मंगलवार, 6 अक्टूबर 2020

दंगा भड़काने की साजिश के अहम सबूत मिलेंं

हाथरस की घटना को लेकर प्रदेश में थी दंगे भड़काने की तैयारी, जांच एजेंसियों को मिले साजिश के अहम सबूत।


अशीष तिवारी


लखनऊ। रिपोर्ट डॉक्टर इब्राहिम कुरैशी ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश
यूपी में हाथरस की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश था। यही नहीं, इस घटना से जुड़ी कई अफवाहों को फैला कर कुछ संगठन योगी सरकार के खिलाफ माहौल बनाना चाहते थे।हाथरस मामले में जांच एजेंसियों को योगी सरकार के खिलाफ खतरनाक साजिश के अहम सुराग मिले हैं। हाथरस के बहाने योगी सरकार को बदनाम करने के लिए बड़ी साजिश रची गई थी। हालांकि सरकार की सतर्कता के चलते प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक दंगे भड़काने की साजिश नाकाम हुई। खबर ये भी है। कि हाथरस के बहाने उत्तर प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने की कोशिश की गई थी। इसके अलावा दंगे भड़काने के लिए अफवाहों और फर्जी सूचनाओं का सहारा लिया गया था।यही नहीं, सोशल मीडिया का भी दुरूपयोग हुआ। प्रमाण मिलने पर लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया गया है। हाथरस मामले में मायावती बीजेपी के मुखपत्र की तरह काम कर रही हैं। आप नेता संजय सिंह
योगी सरकार के मंत्री ने किसान कानून के विरोध पर साधा निशाना  कहा।कांग्रेस राज में किसानों की स्थिति बदतर हुई
प्रयागराज। होर्डिंग के विवाद में दबंगों ने सरेआम दुकानदार को पीटा, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने दर्ज किया केसः जितेंद्र हत्याकांड में बागपत पुलिस का सनसनीखेज खुलासा पति को रास्ते से हटाने के लिये पत्नी ने डेढ़ लाख की सुपारी देकर कराई हत्या। इस पूरी साजिश में पीएफआई, एसडीपीआई और सरकार के निशाने पर रहे माफियाओं की मिलीभगत के ठोस सुराग मिले हैं। प्रदेश में अराजकता पैदा करने के लिए बड़े पैमाने पर फंडिंग की गई।
साजिश में सीएए के उपद्रव में शामिल रहे संगठनों की भूमिका के भी सबूत मिले. उपद्रवियों के पोस्टर लगाए जाने उपद्रवियों से वसूली कराए जाने और घरों की कुर्की कराने जाने की सीएम योगी की सख्त कार्रवाइयों से परेशान तत्वों ने ये पूरी योजना बनाई था। हाथरस घटना से जुड़ी खबरें जैसे पीड़ित लड़की की जीभ काटे जाने अंग भंग करने और गैंगरेप से जुड़ी तमाम अफवाहें उड़ा कर नफरत की आग भड़काने की कोशिश की गई थी। यही नहीं। अफवाह फैलाने के लिए ढेरों वैरिफाइड सोशल मीडिया एकाउंट का भी इस्तेमाल किया गया। फिलहाल जांच एजेसियां वैरिफाइड एकाउंट का ब्यौरा तैयार करने में जुटीं हैं। अफवाहें फैलाने और नफरत पैदा करने के लिए चंडीगढ की घटना की मृतका की तस्वीरें हाथरस की बेटी की बता कर वायरल की गई। आपको बता दें कि एक बड़े चैनल के स्क्रीन शाट में छेड़छाड़ करके नफरत भरे पोस्टर तैयार किए गए इस पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है। दंगे भड़काने की साजिश के लिए तमाम आपत्तिजनक और फोटो शाप्ड तस्वीरों का भी जमकर इस्तेमाल हुआ। दूसरे राज्यों की शवों की फोटो शाप्ड तस्वीरों को हाथरस की पीड़िता की तस्वीरें बताकर नफरत पैदा करने की कोशिश की गई। रिपोर्ट डॉक्टर इब्राहिम कुरैशी ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश।              


