाले वुडन आउटलैट उपलब्ध कराये जा रहे है। इस प्रकार नैनीताल प्रदेश का पहला जिला होगा जहां महिला स्वयं सहायता समूहों को जिला प्रशासन द्वारा हिलांस वुडन आउटलैट बनाकर दिये जा रहे है। जिनमे महिलायें अपने उत्पादों की ब्रिकी के साथ ही सैलानियों को लजीज व्यंजन भी परोस सकेंगी।
राज्य मे पहली बार है। कि इतने बडे पैमाने पर महिला स्वयं सहायता समूहों को स्वरोजगार एवं आजीविका से जोडने के लिए प्रशंसनीय कार्यवाही की जा रही हैै। जिलाधिकारी बंसल की इस सकारात्मक कार्यवाही से ग्रामीण महिलाओं मे प्रशन्ता है। तथा वे जिलाधिकारी की इस पहल का मुक्त कंठ से तारीफ भी कर रही है। जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम मे जनपद में दीनदयाल अन्त्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 12 पर्यटक स्थलों पर हिलांस वुडन आउटलैट तैयार कर लिये गये है।
इन हिलांस वुडन आउटलैट को बनाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा 35 लाख की धनराशि जिला योजना तथा अनटाइड फंड से उपलब्ध कराई गयी है। जनपद में 12 हिलांस वुडन आउटलैट बनकर तैयार हो चुके है। जिलाधिकारी द्वारा चयनित स्थल सातताल, स्नोव्यू मुक्तेश्वर,नौकुचियाताल, टी गार्डन श्यामखेत, सरस मार्केट हल्द्वानी, तहसील परिसर कालाढूगी, केव गार्डन, हनुमानगढी तथा सडिया ताल में यह हिलांस वुडन आउटलेट बनकर तैयार हो गये हैै। इन वुडन आउटलैट का निर्माण कुमाऊ मण्डल विकास निगम द्वारा किया गया है। प्रत्येक आउटलेट के निर्माण 3.46 लाख की धनराशि व्यय हुई है। गौरतलब है। कि इन हिलांस वुडन आउटलैट मे स्वयं सहायता समूह की महिलायें अपने विभिन्न प्रकार के उत्पाद जैसे अचार, मुरब्बा, दालें, मसाले, बडियां हर्बल उत्पाद, रिंगाल रामबांस से हस्त निर्मित टोकरियां एवं बैग, ऐपण व अन्य सामानों की ब्रिकी करेंगी।
जिलाधिकारी की इस पहल से जहां महिलाओ को रोजगार मिलेगा वही जनपद के स्थानीय उत्पादों को पहचान एवं बाजार मिलेगा। इस प्रकार पर्यटकों के जरिये जनपद के ग्रामीण उत्पाद राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुचेंगे। ग्रामीण एवं महिला विकास में जिलाधिकारी की यह पहल निश्चय ही प्रशंसनीय है।                 


बोरे में मिला युवती का शव, हत्या की आशंका

 नहर में बोरे में मिला युवती का शव हत्या की आशंका।


बाराबंकी। बाराबंकी के बदोसराय कोतवाली क्षेत्र की शारदा सहायक नहर में अद्रा पुल के पास गुरुवार की सुबह एक युवती का शव बोरे में मिला। शव देखते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। पुलिस ने शव को नहर से बाहर निकलवाया। शव की शिनाख्त नहीं हो सकी। युवती की उम्र करीब 20 वर्ष बताई जा रही है। मौके पर पहुंचे रामनगर सीओ ने भी मामले की जानकारी ली।
जिस तरह से बोरे में युवती का शव मिला उससे ग्रामीणों को आशंका है। कि युवती की हत्या के बाद शव को बोरे में भरकर नहर में फेंक दिया गया है। इस संबंध में पुलिस उपाधीक्षक दिनेश कुमार दुबे ने बताया कि मृतका के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है। मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस बात की भी संभावना है। कि युवती की मौत के बाद शव को बोरे में रखकर प्रवाहित किया गया हो। शव की शिनाख्त कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।                  


