रविवार, 23 अगस्त 2020

नारा: भाजपा है तैयार, आत्मनिर्भर बिहार

विधानसभा चुनाव 2020 के लिए BJP ने दिया नया नारा: भाजपा है तैयार, आत्मनिर्भर बिहार
पटना। बिहार के पटना में भाजपा के दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति के अंतिम दिन वर्चुअल बैठक में भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए नया नया नारा दिया। भाजपा है तैयार, आत्मनिर्भर बिहार…।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास ना कोई नीति है ना कोई संकल्प और ना ही सेवा करने का भाव है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनावी मैदान में जाएगा औऱ तीन चौथाई से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगा। कहा कि जब जब भाजपा नीतीश कुमार के साथ चुनावी मैदान में गई है भारी जीत हासिल हुई है और इस बार भी होगी।
इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी तंज कसा। नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना में भाजपा के लोग बिहार से भागकर दिल्ली नही जाते। सुना है कुछ लोग 5 स्टार होटल में थे।
इससे पहले दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार चुनाव की कमान संभालने जा रहे देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि इस बार होने वाला चुनाव बिहार का भाग्य है। यह चुनाव बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और नया इतिहास बनगा। पिछले 15 सालों में बिहार विकास की पटरी पर आया है। अगर इसे विकास की पटरी पर दौड़ानी है तो देश की तरह बिहार में भी एनडीए सरकार जरूरी है।
शनिवार को भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक में बतौर मुख्य अतिथि देवेंद्र फडणवीस ने अपने आप को बिहार से जोड़ने की भरपूर कोशिश की। चाणक्य से लेकर लोकनायक तक को याद किया और कहा कि देश में जहां 50 फीसदी तो बिहार में 58 फीसदी युवा हैं। इन्हीं युवाओं की बदौलत हम बिहार को आगे ले जाएंगे।
उन्होंने कहा कि लालू यादव के शासनकाल में बिहार विनाश के कगार पर औऱ गर्त में चला गया था। एनडीए ने 15 साल में दोगुनी क्षमता से काम करते हुए बिहार को यहां तक लाया है। बिहार में फिर एनडीए की सरकार बनी तो देश के साथ-साथ बिहार भी तरक्की करेगा। यह ऐतिहासिक मौका है और इसे हमें चूकना नहीं है। एनडीए सरकार ने कमजोर तबक तक विकास को पहुंचाया है। बिहार का इतिहास गौरवशाली है। अगर हमें फिर से उसी गौरव को प्राप्त करना है तो एनडीए सरकार को बनाए रखना जरूरी है। इसलिए यह चुनाव केवल जीत के लिए नहीं है बल्कि बिहार को नए रास्ते पर ले जाएगा।
कोरोना औऱ बाढ़ की चर्चा करते हुए कहा भाजपा कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते हुए फडणवीस ने कहा कि कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती। राष्ट्रकवि दिनकर की कविता से अपना भाषण समाप्त करने वाले देवेंद्र फडणवीस ने कहा की हमें रुकना नही है। 
वही अध्यक्षीय भाषण में बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि हमें तीन चौथाई सीटें जीतनी है और यह संभव है। एनडीए के तीनों घटक दल मिलकर बिहार में फिर भारी बहुमत से सरकार बनाएंगे। हमें बताना है कि पिछले 15 सालों में बिहार कहां था और इन 15 सालों में बिहार कहां गया है। केंद्र व राज्य सरकार गरीबों के प्रति प्रतिबद्ध है। यूपीए ने जो सोचा भी नहीं था एनडीए ने वह साकार किया है। आत्मनिर्भर भारत की तरह हमें आत्मनिर्भर बिहार भी बनाना है।                      


पेट्रोल के दाम बढ़े, डीजल के दाम स्थिर

लगातार चौथे दिन पेट्रोल के दाम बढ़े, डीजल के भाव स्थिर
नई दिल्‍ली। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने लगातार चौथे दिन पेट्रोल की कीमत में इजाफा किया है। हालांकि, डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ओएमसी ने रविवार को पेट्रोल की कीमत में 14 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। डीजल की कीमत में पिछले 23 दिनों से स्थिर बना हुआ है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक इस बढ़ोतरी के साथ ही राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 81.49 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल का भाव 73.56 रुपये प्रति लीटर है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 88.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 80.11 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल 83.01 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 77.06 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। वहीं, चेन्‍नई में पेट्रोल 84.52 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 78.86 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। उल्‍लेखनीय है कि अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल की कीमत में स्थिरता के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल की कीमत में तेल कंपनियों ने इस हफ्ते करीब 92 पैसा प्रति लीटर का इजाफा किया है। हालांकि, राहत की बात ये है कि डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है।                 