सिनेमाघरों की टिकट बिक्री में आया बदलाव

सिनेमाघरों के खुलने के लिए गाइडलाइंस जारी 50% टिकट बिक्री के अलावा ये होंगे बदलाव


नई दिल्ली। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स में परिचालन से संबंधित दिशा निर्देश जारी किए हैं। ये जगहें कोविड -19 महामारी के मद्देनजर छह महीने से अधिक समय तक बंद रहने के बाद 15 अक्टूबर से फिर से खोले जाने के लिए निर्धारित हैं। नए दिशानिर्देशों के अनुसार, सिनेमा हॉल को 50% ऑक्युपेंसी के साथ संचालित करने की अनुमति है। ताकि लोगों के बीच पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखी जा सके। ये सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई सीट न बदले। मंत्रालय ने कहा है। कि स्क्रीनिंग की शो टाइमिंग भी बदली जाएगी और भीड़भाड़ से बचने के लिए पर्याप्त संख्या में बॉक्स ऑफिस काउंटर खोले जाएंगे। उन्होंने इंटरवल के दौरान दर्शकों को भीड़ से बचने को कहा है। सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए सिनेमाघरों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की घोषणा की। अपने आवास पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ 15 अक्टूबर से सिनेमा हॉल खोलने की अनुमति होगी। साथ ही मास्क पहनना और दर्शकों के बीच एक सीट की दूरी रखना अनिवार्य होगा।
उन्होंने कहा सिनेमा घर पिछले सात महीनों से बंद हैं। वे अब 15 अक्टूबर से खुलेंगे। लोगों की सुरक्षा के लिए हमने एसओपी तैयार की है। उन्होंने कहा सिनेमा घरों में 50 प्रतिशत लोगों के बैठने की अनुमति होगी। एक कुर्सी छोड़कर बैठने की व्यवस्था की जाएगी। मास्क लगाना अनिवार्य होगा। साथ ही सैनिटाइजर जरूरी है। जावड़ेकर ने बताया कि कोरोना से बचाव के बारे में जागरूकता फैलाने वाली एक मिनट की एक फिल्म दिखाया जाना या इस बारे में घोषणा किया जाना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा एक शो खत्म होने के बाद पूरा हॉल सैनिटाइज करना होगा तभी दूसरा शो आरंभ होगा। सिंगल स्क्रीन में टिकट बुकिंग के लिए ज्यादा खिड़कियां खोलनी होंगी। सभी जगह ऑनलाइन टिकट बुकिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। पैक्ड खाना मिलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई की एसओपी का पालन होगा और लोग 15 अक्टूबर से सिनेमाघरों में जाकर फिल्में देख सकेंगे। इसके लिए उन्होंने सभी को शुभकामनाएं भी दीं। बता दें कि भारत पिछले 24 घंटों में 61,267 नए कोरोना मामले सामने आए हैं। और 884 लोगों की मौत एक रिपोर्ट दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कुल 66,85,083 मामलों में 9,19,023 सक्रिय मामले हैं। 56,62,491 ठीक हो चुके और 1,03,569 लोगों की मौत हो चुकी है।                   