कांग्रेस को बड़ा झटका, सांसद ने दिया इस्तीफा

कांग्रेस को बड़ा झटका उन्नाव की पूर्व सांसद ने दिया इस्तीफा बताई ये वजह।


संदीप मिश्र


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में उपचुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। उन्नाव की पूर्व सांसद अन्नू टंडन ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। टंडन ने पार्टी की प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा है। कांग्रेस मे रहते हुए पंद्रह सालों मे मिले सहयोग के लिए सोनिया गांधी का आभार जताया है।
उन्नाव से पूर्व लोकसभा सदस्य ने यह दावा भी किया कि प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल रहा था। और कुछ लोगों द्वारा झूठा प्रचार चलाया जा रहा था। तथा केंद्रीय नेतृत्व ने इस पर अंकुश लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
उन्होंने कहा इन बिंदुओं पर मेरी बात कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा से भी हुई लेकिन ऐसा कोई विकल्प या रास्ता नहीं निकल पाया, जो सबके हित में हो। पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस के उत्तर प्रदेश के कुछ वरिष्ठ नेताओं से भी मेरी बातचीत हुई लेकिन वो भी इन हालात में असहाय एवं विकल्पहीन लगे।
टंडन ने कहा दुर्भाग्‍यवश प्रदेश नेतृत्‍व से कोई तालमेल न होने के कारण मुझे कई महीनों से काम में उनसे कोई सहयोग प्राप्‍त नहीं हो रहा है। 2019 का चुनाव हारना मेरे लिए इतना कष्‍टदायक नहीं रहा जितना पार्टी संगठन की तबाही और उसे बिखरते हुए देखकर हुआ।
उन्‍होंने कहा प्रदेश का नेतृत्‍व सोशल मीडिया मैनेजमेंट व व्‍यक्तिगत ब्रांडिंग में इतना लीन है कि पार्टी व मतदाता के बिखर जाने का उन्‍हें कोई ज्ञान नहीं है। इस संदर्भ में प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष अजय कुमार लल्‍लू से बातचीत का प्रयास किया गया तो उन्‍होंने कहा कि वह कुछ समय बाद अपनी प्रतिक्रिया देंगे।
टंडन ने कहा मेरे नेक इरादों के बावजूद मेरे सहयोगियों और मेरे बारे में कुछ चुनिंदा व अस्तित्‍वहीन व्‍यक्तियों द्वारा झूठा प्रचार सिर्फ वाहवाही के लिए किया जा रहा है। उससे मुझे अत्‍यंत कष्‍ट का अनुभव हुआ। तकलीफ तब ज्‍यादा होती जब नेतृत्‍व द्वारा उसकी रोकथाम के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया जाता है। इन सारी वजहों के बावजूद मैं कई महीनों से इस उम्‍मीद से पार्टी में बनी रही कि शायद प्रदेश के सुंदर भविष्‍य के लिए अच्‍छे व काबिल नेतृत्‍व को प्रोत्‍साहित किया जाएगा।
टंडन ने कहा मेरी वार्ता कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जी से भी हुई लेकिन कोई भी विकल्‍प और आगे का रास्‍ता नहीं निकल पाया। उत्‍तर प्रदेश और अन्‍य प्रदेशों के कांग्रेस के कई वरिष्‍ठ नेताओं से मेरी वार्ता इन चंद महीनों में हुई और हालातों से सभी असहाय और विकल्‍पहीन लगे। मुझे अब पद व कोई प्रलोभन तसल्‍ली नहीं दे सकता और कांग्रेस पार्टी से मेरा विश्‍वास टूटकर बिखर गया है। मैं पार्टी के प्रदेश संगठन के साथ अपने उन्‍नाव वासियों या प्रदेश की सेवा करने में अपने को असमर्थ महसूस करती हूं। टंडन ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से 15 वर्षों में मिले सहयोग के लिए उनके प्रति आभार जताया है।
टंडन ने कहा कांग्रेस में रहते हुए मुझे वरिष्‍ठ नेतृत्‍व से हमेशा मिलने का सौभाग्‍य रहा है। और इस कार्यकाल में दोनों ही नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्‍व में काम करते हुए उनका स्‍नेह और सहयोग मिला। इन वर्षों के सहयोग के लिए मैं हमेशा उनकी आभारी रहूंगी। मेरे उसूल और मेरी विचारधारा कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्‍व से हमेशा मिलती हुई रही और इस त्‍याग पत्र के उपरांत उसमें कोई परिवर्तन नहीं है। उन्‍होंने कहा मैं अपने गृह क्षेत्र उन्‍नाव की 20 वर्षों से सेवा कर रही हूं। और आगे भी काम करते रहना चाहती हूं। सहयोगियों से परामर्श के बाद भविष्य का फैसला लूंगी।                      