फिल्मी जगत के लिए एसओपी की जारी

मीडिया में फिर से काम शुरू करने के लिए सरकार ने जारी की एसओपी
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मीडिया और फ़िल्म जगत में फिर से काम शुरू करने के लिए एक विस्तृत स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी किया है। इसके तहत कार्य स्थानों पर उचित दूरी, स्वच्छता, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षात्मक उपकरणों के लिए प्रावधान सहित तमाम उपाय शामिल हैं। 
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर ने बताया कि मीडिया और फिल्म इंडस्ट्री में कार्य करते समय या फिर शूटिंग के समय कुछ बातों का एहतियात बरतना जरूरी है। कोरोना संक्रमण के चलते ये एसओपी जारी की गई है। एसओपी के अनुसार, शूट स्थानों और अन्य कार्य स्थानों पर पर्याप्त उचित दूरी को सुनिश्चित करना है। साथ ही इसमें उचित स्वच्छता, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षात्मक उपकरणों के लिए प्रावधान सहित उपाय शामिल हैं।                


महंगाई बनी अभिशाप 'विवेचना'

महंगाई बनी अभिशाप   'विवेचना'
 विकासशील राष्ट्रों के सामने महंगाई और बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। कोरोना वायरस के कारण परिस्थितियों की जटिलता बढ़ती जा रही है। विकास की गति स्थिर हो गई है, जिसका निम्न आय वर्ग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह कोरोना वायरस के समान घातक और खतरनाक सिद्ध होगा।
 भारत की हालिया तस्वीर अनुमान के विपरीत है। देश में वायरस के साथ-साथ बेरोजगारी की मार झेल रही जनता के जीवन में महंगाई तांडव कर रही है। कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में खूब कालाबाजारी की गई है। जिसका सीधा संबंध गरीब जनता से ही रहा है। अब सभी वस्तुओं पर मूल्य वृद्धि से व्यवस्था चरमरा गई है। अति आवश्यक और खाद सामग्री जैसी वस्तुओं के मूल्य में 10 से 25 फ़ीसदी तक वृद्धि की गई है। जिसके कारण जनता को अनावश्यक भार झेलना पड़ेगा। निम्न आय और बेरोजगारी से ग्रस्त परिवारों के लिए यह किसी अभिशाप से कम नहीं है। आधुनिक भारत कुपोषण और भुखमरी की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके लिए सरकार की नीतियों में दोष खोजे जा सकते हैं। लेकिन यह अकारण परिश्रम करने के जैसा है। सरकार की दोषपूर्ण नीतियों के परिणाम स्वरूप देश की जनता लंबे समय तक इस संकट को अपने साथ लेकर चलती रहेगी। इसका सरकार के पास ना कोई उपाय है और ना कोई उपचार। झूठे-सच्चे दावे और वायदों के साथ इस संकट को देश की गरीब जनता को झेलना होगा।
नेतृत्व की क्षमताओं का परीक्षण बुरा दौर होता है।
नेता तो नेता ही होता है, कोई एक-दो चोर होता है।
पालूराम


युवाओं को सरकारी नौकरी में भर्ती करें

केंद्र की राज्यों से एनआरए डाटा से युवाओं को करें नौकरियों में भर्ती।


नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से एनआरए डाटा के इस्तेमाल की अपील की।केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि राज्य अपने यहां सरकारी नौकरियों के लिए युवाओं को छांटने में नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी एनआरए की तरफ से आयोजित कराए जा रही सामान्य योग्यता परीक्षा (सीईटी) के परिणाम का इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने इसके लिए राज्यों और केंद्र सरकार के बीच एमओयू भी करने का इशारा किया है।केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश एनआरए की तरफ से नौकरी चयन के लिए आयोजित किए जा रहे सीईटी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस टेस्ट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट बुधवार को हरी झंडी दिखा चुकी है।
उन्होंने कहा, इस प्रक्रिया से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों समेत सभी भर्ती संस्थाओं को पैसा और समय बचाने में मदद मिलेगी, जबकि दूसरी तरफ यह नौकरी के इच्छुक युवाओं के लिए भी कम खर्च और सुविधा जनक तरीका साबित होगा।
उन्होंने कहा, राज्यों की तरफ से सीईटी स्कोर का इस्तेमाल करने के लिए एक एमओयू भी किया जा सकता है। इसके लिए केंद्रीय कार्मिक विभाग (डीओपीटी) और मैं खुद कई राज्यों के साथ संपर्क में हूं। अधिकतर मुख्यमंत्री इस व्यवस्था को अपनाने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा, सीईटी स्कोर सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों और बाद में निजी क्षेत्र के साथ भी शेयर किया जा सकता है।
आरक्षित वर्ग को नियमों के तहत मिलेगी छूट।केंद्रीय मंत्री ने सीईटी को लेकर जताई जा रही चिंताओं का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, टेस्ट में भाग लेने वाले आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में सरकारी नीति के तहत मिलने वाली सभी छूट का लाभ दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, सीईटी का आयोजन केवल हिंदी या अंग्रेजी में नहीं बल्कि 12 भारतीय भाषाओं में किया जाएगा। साथ ही इसमें संविधान की 8वीं सूची में शामिल अन्य भाषाओं को भी इसमें शामिल किया जाएगा।