संक्रमण में लगातार गिरावट से मिली राहत

कोरोना से मिल गई है। देश को जीत महीनेभर बाद आया ऐसा सुकून


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश मे एक महीने में कोरोना वायरस  (कोविड-19) के सबसे कम मामलों की संख्या दर्ज की गई जिसमें सोमवार को 59,980 नए मामले सामने आए। एचटी के डैशबोर्ड के आंकड़ों के अनुसार कोविड -19 सकारात्मक मामलों की कुल संख्या 66,85,083 हो गई है।और इसी अवधि में 884 नई मौतों के साथ। कुल 1,03,622 कोविड -19 सकारात्मक मामलों ने देश में वायरल बीमारी के कारण आज तक दम तोड़ दिया है। कोविड -19 के कारण पहली मौत 12 मार्च को दक्षिण भारत में हुई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है। कि लगातार दो हफ्तों तक देश में सक्रिय कोविड -19 मामले एक मिलियन से कम रहे हैं।
सक्रिय मामलों की संख्या महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह वास्तविक बीमारी के बोझ को राष्ट्रीय स्तर पर बताता है। इसके अलावा, सोमवार को लगभग एक मिलियन परीक्षण किए गए हैं। कोविड -19 का पता लगाने के लिए परीक्षण किए गए नमूनों की कुल संख्या लगभग 80 मिलियन तक पहुंच गई है। 23 जनवरी को, जब देश में पहला कोविड -19 टेस्ट किया गया था, तो भारत में सिर्फ एक प्रयोगशाला थी। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) एपेक्स वायरोलोजी प्रयोगशाला। पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन का उपयोग करते हुए कोविड 19 परीक्षण आयोजित करती है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से पिछले 24 घंटों में 903 मौतें दर्ज की गई हैं। इन जगहों से  82% नई मौतें सामने आई हैं। कल हुई 36% मौतों में महाराष्ट्र से 326 कर्नाटक से 67 लोगों की मौतें सामने आईं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से पिछले 24 घंटों में 903 मौतें दर्ज की गई हैं। इन जगहों से  82% नई मौतें सामने आई हैं। कल हुई 36% मौतों में महाराष्ट्र से 326 कर्नाटक से 67 लोगों की मौतें सामने आईं।               


