बुधवार, 29 जुलाई 2020

2 हफ्ते से पहले मिल जाएगी 'वैक्सीन'

मॉस्को। कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की आर्थिक और सामाजिक तौर से कमर तोड़ कर रख दी है। इस समय हर किसी को कोरोना की वैक्सीन आने का इंतजार है। इस बीच रूस से अच्छी खबर आई है। रूस दो हफ्तों से भी कम समय में दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे सकता है। ये जानकारी सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में दी है। रूसी अधिकारियों ने सीएनएन को बताया कि वे वैक्सीन की मंजूरी के लिए 10 अगस्त या उससे पहले की तारीख पर काम कर रहे हैं। इस वैक्सीन को मॉस्को स्थित गमलेया इंस्टीट्यूट ने बनाया है।


वैक्सीन के ट्रायल पर उठ रहे सवाल
अधिकारियों के मुताबिक, वैक्सीन को पब्लिक यूज के लिए मंजूरी दी जाएगी। फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर्स को पहले यह मिल जाएगी। लेकिन रूस ने अभी तक वैक्सीन के ट्रायल का कोई डेटा जारी नहीं किया है। इस वजह से इसकी प्रभावशीलता के बारे में टिप्पणी नहीं की जा सकती है।आलोचकों का कहना है कि जल्द वैक्सीन लाने का राजनीतिक दबाव है, जो रूस को एक वैश्विक वैज्ञानिक शक्ति के रूप में दर्शाने के लिए उत्सुक है। इसके अलावा वैक्सीन के अधूरे ह्यूमन ट्रायल पर भी सवाल उठ रहे हैं।     


शिवांशु 'निर्भयपुत्र'       


अलकायदा का नया अड्डा बना है केरल

नई दिल्ली। देश में अलकायदा दक्षिण भारतीय राज्य केरल में अपने पैर पसार रहा है। आतंकियों का नया गढ़ ये राज्य बन रहा है। इस खुलासे के बाद खुफिया एजेंसियों की नींद उड गई है।


संयुक्त राष्ट्र की आईएसआईएस, अल-कायदा और इनसे संबद्ध व्यक्तियों एवं संस्थाओं से जुड़ी एक निगरानी दल की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा तालिबान के तहत अफगानिस्तान के निमरूज, हेलमंद और कंधार प्रांतों से काम करता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, संगठन में बांग्लादेश, भारत, म्यामांर और पाकिस्तान से 150 से 200 के बीच सदस्य हैं। एक्यूआईएस का मौजूदा सरगना ओसामा महमूद है, जिसने मारे गए आसिम उमर की जगह ली है। ऐसी जानकारी मिल रही है कि एक्यूआईएस अपने पूर्व मुखिया की मौत का बदला लेने के लिए क्षेत्र में तगड़ी जवाबी कार्रवाई की साजिश रच रहा है।


रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि, एक सदस्य राष्ट्र ने खबर दी है कि 10 मई, 2019 को घोषित, आईएसआईएस के भारतीय सहयोगी (हिंद विलायाह) में 180 से 200 के बीच सदस्य हैं। इसमें कहा गया है कि केरल और कर्नाटक राज्यों में आईएसआईएस सदस्यों की अच्छी-खासी संख्या है। खास कर केरल अलकायदा आतंकवादियों का नया गढ़ बनता जा रहा है। इस रिपोर्ट के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं।


400 साल खड़ी रही अयोध्या में 'बाबरी'

नई दिल्ली। भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए तैयारियां पूरे जोरों पर हैं जो पांच अगस्त को मंदिर निर्माण के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने यहां आएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंदिर निर्माण के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन नेता असदुद्दीन ओवैसीने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भूमि पूजन का हिस्सा बनना प्रधानमंत्री पद की संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘आधिकारिक तौर पर भूमि पूजन में हिस्सा लेना प्रधानमंत्री की संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। धर्मनिरपेक्षता संविधान की मूल भावना है।


साथ ही  लिखा है, ‘हम भूल नहीं सकते कि 400 साल तक अयोध्या में बाबरी मस्जिद खड़ी रही थी और उसे 1992 में अपराधी भीड़ ने ढहा दिया था।


बता दें, जिन सड़कों से प्रधानमंत्री का काफिला गुजरेगा, वहां दोनों ओर की इमारतों पर पीला रंग-रोगन किया जा रहा है जिनपर रामायाण के विभिन्न पात्रों की तस्वीरें उकेरी जा रही हैं। पीएम मोदी साकेत कॉलेज स्थित हेलीपैड से राम जन्मभूमि पहुंचेंगे। अयोध्या सूचना विभाग के उपनिदेशक मुरलीधर सिंह ने बताया कि सड़क की तीन किलोमीटर की पट्टी के दोनों ओर की इमारतों पर रंग-रोगन और रामायण के विभिन्न पात्रों की तस्वीरें उकेरने का काम अयोध्या नगर निगम कर रहा है। उन्होंने बताया कि साकेत में हेलीपैड पर भगवान राम और मां सीता के आदमकद रेखाचित्र नजर आएंगे, वहीं सड़कों के दोनों ओर इमारतों की दीवारों पर रामायण के विभिन्न चरित्रों की तस्वीरें दिखेंगी। अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री हनुमानगढ़ी भी जाएंगे और यहां जाने वाले रास्ते के दोनों ओर की इमारतों को भी सजाया-संवारा जा रहा है।