प्रतिबंधों के साथ 'ताजिया' की अनुमति

 सरकार ने प्रतिबंधों के साथ मुहर्रम में ‘ताजिया’, ‘मजलिस’ रखने की दी अनुमति


बृजेश केसरवानी


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने मुहर्रम को लेकर शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद की मांगों को स्वीकार करते हुए कुछ प्रतिबंधों के साथ लोगों को अपने घरों में ‘ताजिया’ रखने और मुहर्रम के दौरान ‘अजादारी’ का पालन करने की अनुमति दे दी है। कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लगाए गए प्रतिबंधों के विरोध में जव्वाद ने शनिवार शाम को धरना दिया था। इसके बाद आधी रात को राज्य सरकार का यह फैसला लिया गया।
हालांकि सरकार ने हर जिले में शिया धर्मगुरुओं की उनके संपर्क नंबरों के साथ एक सूची मांगी है। ये मौलवी जिला नागरिक और पुलिस अधिकारियों से मिलकर मुहर्रम गतिविधियों का समन्वय करेंगे। मुहर्रम के दौरान मिलने वाली शिकायतों से निपटने के लिए एक सचिव रैंक के अधिकारी को भी नियुक्त किया गया है।
मजलिस-ए-उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना कल्बे जव्वाद ने भाजपा सरकार पर मोहर्रम की ‘मजलिस’ को लेकर हुई बात से मुकरने का आरोप लगाया है। मौलवी ने संवाददाताओं को बताया कि शियाओं और ‘अजादारी’ करने वाले सभी लोगों में खासा गुस्सा है। ‘अजादारी’ में इमाम हुसैन और उनके सहयोगियों की कर्बला में हुई शहादत पर दुख मनाया जाता है। वहीं मजलिस में देश भर के इमामवाड़ों में इसे लेकर प्रवचन दिए जाते हैं।
राज्य सरकार के साथ उच्च-स्तरीय वार्ता के बाद राजधानी में केवल सात इमामबाड़ों को पांच लोगों की उपस्थिति में 60 मिनट की ऑनलाइन ‘मजलिस’ की अनुमति दी गई है। मौलवी ने कहा, “बातचीत के दौरान हमने ‘मजलिस’ में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ 1,000 लोगों की उपस्थिति की अनुमति मांग की थी। लेकिन सरकार ने केवल 20 लोगों की उपस्थित की अनुमति दी। हम इसके लिए भी सहमत हो गए लेकिन गुरुवार देर रात भेजे गए आदेश में शहर के केवल सात इमामबाड़ों में पांच-पांच लोगों की अनुमति की बात कही गई।”               


पालघर मामले में सीबीआई जांच की मांग

संतों ने उठाई पालघर लिंचिंग मामले की सीबीआई जांच की मांग
बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपने के बाद अब संतों ने भी पालघर भीड़ हिंसा के मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग उठाई है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) ने कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच सीबीआई को सौंपने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने मुंबई पुलिस को अक्षम साबित कर दिया है।
एबीएपी ने मांग की है कि 16 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं के साथ हुई भीड़ हिंसा की जांच भी सीबीआई से कराई जाए।परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने कहा, “एबीएपी 26 अगस्त को हरिद्वार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित करने जा रहा है जिसमें अगले साल कुंभ की तैयारियों पर चर्चा करने के अलावा पालघर में हुई हत्याओं की सीबीआई जांच के लिए एक प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा और अगर जरूरत पड़ी तो अखाड़ा परिषद द्वारा कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।”
16 अप्रैल की रात को देशव्यापी लॉकडाउन के बीच दो साधू एक कार में सवार होकर ड्राइवर संग मुंबई के कांदिवली से गुजरात के सूरत में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे। इस बीच गडचिनचाइल गांव में एक भीड़ ने पुलिस टीम की मौजूदगी में उन पर हमला किया और बेहद ही बर्बरता के साथ उनकी हत्या कर दी गई।
कल्पवृक्ष गिरि महाराज और सुशील गिरि महाराज संग उनके ड्राइवर को नीलेश यालगडे को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला और पुलिस कथित तौर पर मूक दर्शक बनी रही। नरेंद्र गिरि ने कहा, “प्रस्ताव पारित करने के बाद अखाड़ा परिषद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हत्याओं की सीबीआई जांच की मांग करेगा।”                 


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...