अश्विन ने फिंच को दी ‘मांकड़िंग’ की चेतावनी

अश्विन ने फिंच को दी ‘मांकड़िंग’ की चेतावनी कहा।यह पहली और आखिरी चेतावनी थी।बच गया बड़ा विवाद।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच सोमवार को दुबई में खेले गए IPL 13 के मैच में बड़ा विवाद होने से बच गया। दरअसल दिल्ली केऊ गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने RCB के बल्लेबाज एरॉन फिंच को मांकड़िंग की चेतावनी दी। अश्विन ने फिंच को दी ‘मांकड़िंग’ की चेतावनी कहा। यह पहली और आखिरी चेतावनी थी। बच गया बड़ा विवाद। दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच सोमवार को दुबई में खेले गए IPL 13 के मैच में बड़ा विवाद होने से बच गया दरअसल दिल्ली के गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने RCB के बल्लेबाज एरॉन फिंच को मांकड़िंग की चेतावनी दी।
मांकड़िंग को लेकर पिछले IPL सीजन में विवाद खड़ा हो गया था। किंग्स इलेवन पंजाब के तत्कालीन कप्तान रहे रविचंद्रन अश्विन का राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर को मांकड़ करने का विवाद सुर्खियों में रहा था। मांकड़िंग को लेकर सख्त रवैया रखने वाले रविचंद्रन अश्विन ने इस बार ऐसा नहीं किया। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की पारी के तीसरे ओवर में अश्विन ने नॉन स्ट्राइकर एंड पर क्रीज से बाहर निकलने पर एरॉन फिंच को चेतावनी दी। अश्विन इस ओवर की चौथी गेंद डालने से पहले ही एरॉन फिंच को क्रीज से बाहर निकलता देख नॉन स्ट्राइकर एंड की तरफ मुड़ गए हालांकि उन्होंने गेंद को विकेट पर नहीं मारा अश्विन ने बल्लेबाज एरॉन फिंच को मांकड़ करने की चेतावनी देनी चाही। अश्विन के मांकड़िंग नहीं करने से डग आउट’ में बैठे दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग बहुत खुश हुए अश्विन ने मैच के बाद ट्वीट किया। 
स्पष्ट कर दूं  2020 के लिए पहली और अंतिम चेतावनी. बाद में मुझे दोष मत देना। उन्होंने रिकी पोंटिंग और एरॉन फिंच को टैग करते हुए लिखा। वैसे हम अच्छे दोस्त हैं।
बता दें कि पिछले सीजन में एक मैच में रविचंद्रन अश्विन ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ जोस बटलर को बिना गेंद फेंके ही नॉन स्ट्राइकिंग छोर पर रन आउट कर मांकड़िंग विवाद को हवा दे दी अश्विन ने बटलर को आईपीएल के इतिहास में पहली बार 'मांकड़िंंग’ का शिकार बनाया उस समय बटलर 43 गेंद में 69 रन बनाकर खेल रहे थे और अश्विन ने चेतावनी दिए बिना उन्हें मैनकाइंड से आउट किया जिससे उनकी खेलभावना को लेकर सवाल भी उठे।
खेल के नियमों के अनुसार तीसरे अंपायर ने बटलर को आउट दिया लेकिन ऐसे विकेट खेलभावना के विपरीत माने जाते हैं। इसके बाद बटलर और अश्विन के बीच तीखी बहस भी हुई। मैच के बाद जब अश्विन से मांकड़िंगऔर खेल भावना को लेकर उठ रहे सवाल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा मेरी ओर से यह बहुत सहज था। यह योजना नहीं थी। या ऐसा कुछ भी नहीं था। यह खेल के नियमों के भीतर है।
क्या होती है। मैनकाइंड। पूर्व भारतीय स्पिनर वीनू मांकड़ के नाम पर पड़ा यह आउट करने का तरीका क्रिकेट के नियमों के अतंर्गत है। लेकिन कुछ इसे खेल भावना के खिलाफ मानते हैं। वीनू मांकड़ ने 1947 में इसी तरीके से ऑस्ट्रेलिया के बिल ब्राउन को आउट किया था। मैच में दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाज अगर गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने से पहले क्रीज से बाहर निकल आए तो उसे रन आउट करने को मांकड़िंग कहते हैं। भारतीयों में कपिल देव ने दक्षिण अफ्रीका के पीटर कर्स्टन को 1992-93 की सीरीज के दौरान मांकडिंंग से आउट किया था। वहीं, घरेलू क्रिकेट में स्पिनर मुरली कार्तिक ने बंगाल के संदीपन दास को रणजी ट्रॉफी मैच में इसी तरह से आउट किया था।             


अजीज फल की 8 वरायटीज के बारे में बताया

आपने कितनी तरह के सेब खाए हैं। यहां जानें इस हर दिल अजीज फल की 8 वरायटीज के बारे में।