बैंक में पैसा जमा करने पर भी लगेगा चार्ज

 अगले महीने से ये बैंक पैसा जमा करने पर लेगा चार्जेस


नई दिल्ली। अगर आपका किसी भी बैंक में अकाउंट है। तो इस जानकारी को जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। क्योंकि अगले महीने से बैंक के कई रूल्स बदलने वाले हैं। क्या आप जानते हैं। कि आपका बैंक आपसे कई चीजों पर पैसे वसूलता है। अगर नहीं तो आपको बता दें कि एसएमएस सुविधा, मिनिमम बैलेंस, एटीएम व चेक के इस्तेमाल तक, पर बैंक आपसे पैसे वसूलता हैं। लेकिन अब ग्राहकों को बैंकों में अपना पैसा जमा करने और निकासी के लिए भी फीस देनी पड़ेगी। इसकी शुरुआत बैंक ऑफ बड़ौदा ने कर दी है।
बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी, एक्सिस और सेंट्रल बैंक इस पर जल्द ही फैसला लेंगे। अगले महीने से यानी नवंबर 2020 से तय सीमा से ज्यादा बैंकिंग करने पर ग्राहकों को अलग से शुल्क देना होगा। मालूम हो कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने चालू खाते, कैश क्रेडिट लिमिट और ओवरड्राफ्ट खाते से पैसे जमा और निकालने के अलग व बचत खाते से जमा-निकासी के अलग-अलग शुल्क निर्धारित किए हैं। अगले माह से ग्राहक लोन खाते के लिए महीने में तीन बार के बाद जितनी बार भी पैसा निकालेंगे उन्हें 150 रुपये देने होंगे। बचत खाते की बात करें, तो ऐसे खाताधारकों के लिए तीन बार तक जमा करना फ्री होगा लेकिन अगर ग्राहकों ने चौथी बार पैसे जमा किए तो उन्हें 40 रुपये देने होंगे। इतना ही नहीं वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी बैंकों ने कोई राहत नहीं दी है। जनधन खाताधारकों को इसमें थोड़ी राहत मिली है। उन्हें जमा करने पर कोई शुल्क नहीं देना होगा लेकिन निकालने पर 100 रुपये देना होंगे।              


अर्थव्यवस्था उम्मीद से अधिक तेजी से लौट रही है

 अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात का संकेत दिया है। कि भारत की अर्थव्यवस्था उम्मीद से कहीं ज्यादा तेजी से पटरी पर लौट रही है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने हाल के दिनों में लेबर लॉ, कृषि कानून और मैनुफेक्चरिंग सेक्टर में जिस तरह के बदलाव किए हैं। उससे आने वाले समय में भारत की अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर इस समय देशभर में बहस तेज हो चुकी है। मैं भारत के हर नागरिक को बता दूं कि कोरोना की वैक्सीन हर किसी को उपलब्ध कराई जाएगी और कोई भी इससे पीछे नहीं छूटेगा। मोदी ने कहा, कोरोना महामारी के बीच भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारने में जिस तेजी से हालिया सुधारवादी कदम उठाए गए हैं। उसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है।                   


सादगी से अदा की शराफत के कुल की रस्म

 सादगी से अदा की शराफत मियां के कुल की रस्म


बरेली। शाह सकलैन शराफत मियां के कुल की रस्म गुरुवार सुबह 11 बजे अदा की गई। सुबह से ही दरगाह के मेहमानखाने में तकरीरों का प्रोग्राम चलता रहा। उसके बाद सकलैन मियां की मौजूदगी में क़ुल की रस्म शुरू हुई जिसमें सकलैन मियां ने देश में अमन चैन और भाई चारे के साथ कोरोना वायरस के खात्मे की दुआ की।
बताते चलें कि इस बार कोरोना महामारी के चलते कुल की रस्म में बाहर के जायरीनों को आने से मना कर दिया था। इस बजह से चंद लोग ही कुल की रस्म में शामिल हुए। बाकी के अकीदतमंदों ने अपने घरों में रहकर कुल की रस्म अदा की।                  


विभागों की अनदेखी, रोड पर निर्माण सामग्री

 संबंधित विभाग की अनदेखी! रोड पर डाल रहे निर्माण सामगी।


सतीश कुमार की रिपोर्ट


 मंसूरी। पर्यटन नगरी मसूरी में इन दिनों जगह जगह निर्माण कार्य चल रहे हैं। जिस पर निर्माण सामग्री रोड पर डाली जा रही है। जिससे आम नागरिकों सहित वाहनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन संबंधित विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।मसूरी में इन दिनों चल रहे निर्माण कार्यो की सामग्री रोड पर डालने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कैमल्स बैक रोड सहित अनेक स्थानों पर लोग निर्माण सामग्री सड़कों पर डाल रहे हैं। जिसके कारण आने जाने वालों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
वहीं दूसरी ओर संबंधित विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। मालूम हो कि कैमल्स बैक रोड पर प्रात घूमने जाने वालों का तांता लगा रहता है। लेकिन बीच रोड में निर्माण सामग्री पड़ी होने से उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं इस मार्ग पर चलने वाले वाहनों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। रोड पर मलवा पड़ा होने के कारण उन्हें वापस लौट कर मालरोड से होकर जाना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है। कि नगर पालिका व नगर प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि कोई निर्माण सामग्री सड़कों पर न डाले अगर किसी ने डाल भी दी है। तो उसके तत्काल उठवा ले ताकि लोगों को परेशानी न हो।                 


सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी

सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी  संदीप मिश्र  लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भी 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी के टैक्स फ्री ...