गुरुवार, 10 सितंबर 2020

जेई संगठन का सहयोग सत्याग्रह जारी रहा

जानकी शरण द्विवेदी


गोण्डा। उप्र ऊर्जा प्रबंधन एवं उप्र शासन का ध्यान आकृष्ट कराये जाने को लेकर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के समस्त सदस्यों का 08 सितम्बर से शुरू हुआ 48 घण्टे का सहयोग सत्याग्रह बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रदेश के समस्त उत्पादन गृहों, जल विद्युत गृहां, पारेषण निगम तथा वितरण निगम के सभी कार्यालयों तथा विद्युत उप केंद्रों में कार्यरत अवर अभियंताओं व प्रोनन्त अभियंताओ ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए कार्य किया। यह जानकारी देते हुए संगठन के केन्द्रीय प्रचार सचिव अरविन्द झा ने बताया कि सहयोग सत्याग्रह कार्यक्रम की समीक्षा हेतु संगठन के उच्चाधिकार समिति की आनलाइन बैठक की गयी, जिसे सम्बोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष इं. जीवी पटेल ने कहा कि लाकडाउन का पालन कराये जाने से लेकर लोगों के आम जन जीवन को आसान बनाये रखने के लिये ऊर्जा विभाग के अभियन्ता गण अपने प्राणां की परवाह किये बिना अनवरत कार्य कर रहे हैं। उप्र सरकार एवं बिजली विभाग के शिखर प्रबंधन द्वारा बिजली क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपे जाने का कुत्सित प्रयास किये जा रहा है। यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण एवं चिन्तनीय है। इससे न सिर्फ बिजली के कार्मिकों की सेवा शर्ते प्रभावित होंगी, अपितु बिजली की कीमतों में भारी इजाफा होने से आम उपभोक्ताआें को भारी आर्थिक बोझ का सामना एवं निजी कम्पनियों के दलालां से शोषण का शिकार होना पड़ेगा। पूर्व में जिन भी प्रदेशां पर बिजली क्षेत्र को निजी हाथों में सौपे गये, वहां निजीकरण व्यवस्था पूरी तरह से असफल रही है।


केंद्रीय महासचिव इं जय प्रकाश ने कहा कि बेहतर आपूर्ति सेवा एवं लाइन हानियों को कम किये जाने हेतु संगठन द्वारा पूर्व मे अनेकों सुधार प्रस्ताव एवं सुझाव दिए गए किंतु उन पर ऊर्जा प्रबन्धन द्वारा कोई अमल नहीं किये गये एवं न ही ऊर्जा संस्थान में धरातल पर कार्य करने वाले संवर्ग विशेष रुप से जूनियर इंजीनियर्स एवं प्रोन्नत अभियन्ता जिनकी विभिन्न जायज मांगो/समस्याओं यथा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि. का निजीकरण का प्रयास किये जाने पर तत्काल रोक लगाये जाने एवं संगठनों द्वारा प्रेषित किये सुधार कार्यक्रमों को लागू किये जाने, अवर अभियन्ता के एसीपी व्यवस्था में विद्यमान नान फॅक्शनल ग्रेड पे 4800 रुपए एवं अन्य को विलुप्त किया जाय, सीधी भर्ती के सहायक अभियन्ता को द्वितीय एसीपी के प्रारम्भिक वेतनमान (ग्रेड पे 8700 रुपए) पर देय 02 वेतन वृद्धि के लाभ के अनुरूपता में प्रोन्नत सहायक अभियन्ता के तृतीय एसीपी (ग्रेड पे 8700 रुपए) में प्रारम्भिक वेतनमान पर 02 वेतन वृद्धि का लाभ प्रदान किये जाने का आदेश निर्गत किया जाय। केंद्रीय संरक्षक इं. सतनाम सिंह ने कहा कि सहयोग सत्याग्रह के माध्यम से उप्र ऊर्जा के प्रबंधन एवं उप्र शासन व सरकार का ध्यानाकृष्ट कराया जा रहा है। बावजूद अगर प्रबंधन के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया तो अगले चरण में आंदोलन और भी व्यापक तथा विशाल रूप मे होगा एवं इससे होने वाले किसी भी प्रकार की असुविधा एवं औद्यौगिक अशांति के लिए सीधे उप्र ऊर्जा का शिखर प्रबंधन उत्तरदायी होगा। बैठक मे मुख्य रूप से केंद्र के समस्त पदाधिकारी तथा अंचल एवम निगम के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।              