मनोज सिंह ठाकुर
सबसे अधिक सेहतमंद फलों की जब भी बात आती है। तो सेब का नाम पहली पंक्ति में होता है। तभी तो स्वस्थ जीवन जीने के लिए हर दिन एक सेब खाने की सलाह दी जाती है। हममें से ज्यादातर लोग सेब की 3 से 4 वरायटीज के बारे में ही जानते हैं। लेकिन दुनियाभर में मुख्य रूप से 8 प्रकार के सेब सबसे अधिक खाए जाते हैं। जबकि दुनिया में साढ़े सात हजार से अधिक किस्म के सेब पाए जाते हैं। इनके रंग अलग होने के साथ ही गुणों में भी हल्का अंतर होता है। लेकिन ये सभी स्वास्थ्य के लिए अमृत समान होते हैं।
क्लासिक रेड सेबः कश्मीरी सेब लगभग पूरी दुनिया में पसंद किए जाते हैं। इन सेब को इनकी खूबसूरत रंगत के आधार पर क्लासिक रेड कैटिगरी में रखा गया है। ये सेब खाने में बहुत अधिक रसीले होते हैं।
मैकिन्टोश ऐपलः मैंकिटोश ऐपल गहरा गुलाबी शेड लिए हुए सुर्ख लाल सेब होता है। यह सेब अपने गूदे के कारण एक अलग पहचान रखता है। क्योंकि इसका गूदा बहुत मुलायम और दानेदार होता है। यही वजह है कि इसका उपयोग कैंडी जैम और जेली जैसी चीजें बनाने में अधिक किया जाता है।
फूजी ऐपलः फूजी ऐपल लाल-पीला और गुलाबी रंग के मिक्स शेड के साथ बहुत ही खूबसूरत दिखने वाला सेब होता है। इसे देखते ही मुंह में पानी आ जाता है। खास बात यह है। कि जितना दिखने में आकर्षक होता है। यह सेब खाने में भी उतना ही क्रंची होता है।
ग्रीन ऐपलः क्लासिक रेड के बाद सबसे अधिक पसंद किया जानेवाला सेब है। हरा सेब इसको ग्रेनी स्मिथ के नाम से भी जाना जाता है। आमतौर पर ऐपल जूस बनाने में इसी सेब का उपयोग किया जाता है। क्योंकि यह अन्य सेब की तुलना में बहुत अधिक रसीला होता है।
पीला सेेबः जैसा कि ना से ही साफ है। कि इस सेब का छिलका पीला होता है। और इसकी रंगत कहीं-कही से सुनहरी होती है। इस कारण इसे गोल्डन ऐपल और येलो ऐपल के नाम से भी जाना जाता है। इस सेब का उपयोग मुख्य रूप से ऐपल ड्रिंक्स और वेब्रेज बनाने में किया जाता है।
हनीक्रिस्प ऐपलः हनी क्रिस्प ऐपल बाहर से हल्का हरा होता और इस पर लाल सुर्खी होती है। (यानी इसके छिलके का बेस हल्के हरे रंग का और ऊपर से सुर्ख लाल रंग के शेड्स होते हैं।) इस सेब का स्वाद खाने में शहद जैसी मिठास लिए हुए होता है। साथ ही यह बहुत क्रिस्पी भी होता है। आमतौर पर इस सेब का उपयोग फ्रूट सैलेड बनाने में किया जाता है।
बाल्डविन ऐपलः बाल्डविन सेब चटख लाल रंग का होता है। और अन्य किस्म के सेबों की तुलना में दिखने में अधिक आकर्षक भी होता है। इस सेब की फसल सर्दियों के मौसम में अधिक होती है। इस कारण इसे विंटर ऐपल भी कहा जाता है।
इस सेब को रेड डिलिशियस ऐपल के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन सेब की अन्य किस्मों की अपेक्षा यह फल मार्केट में कम उपलब्ध होता है। स्वाद में यह रसीला और क्रंची होता है।
गाला ऐपलः का अर्थ होता है। जिसमें बहुत सारी चीजों का संगम हो। अगर सेब के बारे में इस शब्द का उपयोग किया जाता है। तो इसका अर्थ है। कि अलग-अलग तरह के सभी सेबों की खूबियां अपने आप में समेटे हुए। सभी खूबियों से भरपूर सेब।
गाला सेब अन्य प्रकार के सेबों की तुलना में काफी बड़े होते हैं। इस सेब की खास बात यह होती है। कि इसका छिलका सेब के अंदरूनी हिस्से की तुलना में अधिक मीठा होता है। यही कारण है। कि इसको छिलके सहित खाया जाता है।
गाला ऐपल बाहर से दिखने में फूजी ऐपल की तरह ही होता है लेकिन आकार में उससे बड़ा होता है। तो अब आप जान चुके हैं। कि सेब की सबसे अधिक पसंद की जानेवाली प्रजातियों की खूबियां क्या हैं। ऐसे में आप अपनी जरूरत और मूड के हिसाब से सेब के स्वाद का लुत्फ उठाएं।              