प्रधानमंत्री के दौरे वाले दिन अयोध्या में अनेक सड़कों और मंदिरों को फूलों से सजाया जाएगा तथा सरयू नदी के किनारे और विभिन्न मंदिरों में एक लाख से अधिक दीपक जलाए जाएंगे। राम जन्भूमि मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन समारोह के अवसर पर मंदिर प्रशासन लोगों और श्रद्धालुओं में वितरण के लिए ‘प्रसाद’ के एक लाख से अधिक पैकेट उपलब्ध कराएगा।


गर्भवती महिलाओं को 7.5 हजार प्रसूति खर्च

नई दिल्ली। इसी साल फरवरी महीने में श्रम मंत्री संतोष गंगवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में एक फैसला लिया गया था। इस फैसले के तहत कर्मचारी राज्य बीमा निगम(ईएसआईसी) के तहत आने वाली गर्भवती महिलाओं को प्रसूति खर्च 7500 रुपये देने का प्रस्ताव रखा गया।


अब इस प्रस्ताव पर जल्द ही अंतिम मुहर लगने वाली है। दरअसल, श्रम और रोजगार मंत्रालय ने इस संबंध में एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया है। इस पर हितधारकों से 30 दिन के भीतर अपने सुझाव देने को कहा गया है। इसके बाद सरकार अंतिम निर्णय करेगी। आपको बता दें कि सरकार का कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत प्रसूति खर्च बढ़ाकर 7,500 रुपये करने का प्रस्ताव है। अभी यह राशि 5,000 रुपये है। यानी 2500 रुपये की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है।


ईएसआईसी की स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बीमित महिला कर्मचारी या बीमित पुरुष कर्मचारी की पत्नी के लिए प्रसूति खर्च दिया जाता है। ये प्रसूति खर्च उन लाभार्थी महिलाओं को दिया जाता है जो ईएसआईसी नेटवर्क के अस्पताल या औषधि केंद्रों तक पहुंच नहीं होने के चलते अन्य अस्पतालों में मातृत्व सेवाओं का लाभ उठाती हैं। यह मातृत्व सहायता केवल दो बच्चों के लिए उपलब्ध करायी जाती है। बहरहाल, सरकार के निर्णय के बाद गर्भवती महिलाओं को प्रसूति खर्च पहले से 2500 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे।


फ्रांस की मदद भारतीयों के लिए वरदान

पेरिस। कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए फ्रांस ने मंगलवार को बतौर मदद भारत को वेंटीलेटर, जांच किट व अन्य चिकित्सा उपकरण सौंपे हैं। फ्रांसीसी वायुसेना के विमान से लाए गए इन उपकरणों को भारत में फ्रांस के राजदूत एमैनुएल लेनिन ने पालम एयर फोर्स स्टेशन पर भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी को सौंपा। लेनिन ने इसकी जानकारी खुद तस्वीर के साथ ट्वीट करके दी।


उन्होंने लिखा, 'फ्रांस की तरफ से भेजे गए कोविड-19 उपकरणों को भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी के महासचिव आरके जैन को सौंपते हुए बहुत खुशी हो रही है। फ्रांस ने भारत को 200 मिलियन यूरो (करीब 1,756 करोड़ रुपये) की मदद का वादा किया था।'           


ब्राजील में मृतक संख्या-88000 हजार

ब्रासीलिया। ब्राजील में कोरोना वायरस (कोविड-19) से 921 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 88000 के पार पहुंच गयी है। यहां पर अब तक इस महामारी से 88539 लोगों की मौत हुई है। वहीं इस संक्रमण के 40816 नये मामले दर्ज किये जाने के कारण इससे प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या 2483191 हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। ब्राजील कोरोना वायरस से संक्रमित होने और इसके कारण होने वाली मौतों के मामले में अमेरिका के बाद विश्व में दूसरे नंबर पर है। इस प्राणघातक विषाणु से ब्राजील में सबसे अधिक साओ पाउलो प्रभावित हुआ है। यहां पर इससे अब तक 487654 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 21676 मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद रियो डी जेनेरियो में 159,639 संक्रमित तथा 13033 की मौत और सिएरा में 165550 लोग संक्रमित तथा 7613 लोगों की मौत हुई है।           


धमकी देने का अधूरा प्रयास असफल

तेहरान। ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होरमुज़ जलडमरू मध्य में एक नकली विमान वाहक पोत पर हेलीकॉप्टर के जरिए मिसाइल से हमला किया। यह एक मॉक ड्रिल था, जिसका उद्देश्य तेहरान और वॉशिंगटन में बढ़े तनावों के बीच अमेरिका को धमकी देना था। ईरान के स्टेट टेलीविज़न की रिपोर्ट में बताया गया है कि ईरानी कमांडो भी "ग्रेट प्रोफेट 14" नामक अभ्यास के दौरान विमान वाहन की इस प्रतिकृति पर एक हेलीकॉप्टर से तेजी से हमला करते नजर आए। अन्य फुटेज में एक हेलीकॉप्टर को प्रतिकृति पर एक मिसाइल दागते हुए दिखाया गया, जिसमें बोर्ड पर 16 फर्जी फाइटर जेट्स थे, जबकि तेज नौकाओं ने जहाज को घेर लिया, जिससे समुद्र में सफेद लहर दौड़ गई।            


श्रीराम 'निर्भयपुत्र'


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...