डीएम ने मासिक विभागीय समीक्षा बैठक की

बहराइच। शासन के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले 37 सूत्रीय तथा नीति आयोग कार्यक्रमों की कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मासिक समीक्षा बैठक में विभागवार समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने निर्देश दिया कि सम्बन्धित अधिकारी भलि भांति प्रगति से सम्बन्धित विवरण स्वयं परीक्षण कर त्रुटि रहित उपलब्ध कराये। बैठक में अनुपस्थित अधिशासी अभियंता राजकीय निर्माण निगम, पैक्सपेड तथा प्रधानाचार्य आईटीआई से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये गये है। स्वास्थ्य विभाग के योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि विभागीय अधिकारियों द्वारा किये गये निरीक्षणों में पायी गयी कमियों के निराकरण से सम्बन्धित आख्या भी उपलब्ध करायी जाए। आयुष्मान भारत योजना की धीमी प्रगति पर सीएमओ को नोटिस तथा डीएचआईओ व योजना के जिला समन्वयक का वेतन बाधित करने के साथ-साथ सीएमओ को योजना के प्रगति की डे-बाई-डे समीक्षा करने का निर्देश दिया।
दस्तक अभियान व परिवार नियोजन कार्यक्रम की प्रगति भी संतोषजनक न पाये जाने पर डीसीपीएम को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में भी प्रगति की स्थिति संतोषजनक न पाये जाने पर कार्यक्रम प्रभारी का वेतन बाधित करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि सभी स्वास्थ्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की अपने स्तर से गहन समीक्षा कर अपेक्षित सुधार लाये। इसी प्रकार शिक्षा, कृषि, कार्यक्रम, डीआरडीए, पंचायतीराज, मनरेगा, एनआरएलएम, लोक निर्माण, जल निगम, कौशल विकास, नगर पालिका सहित अन्य विभागों तथा कार्यदायी संस्थाओं के कार्यो की समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। इस अवसर पर मुंख्य विकास अधिकारी कविता मीना, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेश सिंह, जिला विकास अधिकारी राजेश मिश्रा, उपायुक्त स्वतः रोजगार सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार यादव, डीपीआरओ उमाकान्त पाण्डेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी जी. डी. यादव, जिला अर्थ एवं सख्या अधिकारी अर्चना सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।                 


वैश्विक स्तर पर मामलों की संख्या पहुंची

वाशिंगटन डीसी। वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 2.77 करोड़ के आंकड़ें को पार कर गई है, जबकि संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या बढ़कर 901,000 से अधिक हो गई हैं। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने दी।


विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने ताजे अपडेट में खुलासा किया कि गुरुवार की सुबह तक कुल मामलों की संख्या 27,719,952 हो गई और मृत्यु की संख्या बढ़कर 901,050 हो गई।सीएसएसई के अनुसार, अमेरिका संक्रमण से प्रभावित देशों की सूची में शीर्ष पर बना हुआ है, यहां 6,359,313 मामले और संक्रमण से हुई 190,796 मृत्यु दर्ज की गई हैं। वहीं कोविड-19 के 4,370,128 मामलों के साथ भारत वर्तमान में दूसरे स्थान पर है, जबकि देश में मरने वालों की संख्या 73,890 है।


सीएसएसई के अनुसार, मामलों की दृष्टि से ब्राजील तीसरे (4,162,073) स्थान पर है, और उसके बाद रूस (1,037,526), पेरू (696,190), कोलम्बिया (679,513), मैक्सिको (647,321), दक्षिण अफ्रीका (642,431), स्पेन (543,379), अर्जेंटीना (512,293), चिली (427,027), ईरान (393,425), फ्रांस (383,272), ब्रिटेन (357,597), बांग्लादेश (331,078), सऊदी अरब (323,012), पाकिस्तान (299,659), तुर्की (284,943), इटली (281,583), ईराक (273,821), जर्मनी (256,433), फिलीपींस (256,433), इंडोनेशिया (245,143), यूक्रेन (146,511) इजरायल (141,097), कनाडा (136,135), बोलिविया (122,308), कतर (120,846), इक्वाडोर (112,166), कजाकिस्तान (106,498), डोमिनिकन गणराज्य (100,937) और मिस्र (100,041) हैं।