फॉलो करेंगे तो नहीं रहेगा कोरोना का खतरा

जिम जाने से पहले और बाद में फॉलो करेंगे ये 5 टिप्स, तो नहीं रहेगा कोरोना का खतरा


मनोज सिंह ठाकुर
लंबे समय से कोरोना के कारण लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। और बाहर निकलना अवॉइड कर रहे हैं। जिसके चलते हर कोई काफी चिड़चिड़ा महसूस कर रहा है। और लोग अपनी फिजिक पर भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। लेकिन अब जिम खुल चुके हैं। और लोग भारी संख्या में जिम जा भी रहे हैं। आंकड़े बता रहे हैं। जिम खुलने के बाद कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सही एहतियात न बरतने के कारण लोग इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं। वर्तमान समय में भारत दूसरा ऐसा देश बन गया है। जहां सबसे ज्यादा अधिक कोरोना संक्रमित मरीज हैं। जबकि तीसरा ऐसा देश है। जहां कोरोना से अब तक सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। इससे आप समझ ही गए होंगे कि हम लोगों को इस वायरस से कितना सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है। लंबे समय से कोरोना के कारण लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। और बाहर निकलना अवॉइड कर रहे हैं। जिसके चलते हर कोई काफी चिड़चिड़ा महसूस कर रहा है। और लोग अपनी फिजिक पर भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। लेकिन अब जिम खुल चुके हैं और लोग भारी संख्या में जिम जा भी रहे हैं। आंकड़े बता रहे हैं। जिम खुलने के बाद कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सही एहतियात न बरतने के कारण लोग इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं। इसलिए जरूरी है। कि आपको जिम जाने के पहले से लेकर जिम जाने और जिम से वापिस आने के बाद अपनाए जाने वाले सुरक्षा तरीकों की जानकारी हो। आज हम आपको ऐसे ही कुछ जरूरी टिप्स दे रहे हैं।
तबीयत खराब होने पर जिम अवॉइड करें
चाहे आपको कोरोना हो या न हो यदि आपकी तबीयत सही नहीं है। तो आपको बाहर निकलने से बचना चाहिए। और ऐसा सिर्फ इन दिनों ष्टश1द्बस्र-19 के चलते ही नहीं बल्कि हर समय करना चाहिए। क्योंकि स्वास्थ्य खराब होने पर आपका शरीर कमजोर रहता है और आप संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। साथ ही आप अपनी वजह से दूसरे लोगों को भी प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए तबीयत खराब होने पर जिम न जाएं। बल्कि अपने दोस्तों और जिम के साथी को भी ऐसा करने की सलाह दें।
वेंटिलेशन का भी रखें ध्यान
यदि आपका जिम आउटडोर है। या अच्छी तरह से वेंटिलेशन है। तो यह उन जिमों की तुलना में अधिक सुरक्षित है जो पूरी तरह से पैक होते हैं। या बेसमेंट में होते हैं। इनडोर जिम में बैक्टीरिया, वायरस और फंगी के पनपने के चांस अधिक होते हैं साथ ही वहां संक्रमण का खतरा भी अधिक होता है।
सैनिटाइज आइटम करें कैरी
अपने साथ हैंड सैनिटाइजऱ, डिसइन्फेक्टेंट वाइप्स सैनिटाइजऱ स्प्रे डिस्पोजेबल टिशू या तौलिया जैसी चीजें कैरी करें और समय समय पर इनका इस्तेमाल करें। जब आप जिम जाते हैं। तो कोरोना की चपेट में आने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। इसलिए इन्हें अपने जिम बैग में कैरी करें और बाहर निकलने से पहले खुद को अच्छी तरह सैनिटाइज़ कर लें।
शेयरिंग अवॉइड करें
अपने गियर कैरी करें और कुछ दिनों तक ऐसे उपकरणों का यूज़ करने से बचें जो सभी लोगों द्वारा यूज़ किए जा रहे हों। विशेष रूप से फोम रोलर्स और एक्सरसाइज बॉल्स का उपयोग करने से बचें। साइकलिंग मशीन ट्रेडमिल, डम्बल, बारबेल और वेटेड प्लेटों से भी दूर रहें।
सोशल डिस्टेंसिंग करें फॉलो
जिम जाने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करना सबसे ज्यादा जरूरी है। व्यायाम करते समय लगातार मास्क पहनें और लोगों से दूरी बनाकर रखें। ऐसे समय मे अपना जिम स्लॉट चुनें जब कम लोग वहां आते हों। इससे आपके वायरस की चपेट में आने की संभावना भी कम हो जाएगी।             


