गुटनिरपेक्ष आंदोलन' शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने क्या कहा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 'गुटनिरपेक्ष आंदोलन' शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मानवता दशकों के सबसे गंभीर संकट से गुजर रही है। ऐसे वक्त में गुट निरपेक्ष आंदोलन दुनिया को एकसाथ आने को बढ़ावा दे सकता है।
गुट निरपेक्ष आंदोलन दुनिया की सबसे नैतिक आवाज रही है। इस भूमिका को बनाए रखने के लिए गुट निरपेक्ष आंदोलन को समावेशी होना होगा। इस संकट के दौरान हमने दिखाया है कि एक वास्तविक जन आंदोलन बनाने के लिए लोकतंत्र, अनुशासन और निर्णायकता एक साथ कैसे आ सकते हैं। भारतीय सभ्यता पूरी दुनिया को एक परिवार के रूप में देखती है। जब हम अपने नागरिकों की देखभाल करते हैं, तो हम अन्य देशों को भी मदद दे रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा अपनी जरूरतों के बावजूद, हमने अपने 123 पार्टनर देशों को चिकित्सा आपूर्ति सुनिश्चित की है, जिसमें गुटनिरपेक्ष आंदोलन के 59 सदस्य शामिल हैं। हम उपचार और टीके विकसित करने के वैश्विक प्रयासों में सक्रिय हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब दुनिया कोरोना से लड़ रही है, तब भी कुछ लोग समुदायों और देशों को विभाजित करने के लिए कुछ अन्य घातक वायरस जैसे आतंकवाद, फर्जी समाचार और डॉक्टर्ड वीडियो फैलाने में व्यस्त हैं। कोरोना ने हमें मौजूदा अंतरराष्ट्रीय प्रणाली की सीमा दिखाई है। कोरोना के बाद, दुनिया में हमें निष्पक्षता, समानता और मानवता पर आधारित वैश्वीकरण के एक नए टेम्पलेट की आवश्यकता है। हमें ऐसे अंतराष्ट्रीय संस्थानों की जरूरत है, जो आज की दुनिया के प्रतिनिधि हों।