वहीं 10,000 से अधिक मौतों वाले अन्य देश ब्राजील (128,539), मेक्सिको (69,049), ब्रिटेन (41,683), इटली (35,577), फ्रांस (30,805), पेरू (30,123), स्पेन (29,628), ईरान (22,669), कोलंबिया (21,817), रूस (18,080), दक्षिण अफ्रीका (15,168), चिली (11,702) और अर्जेंटीना (10,658) हैं।         


यूपीः सांसद रीता जोशी की तबीयत बिगड़ी

लखनऊ। सांसद रीता बहुगुणा जोशी की तबीयत अचानक बिगड़ गयी जिसके बाद उन्हें देर शाम एयर एम्बुलेंस से मेदांता रवाना किया गया। ज्ञात हो कि उनके पति पीसी जोशी मेदांता में पहले से ही एडमिट हैं। संजय गांधी पीजीआई में कोरोना का इलाज करा रही प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने खुद को मेदांता रेफर करा लिया।
बताया जा रहा है कि रीता बहुगुणा जोशी की तबियत बिगड़ गई थी जिसके बाद परिजनों की सलाह पर उन्होंने डाक्टरों से खुद को मेदांता रेफर करने की मांग की। उन्हें शाम को एयर एम्बुलेंस से मेदांता रेफर कर दिया गया।
पीजीआई के निदेशक प्रो. आरके धीमान ने बताया कि शाम करीब साढ़े छह बजे उन्हें एयर एम्बुलेंस से मेदांता भेजा गया। उनके रात दिल्ली पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि कल रात में उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। ज्ञात हो कि सांसद की बहू रिचा और पोती को भी कोविड-19 की वजह से मेदांता में शिफ्ट किया जा रहा है।             


नववर्ष पर नहीं बाटेंगे डायरी-पेन कैलेंडर

बरेली। कोरोना के चलते आर्थिक दुश्वारियां बढ़ी तो सरकार ने भी खर्चे कम करने शुरू कर दिए हैं। केंद्र सरकार ने इस बार वॉल कैलेंडर, डेस्कटॉप कैलेंडर, डायरी, ग्रीटिंग कार्ड आदि की प्रिंटिंग पर रोक लगा दी है। बैंकों को भी यह आदेश भेज दिया गया है।
नववर्ष के मौके पर बैंक, बीमा आदि की डायरी, कैलेंडर आदि का सभी को इंतजार रहता है। इस बार सरकार ने इनकी प्रिंटिंग पर रोक लगा दी है। यह आदेश सभी मंत्रालयों, विभागों, ऑटोनॉमस बॉडी व अन्य सरकारी उपक्रमों पर लागू होगा। वित्त मंत्रालय ने बैंकों को भी इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। कैलेंडर डायरी आदि को फिजिकल फॉर्मेट की जगह डिजिटल फॉर्मेट में तैयार कराया जाएगा। आने वाले समय में कॉफी टेबल बुक की प्रिंटिंग पर भी बैन लगने की तैयारी है। सरकार ने ई-बुक प्रमोट करने की बात कही है। यूनियन बैंक के रीजनल हेड राजेश सिंह ने बताया कि वित्त मंत्रालय से आदेश मिल गए हैं। इस बार नव वर्ष पर कोई भी मटीरियल प्रकाशित नहीं कराया जाएगा। फेस्टिवल ग्रीटिंग कार्ड भी पब्लिश नहीं होंगे।


स्थानीय स्तर पर भी दिख रहा असर
स्थानीय स्तर पर भी इस बार कोरोना का असर साफ नजर आ रहा है। बड़े शैक्षिक, वित्तीय और औद्योगिक संस्थान कैलेंडर, डायरी आदि छपवाने से परहेज कर रहे हैं। कुछ ही संस्थानों ने बेहद कम संख्या में इस बार छपाई का आर्डर दिया है।           