69 हजार शिक्षक भर्ती, नेता किया गिरफ्तार

69 हजार शिक्षक भर्ती मामले का मास्टर। माइंड भाजपा नेता गिरफ्तार।


बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती में पेपर लीक कर गड़बड़ी कराने के आरोपी बीजेपी नेता चंद्रमा सिंह यादव को सोमवार को एसटीएफ ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार नेता सूबे की योगी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री का प्रतिनिधि भी रह चुका है। शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी कराने का वो मास्टरमाइंड माना जाता है। एसटीएफ के लिए बना हुआ था चुनौती। चंद्रमा यादव की गिरफ्तारी न होने पर जांच एजेंसी यूपी एसटीएफ और सरकार की खासी किरकिरी हो रही थी। वो लम्बे समय से पुलिस और एसटीएफ के लिए चुनौती बना हुआ था। एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने सोमवार शाम उसे सिविल लाइंस इलाके में हिन्दू हॉस्टल चौराहे के पास से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने उसके पास से एक अदद मोबाइल फोन आधार कार्ड और कुछ पैसे भी बरामद किए हैं।
बीजेपी के रसूखदार नेताओं में शामिल। चंद्रमा यादव को प्रयागराज में बीजेपी के रसूखदार नेताओं में जाना जाता है। वो लम्बे अरसे तक प्रयागराज से जुड़े यूपी के एक मौजूदा कैबिनेट मंत्री का प्रतिनिधि रहा है। चंद्रमा बीजेपी के किसान मोर्चे की प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य रहा है तो साथ ही पार्टी की महानगर इकाई में उपाध्यक्ष भी रह चुका है। वो शहर के ही ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में चलने वाले पंचम लाल आश्रम इंटर कालेज का संचालक भी है। पहले भी हो चुका है। गिरफ्तार पहली से बारहवीं क्लास तक चलने वाले कॉलेज में सिर्फ 200 बच्चे ही पढ़ते हैं। पूरे कॉलेज में सिर्फ 12 कमरे हैं। चंद्रमा इससे पहले जनवरी महीने में टीईटी परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जून महीने के पहले हफ्ते में ही वो जमानत पर जेल से छूटा था। लेकिन उसी समय 69 हजार शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था। एसटीएफ को सौंपी गई थी। जांच
प्रयागराज पुलिस ने इस फर्जीवाड़े में गिरोह के सरगना डॉ केएल पटेल के साथ ही चंद्रमा यादव को भी नामजद किया था। प्रयागराज के सोरांव थाने में एफआईआर दर्ज होने और कई बड़ी मछलियों के जाल में फंसने के हफ्ते भर बाद ही न सिर्फ इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई थी। बल्कि तत्कालीन एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का तबादला भी कर दिया गया था। सेंटरसे ही करवाता था पेपर लीकः मा यादव अपने रसूख का इस्तेमाल कर अपने कॉलेज को बड़ी परीक्षाओं का सेंटर बनवाता था। वो अपने सेंटर से ही पेपर लीक कर उसे केएल पटेल के साल्वरों से सॉल्व कराता था। चंद्रमा यादव का गैंग इन सॉल्व पेपर्स को ब्लूटूथ और दूसरी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए अभ्यर्थियों तक पहुंचाता था। इसके बदले यह लोग अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेते थे। कैबिनेट मंत्री से जुड़ा होने की वजह से करीब डेढ़ सौ दिनों तक फरार रहने वाले चंद्रमा को लेकर विपक्षी पार्टियां इस मामले पर खूब सियासत भी कर रहीं थीं।             


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...