जब बलिया का जिक्र आया: समाज में अलग पहचान बनाने वाली महिलाओं से बात कर रहे थे मुख्यमंत्री योगी, अचानक बोल पड़े अब तो बलिया का नाम लेने से डर लगने लगा है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बलिया जिले के दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान को लेकर गोलीकांड और एक ग्रामीण की पुलिस अफसरों की मौजूदगी में हत्या का मामला इन दिनों में चर्चा में है। रविवार को इस असर राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर भी देखने को मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को अपने आवास पर मिशन शक्ति को लेकर वर्चुअल संवाद कर रहे थे। जैसे ही बलिया की एक महिला जनप्रतिनिधि ने अपना परिचय दिया तो योगी ने घटना का जिक्र किए बगैर कहा कि अब तो बलिया का नाम लेने से ही डर लगता है। यह सुनते ही सभी ठहाका मारकर हंसने लगे। इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है।
मिशन शक्ति के बाबत कर रहे थे। संवाद
दरअसल, सीएम योगी ने नवरात्रि के पहले दिन शनिवार से प्रदेश के 75 जिलों, 521 ब्लॉकों, 59000 पंचायतों, 630 शहरी निकायों और 1535 थानों के माध्यम से 180 दिन के लिए महिलाओं व बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने का प्रशिक्षण, सुरक्षा, सम्मान के प्रति जागरुक करने के लिए मिशन शक्ति शुरू किया है। पहले चरण में इस अभियान को जागरुकता आधारित रखा गया है। दूसरे चरण में मिशन शक्ति के क्रियान्वयन पर बल दिया जाएगा। रविवार को योगी आदित्यनाथ ने इसी दिशा में अपने सरकारी आवास से महिला जनप्रतिनिधियों जैसे ग्राम प्रधान, बीडीसी सदस्य, ब्लॉक प्रमुख, पार्षदों, नगर निकास अध्यक्षों से वर्चुअल संवाद कर रहे थे।
बलिया की महिला प्रधान से क्या-क्या बातें हुई
महिला प्रधान स्मृति सिंह। प्रणाम सर आपको नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।
सीएम योगी।आपको और पूरे बलिया वासियों को भी बहुत-बहुत बधाई, अब तो बलिया का नाम लेने से डर लगता है।
महिला प्रधान। बहुत अच्छा लग रहा है। आपसे बात करके, मेरी बहुत दिनों से इच्छा थी। कि आप से रूबरू होऊं। आज यह मेरा सपना साकार हो पाया और मैं कल के लिए आपको लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहती हूं। पेट्रोलिंग के लिए जो हेल्पलाइन ने बनाया है। उसके लिए नवरात्रि का पहला दिन शुभ मुहूर्त पर और महिलाओं के लिए नया उपहार देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
सीएम योगी। पहली बार आप ग्राम प्रधान बनी हैं। आपके गांव की आबादी को बहुत ज्यादा है। क्या कर रहे हैं। आप गांव में।
महिला प्रधान। सर, जब मैं गांव में प्रधान बनी थी। तो आपको याद होगा, निर्भया कांड याद होगा तब से मुझे अपने गांव के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। मैंने ग्राम प्रधान क्षेत्र में सीएससी का निर्माण कराया, सिलाई कढ़ाई की भी ट्रेनिंग दिलाई।
सीएम योगी ने क्यों ऐसा कहा।
दरअसल, दुर्जनपुर में 15 अक्टूबर को पंचायत भवन पर कोटे की दुकान को लेकर बैठक चल रही थी। एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ चंद्रकेश सिंह, बीडीओ गजेंद्र प्रताप सिंह और रेवती थाने का पुलिसबल भी मौजूद थी। आरोप है। कि इसी दौरान विवाद होने पर धीरेंद्र सिंह ने जयप्रकाश पाल की हत्या कर दी। इसके बाद वह भाग निकला। मामले में एसडीएम और सीओ को निलंबित भी कर दिया गया था। सभी आरोपियों पर गैंगस्टर और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई की भी बात कही है। मुख्य आरोपी धीरेंद्र समेत अब तक 11 आरोपियों को पकड़ा जा चुका है।