कच्चे तेल में दूसरे दिन तेजी जारी, पेट्रोल, डीजल के दाम में गिरावट पर लगा ब्रेक।
नई दिल्ली। तूफान के चलते अमेरिका में कच्चे तेल का उत्पादन प्रभावित होने और तेल का भंडार घटने के अनुमानों के बीच अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बुधवार को लगतार दूसरे दिन तेल की कीमतों में तेजी जारी रही। वहीं, भारत में बीते दो दिनों से जारी पेट्रोल और डीजल के दाम में गिरावट पर ब्रेक लग गया है।
तेल विपणन कंपनियों ने बुधवार को पेट्रोल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया, जबकि एक दिन पहले पेट्रोल के दाम में दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में 17 पैसे, जबकि चेन्नई में 15 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई थी। वहीं, डीजल के दाम में दिल्ली और कोलकाता में 22 पैसे जबकि मुंबई में 24 पैसे और चेन्नई में 21 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई थी।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम बिना किसी बदलाव के क्रमश। 81.55 रुपये, 83.06 रुपये, 88.21रुपये और 84.57 रुपये प्रति लीटर पर बना हुआ है। डीजल की कीमत भी चारों महानगरों में क्रमश। 72.56 रुपये, 76.06 रुपये, 79.05 रुपये और 77.91 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर बनी हुई है।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटर कांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के नवंबर डिलीवरी अनुबंध में बुधवार को पिछले सत्र के मुकाबले 1.48 फीसदी की तेजी के साथ 41.13 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। पिछले सत्र में ब्रेंट क्रूड का सबसे सक्रिय वायदा अनुबंध 2.65 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ था।
वहीं, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के अक्टूबर डिलीवरी वायदा अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 1.75 फीसदी की तेजी के साथ 38.95 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। डब्ल्यूटीआई का भाव बीते सत्र में 3.38 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ था।
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि मेक्सिको की खाड़ी में तूफान सैली के कारण तेल का उत्पादन प्रभावित होने से कीमतों में तेजी आई है। वहीं, अमेरिकी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका मे बीते सप्ताह तेल के भंडार में 95 लाख बैरल की गिरावट आई है।
हालांकि बाजार को बुधवार को जारी होने वाले अमेरिकी एजेंसी एनर्जी इन्फोरमेशन एडमिनिस्ट्रेशन के आधिकारिक आंकड़ों का इंतजार है। केडिया ने कहा कि चीन में औद्योगिक उत्पादन और खुदरा बिक्री के अच्छे आंकड़े आने और जर्मन बिजनेस कान्फिडेंस में सुधार की रिपोर्ट से भी कच्चे तेल की तेजी को सपोर्ट मिल रहा है।