नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संकेत दिया कि अर्थव्यवस्था को फिर से खोले जाने की प्रक्रिया जारी रहेगी। हालांकि, उन्होंने सभी को चेताते हुए मास्क पहनने, स्वच्छता और सामाजिक दूरियों जैसे मानदंडों को बनाए रखने के प्रति सजग रहने को भी कहा। मोदी ने मंगलवार को कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर वीडियो कांफ्रेंस के जरिए केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों, उपराज्यपालों और शीर्ष अधिकारियों से बातचीत की।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमें इस बात का हमेशा ध्यान रखना है कि हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उसका बढ़ना जितना रोक पाएंगे, उतना ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी, हमारे दफ्तर खुलेंगे, मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के साधन खुलेंगे और उतने ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।
उन्होंने कोरोना से लड़ाई में चल रही कोशिशों के दौरान मुख्यमंत्रियों की भूमिका और केंद्र व राज्यों के सहयोग की भी सराहना की। मोदी ने कहा, भविष्य में जब कभी भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अध्ययन होगा, तो ये दौर इसलिए भी याद किया जाएगा कि कैसे इस दौरान हमने साथ मिलकर काम किया, सहकारी संघवाद का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत की मृत्यु दर कई अन्य देशों की तुलना में काफी कम है। वीडियो कांफ्रेस से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख में मौजूदा स्थिति के बारे में मोदी को जानकारी दी, जहां भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी आमने-सामने हैं और झड़प में तीन भारतीय जवान शहीद भी हुए हैं। मंगलवार के वीडियो सम्मेलन में शामिल होने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पंजाब, असम, केरल उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, गोवा, मणिपुर, नागालैंड, लद्दाख, पुदुचेरी, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, अंडमान एवं निकोबार द्वीप, सिक्किम, लक्षद्वीप, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव शामिल रहे।
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पहले राष्ट्रव्यापी बंद लागू होने के बाद से अब तक इस तरह की पांच बातचीत हुई हैं। भारत में मंगलवार को 1,53,000 से अधिक सक्रिय (एक्टिव) कोविड-19 मामले हैं।