विटामिनों का सेवन आपको रखेगा सुरक्षित

कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए लोग कई तरहों के उपाय कर रहे हैं। टेक्सास ए एंड एम कॉलेज ऑफ मेडिसिन में हुए एक शोध के अनुसार कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए विटामिन्स काफी महत्वपूर्ण हैं। इस शोध में ये दावा किया गया है कि कुछ विटामिन्स ऐसे हैं जिनके बिना कोरोना वायरस से लड़ाई संभव नहीं है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कोरोना वायरस से लड़ने में कौनसे विटामिन्स काफी महत्वपूर्ण हैं। साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि आपको किस विटामिन की कितनी जरूरत है। 


विटामिन बी-6


विटामिन बी- 6 रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाने और याददाशत को दुरुस्त रखने में सहायक होता है। विटामिन बी- 6 एनीमिया के खतरे को भी कम करने में सहायक होता है।


आप विटामिन बी-6 की कमी को पूरा करने के लिए इन चीजों को डाइट में शामिल कर सकते हैं।


काबुल चना


आलू


केला


विटामिन सी


इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में विटामिन सी सहायक होता है। कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए विटामिन सी से युक्त चीजों का सेवन करने की सलाह दी जा रही है। कोरोना से लड़ाई में विटामिन सी काफी मददगार है।


इन चीजों में पाया जाता है विटामिन सी


खट्टे फल


शिमला मिर्च


ब्रोकोली


पालक


स्ट्रॉबेरी


विटामिन डी


कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए विटामिन डी काफी मददगार साबित हो सकता है। शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर कई तरहों की बीमारियों का खतरा रहता है


शरीर में विटामिन डी की कमी को दूर करने के उपाय...


रोजाना 15 से 30 मिनट तक धूप लें।


डाइट में इन चीजों को शामिल करने से विटामिन डी की कमी को दूर किया जा सकता है...


गाय का दूध


दलिया


संतरा


विटामिन ई


विटामिन ई एंटीऑक्सीडेंट गुणों से लैस होता है। विटामिन ई दिल से संबंधित बीमारियों और कैंसर के खतरे को कम करने में भी सहायक होता है। कोरोना से लड़ाई में विटामिन ई काफी मददगार हो सकता है।           



खादी के 180 से अधिक उत्पाद ऑनलाइन

नई दिल्ली। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के ऑनलाइन बिक्री मंच पर अब 180 से ज्यादा उत्पाद उपलब्ध हो चुके हैं। आयोग इसे इस वर्ष गांधी जयंती तक 1,000 उत्पाद करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। कोविड-19 संकट के बीच आयोग ने सिर्फ मास्क की बिक्री के साथ सात जुलाई को इस मंच की शुरुआत की थी। आयोग एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) मंत्रालय के तहत काम करता है। मंत्रालय ने बुधवार को एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि आयोग की इस पहल से देशभर में खादी ग्रामोद्योग से जुड़े लोग दूर-दूर तक अपने उत्‍पाद बेचने में समर्थ हो रहे हैं। इस मंच पर सात जुलाई को केवल खादी के मास्‍क की ऑनलाइन बिक्री शुरू हुई थी। अब यह पूरी तरह विकसित ई-मा‍र्केट का रूप ले चुका है और इस पर 180 से अधिक उत्‍पाद मौजूद हैं। कई और उत्पादों को शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है। आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने इस बारे में कहा कि खादी उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री स्वदेशी मुहिम को गति प्रदान करने वाली है और इसका उद्देश्‍य स्‍थानीय कारीगरों को सशक्‍त बनाना है। यह ‘आत्‍मनिर्भर भारत’ का निर्माण करने की दिशा में एक मजबूत कदम है। इस मंच पर 50 रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक के उत्पाद मौजूद हैं। आयोग ने कहा कि वह मंच पर रोजाना कम से कम 10 नए उत्‍पाद जोड़ रहा है। उसका लक्ष्य इसे दो अक्टूबर तक 1,000 उत्पाद तक पहुंचाने का है।                


फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...